बस, बस, बस तू बस उतना बता कैसे मारा तूने प्रिया को
अबे साले वकील की बच्चे मतलब मेरे बाप जायदाद के मालिक साले तू निकला खोखला ही तू तब तभी नहीं समझा था आज भी नहीं समझा .....
तब से क्या लेना मतलब क्या है तुम्हारा अंजली
अबे तू जा रहा आपने बाप के उस मुर्दे घर में जहा इंसान कम और दीवालो की तस्वीरें गुफ्तगू करती है
"अब तुम अब सीमा से बाहर जा रही हो अंजली" !
हा सही बोले उस वक्त काश गई होती तो आज ज़िन्दगी कुछ और होती !"
क्या कुछ और होती लगाई हो बोलो?
मुझे याद है , प्रिया की बात सुन के तुम रोते रोते घर आई थी और जा कर पापा को सब बताया था लेकिन तब तक देर हो चुकी थी हम कुछ भी नहीं कर सकते थे , तुम्हारे शरीर से सब चीजें खत्म हो चुकी थी हम क्या सबूत देते आदलत मै की तुम्हारा प्रिया के बाप ने बलात्कार किया है , और ...
हा और क्या वकील बाबू और क्या और हम से सुनिए और तुम दोनो बाप बेटे की इज्जत खत्म हो जाती , मेरी पूरी ज़िन्दगी दाव पर लगा बैठे थे।
उस वक्त ही टूट गई थी , क्यों जब हकीकत का सहारा मागा तब कहा थे ,
सिर्फ एक बार बोला होता बेटा हम तुम्हारे साथ है , एक कदम मेरी तरफ रखा तो होता ,
एक लफ्ज बोला तो होता , तो आज शायद प्रिया और उसका बाप दोनों जिंदा होते बस फर्क इतना होता वो इस जेल के अंदर होते मै बाहर
उसके बाप , को भी तुमने मारा है कैसे - वकील
हा काश
उस दिन प्रिया की बात सुन कर घर के लिए निकली थी कि उसका बाप का रेस्टोरेंट रास्ते में ही दिख गया था और मेरे सिर पर भूत सवार था बस उसका बाप गाजे का शिकार था , उसकी एक यही कमी उससे ले डूबी साहब ,
अच्छा कभी सुने हो ऐसी खबर गाजा पीते ही इंसान मर गया हो .....
हा याद आया प्रिया के बाप के मारने की वजह वहीं थी गाजा - वकील
अबे कितना के बाहर भी कभी देखे होते तो आज आपने बाप की सिफ़ारिश पर नहीं जीते तुम ...
मै उनसे मिलने गई थी , उनका वहीं शर्ट वापस करने , उस दिन मे निहायती बन कर गई और उसके बाप को लगा मै उसके पास दुबारा आ गई और वो मुझे देख कर खुश हो गया .....
बस बोला बैठो बेटा में तुम्हारे लिए चाय मगवाता हूं
...
बस जैसे ही वो निकला मैने उसके लिए एक गाजे का सुटा तैयार किया .....
अबे साले की मौत बनाई आपने हाथो से
बस उसी गाजे में थोड़ा सा पेंकुरोनियम सायनाइड मिला दिया बस फिर क्या साला मेरे लिए चाय में नशे की गोली डाल के आया था ,
मेरे हाथ से सूटा ले कर खुश हुआ बस दो मिनट लगे और मेरे ही सामने घुटने लगा ,
और मै पीछे के दरवाजे से निकल आईं ......
मर दिया .....उस साले को भी ....
कोई साथ होता तो कोई इस कदर broken ना होता
और फिर अंजली जोर जोर से चीखने लगती है
I am broken with you
.......
I
Am
Broken with
.......... You .......
(तो दोस्तो बस ये ही समाज के डर से बोलो या आपनी खुद की इज्जत ना खराब हो इस देश के कई कोने में कई अंजली होगी बस अगर एक कदम आगे कर दो तो कई ज़ख्म कुछ हाद तक सवार जाए
शेष कहानी अगले भाग में ....)