Gumnaam - Murder Mystery - 10 in Hindi Crime Stories by Kamal Patadiya books and stories PDF | गुमनाम : मर्डर मिस्ट्री - 10

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गुमनाम : मर्डर मिस्ट्री - 10

[शिमला का दृश्य]

Winter की season चल रही थी। क्रिसमस का माहौल था। चारों ओर बर्फ की चादर फैल चुकी थी। ठंडी ठंडी हवाएं सरसराती हुई चल रही थी। जमीन और आसमान सफेद रंग में रंग चुके थे। बर्फ के पहाड़ों में से सूरज की रोशनी, माहौल को और खुशनुमा बना देती थी। जाड़े की ठंडी के बीच में शिमला मे सैलानियों का जैसे मेला लगा हुआ था। सैलानियों अपने अपने परिवारो के साथ इस खुशनुमा मौसम का मजा लूट रहे थे।

इस सुहावने मौसम के सुबह की ठंडी के बीच में प्रिया, पूजा और Biker Gangs वाले सभी लोग रंगोली गेस्ट हाउस में दाखिल होते है। रिसेप्शन पर जाकर वह लोग अजय के रूम नंबर का पता लगाने की कोशिश करते है लेकिन गेस्टहाउस वाले उन्हें कहते हैं कि यहां पर इस नाम का कोई बुकिंग नहीं हुआ है और ना ही इस नाम कोई व्यक्ति ठहरा है। गेस्टहाउस वाले की बात सुनकर सभी लोग चौक जाते हैं।

प्रिया तुरंत हि अजय को फोन लगाती है। फोन उठाते ही प्रिया अजय से कहती है " अजय!!! तुम कहां पर हो?"

अजय प्रिया से कहता है "प्रिया!!! तुम लोग गेस्ट हाउस पर पहुंच गए?"

"हां,,, हम लोग तो यहां पर पहुंच गए लेकिन तुम कहां पर हो? गेस्टहाउस वालों ने हमें बताया कि इस नाम का कोई भी व्यक्ति यहां पर ठहरा नहीं है।"

"गेस्टहाउस वाले ठीक कहते है, मैंने वहां पर बुकिंग ही नहीं करवाया था।"

"क्या???? लेकिन क्यों?? तो फिर तुमने हम सब को यहा पर क्यों बुलाया??" प्रिया आश्चर्यचकित होकर कहती है।

"मैंने किसी को कहीं नहीं बुलाया, तुम लोग हि यहां पर जीद करके आये हो।"

"इसका मतलब तुमने हमसे झूठ बोला।"

"हां, क्योंकि तुम लोगों की security के लिए यह जरूरी था।"

"ये तुमने बिल्कुल भी अच्छा नहीं किया अजय,,, अब हम लोग क्या करें?"

"तुम सब लोग किसी अच्छी सी होटल में ठहरो, शिमला के नजारो को enjoy करो और जब तुम्हारे सर से विक्रम को पकड़ने का भूत उतर जाए तो वापस घर चले जाओ।"

"अजय!!! तुम्हें क्या लगता है हम सब लोग यहां घूमने आए हैं? ये सब लोग तुम्हारी बात मानेंगे क्या?"

"प्रिया!!! मैं जानता हूं कि यह लोग मेरी बात नहीं मानेंगे इसलिए इन सबको मनाकर वापस घर ले जाने की जिम्मेदारी अब तुम्हारी है।"

"अजय!!! मैं खुद तुम्हारे साथ रहना चाहती हूं, मैं इन लोगों को कैसे कहूंगी कि तुम लोग वापस चले जाओ।"

"प्रिया... प्रिया.... देखो प्रिया!! मेरी बात को गौर से सुनो इस वक्त मेरे दिमाग में एक ही शख्स की छवि घूम रही है और वह है विक्रम। मैं किसी भी तरह उस विक्रम को पकड़कर जेल भेजना चाहता हूं। अगर तुम लोग सब साथ में होंगे तो मेरा काम और भी कठिन हो जाएगा इसलिए मेरी बात को मानो और यहां से वापस घर चले जाओ।"

"अजय..... यह तुमने बिल्कुल भी ठीक नहीं किया।"

"क्या करूं प्रिया?? पुलिस वाला हूं आदत से मजबूर हूं। मैं पहेले से ही तुम सब लोगों को यहां पर आने से मना कर रहा था लेकिन तुम सब लोग मान ही नहीं रहे थे। प्रिया मैं नहीं चाहता कि तुम और Bikers Gangs वाले किसी भी खतरे का सामना करो।"

"लेकिन अजय तुम हो कहां पर?"

"वह मैं तुम्हें अभी नहीं बता सकता। अच्छा.... अभी मैं फोन रखता हूं, मुझे ढूंढने की नाकाम कोशिश मत करना।"

"अजय.... अजय......' प्रिया फोन पर चिल्लाती है लेकिन फोन कट हो चुका था। प्रिया वापस अजय को फोन लगाती है लेकिन उसका फोन स्विच ऑफ बता रहा था।

प्रिया Bikers Gangs वालों को और अजय की और उसकी बातचीत के बारे में बताती है।

"तो अजय सर ने हमसे झूठ बोला कि वो यहां पर ठहरे है।" अनिरुद्ध प्रिया से कहता है।

"अजय सर को ऐसा नहीं करना चाहिए था।" रेहान निराश होकर कहता है।

"लेकिन तुम सब लोग यह भी तो सोचो कि अजय सर ने ऐसा क्यों किया?" रोशनी सबसे कहती है।

"क्यों किया?" रणबीर रोशनी से पूछता है। रोशनी कुछ जवाब दें इससे पहले ही आलिया बीच में बोल पड़ती है "क्योंकि अजय सर हमें खतरे में नहीं डालना चाहते थे, उनको हम सब की फिक्र है।"

"तुम ठीक कहती हो आलिया!!!" रोशनी आलिया से कहती है।

"हां!!! वह तो सब ठीक है पर अब हम लोग करेंगे क्या?" ईशान सबसे पूछता है।

"एक बात तो तय है दोस्तो,,, मैं यहां से तब तक नहीं जाऊंगा जब तक वह कमीना विक्रम पकड़ा नहीं जाता।" अनिरुद्ध गुस्से में बोलता है।

"मैं अनिरुद्ध की बात से बिल्कुल सहमत हूं। तुम सब लोगों का क्या कहना है?" रणवीर सबसे पूछता है।

"ठीक है फिर हम सब लोग तब तक यहां पर रहेंगे, जब तक वो कातिल पकड़ा नहीं जाता। किसी को कोई एतराज है तो वह अपने घर वापस जा सकता है।" प्रिया सबसे कहती है।

सब लोग मौन धारण करके प्रिया की बात का समर्थन करते हैं।

"प्रिया!!! अजय सर ने कुछ बताया था कि वह कहां पर ठहरे हैं?" मुस्कान प्रिया से पूछती है।

"नही!!! उसने कुछ भी बताने से मना कर दिया।"

"कोई बात नहीं!!! मेरे पापा के दोस्त की होटल यहां पर है, हम सब लोग वहां पर रुकते हैं, थोड़ा आराम करते हैं। बाद में, सोचते हैं कि हमें क्या करना है??" ईशान सबसे कहता है। सब लोग ईशान की बात से agree हो जाते हैं।

सब लोग जाकर होटल फॉर्चून स्टार में रूम बुक करवा देते हैं। प्रिया, रोशनी और आलिया, मुस्कान और पूजा, रणवीर और अनिरुद्ध, ईशान और रेहान सब लोग अपने अपने कमरों में आराम करने के लिए चले जाते हैं।

शाम को करीबन 5:00 बजे सब लोग होटल के लोन में बैठकर सोचते हैं कि अब आगे क्या करना है।

"प्रिया!! तुमने जिजाजी से फिर से contact करने की कोशिश की?" ईशान प्रिया से पूछता है।

"हां!!! कई बार फोन लगाया लेकिन उनका फोन स्विच ऑफ हि आ रहा है। शायद वो हमसे मिलना नहीं चाहते।" प्रिया थोड़ा निराश होकर कहती है।

"तो फिर ठीक है, हम भी अपने तरीके से उस विक्रम को पकड़ेंगे।" अनिरुद्ध सबसे कहता है।

"हां!!! लेकिन कैसे?? उसका कोई अता-पता, कोई क्लू तो हमारे पास नहीं है। कैसे पता करेंगे? रेहान अनिरुद्ध से कहता है।

"तुम तो विक्रम से प्यार करती थी ना,,, मुस्कान!!! तुमको तो उसके बारे में पता ही होगा ना? वह कहां पर रहता है, उसके परिवार में कौन-कौन है?" रोशनी मुस्कान से पूछती है।

"नहीं, मैं विक्रम के बारे में उतना ही जानती हूं जितना तुम लोग जानते हो। हमारे बीच में इस बारे में कोई बात नहीं हुई थी।" मुस्कान सबको बताती है।

"तुम हमसे कुछ छुपा तो नहीं रही हो ना?" रणवीर मुस्कान से पूछता है।

"विक्रम तुम्हारे साथ भी तो रहा है ना? फिर तुम सब लोग उसके बारे में क्यों कुछ नहीं जानते? बोलो.......... जवाब दो।" मुस्कान थोड़ा गुस्से में आकर सब लोगो से कहती है। मुस्कान की बातों से थोड़ी देर के लिए माहौल में सन्नाटा छा जाता है।

"Hey Guys.......Just chill... हम लोग यहां आपस मे लडने झगड़ने नहीं, विक्रम को पकड़ने आए है।" आलिया रणबीर और मुस्कान से कहती है।

"Guys...... मुझे तो कुछ सूज ही नहीं रहा है, हम लोग क्या करें?" ईशान अपने सिर पर हाथ रखकर कहता है।

"हम लोग एक काम कर सकते हैं। हमारे पास विक्रम की फोटो है, हम सब लोग ग्रुप बनाकर मार्केट में घूमते है और सभी जगह पूछताछ करते हैं। क्या पता!! कहीं पर इस विक्रम की जानकारी हमें मिल जाए।" प्रिया सबसे कहती है।

"That's a great idea बहना.... अब तुम पुलिस वाले की बीवी बनने के लायक हो और जीजाजी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम कर सकती हो।" ईशान प्रिया की खिंचाई करते हुए बोलता है।

"अब रहने दे तू बंदर.....just shut up!!!" प्रिया टेढा मुंह बनाकर उसको जवाब देती है। प्रिया की इस बात पर सभी लोग हंस पड़ते है।

"तो फिर चलो देर किस बात की है, हम सब लोग मार्केट के लिए निकलते हैं।" अनिरुद्ध सबसे कहता है।

"लेकिन पूजा कहां है?" प्रिया मुस्कान से पूछती है।

"उसकी तबीयत थोड़ी सी खराब हो गई थी इसलिए वह अपने कमरे में आराम कर रही है।" मुस्कान सबको बताती है।

"क्या हुआ है उसको? कोई सीरियस प्रॉब्लम तो नहीं है,,,,,,,ना?" प्रिया उससे पूछती है।

"नहीं.... नहीं.... चिंता की कोई बात नहीं है । वह थक गई थी और ठंड भी ज्यादा है इसलिए उसका सिर भारी हो गया था। थोड़ा सा आराम कर लेगी तो वह कल तक अच्छी हो जाएगी।" मुस्कान सबसे कहती है।

"ठीक है तो फिर हम लोग ग्रुप बना देते हैं। मैं और ईशान, रोशनी और रणबीर, आलिया ओर रेहान, अनिरुद्ध और मुस्कान। किसी को कोई आपत्ति तो नहीं है,,,ना?" प्रिया सबसे पूछती है।

सब लोग गर्दन हिलाकर प्रिया का समर्थन करते हैं।

"तो फिर ठीक है, हम सब लोग मार्केट में अलग-अलग एरिया में जाकर सबसे पूछताछ करते हैं। बाद में, Dinner के टाइम हम सब लोग एक जगह जगह पर मिल जाएंगे। is it, ok??"

सब लोग प्रिया की बात से agree हो जाते हैं और मार्केट में अलग-अलग एरिया में जाकर विक्रम की तस्वीर दिखाकर सब लोगों से पूछताछ करते हैं।

रात को 8:00 बजे सब लोग एक होटल के लोन पर खाना खाने के लिए मिलते हैं। सब लोगों के चेहरो पर मायूसी और निराशा छाई हुई थी इससे सबको अंदाजा हो जाता है कि विक्रम का कुछ अता पता नहीं चला है फिर भी अनिरुद्ध सबसे पूछता है "कुछ पता चला उस खूनी का?" सब लोग गर्दन झुकाकर मना करते हैं।

"मुझे तो लगता है वो यहां का था ही नहीं!!!" रणवीर सबसे कहता है।

"Guys,,,,मुझे भी यही लगता है।" रोशनी सबसे कहती है।

"मुझे तो लगता है, वह साला यहां से भी फरार हो गया होगा।" ईशान सबसे कहता है।

"नहीं....... नहीं!!! ऐसा नहीं हो सकता, नहीं तो अजय मुझे फ़ोन करके जरुर बताता।" प्रिया सबसे कहती है।

"कोई बात नहीं Guys.....chill...... हम कल फिर से कोशिश करेंगे just.... calm down... मुझे तो बहुत ही भूख लगी है चलो!!! कुछ आर्डर करते हैं।" मुस्कान सबसे कहती है।

"ठहरो.... पहले पूजा को तो यहां पर बुला लो।" आलिया मुस्कान से कहती है।

"पूजा के लिए खाना parcel कर लेंगे, वैसे भी वह आराम कर रही होगी उसको disturb करना ठीक नहीं होगा।" मुस्कान आलिया से कहती है।

"तो फिर ठीक है। सब लोग अपने लिए खाने का ओर्डर कर दो।" प्रिया सबसे कहती है।

सब लोग खाना खाकर होटल फॉर्चून स्टार पर पहुचते हैं। सब लोग थक चुके थे इसलिए होटल के लोन में बैठकर आराम करते हैं। मुस्कान पूजा के लिए खाना लेकर उसके कमरे में जाती हैं।

10-15 मिनट बाद में मुस्कान लोन में दौड़ते हुए आती है, "Guys....Guys...." मुस्कान घबराकर कुछ कहने जाती है लेकिन वो कुछ बोल नहीं पाती है उसकी सांसे फूल गयी थी। मुस्कान को घबराया हुआ देखकर सब लोग उससे पूछते है "क्या हुआ मुस्कान?? तुम इतनी घबराई हुई क्यों हो??"

"पूजा अपने कमरे में नहीं है।" मुस्कान सांस लेते हुए कहती है।

"तो यहीं आसपास कहीं पर होगी।" सब लोग उसको समझाते हुए कहते हैं।

"Guys.....मैंने सभी जगह देख लीया लेकिन वह कहीं पर भी नहीं है।"

"किसी के पास पूजा का नंबर है?" प्रिया सबसे पूछती है।

"हां!! मेरे पास है, मैं अभी उसको कॉल करता हूं" ईशान प्रिया से कहता है।

"रहने दो ईशान!!! उसका फोन मेरे पास है, मुझे कमरे से मिला था, चार्जिंग पर रखा हुआ था।" मुस्कान सबको उसका फोन दिखाते हुए कहती है।

सब लोग रिसेप्शन पर जाकर inquiry करते हैं तो उनको मालूम होता है कि पूजा होटल के बाहर चक्कर लगाने के लिए गई है।

"तुम भी ना मुस्कान!! खामखा सबको डरा देती हो। वो यहीं पर होगी, वह अकेले बोर हो रही होगी इसलिए चक्कर लगाने गई है, थोड़ी देर में वापस आ जायेगी।" रोशनी मुस्कान से कहती है। सब लोग वापस होटल के लोन में बैठकर पूजा की राह देखते हैं।

रात को 12:00 बजने को आए थे और अब तक पूजा वापस लौट के नहीं आई थी, अब सब लोगों की चिंता घीरे घीरे बढ़ने लगती है।

"प्रिया तुम जिजाजी को फोन लगाओ।" ईशान प्रिया से कहता है।

"कबसे वहीं ट्राई कर रही हूं पर उनका फोन स्विच ऑफ हि बता रहा है।"

"हम सब ने गलती कर दी, किसीको पूजा के पास रुकना चाहिए था। Guys!!! मुझे बहुत ही डर लग रहा है। कहीं पूजा को किसने......" आलिया घबराकर सबसे कहती है।

"तुम डरो मत,,,, पूजा को कुछ नहीं हुआ होगा, वह जल्द ही वापस आ जाएगी।" रेहान आलिया को समझाते हुए कहता है।

"वो तो सब ठीक है!! पर हम लोग इस तरह हाथ पर हाथ रखकर बैठ भी तो नहीं सकते हैं। हमें कुछ तो करना होगा।" अनिरुद्ध सबसे कहता हैं।

"Guys....हम सबको पुलिस के पास जाना चाहिए।" रोशनी सबसे कहती है।

"नहीं जा सकते क्योंकि पुलिस भी 24 घंटे पहले missing complaint नहीं लिखेगी।" मुस्कान सबसे कहती है।

"हम सब लोगों को अभी पूजा को ढूंढने जाना पड़ेगा। कहीं कुछ अनर्थ तो गया तो हम मनोहर जी को क्या जवाब देंगे" प्रिया चिंता करते हुए सबसे कहती है।

"Girls,,,,आप सब यही पर रूको... शायद.... पूजा यहां पर आ जाए, वैसे भी इस वक्त आप सब का बाहर जाना ठीक नहीं होगा। हम सब लोग बाहर जाकर देखते हैं।" रणवीर सभी लड़कियों से कहता है।

"ठीक है!!! हम सब लड़कियां अपने कमरे में जाकर पूजा का इंतज़ार करते हैं। मैं अजय से contact करने की कोशिश करती हो शायद वह मेरा फोन उठा ले" प्रिया सब लड़को से कहती है। "जैसे ही पूजा का पता चले सबसे पहले हमें फोन करना।"

"ठीक है लेकिन जब तक हम वापस नहीं आते आप सब लोग होटल से बाहर मत जाना।" ईशान प्रिया को कहता है।

और फिर रणवीर, ईशान, अनिरुद्ध और रेहान चारो पूजा को ढूंढने के लिए रात को शिमला की सड़कों पर निकल पड़ते हैं।

क्रमशः