HAPPY NEW YEAR.......2O21 (Part-3) in English Fiction Stories by Kalpana Sahoo books and stories PDF | HAPPY NEW YEAR.......2O21 (Part-3)

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HAPPY NEW YEAR.......2O21 (Part-3)




अबतक आप पढें है की जानुआ एक लेडकी से प्यार करता है और उसीसे सादी करना चाहता है । वो ये बात भैया को बोल नहीं सकता इसलिए भाभी को बता रहा है । ओर उनको बिना पुछे प्यार किया और फिर सादी करने केलिए सोचा इसलिए वो सरमीन्दा मेहसुस् कर रहा था । पर जब वो ये सब उसकी भाभी को बताया तो वो उन्हे बेबकुफ कहे और फिर हसी । ये सब देखके जानुआ कुछ समझ नहीं पा रहा था । अब आगे.........



बुढी बोलती है क्या देबर जी समझ नहीं पाये क्या । जानुआ बोला नहीं । सचमें भाभी आप क्या बोल रहे हैं मुझे कुछ समझ में नहीं आ रहा है । बुढी बोलती है, आरे में तो वही बोल रही हुं, जो तुम समझ नहीं पा रहे हो । सिफ् इतना बोलुगीं हमको तुम एक बढी चिन्ता से मुक्त किये हो । तुम्हारे भैया सुनके सायद बहत खुस भी होगें । बुढा बाहार से आवाज लगाता है, तुम दोनो का क्या बाते चल रहा है । अगर देबर-भाभी की बात खतम हो गेयी हो तो मुझे भी कोई बतायेगा क्या बाते चल रहा था ? बुढी बोलती है, हाँ हाँ तुम्हारे बारे में बातें हो रही है । एतला दे रही हुं, जेल जाउगे तुम । बुढा हसता है और बोलता है, बहत जल्दी है तुम्हे मुझसे छुटकारा पाने की । मगर में इतनी आसानी से पिछा छोडनेबालों में से नहीं हुं ।



बुढी जानुआ को बोलती है, ठीक् है तुम चिन्ता मत करो, में तुम्हारे भैया से इस बारे में बात करती हुं । मगर में उनको जितना जानती हुं, वो इस बारे में जानने के बाद बहत् खुस होगें । तुम जाउ, में देखती हुं क्या हो सकती है ? जानुआ वहां से चला जाता है । बुढी देबर को तो समझा दिया की उसकी भैया सुनके खुस होगें, पर सच तो ये है की बुढी जानती है बुढा ये सुनते ही टुट पडेगा । फिर भी बोलना है उसे, ज्यादा देर अच्छा नहीं होगा ।



बुढा-जानुआ और सोनु साथ में खाने केलिए बैठे हैं । बुढी उनको खाना परोश रही है । पानी रखती है टेबल पर । दोनों खाना सुरू करते हैं । देबर-भाभी एक दुसरे को इसारा करते हैं बोलने केलिए । सोनु पेहले खाकर उठ जाता है । बुढा उस दोनो को देखकर बोलता है में समझगया । तेरा भाभीने मुझे सब बताया है । मगर तु इतना बडा एक फएसला कर बैठा हम दोनो को एकबार पुछा तक नहीं........कैसे ? तु..........तभी बुढी बुढा के हात पकङ लेती है और बोलती है, तुम तो तुम्हारे भैया को जानते हो । तुम सबके खुसी में वो अपना खुसी ढुडंते हैं । तभी तो वो मेहनो मेहनो तुम सबसे दूर रेहते हैं । अकेला सारे कष्ट उठाते हैं, किसीको कुछ नहीं बोलते हैं । तुम बताउो क्या सोचेगें वो ? इसलिए तुम उनके बातों को बुरा मत मानो । वो समझ जायेगें ।



जानुआ उसकी भैया को माफी मागंता है और भाभी को भी । बुढा बोला ठीक् है अगर तु चाहता है तो कल ही सादी करबादेते हैं । क्या खेयाल है तेरा ? जानुआ बोलता है आप जैसा चाहे । बुढा बोलता है, तो आज बुलाले उनको घरको । कल मन्दीर में सादी का कार्य निपटालेगें । जानुआ अपनी भैया को जोर् से Hug करता है और बोलता है love you भैया । में अभी उनको फोन करके बुलाती हुं । यैसे बोलके चला जाता है वहां से जानुआ । बुढी बोलती है, कितना खुस् है वो देख रहे हो तुम ? बुढा बोलता है, हाँ देख रहा हुं........।





TO BE CONTINUE.........









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