Its matter of those days - 15 in Hindi Fiction Stories by Misha books and stories PDF | ये उन दिनों की बात है - 15

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ये उन दिनों की बात है - 15

और आंटी मेरी हेयर कटिंग में जुट गई | बार-बार पानी के छींटे चेहरे पर पड़ने से मेरी आँखें बंद हो रही थी | यूँ तो मम्मी ट्रिमिंग कर दिया करती थी पर पहली बार आगे से लटें बनवा रही थी मैं, जैसे फिल्मों में हीरोइन करवाती है |

कैसी लगूँगी मैं ? अच्छी तो लगूँगी ना!! इन्ही विचारों में मेरा मन डूबा हुआ था | अपने विचारों से तब बाहर आई, जब आंटी ने कहा,

"बेटा ज़रा एक बार शीशे में तो देखना" |

और.....और........धीरे से अपनी आँखें खोली | जैसे ही शीशे में खुद को जब देखा, तो चौंक पड़ी थी मैं | क्या!!! ये मैं ही थी!!! या कोई और!! ऐसा लग रहा था जैसे मेरी जगह कोई और लड़की हो शीशे में |

अरे वाह!!! कितनी खूबसूरत लग रही है, दिव्या | ये हेयरस्टाइल खूब जँच रहा तुझ पर, कुसुम आंटी तारीफ करते हुए बोली |

मेरी बन्नो तो वैसे ही खूबसूरत है, पर अब और भी ज्यादा फूटरी लग रही है | कहीं किसी की नजर ना लगे, ये कहते हुए मम्मी ने काला टीका लगा दिया मेरे कानों के पीछे |

सोनिया के यहाँ संगीत का प्रोग्राम रखा गया था | कामिनी और मैं डांस की प्रैक्टिस कर चुके थे |

मैंने आज सूट पहना था और चुन्नी को मम्मी ने सेट कर दिया था | नैना भी तैयार हो गई थी | हम दोनों कामिनी का ही इंतज़ार कर रहे थे |

दिव्या.....नैना.......कामिनी ने बाहर से ही आवाज़ दी |

क्या बात है!!! माशाअल्लाह!!! नई हेयरस्टाइल!!! आज तो हमारी दिवू क़यामत ढहा रही है |

कब करवाई ?

कल ही |

फिर कामिनी थोड़ा करीब आकर बोली | दिवू....ध्यान रखना......कहीं कोई भंवरा तेरे पीछे पीछे ना मंडराने लगे | आज तो किसी का सुख-चैन छीन ही लेगी तू | देख लेना |

क्या तू भी!! हमेशा फालतू बात करती रहती है, मैं शरमाई लेकिन मन ही मन कामिनी की बातों से पेट में तितलियाँ उछलने लगी थी |

तुम दोनों की बातें कभी ख़त्म नहीं होती | चलो वरना यहीं रह जायेंगे और उधर संगीत निकल जायेगा, नैना ने हम दोनों को धकेलते हुए कहा |

सोनिया, राधिका, निशा, मानसी, सभी ने मेरे बालों की खूब तारीफ की |

हम सबने खूब डांस किया |

रात का खाना हमने सोनिया के यहीं खाया | खाने में मावा बर्फी, पूरी, नमकीन और आलू छोले की सब्जी थी | हम छहों साथ ही खाने बैठी थी | खाना परोसने वाले लड़के जो सोनिया के कजिन थे, भँवरे की तरह हमारे आस पास ही मँडरा रहे थे | रात काफी हो गई थी तो सोनिया के भाई हमें घर तक छोड़ने आये |

इधर मम्मी पापा हमारा ही इन्तजार करते हुए बाहर घूम रहे थे |

पापा थोड़ा परेशान से थे क्योंकि इतनी देर तक नैना और मैं कभी बाहर नहीं रहे |

आप चिंता मत कीजिये सोनिया की मम्मी से बात हो गई है मेरी | अभी आती ही होंगी दोनों, मम्मी ने पापा को ढाँढस बंधाया |
हम्म्म्म...........

क्या हुआ? बाहर कैसे घूम रहे हो आप दोनों? दादी ने पूछा | वे खाना खाने के बाद अक्सर टहलने आती थी | कभी अकेले तो कभी सागर के साथ | आज सागर भी साथ था |

वो बच्चे शादी में गए हुए हैं | बस उन्हीं का इंतज़ार करते हुए बाहर टहलने लगे |

किसकी? कोमल की? दादी ने पूछा |

हाँ, मम्मी ने जवाब दिया |
आज संगीत का प्रोग्राम था और कोमल की बहन सोनिया दिवू की सहेली है तो उसने दोनों बहनों को बुलाया था |

इधर मम्मी दादी से बातें करने में व्यस्त हो गई और उधर पापा सागर से | बातें करते हुए वे सब टहल भी रहे थे |

कौनसी क्लास में पढ़ते हो, बेटा? पापा ने पूछा |

जी....ट्वेल्थ में, सागर ने बताया | और उन्होंने उससे आगे करियर में क्या करना है, ये सब पूछा |

सोनिया के दोनों भैया, रास्ते भर कल क्या करना है क्या नहीं, इस बारे में आपस में बातें करते हुए जा रहे थे |

जैसे कि कल बारात का स्वागत फूल माला से करना है | चाय/कॉफ़ी की जगह कोल्डड्रिंक रखना है क्योंकि गर्मी का मौसम है | इत्र का स्टॉक पहले से ही तैयार करके रखना है, क्योंकि जब मेहमान प्रवेश करेंगे तो उनके स्वागत कोई कमी नहीं रहनी चाहिए | नाश्ता आदि समय-समय पर करवाना है |

फिर मम्मी को हम दोनों आते हुए दिख गई थी | हमें घर आता हुआ देखकर उन्होंने चैन की सांस ली |

लो....आ गई दोनों |

माफ़ कीजियेगा अंकल, टाइम थोड़ा ज्यादा हो गया, भैया ने कहा |

कोई बात नहीं, बेटा |

अच्छा अब हम चलते हैं और आप सब कल जरूर आइयेगा |

दो जोड़ी आँखें मुझे निहार रही थी | क्योंकि जब भी मैं नज़रें उधर करती, उसे अपनी ओर ही देखता हुआ पाती | मुझे थोड़ा अजीब सा लग रहा था इसलिए मैं अंदर आ गई | नैना जो वहीँ खड़ी सागर से बातें कर रही थी, उसे आज के प्रोग्राम के बारे में बता रही थी | यहाँ तक मेरे डांस के बारे में भी, वापस आकर उसे भी खींचकर अंदर ले गई |

पहली बार सागर ने कुछ अलग ही महसूस किया | उसकी नज़रें दिव्या से हट ही नहीं पा रही थी | उसे जाते हुए देखता रहा, तब तक.....जब तक वो उसकी आँखों से ओझल ना हो गई हो | उसके लम्बे बालों को देखकर उसके मुँह से अमेजिंग और ब्यूटीफुल निकला |