Premier Amour - 7 in Hindi Fiction Stories by akriti choubey books and stories PDF | Premier Amour - 7

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Premier Amour - 7

अभीरी ओर अबीर रूम के सामने पहुचे,,अभीरी के कदम दरवाजे के सामने आकर रुक गए,,।

अबीर - क्या हुआ अभीरी,,,??
अभीरी न में सर हिलाते हुए,,,कुछ नही...

अबीर ने दरवाजा का लॉक खोला,,,,कमरे की सारी लड़कियां लॉक खुलने की आवाज से ही चौक गई,,,,।

,,तभी अचानक अबीर को मेंडी का कॉल आ गया,,,।

अबीर - अभीरी में आता हूँ...
अभीरी - ह्म्म्म,,

""अभीरी ने गेट खोला तो देखा कि सारी लड़कियां डर के कारण शहमी सी बैठी थी,,,।

एक लड़की की नजर जैसे ही अभीरी पर पड़ी उसने भागते हुए आकर अभीरी को गले लगा लिया,,.

लड़की हकलाते हुए - दी,,दी,प्लीज हमे यहा से ले चलो।
इनलोगों ने हमे यह जबरन पकड़कर रखा है हमे यहाँ नही रहना,,,प्लीज दी,,प्लीज हमे यहाँ से बाहर निकाल दो,,,।


अभीरी कोई जवाब देने की हालत में नही थी उसे समझ नही आ रहा था कि वो क्या जवाब दे,,,,,।
वो उसकेे सर पे हाथ रख वो उसका सर सहलाने लगी,,,

उसने देखा तो सारी लड़कियां एक उम्मीद से उसकी तरफ देख रही थी,,,उसने उसे खुद से अलग किया,,
,,,,,अभीरी उसे दिलासा देते हुए - सब ठीक हो जाएगा।

अभीरी उसे लेकर बाकी लड़कियों के पास गई,,,,,।
अभीरी - तुम लोग घबराओ मत तुम्हे कुछ नही होगा,,,,,आई प्रोमिस,तुमसब लोग यहां बिल्कुल सेफ हो,,,।

एक लड़की रोते हुए,,,,,,बट दी सच्ची हमने कुछ नही किया है हमे क्यों पकडकर रखा है,,दी मुझे घर जाना है।

अभीरी जैसे तैसे खुद को संभालकर - जल्दी वापस जाओगी पक्का,,,।

अभीरी माहौल को हल्का करते हुए
चलो हम एक दूसरे का इंट्रो तो ले लें मेरा नाम अभीरी है,मैं एक....

अभीरी खुद को संभालते हुए,,,मैं एक डॉक्टर हूँ,,।
,,,,,आपलोग भी तो अपना नाम बता दो वर्ना बात कैसे करूंगी,,,,।
पहली लड़की,,,मेरा नाम अविका राव है,,।

अभीरी -'अविका' नाइस नेम☺
दूसरी लड़की,,,मेरा नाम जगप्रीत खेड़ा है,,।

तीसरी लड़की,,,मेरा नाम प्रविज्ञा पाण्डेय है,,।

चौथी लड़की,,,मेरा नाम भावना देसाई है।

अभीरी ने देखा एक लड़की अभी भी घबराई हुई है,,अभीरी उठकर उसके पास आ गई - क्या हुआ??

उस लड़की ने सर उठाकर देखा और अभीेरी के गले लगकर सिसकियां लेकर रोने लगी - दी,,दी मुझे घर जाना है प्लीज दी,,,,।

अभीरी ने उसे खुद से अलग किया,,,,आई प्रोमिस तुम जल्दी ओर सही सलामत घर जाओगी,,,बस कुछ टाइम और,,,,चलो प्लीज अब रोना बन्द करो,,।

अभीरी उसका चहरा अपने हाथों में लेते हुए,,,,दी भी कहती हो और बात भी नही मानती डेट्स नॉट फेयर,,,चलो अब रोना बन्द करो और नाम तो बता दो,,,प्लीज...

वो लड़की आंशू साफ करते हुए,,,को,,कोपल सोनी,,,।

अभीरी,,,,वाओ "कोपल" तुम बिल्कुल अपने नाम जैसी हो ,,,।

अभीरी ने चारों तरफ देखा,,,फिर वो कोपल को लेकर बाकी लड़कियों के पास आ गई,,,।

अभीरी - अविका...
अविका - ह्म्म,,

अभीरी,,,,मैने सुना था यहाँ छः लड़कियां है लेकिन तुम लोग तो पांच ही हो,,,,,।

प्रविज्ञा,,,,दी हम छह ही है वो जो एक ओर लड़की थी वो बेहोश थी शायद उसे दुसरे रूम मैं शिफ्ट कर दिया,,,,,।


अभीरी माहौल को थोड़ा हल्का करते हुए
अभीरी - ओह्ह,,,तुम लोगों ने खाना खाया मुझे तो बहुत भूक लगी है,,,,

किसी ने कोई जवाब नही दिया ,,,,।

अभीरी - क्या हुआ,,,,,??

जगप्रीत,,,दी भूक नही है,,,।
अभीरी - क्यों,,,,कहना न खाने से ये लोग तुम्हे छोड़ देंगे,,।
कभी भी खाने पर गुस्सा नही निकलना चाहिए,,,,।
चलो में खाना लेकर आती हूँ ह्म्म,,,
अभीरी किचन मैं चली गई,,,।


सौरभ का रूम,,
सौरभ मन में - ऐसा क्या है जो वडी मुझे बता ही नही रहा,,पता नही ये वडी ओर मिंट की गोली क्या खिचड़ी पका रहे है
वडी से बोल तो दिया लेकिन सस्पेन्स मैं नही रह सकता यार,,,।

,जिस दिन में आया था उस दिन ये मिंट की गोली भागते हुए वडी के पास आया था " कि वो लोग दरवाजा पीट रहे है " इसका मतलब कोई तो ओर है हमारे अलावा इस घर में। लेकिन कौन,,,?
सौरभ के चहरे पर अचानक से भाव बदल गए,,,,,एक मिनिट रमण सर ने मिशन की डिटेल तो दी होगी,,,डिटेल,,
💡यस वडी का लैपटॉप,,,,यार लेकिन वडी अपना लैपटॉप मुझे क्यों देगा। वैसे भी वो तुरंत समझ जाएगा कि मेरे दिमाग मे क्या चल रहा है,,,क्या करूं यार,,,

सौरभ मुस्कुराते हुए,,,,भाभी माँ....
सौरभ अबीर के रूम में पहुचा,,उसे अभीरी वहाँ नही मिली,,,।


सौरभ चिल्लाते हुए- भाभी माँ,,,,,,,
अभीरी,,,सरु में यहाँ हूँ किचन में,,,।

सौरभ किचन में पहुँचकर,- भाभी माँ वडी कहा है,,?

अभीरी,,,,तुझे अबीर से क्या काम आ गया,,?बाहर गया है वो मेंडी के साथ,,।

सौरभ खुशी से - अरे नही मुझे क्या काम आएगा।
,,,,भाभी माँ वडी का लैपटॉप कहा है,,?

अभीरी,,,लैपटॉप,,वो शायद स्टडी में रखा है क्यों,,,?
तेरे पास तो खुद का लैपटॉप है ना फिर अबीर का लैपटॉप...

सौरभ मन मे यार ये वडी की संगत मैं रहकर उसी के जैसे हो गई है ,,,,,,,वो भाभी माँ मेरे लैपटॉप में कुछ प्रॉब्लम है रिपेयर कराना है। अब ले जाऊँ,,,,।

अभीरी,,,,हस्ते हुए ले जा,,नोटंकी

,,सौरभ - भाभी माँ इतना सारा खाना किसके लिए बना रही हो,,,,,हम तो चार ही है न।

अभीरी मन में अगर सरु को पता चल गया तो,, ।

अभीरी,,,वो,,वो मैने सोचा बहुत दिनों से ओरफनेज़ नही गई तो सोचा कुछ बनाकर ले जाऊं,,,,।

सौरभ,,,,मैं ड्राप कर दूं भाभी माँ,,,,।
अभीरी,,,,नही सरु वो अबीर जा रहा है ,,।

सौरभ कुछ सोचते हुए,,,मैं अभी आता हूँ

अभीरी मन मैं,,इसको क्या हो गया,,?
सौरभ भागते हुए अपने रूम मैं गया और एक बॉक्स लेकर आया,,,।

सौरभ,,,भाभी माँ,
अभीरी,,,ह्म्म्म...

सौरभ - भाभी माँ ये कुछ चॉकलेट्स है मैं औऱफनेज के बच्चों के लिए लाया था।आप जाते हुए ले जाना,,।

ये कहकर सौरभ ने चॉकलेट्स अभीरी के हाथ में रख दी

अभीरी चॉकलेट्स को देखते हुए मन मे,,,माफ करना सरु मैं चाहकर भी तुम्हे सच नही बता सकती।