Gumnaam - Murder Mystery - 12 in Hindi Crime Stories by Kamal Patadiya books and stories PDF | गुमनाम : मर्डर मिस्ट्री - 12

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गुमनाम : मर्डर मिस्ट्री - 12

[जंगल का दृश्य]

शाम को 5:00 बजने को आये थे। Bikers Gangs वाले सुंकार और बैरान जंगल में दाखिल होते हैं। रणवीर Traveller की ड्राइविंग सीट पर था। अमन आगे की सीट पर बैठकर उसे guide कर रहा था। जंगल का रास्ता बहुत ही ऊबडखाबड़ वाला और पथरीला था। जंगल में चारो और पेड़ो की छांव की वजह से दिन में भी काली घटाएं छाई हुई थी। रास्ता बहुत खतरनाक, सुनसान और बिहड था, उस पर कभी-कभी जानवरों की आवाजें और चीखें सुनाई देती थी।

पूजा और अनिरुद्ध के गायब हो जाने की वजह से सब लोग चिंतित और परेशान थे। जैसे-जैसे रास्ता गुजरता है शाम ढलने लगती है, जंगल का नजारा बदलने लगता है। दिन में हरा भरा और ताजगी देने वाला जंगल शाम के बाद एक भयंकर रूप में तब्दील हो जाता है। करीबन 3-4 घंटे के सफर के बाद कुछ बस्ती जैसा नजर आ रहा था। अमन और रणवीर वहां पर Traveller को रोकते हैं और उन बस्ती वालों से पूछताछ करने के लिए जाते हैं। बाकी सभी लोग Traveller से नीचे उतर कर थोड़ा इधर-उधर घूमते हैं और relax होने का प्रयत्न करते हैं।

अमन को बस्ती वालों की बोली आती थी इसलिए वह सबसे अनिरुद्ध और विक्रम की फोटो दिखाकर उनसे पूछताछ करता है लेकिन बस्ती वालों ने उनमें से किसी को देखा नहीं था। हां.... लेकिन बस्ती वाले उनको बताते हैं कि कुछ लोग waterfall की ओर गए जरूर थे.... शायद वह पर्यटक होंगे।

अमन उस waterfall के बारे में जानता था। वह जंगल के बीचो-बीच था और वहां पर फॉरेस्ट ऑफिसर के पुराने खंडहर जैसे क्वार्टर भी थे। जो यहां से लगभग 7-8 घंटों की दूरी पर था। वहां पर अक्सर पर्यटक जाया करते थे लेकिन कोई रात को वहां पर रुकता नहीं था।

रात के करीबन 9:00 बज चुके थे। अमन ने सबको बताया कि अब जंगल में दूर जाना risky होगा। अच्छा होगा कि हम सब लोग यहीं पर रुक जाते हैं। सब लोगों को अमन की बात ठीक लगती है और सभी लोग थके हुए भी थे इसलिए वह बस्ती में हि रुकने का निर्णय करते हैं। बस्ती में ज्यादा सुविधाएं तो नहीं थी, तीन-चार कच्चे मकान थे। और जहां पर उसकी traveller रखी हुई थी, वहां पर तीन-चार खटिया पड़ी हुई थी। अमन बस्ती वालों से कहकर वह तीन-चार खटिया रात में सोने के लिए मांग लेता है और कुछ पैसे बस्ती वालो को दे देता है। सब लोग अपने साथ खाने का सामान लाए थे इसलिए वह सब निकालकर डिनर करने लगते हैं।

डिनर के बाद, रात को सब लोग खुले आसमान के नीचे खटिया डालकर बैठे हुए थे। ठंड का मौसम था, खटियाओ के बीच में आग जल रही थी उससे थोड़ी सी गर्मी सबको मिल रही थी। लड़कों को पूरी रात खटिया में ही सोना था, जब की सब girls traveller मे सोने वाली थी।

"यह जंगल बड़ा ही डरावना है, यहा चारों ओर सन्नाटा हि सन्नाटा छाया है।" आलिया बात की शुरुआत करती है।

"जंगल तो हमेशा ही डरावना होता है लेकिन यहां के बस्तीवाले बहुत ही अच्छे है, कम से कम हम लोगों को तो सोने के लिए खटिया तो दे दी। क्यों अमन?" रेहान अमन से बात करता है।

"हां... यहां के बस्तीवाले अच्छे हैं क्योंकि जंगल में पर्यटक आते रहते हैं तो कभी कभी रात को वह यहां पर रुक जाते है तो उनको थोड़ी आमदनी हो जाती है इसलिए वह पर्यटक का अच्छी तरह ख्याल रखते हैं।" अमन आग में लकड़िया डालते हुए कहता है।

"वैसे मुझे तो लगता है कि हम सब का खाना हो गया है, थोड़ा आराम भी कर लिया है तो हम सबको यहां से चलना चाहिए और जल्द से जल्द waterfall तक पहुंचने की कोशिश करनी चाहिए। क्यों अमन?" ईशान अमन से पूछता है।

"भाई!!! जंगल में पथरीले रास्तों पर गाड़ी चलाते चलाते मेरे पैर दुखने लगे है फिर भी अगर सबको चलना है तो मैं तैयार हूं।" रणवीर ईशान से कहता है।

"तो भाई! traveller मैं drive कर लेता हूं, मुझे उसमें कोई दिक्कत नहीं होगी।" ईशान रणवीर से कहता है।

"नहीं भाई!!! मेरे ख्याल से हम सबको रात यही पर रुकना चाहिए, तुम क्या कहते हो अमन?" प्रिया ईशान से कहती है और अमन से पूछती है।

"सच कहा मैडम जी!!! क्योंकि यहां से waterfall की दूरी 7-8 घंटे होगी, और अभी रात को 10 बजने को आए हैं, ऐसै में जंगल की ओर आगे बढ़ना ठीक नहीं होगा।" अमन सबसे कहता है।

"ठीक है तो फिर यह तय रहा कि हम कल सुबह को हि यहां से आगे बढ़ेंगे।" प्रिया सबसे कहती है।

"तो फिर ठीक है दोस्तों!! मैं सोने के लिए दूसरी जगह खटिया रखी है, वहां पर जा रहा हूं। हम सब लोग कल सुबह को जल्द हि यहा से निकलेंगे, अगर हो सके तो तुम लोग भी जल्दी सो जाना।" ऐसा कहकर अमन वहां से सोने के लिए चला जाता है।

"आसमान कितना साफ है, तारे भी टीम टीमा रहे है। जंगल का यह अनुभव बेहद रोमांचित और अनूठा है। क्या कहते हो सब लोग?" मुस्कान सबसे पूछती है।

"ऐसी गुलाबी ठंड का अनुभूव तो हमने पहली बार किया है। का....श... हम सब लोग यहां पर घूमने आए होते तो कितना मजा आता?" आलिया सबसे कहती है।

"तुम फिकर मत करो आलिया!!! हमारी शादी होते ही हम लोग हनीमून के लिए यहां पर आएंगे.... बस।" रेहान आलिया की खिंचाई करते हुए कहता है। उसकी इस बात पर सब लोग हंस पड़ते हैं लेकिन रोशनी सहम के रह जाती है वह यह बात बर्दाश्त नहीं कर पाती है और वो रेहान और आलिया से कहती है "तुम दोनों भी हद करते हो, यहां पर हम लोग उन दोनों को ढूंढ आए है, तुम्हारा हनीमून पेकेझ decide करने नहीं आये है। तुम लोगों को जरा भी शर्म नहीं आती है?"

"तुम किस बात से इतना नाराज हो रही हो रोशनी?" आलिया रोशनी से पूछती है।

"इसको नाराजगी नहीं jealous कहते हैं, आलिया। मैं तुम्हारी jealous को समझ सकता हूं, रोशनी। मेरी सगाई तुमसे टूटकर आलिया से हो गई इसलिए तुम्हें जलन हो रही है।" रेहान कटाक्ष में रोशनी से कहता हैं।

"Jealous.....my foot!!! जब से तुम हमारी जींदगी मे आई हो, तब से हमारे साथ कुछ ना कुछ गलत हो रहा है।" रोशनी गुस्से में आलिया से कहती है।

"तुम अपने गुस्से को काबू में रखो वरना गुस्सा मुझे भी आता है।" रेहान रोशनी के ऊपर गुस्सा होकर कहता हैं।

"तुम लोग शांत हो जाओ, बच्चों की तरह झगड़ा मत करो।" प्रिया रोशनी और रेहान से कहती है। रणवीर और ईशान रोशनी को समझाने की कोशिश करते हैं लेकिन रोशनी का गुस्सा शांत नहीं होता है, वह रेहान और आलिया की ओर इशारा करते हुए कहती है "मुझे इन दोनों के साथ नहीं रहना है।"

"तुम्हारे साथ भी कौन रहना चाहता है।" रेहान रोशनी से कहता हैं।

"यह तो situation ही ऐसी हो गई थी कि हम सबको यहां पर आना पड़ा वरना यहां पर तुम दोनों के साथ आना भी कौन चाहता था।"

"तो फिर तुम यहां से चली क्यों नहीं जाती? रेहान गुस्से में रोशनी से कहता है।

रोशनी भी गुस्से में ईशान और रणवीर द्वारा पकड़े हुए हाथों को झटके से छोड़ देती है और पथरीले रास्ते की ओर जाने लगती है। ईशान और रणवीर रोशनी पीछे पीछे जाकर उसको मना कर वापस ले आते हैं।

रणवीर वापस आकर गुस्से में रेहान और आलिया से कहता है कि "अब तुम लोगों की बकवास खत्म हो गई हो तो हम सब सोने चले? वैसे भी बहुत रात हो गई और हमें सुबह जल्दी उठकर waterfall की ओर पहुंचना है।"

सब लड़कीया traveller में सोने के लिए चली जाती है। रणवीर, ईशान और रेहान खटिया पर ही सो जाते है। सब लोग बहुत हि थक चुके थे इसलिए सबको तुरंत ही नींद आ जाती है।

जंगल में सुबह का मौसम बहुत ही सुहाना था। भीनी भीनी सी मिट्टी की महक मन को प्रसन्न करने देने वाली थी। ठंडी हवा के हल्के हल्के झोके से जंगल के पेड़ पौधे लहराए रहे थे। पंछियों के चहकने की आवाजे, चिड़ियों की किलकारियां और मोर के चहकने की आवाजो से पूरा वातावरण गूंज उठा था। प्रकृति ने अपनी मुस्कान बिखेर दी थी, बड़ा ही खुशनुमा मौसम था।

अचानक, लड़कियों की आवाजे सोए हुए लड़कों के कान में पडती है। ईशान..... रेहान..... रणवीर......। लड़कियों की आवाजे सुनकर ईशान, रेहान और रणवीर खटिया से उठकर Traveller की और दौड़ते हैं। वहां पर जाकर देखते हैं तो लड़कियों के चेहरों पर परेशानी छाई हुई थी। ईशान प्रिया से पूछता है, "क्या हुआ प्रिया? तुम लोग चिल्ला क्यों रहे थे।"

"ईशान!!! रोशनी कहीं दिखाई नहीं दे रही है।"

"दिखाई नहीं दे रही मतलब? यहीं कहीं पर होगी।"

"नहीं भाई!! रात को हम सब traveller में ही सोये हुए थे लेकिन सुबह जब हमारी आंख खुली तब वह कही दिखाई नहीं दे रही थी।"

"तुमने बस्ती वालों से पूछा?"

"मैं, आलिया और मुस्कान ने आस-पास की सब जगहो पर देख लिया पर वो नहीं मिली और बस्ती वालों से भी पूछा लेकिन उनको भी कुछ मालूम नहीं है।"

"पागल लड़की ना जाने कहां चली गई?" मुस्कान चिंतित होकर सबसे कहती है।

"शायद..... कल रात के झगड़े की वजह से वह यहां से चली गई होगी।" ईशान परेशान होकर कहता है।

"हां.... यही हुआ होगा। वह मेरी बहन है, बहुत ही जिद्दी है, जैसा सोचती है.... वैसा ही करती है। तुम दोनों को उससे झगड़ा नहीं करना चाहिए था।" रणवीर रेहान और आलिया से कहता है।

"देखो भाई रणवीर!!! हम जानते हैं कि तुम अपनी बहन से बहुत प्यार करते हो लेकिन इसमें हमारी कोई गलती नहीं है, झगड़ा उसीने शुरू किया था, हमें झगड़ा करने में कोई शौख नहीं था।" रेहान रणवीर से कहता है।

"तुम लोगों को थोड़ा समझदारी से काम लेना चाहिए था।" ईशान रेहान और आलिया से कहता हैं।

"अगर वो इतनी जिद्दी है, उसमें हमारा कोई कसूर नहीं है। उसको भी तो थोड़ी समझदारी दिखानी चाहिए थी।" आलिया ईशान से कहती है।

"तुम सब लोग अब चूप भी.करो। एक तो पूजा और अनिरुद्ध को ढूंढने का टेंशन कम था कि इस लड़की ने हमारा टेंशन और बढ़ा दिया। उसका फोन भी नहीं लग रहा है।" प्रिया घबराकर सबसे कहती है।

"अब बातें छोड़ो, आगे क्या करना है? वह सोचो।" मुस्कान सबसे कहती है।

"करना क्या मतलब? पहले हम रोशनी को ढूंढगे फिर हम लोग आगे बढ़ेंगे।" ईशान सबसे कहता है।

सब लोग बातें कर रहे होते थे, तभी अमन वहां पर तैयार होकर आता है। "तुम लोग अभी तक तैयार नहीं हुए? सुबह के 8:00 बज चुके हैं। हमें waterfall तक पहुंचते-पहुंचते काफी देर हो जाएगी। चलो अब सब जल्दी करो।"

"हम सब अपने ग्रुप मेंबर रोशनी को ढूंढ रहे हैं। वह सुबह से मिल नहीं रही है, वह मिल जाएगी तभी हम यहां से आगे बढ़ पायेगें।" प्रिया अमन को बताती है।

"कहां है वो? क्या हुआ है उसको?" अमन प्रिया से पूछता है।

प्रिया अमन को रातवाली सब हकीकत बताती है और कहती है कि "रोशनी अभी तक बहुत ज्यादा दूर नहीं गई होगी, हम सब लोग मिलकर ढूंढगे तो मिल जाएगी, इसलिए हमको वापस चलना होगा।"

"तो फिर ठीक है। तुम लोग जल्दी से तैयार होकर आ जाओ, हम लोग उसी रास्ते से वापस जाते हैं। अगर वह रास्ते से जा रही होगी तो मिल जाएगी।" अमन सबको कहता है।

सब लोग जल्दी जल्दी में तैयार होकर रोशनी को ढूंढने के लिए वापस उसी रास्ते पर निकलते हैं जिस रास्ते से वह यहां पर आए थे। उन लोगो ने अभी 4-5 किलोमीटर का रास्ता तय किया होगा तभी रणबीर के मोबाइल पर रोशनी का मैसेज आता है। "मैं तुम लोगो के साथ नहीं आना चाहती हूं। मैं वापस जा रही हूं, मुझको ढूंढने की कोशिश मत करना। मैं जंगल से बाहर निकलकर तुम्हें फोन कर दूंगी।" मैसेज को पढ़कर रणवीर तुरंत ही गाड़ी रोक देता है और रोशनी के मोबाइल पर कॉल करता है लेकिन उसका मोबाइल स्विच ऑफ बता रहा था।

अचानक, गाड़ी रुक जाने की वजह से सब लोग रणवीर से पूछते हैं 'क्या हुआ?" रणवीर सबको रोशनी के मैसेज के बारे में बताता है।

"मुझे लगता है रोशनी अब हमारे साथ आना नहीं चाहती है इसलिए उसको ढूंढने का कोई फायदा नहीं होगा।" मुस्कान सबसे कहती है।

"यह तुम क्या कह रही हो मुस्कान? उसको जंगल में इस तरह अकेले छोड़कर जाना क्या ठीक होगा?" ईशान मुस्कान से कहता है।

"लेकिन हम कर भी क्या सकते हैं भाई?? जब वह किसी की बात सुनने को तैयार ही नहीं है।' प्रिया ईशान से कहती है।

"ठीक है तो अभी हम सब को आगे बढ़ना चाहिए।" आलिया सबसे कहती है।

"तुम दोनों तो यही चाहोगे... ना? तुम्हारे सर से तो मुसीबत टल गई क्यों?" ईशान चिल्लाकर रेहान और आलिया से कहता है।

"देखो ईशान!!! हमने किसी को जाने के लिए नहीं कहा है, वह खुद ही यहां से चली गई तो हम भला क्या कर सकते हैं?" रेहान को ईशान को समझाते हुए कहता है।

"तुम लोग बकवास बंद करो, अब करना क्या है? वह बताओ।" रणवीर सबसे पूछता है।

"अब आगे क्या कर सकते है, हमारे पास आगे बढ़ने के सिवाय दूसरा कोई रास्ता ही नहीं बचा है।" प्रिया रणवीर से कहती है।

"अमन!!! हम लोग को waterfall तक पहुंचने में कितना टाइम लगेगा?" प्रिया अमन से पूछती है।

"शाम तक पहुंच जाएंगे मैडम....." अमन प्रिया से कहता है।

"ठीक है रणवीर!!! तुम गाड़ी घूमालो और waterfall की तरफ ले लो।"

"मैं ऐसा नहीं कर सकता प्रिया!!! वह मेरी बहन है और मैं उसको इस हाल में जंगल में छोड़कर नहीं जा सकता तुम सब एक काम करो, तुम लोग यहां से waterfall की तरफ निकलो, रोशनी ज्यादा दूर तक नहीं गई होगी और अभी दिन का टाइम है तो मैं उसको ढूंढ लूंगा। मैं रोशनी को ढूंढकर, उसको मनाकर waterfall तक लेकर आऊंगा। ये मेरा वादा है, तुम सब लोग वहीं पर रहना। ईशान!! तुम ड्राइविंग सीट पर आ जाओ।"

"रणवीर!!! ये तुम क्या कह रहे हो?"

"प्रिया!! मैं जो भी कर रहा हूं ठीक कर रहा हूं तुम लोग यहां से निकलो।"

"ठीक है रणवीर!! पर तुम अपना ख्याल रखना और जैसे ही रोशनी का कुछ पता चलता है तुरंत हमको फोन करना।"

"तुम लोग फिक्र मत करो। रोशनी जल्द हि मिल जाएगी और हम लोग किसी पर्यटक की कार में लिफ्ट लेकर waterfall तक पहुंच जाएंगे।"

इतना कहकर रणवीर ड्राइविंग सीट से नीचे उतर जाता है और ईशान ड्राइविंग सीट पर आ जाता है। सब लोग waterfall की तरफ रवाना होते हैं और रणवीर जंगल के पथरीले रास्तों पर रोशनी को ढूंढने निकल पड़ता है।

क्रमशः