CHECK MATE - 17 in Hindi Fiction Stories by Saumil Kikani books and stories PDF | चेक मेट - 17

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चेक मेट - 17

एपिसोड 17

क्लब में सूमित से मिलने के कामिनी बहार आती है और अपने पर्स से वो चेक फिर से देखती है। अपना फोन on कर के उसका फोटो खींचती है और चेक फिर से पर्स में रख कर वो फ़ोटो एक नम्बर पर सेंड करती है। सामने से मेसेज आता है " गुड़, अब तैयार हो जाओ"। फोन को पर्स में रख कर वो मेन रॉड पर आती है और टैक्सी को रोकती है। टेक्सी में बैठ कर के वो निकल जाती है।

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उसी वख्त सूमित अपने आगे के प्लानिंग में व्यस्त था। वो जनता था कि चेक दिया है तो ट्रेक भी होगा। लेकिन उसका प्लान पुख्ता था इस लिए उसे उसका डर नही था। क्यों कि हायर ऑथोरिटिस में से दो लोग उसके साथ थे। हिसा तीनो का बराबर का रखा गया था। वो चेक नकली था।

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उसी रात को कामिनी एक खंडर की तरफ टेक्सी में गई और वह उत्तर कर टेक्सी वाले को भाड़ा देकर खंडर की अंदर की ओर गई और अंदर जो दिखा वो देख कर वो चौंध गई। एक हाई टेक लेब ओर ऑपरेशन थियेटर का सेट अप था। और वह उसे दिखी डॉ नेहा।
बदहवास हालात में, बेहोश ओर कमज़ोर।
उसके ठीक बाजू में तीन सर्जन ओर तीन पठे बॉडी गार्ड खड़े थे।
एक सर्जन ने नेहा की ओर देख ते हुए...
सर्जन: सो मेंम आर यू रेडी?
कामिनी: यस। फ़ॉर सेक ऑफ नेशन।
सर्जन: ( अस्सिस्टंट सर्जन को इशारा करते हुए) इन्हें रेडी कीजिये ,( तीसरे सर्जन से इशारा करते हुए नेहा की ओर देख कर) ओर इन्हें भी।
उसके बाद डॉ नेहा की फेस के मेजर्स लिए गए , उनके चेहरे को मेल खाती 3d इमेजेस तैयार किए गए और वो सारी तैयारी की गई जो प्लास्टिक सर्जरी के लिए की जाती है। कुछ घंटे की सर्जरी के बाद अब कामिनी पे नेहा का असल चेहरा आ चुका था। कामनी नेहा बन चुकी थी। उनकी आवाज़ को भी सर्जरी से ओर कुछ और scientific तरीको से डॉ नेहा जैसा कर दिया गया। कामनी की बॉडी लैंग्वेज डॉ नेहा जैसी ही थी इसी लिए सूमित ने उसे पसंद किया था।

फिर वो दो बॉडी गार्ड डॉ नेहा को लेके चले गए।

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प्रदीप के घर से इंट्रोगेशन खत्म होने के बाद डॉ नेहा (कामिनी) नीचे आती है और सूमित के साथ प्लान के तहत वो अपनी (असली डॉ नेहा) की गाड़ी में बैठ ती है और गाड़ी चलाने लगती है लेकिन.. उसी गाड़ी में असली डॉ नेहा भी शामिल है और जैसे ही क्लिनिक से थोड़े दूर गाडि रुकती है असली नेहा को जाने को कहा जाता है । दोनों पठे के हाथों में गन है ओर गन की नली नेहा की ओर। नेहा जानती थी उसे यह करना ही होगा वरना उसका पति और पिता जान से जाएंगे। क्योंकि अब उसे पता चल गया था कि उनके ऊपर भी बड़े वख्त से निगरानी रखी गई है। वो क्लिनिक के ओर जाती है ,अंदर जाते ही (जैसे हमने आगे देखा उसपे एक हमला होता है और एक आदमी काले कपड़ो में सज्ज भाग के बाहर आता है। वो सूमित का आदमी था जिसने नेहा को नेहा जैसे चेहरा लगाए हुए कामिनी समज कर मार दिया। और डॉक्यूमेंटस के लिए कत्ल किया गया है ये दिखा ने के लिए एक दो पेशंट्स की कॉन्फिडेंशियल फाइल उठा ली गई। असली डॉ नेहा अब मार चुकी थी। ये पूरा वाक्या कामिनी ओर उसके पठे दूर से देखते रहे।
कामिनी सोच के उत्साहित हो उठी की " जैसे वो हम पर नज़र गड़ाए है वैसे हम भी उनपे नजर गड़ाए है".

फिर कुछ घंटों बाद डॉ नेहा (कामिनी) रशियन गोरे के साथ सूमित के प्लान के अनुसार आति है, लोहे का चैन ट्रांसफर्मर पे डलवाती है और सूमित को एस्केप करवाती है। उसी ओर सोलंकी पे गोली चलती है।
ओर नेहा (कामिनी) सहजता से सुमीत के साथ उसके घर मे बेठ कर एस्केप प्लान का हिस्सा बनती है।
पहले मांडवा, ओर अब मांडवा से मालदीव। ओर शक न हो उस वजह से सूमित से योर्ट में पत्नी की हेसियत से प्यार भी किया।
अब वो दोनों मोम्बासा में थे।
सूमित ओर डॉ नेहा (कामिनी).

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टेबल पर पड़े फोन पे एक मैसेज ब्लिंक होता है personal नम्बर से मेसेज आता है। हाथ मे फोन लेकर मेसेज पढता है , मेसेज है " इन मोम्बासा". टेबल के नीचे के दूसरे ड्रोवर मेसे दूसरा फोन लेकर अपने लैपटॉप से जोड़ कर , एक सॉफ्टवेर ओपन करता है और उसमें से कामिनी को मैसेज करता है" किप इन्फॉर्म" उसी स्क्रीन पे कामिनी की gps ट्रेकिंग लोकेशन शो होती है जिसमे मोम्बासा दिखता है और जिस नम्बर से मेसेज आया था उसे भी उस फोन को लैपटॉप से जोड़ कर , सॉफ्टवेट में लिंक करके देख त है वो भी मोम्बासा दिखता है।

फिर उठ कर वो अपने लैंड लाइन से दुसरे लेंडलाइन पे कोल करता है,

सामने से: हलो, IB कॉल सेंटर, whose this,?
यह से: May I speak to Mr Rathod,?
सामने से: जी लेकिन आप कोंन बोल रहे है?
यहां से: उनसे कहिये की सूमित मोम्बासा में है, ऐसी लीड मिली है, S.I. सोलंकी को। वो समज जाएंगे।

फोन कट हो जाता है।

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*THE END*