भाग - 2
पिछले अंक में आपने पढ़ा राहुल ने अपनी पत्नी को स्कूल में साथ पढ़ने वाली छात्रा रिया से अचानक हॉंगकॉंग में हुई मुलाकात के बारे में बताया , अब आगे पढ़िए ….
कहानी - गिरते तो सबने देखा पर किसने दिया सहारा
“ मेरा एकमात्र अफेयर तुम्हारे साथ रहा है और आगे भी किसी अन्य के बारे में कल्पना भी नहीं कर सकता हूँ . लाइफ में मेरी दो ही प्रायोरिटी रही हैं , एक मेरा काम और दूसरा मेरा परिवार . कॉलेज के दिनों में मेरी पढ़ाई वरना आज मैं इस मुकाम पर नहीं होता . “
“ मैंने यूँ ही पूछा था , तुम नाहक सीरियस हो गए . अच्छा एक गुड न्यूज़ . वी आर एक्सपेक्टिंग अनदर बेबी , हमारी ख़ुशी बेटी को एक भाई या बहन साथ खेलने को मिल जायेगा . “
“ ओह , रियली वैरी गुड न्यूज़ . अब हम फैमिली प्लान भी कर सकते हैं . ”
कुछ महीने बाद राहुल को फोन आया “ भाई , मैं शशि बोल रहा हूँ . मैं अगले सप्ताह सिंगापुर आ रहा हूँ . तुम वहां होगे या कहीं टूर का प्रोग्राम है .”
“ हाँ , मैं यहीं रहूँगा . अगले सप्ताह कोई प्लांड टूर नहीं है .वैसे इमरजेंसी में कहीं जाना भी पड़ा तो मधु यहीं रहेगी .तुम आओ , ख़ुशी होगी हमें भी , बहुत दिनों से मिले नहीं हैं हम लोग .”
“ कौन आ रहा है ? “ मधु ने पूछा
“ तुम्हें बताया था न शशि के बारे में , वही मेरा कजन . हम दोनों में उम्र का फासला बहुत कम है . कौन बड़ा है कौन छोटा मुझे आजतक पता नहीं है .बचपन में हम दोनों में गाढ़ी दोस्ती थी पर कॉलेज जाने के बाद से उससे मिलना जुलना कम हो गया .”
“ तुमने मुझे बताया था कि वह अच्छा लड़का नहीं है और बुरी संगत में पड़ गया था .”
“ हाँ , कॉलेज में उसे ड्रग की आदत पड़ गयी थी . एक बार पुलिस के हाथ भी चढ़ गया था . ड्रग के नशे में था पर साथ में कोई ड्रग नहीं मिला था . बहुत मुश्किल से उसे पुलिस से छुड़ाया था अंकल ने . इसके अलावा भी लड़कियों से फ़्लर्ट करना उसकी आदत थी . दो लड़कियों के साथ लिव इन में भी रहा था पर दोनों को उसने छोड़ दिया .ठीक से पता नहीं शशि ने छोड़ा या लड़कियों ने उसे छोड़ दिया . पर सुना है अंकल की डेथ के बाद वह सुधर गया है . अंकल का बिजनेस उसी ने संभाला है . आंटी के साथ रहता है और उनकी देखभाल वही करता है .”
“ वह कितने दिनों के लिए आ रहा है ? “
“ मैंने पूछा नहीं , पर यहाँ वह घूमने आ रहा है .कुछ ही दिनों के लिए आ रहा होगा .”
एक सप्ताह बाद राहुल अपने कजन को रिसीव करने सिंगापुर के चंगी एयरपोर्ट गया . शशि को ले कर राहुल अपनी कार से घर लौट रहा था .सिंगापुर की खूबसूरती देख कर शशि शहर की तारीफ कर रहा था .सिंगापुर को खूबसूरत बनाने में भारतीयों का भी योगदान है पर सबसे ज्यादा यहाँ के सभी नागरिकों का .ये कानून का पालन करना और अनुशासन में रहना जानते हैं . जो भारतीय अपने ही देश में कानून की धज्जियाँ उड़ाने में नहीं डरते वही यहाँ आने के बाद अच्छे नागरिक बन जाते हैं .यहाँ कानून तोड़ने पर सरकार किसी को नहीं छोड़ती और कड़ी से कड़ी सजा मिलती है .
डाइनिंग टेबल पर राहुल , शशि और मधु सभी नाश्ता कर रहे थे . राहुल ने कहा “ मुझे पता है अब तुम बिल्कुल बदल गए हो . “
“ अरे नहीं भाई , उससे तौबा किये तो ज़माना गुजर गया .”
दो दिन तक राहुल ने शशि को सिंगापुर के दर्शनीय स्थानों की सैर करायी . तीसरे दिन उसे कम्पनी के काम से अचानक कोलकाता जाना पड़ा . मधु का आठवां महीना चल रहा था . वह नहीं चाहती थी कि राहुल टूर पर जाए . राहुल ने समझाते हुए कहा “ मैं कोई बहुत दूर तो नहीं जा रहा हूँ और न ही लम्बे समय के लिए . बस तीन दिनों की बात है .तुम्हारी डिलीवरी में अभी पांच छः सप्ताह बाकी हैं . वैसे भी इमरजेंसी में एक फोन करने पर कुछ ही घंटों में वापस आ जाऊँगा . और फिर मेरे लौट आने तक शशि यहीं रहेगा , चिंता की कोई बात नहीं है . “
अगले दिन राहुल कोलकाता जाने के लिये सिंगापुर एयरपोर्ट गया . चेक इन और सेक्युरिटी के बाद वह बोर्डिंग गेट पर इंतजार कर रहा था . उसने अपने फोन को चार्जिंग किओस्क पर चार्ज करने के लिए रखा था . अभी भी बोर्डिंग शुरू होने में करीब 30 मिनट बाकी था इसलिए वह एक किताब पढ़ने लगा . थोड़ी देर में दिल्ली फ्लाइट के लिए बोर्डिंग का अनाउंसमेंट हुआ , राहुल ने सामने लगे मॉनिटर पर देखा . अभी उसकी फ्लाइट की बोर्डिंग में 20 मिनट शेष थे . वह फिर से किताब पढ़ने लगा . वैसे भी उसे कोई जल्दबाजी नहीं थी . वह बिजनेस क्लास में फ्लाई करता था , पहले उसी की बोर्डिंग होती . जैसे ही कोलकाता फ्लाइट के लिए बोर्डिंग अनाउंसमेंट हुआ उसने किताब बंद कर बैग में रख ली और वह उठ कर अपना सेल फोन लेने गया . फोन ले कर बोर्डिंग गेट की ओर बढ़ा और फिर प्लेन में अपनी सीट पर जा बैठा .
प्लेन टेक ऑफ के पहले उसने पत्नी से बात करने के लिए फोन करना चाहा . उसने मधु को रिकॉल करने के लिए कॉल लिस्ट खगालना शुरू किया तो पत्नी का नाम नहीं दिखा . उसे आश्चर्य हुआ , उसने फोन उलट पलट कर देखा फोन बिल्कुल उसी की मॉडल और कलर का था . पर सारे कॉन्टेक्ट्स अजनबी थे . उसे समझने में देर नहीं लगी कि चार्जिंग स्टेशन पर फोन किसी और से बदल गया है . उसने अपने नंबर पर फोन किया तो स्विच ऑफ मिला .उसी फोन से उसने फोन मधु और शशि दोनों को अपनी फ्लाइट और फोन बदल जाने की सूचना दे दी और कहा कि उसके फोन न कर पाने की स्थिति में वह चिंता न करे .
कोलकाता पहुँचने पर उसने अपने फोन पर कॉल किया तो जवाब मिला “ आपने मेरा फोन क्यों बदल दिया है ? “
राहुल ने सख्त आवाज में कहा “ हेलो मैडम , यह तो उलटा चोर कोतवाल को डांटे वाली बात हुई . मैं जब एयरपोर्ट के चार्जिंग किओस्क पर गया वहां एक ही फोन था , जो मेरे फोन जैसा ही था . मैंने अपना समझ कर ले लिया . वैसे आप अभी कहाँ हैं ? “
“ मैं अभी दिल्ली पहुंची हूँ , फ्लाइट अभी जस्ट लैंड किया है . अभी प्लेन में ही हूँ . “
“ पहले अपना नाम पता बतायें . “
“ मेरा नाम मोना है , पता जान कर क्या करेंगे ? फ़्लर्ट करने का इरादा है क्या ? “
“ मेरे पास फालतू समय रहता तब भी मैं ऐसा नहीं सोचता . बकवास बंद कर जरूरी बात सुनें , मैं कोलकाता कम्पनी के जरूरी काम से आया हूँ . किसी समय मेरा कॉल आ सकता है . प्लीज कॉल अपने फोन पर डाइवर्ट कर दें . “
“ और आप भी वैसा ही करना . मेरा फोन अनलॉक ही रहता है , मेरे प्राइवेट मेसेज नहीं पढ़ना प्लीज . “
“ मुझे इन सब फालतू कामों में कोई दिलचस्पी नहीं है और न ही इसमें अपना समय बर्बाद करना चाहूंगा . मेरी कम्पनी का नाम ‘ स्मार्टवेयर ‘ है . इस नाम से जो मेसेज आये उसे मुझे फॉरवर्ड कर दें और मेरी वाइफ मधु का मेसेज भी मुझे भेज दें . “
“ ओके , पर हमें अपने अपने फोन वापस कैसे मिलेंगे . दोनों फोन तो बिलकुल एक जैसे हैं , इसे मैं रख लूँ क्या और आप …. “
“ नो वे , मेरे फोन में जॉब और कम्पनी से रिलेटेड सैकड़ों फाइल हैं . मुझे मेरा फोन चाहिए . “
“ मैं कोलकाता नहीं आ सकती हूँ . “
“ आपको आने की कोई जरूरत नहीं है . मैं तीसरे दिन रिटर्न फ्लाइट दिल्ली से लूँगा . मैं टाइम और जगह बता दूंगा वहां आ सकती हैं ? “
“ पूरी कोशिश करूंगी , पर आप मेरे प्राइवेट मेसेज नहीं पढ़ना . “
“ अगर आपके बॉय फ्रेंड का हुआ तब भी ? “
“ मेरा कोई बॉय फ्रेंड नहीं है , मैं मैरेड हूँ . “
“ थैंक्स गॉड , आपने फ्लिर्टिंग की बात की थी न . मुझे डर था कहीं आप मुझसे ही न फ़्लर्ट करने लगें . “
क्रमशः
नोट - कहानी पूर्णतः काल्पनिक है .