Anchaha Rishta - 15 in Hindi Love Stories by Veena books and stories PDF | अनचाहा रिश्ता - ( ये औरतें-२) 15

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अनचाहा रिश्ता - ( ये औरतें-२) 15

उन दोनों ने एक एक कर करीबन ८ से १० जोड़ी कपड़े पहन कर दिखाए। इस बात को सुन स्वप्निल के चेहरे पर जो डर था अब मानो वो गायब हो गया था। वो याद कर रहा था मीरा ने उसे समझाया जो था।

" हा हम इनकी मदद के लिए आए है। हम सारे कपड़े ट्राई करेगें ये दोनो सोफे पर बैठ देखेंगे इनको जो भी पसंद आए वो चुन कर ये पहनेंगे आसन है " मीरा ने कहा।" आप करेंगे ना बॉस, इस तरह हमारी भी तैयारियां हो जाएंगी अगर जल्द जरूरत पड़ी।"
उसकी उन बातो को सुन उसने एक पल मे अपना फैसला जो बदल दिया था।

मीरा दुल्हन के उस हर लीवाज मे लाजवाब लग रही थी, स्वप्निल बिना कुछ कहे सिर्फ उसे देखता। ये बात शेखर और पूनम से भी छिपी नहीं, या फ़िर यूं कह लीजिए उसे परवाह नहीं थी के उसके दोस्त क्या सोचेंगे।

ये सब खत्म हो जाने के बाद शेखर ने ना रह कर आखिरकार उसे पूछ ही लिया " सुन सच बता ना, कौन है? सिर्फ असिस्टेंट या??? समझ गया ना"

" नहीं । नहीं समझ रहा हूं। और तुझे क्यो पंचायत है। जाकर शादी कि तैयारियां कर वरना अभी पूनम को बुलाकर तेरा मोबाइल चेक करवाऊंगा।" उसका जवाब तैयार था।

शेखर भी बिना कुछ जाने पीछा छोड़ने वालों मे से नहीं था। उसने कुछ सोचा और अपना मोबाईल निकाला, और बस ३० सैकंड मे उसके चेहरे पर एक शैतानी हसी थी।

टिंग टोंग।

स्वप्निल का मैसेंजर मानो उसे कुछ केहना चाहता था । उसने अभी ज्यादा ध्यान देना जरूरी नहीं समझा। एक मिनट के कार्यकाल के अंदर अब उसका मोबाइल बार बार चिल्ला रहा था। मानो कुछ हो गया हो। मीरा ने उसके मोबाईल की तरफ इशारा किया। अब उसे मोबाईल देखना जरूरी लगा।



"शेखर। तुम्हें तो मे....." उसने अपनी कहीं बात तक पूरी नहीं की, और वो शेखर को दबोचने भागा। शेखर उस से तेज था, या यू कहिए की उसे पता था उसकी एक हरकत से स्वप्निल उसे पिटेगा, इसीलिए उसने पहले ही वहा से भागना उचित समझा। वो जाकर पूनम के पीछे छुपा।

" ये क्या कर रहें हो दोनो। इतने बड़े हो बच्चो जैसी हरकते मत करो।" पूनम ने अपने आप को संभालते हुए कहा।

तब तक शेखर मीरा के पीछे छिपने निकल चुका था। उसने मीरा को पकड़ा ताकि स्वप्निल उस से दूर रहे, " देख तूने मजबुर किया, अगर चुप चाप सच बता देता। तो मुझे ये करने की जरूरत नहीं पड़ती। अब तुझे बताना होगा।" शेखर ने मीरा के पीछे से कहा।

" पहले सामने तो आ। फिर सब कुछ पूरे विस्तार के साथ समझाता हू मे तुम्हे।" स्वप्निल मीरा की वजह से शेखर से दूरी बनाए हुए हुआ था। तभी शेखर ने मीरा को उसकी तरफ ढकेला " मुझे माफ़ कर दो मीरा। अब तुम ही मुझे बचा सकती हो।"

मीरा सीधे स्वप्निल के उपर गिरी उसे संभालने मे इसका भी पैर कब फिसला किसीको पता नहीं। पर आखरी स्थिति कुछ इस तरह थी, की स्वप्निल जमीन पर था मीरा उसके ऊपर थी। इस मौके का फायदा उठाते हुए शेखर ने उनकी एक और तस्वीर ली।

" अब तू मुझे कुछ नहीं कर सकता। वरना पहली तस्वीर मैसेंजर पर गई थी दूसरी सीधे सोशल नेटवर्किंग पर जाएगी।" शेखर ने उसे चिढ़ाते हुए कहा।

दोनो एक दूसरे को संभालते हुए खड़े हुए। " मैसेंजर पर गई से मतलब?" मीरा ने संदेह भरी आंखो से स्वप्निल की तरफ देखा।

" एह। इसने हमारी शादी के कपड़ों वाली तस्वीरें मेरे फ्रेंड्स ग्रुप पर डाल दी। अब मुझे हर एक को जवाब देना होगा वरना कल मेरे पुरे घर का पंचनामा होगा। वो भी सिर्फ इसकी वजह से।" स्वप्निल ने शेखर की तरफ हाथ उठते हुए कहा।

शेखर जो की अपनी खिची हुई तस्वीरें पूनम को दिखाने में व्यस्त था, उसके छूते ही फिर उसकी तरफ मुड़ा " फिक्र मत कर तू बस मुझे समझा दे। बकियो को कुछ ना बताने की और ये किस्सा समझाने की जिम्मेदारी मेरी।"

"चुप हो जा । तेरी हमेशा की आदत है। तू रायता फैलाएं और में समेटू।" स्वप्निल उस पर चिढ़ा।

"क्या तुम ठीक हो? चोट तो नहीं लगी ? दिखाओ मुझे" उसने मीरा की तरफ मुड़ते हुए कहा।

" वा वा । इतनी चिन्ता। इतना प्यार। " मीरा कुछ बोल पाए उस से पहले शेखर बोल पड़ा। स्वप्निल ने अपनी गुस्से भरी नजर उस पर डाली।

" अब बस भी करो तुम दोनो। मीरा क्या तुम ठीक हो?" पूनम ने दोनो को अलग करते हुए कहा।

" हा । मे बिल्कुल ठीक हूं। पर बॉस को ऐसे बच्चो जैसे झगड़ते देखना वाकियी मज़ा आ गया।" मीरा ने स्वप्निल को देखते हुए कहा।

"अरे अभी तक तो तुम और किसी से नहीं मिली जिस ग्रुप पर शेखर ने तुम्हारी तस्वीर डाली ना । अब पूरी मुंबई में तुम उस ग्रुप के मेंबर को कहीं पर भी दिख गई तो भी वो तुम्हे दुर से पहचान लेगा। शैतान के चाचा है सब। पर तुम्हे मज्जा आएगा इनके साथ। बड़बोले है पर दिल साफ है। तो इनकी बातो का बुरा मत मानना। शेखर की आज की बदतमीजी के लिए में माफी ..."

" पागल हो गई हो पूनम। मीरा समझती हैं। हा अब तक शादी हुई नहीं है तुम्हारी। इसे भी कुछ जिम्मेदारियां उठाने दो।" स्वप्निल ने पूनम को रोका और शेखर को आगे धक्का देते हुए कहा, " चल माफी मांग जल्दी।"

केहते है ना अंत भला तो सब भला।

अंत में चारो साथ खाना खाने चले गए।

वहा भी उनके लिए कोई खास इंतजार कर रहा है।

जल्द देखेंगे आखिर कौन है वो ????!