The girl's life is abandoned without dreams - 4 in Hindi Women Focused by navita books and stories PDF | The girl's life is abandoned without dreams - 4

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The girl's life is abandoned without dreams - 4

🎼थोड़ा सोचो--🤔 कौन गुनहगार 🎼

"तू निकल मेरे घर से , एक तो चोरी करती है ऊपर से झूठ बोलती है। जा निकल "

"मैडम मैंने चोरी नहीं करी, मुझे नोकरी से मत निकालो , मेरा परिवार भुखा मर जायेगा" ऐसा मत करो मैडम में सच बोल रही हो, मैंने चोरी नहीं करी। "

"रहने दे तेरे परिवार को जानती हो मैं , पैसे के लिए तुम लोग अपने बच्चो को भी यही काम सिखाते हो। "

इतना सुन गीता वहां से रोती-रोती घर आ गई। और अपने कमरे में जा कर लेट गई। नूर घर आई। अपनी माँ को सोइ देख उसे उठाने लगी। गीता ने आंखे खोली, नूर तरफ देखा और बोली "नूर ज़िंदगी मे कुछ गलत हो ,तो उस के लिए हमेशा खड़ी होना , सच का साथ मत छोड़ना। "

"नूर, माँ क्या हुआ, तो आज ऐसी बाते क्यों कर रही है। "

नूर तेरी बहन सोनू मे इतनी हिम्मत नहीं थी की वो सच का सामना कर पाती, इस लिए उस ने गलत रास्ता चुना, जिस के कारण आज भी सब हमारे परिवार पर उंगलिया उठाते है। हमेशा गलत बोलते है। "

"ऐसा क्या हुआ माँ जो तुम आज इतना परेशान हो l "

"नूर तू हमेशा बोलती है मैं तुझे तेरे पापा के पास क्यों नहीं जाने देती। "
हां माँ ...

तो सुन अब तो बड़ी होगी है तो समझ सकती है मेरी बातो को।।

जब तेरी बहन सोनू होइ, हम बहुत खुश थे l सब कुछ अच्छा चल रहा था। मैं घरो मे काम करने जाती थी। तेरे पापा भी काम पर जाते थे।

एक दिन मैं घर आई ,तब तेरे पापा घर आ कर पेरशान बैठे थे l मैंने तेरे पापा से पोछा ,की क्या हुआ , तो उन्हों ने बताया ,,की उन्हें काम से निकाल दिया है। जिसे सुन मेरे पैरों तले जमीन निकल गई l

" काम से निकाल दिया, पर क्यों "

" उन्हें लगता है मैंने साहब के कमरे से रुपए चोरी करे है। "

"चोरी.. पर क्यों... तुमने करी"

"नहीं मैंने नहीं करी , कमरे मैं मालकिन गई थी। पर मेरी बात क्यों माने गए सब।"

अब घर का क्या होग। सारी रात यही सोचती रही मैं ..

सोनू तब १२ साल की थी। तेरे पापा हर रोज काम देखने जाते ,पर कही काम ना मिला। जिस के कारण पेरशान रहने लगे।

और शराब पीने लगे। सब वो गलत काम करने लगे जो कभी नहीं करने चाहिए।

"गलत काम वो क्या माँ " नूर बोली।

गलत काम मतलब शराब पीना , रुपए बर्बाद करना , मुझे मारना , तेरी बहन को मारना सब।

जिस के कारण सोनू डरने लगी थी, अपने ही पापा के पास जाने से।

एक दिन मैं काम पर गई होइ थी , घर मैं लेट आई। अब मुझे ज्यादा काम करना पड़ रहा था।

जब मैं आई सोनू मुझे देख एक दम मेरी तरफ भागी आई। मैंने पूछा सोनू क्या हुआ ,वो कुछ नहीं बोली। मैंने देखा वो डरी होइ थी बहुत। मैं सोनू को अंदर लेकर गई , तेरे पापा घर ही थे। नशे मे लैटे होये थे।

उस दिन सोनू मुझे छोड़ ही नहीं रही थी, ना ही कुछ बता रही थी। फिर सोनू मेरी गोद मे ही सोए गई। मैंने सोनू को सही से सौला दिया। और अपने काम ख़तम कर मैं भी सोने चली गई। अगले दिन जब मैं उठी, सोनू को बुखार था। मैंने दवा दी और अपने काम पर चली गई। तेरे पापा घर पर ही थे।

शाम को जब घर आई , सोनू अब ठीक थी। पर उस दिन के बाद वो डरी-डरी सहमी-सहमी रहने लगी। धीरे धीरे दिन बीतते गए। सोनू ने कभी कोई बात नहीं बताई। मैं घर कैसे चलाओ , बस उसी सब मे लगी रही।

एक दिन काम ख़तम कर मैं , दिन मे जल्दी घर आ गई l जब घर के दरवाजे पर पहुंची , दरवाजा खुला पड़ा था l. मैं अंदर गई . एक कमरे से अजीब आवाजे आ रही थी l मैं डर गई l फिर हिम्मत कर रूम की तरफ बड़ी l जैसे जैसे कमरे की और जाने लगी, आवाजे और तेज होने लगी l मेरा मन घबराने लगा l अभी थोड़ा आगे गई ही थी ,की पीछे से किसे ने मेरा शोल्डर पर हाथ रखा ,मैं डर गई l मैंने एक दम पलट कर देखा तो ,तेरे पापा मेरे पीछे खड़े थे l मैंने कहा जे आवाज़ .. तभी तेरे पापा मेरा हाथ खींच कर एक तरफ लेकर गए l मैंने बोला क्या हो रहा है घर .. आवाज कैसी आ रही थी l
तेरे पापा ने बोला, नहीं .. कुछ नहीं l फिर मैंने तेरे पापा को धक्का दिया और दुबारा उस कमरे की और गई l जैसे जैसे कमरे की और जाती, साँसे बढ़ने लगी ...

दरवाजे पर पहुंच मैंने धीरे से दरवाजा खुला ... मेरी आंखे खुली की खुली रह गई ... पैर ज़मीन से चिपक गए ... जैसे मैं
कोई मूर्ति हो ....

"ऐसा क्या देखा माँ ..बोलो न ...बोलो " नूर बोली l

जब मैंने दरवाजा खुला तो सामने खटिया पर तेरी बहन सोनू थी .. बिना कपड़ो के ..और ..और.. एक आदमी .......(रोते होये ) एक आदमी उस के ऊपर था l. .... जिस की आवाजे आ रही थी ..l

मैं बही गिर गई ...और रोने लगी .😭. मेरी आवाज सुन वो आदमी वहाँ से चला गया l और सोनू एक दम खड़ी होइ . और कपड़ें पहन ने लगी .l मैं सोनू की तरफ गई ..और उसे मारने लगी l. सोनू रोती😭 रही और मैं भी ... मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था, की क्या है जे सब ..l

मैने अपने आप को शांत करा और सोनू से पोछने लगी l. "जे सब क्या है ..तुझे किसी की शर्म नहीं रही ...और तेरे पापा घर है फिर भी .. इस से अच्छा मर जाती तू ..ऐसा दिन तो ना देखती मैं .."

सोनू रोती 😭होइ बोली " अच्छा था मर जाती मैं l "
और आप किस पापा की बात करते हो l वो कभी मेरे पापा है ही नहीं, न कभी हो गये "l

सोनू की बाते सुन मैं डरने लगी ... "जे क्या बोल रही है l."

"हा सही बोल रही हो मैं,. पापा ऐसे होते है तो नहीं चाहिए मुझे ऐसे पापा l "
"सोनू बात क्या है बोल .."

" माँ आप को याद है जब १२ साल की थी तेरे पास दौड कर आई थी l."
"हा ..तू उसदिन डरी होइ थी और उस दिन के बाद बोली नहीं l."

"हां माँ ...उसदिन से मेरे लिए मेरे पापा मर गए थे l."
"क्या मतलब सोनू .. सीधा सीधा बोल ..पहेली मत पा l."

" उसदिन पापा शराब पी कर घर आये .. आते ही वो कमरे मे गए l जोर जोर से चलाये .. पानी दे l मैं पापा को पानी देने गई .. पापा खटिया पर लेटे थे l मैंने डरते डरते पापा को पानी दिया l पापा ने पानी पर जोर से हाथ मर पानी गिरा दिया l. मैं डर गई .. पापा ने एक दम मेरा हाथ पक्कड़ कर मुझे खटिया पर गिरा दिया और मेरे कपडे ..मेरे कपड़े उतारने लगे 😭 l मैंने पापा से अपने आप को छोड़वाना चाहा l बहुत शोर मचाया पर मेरी किसी ने नहीं सोनी l पापा ने मेरे साथ...वो सब गन्दा काम क्या .. जो एक बाप कभी नहीं सोच सकता l मुझे बहुत दर्द हुआ और मुझे मारा भी l पर मेरी एक ना सोनी .. जब आप को बातना चाहया, तो पापा ने मुझे मारने को बोला .. आप को मारने को बोला . मैं डर गई l. जे हर रोज का काम हो गया l
.
फिर एक दिन पापा किसी आदमी को अपने साथ लेकर आये l उसे कमरे मे भेज , मुझे खींच कर उस आदमी के पास लेकर गए l. और बोला जो वो आदमी बोले वैसे करो l मैंने पापा को बोला मुझे जाने दयो ,पर पापा ने मुझे फिर मारा l ,उस आदमी के पास छोड़ कमरा बाहर से बंद कर चले गए l. उस आदमी ने वही सब गन्दा काम करा जो पापा ने करा ..बाद मे पता चला पापा ने उस आदमी से रुपए लये थे l मेरे साथ सब करने के लिए l मैं रोती रही l फिर हर रोज एक नया आदमी आने लगा l. पापा रुपए लेते और शराब मे उड़ा देते ल.
फिर मैंने अपने आप को समझाया l. और सब आदमी से खुद रुपए लेकर सब करने लगी l कम से कम रुपए तो आने लगे l. पापा तो वो भी खर्च कर देते थे .l
आप के पास मेरे लिए वक़्त ही नहीं था .. तो क्या गलत करा .मैंने l. अब जे मेरा काम है l..."

उसदिन मैं रोती😭 रही, की मैं अपनी बेटी की रक्षा नहीं कर पाई l अपने आप को कभी माफ़ नहीं कर पाई l फिर तेरी बहन की शादी कर दी l. यहाँ आज भी वो वही काम करती है l
तेरी बहन मुझ से सच ना बोल पाई और गलत रास्ते पर चली गई l तेरे पापा आज भी शराब पीने , गलत काम मे लगे रहते है l.

हम गरीब लोगो की कोई नहीं सुन ता . . सब हमारी तरफ ऊँगली उठा कर चले जाते है l जिस की वजह से हमारे घर बर्बाद हो जाते है l जो बिना चोरी की सजा तेरे पापा को मिली .. उसकी बजहा से तेरी बहन की ज़िन्दगी चली गई और आज....(रोते होये )😭

"आज क्या माँ .."

आज तेरी माँ पर जे इल्जाम लग गया, की मैंने २०० रुपए चोरी करे l जिस की वजह से मुझे काम से निकाल दिया . " 😭😭😭😭

नूर सब सुन रोने लगी ..😭

माँ मैं हमेशा सच बोलो गई , कभी आप से कुछ नहीं छुपो गई ...

माँ ....माँ... माँ.. बोलो ना ...माँ
तुम क्यों नहीं बोल रही ... माँ 😭😭

नूर बाहर दौड़ी ..मामी.. मामी ... माँ ..माँ ..
"क्या हुआ नूर ... "

😭माँ ...बोल नहीं रही ... देखो ना ...😭😭😭😭

मामी और नूर कमरे मे दौड़ कर आये ..

देर हो चुकी थी .. नूर की माँ अपने दुखो को साथ लेकर दुनिया छोड़ कर चली गई थी ...😭😭

नूर अकेली होगी थी l .. उसकी मामी साथ वाले घर मे ही रहती थी l जो अब नूर का ध्यान रखती थी l.

एक दिन नूर सुबह सुबह रोटी बना रही थी l. नूर के पापा नूर के पास आया l. और नूर को बोला ,. "आज तो रात को जल्दी मत सोना और कोई सुन्दर सा सूट पाना और अच्छे से तैयार होना l"
नूर डर गई .
" ऐसा क्यों पापा."

"तेरे को जितना बोला उतना कर ."

नूर रात को पापा के कहे मताबिक तैयार होगी l जैसे ही रात को उस के पापा घर शराब पी कर आये l. नूर को खींचने लगे .l जैसे ही नूर के पापा नूर के कपड़े उतरने लगे l नूर ने जोर से आपने पापा के गुप्त अंग पर मारा l जिस से उस के पापा का गुप्त अंग मे दर्द हुआ और वो चलाने लगा और वही गिर गया l इतने में नूर की मामी और सब आ गए l.

नूर ने अपनी मामी को सब पहले ही बता दिया था l जिस के कारण पुलिस घर आयी और नूर के पापा को ले गई l.

नूर बहुत रोइ 😭😭😭 मामी को बोली "आज मम्मी की बहुत याद आ रही है l मैंने मम्मी की बात मानी .."😭😭😭😭

नूर अब अपनी मामी के साथ रहती थी l और सारी ज़िन्दगी मामी को माँ के रूप मे देखा l
🤔🤔सोचने वाली बात है ... एक गरीब परिवार के बर्बाद होने मे किस का हाथ था .. नूर के पापा का जा फिर हम जैसे लोगो की छोटी सोच का l. हमारे घरो मे ऐसी कितनी गीता होगी, जो हमारे घरो मे काम करती है l. जो दो वक़्त की रोटी के लिए हर रोज मरते है l. और हम बिना कुछ सोचे समझे , उन्ह गरीब लोगो पर गलत इल्जाम लगा देते है , जो कभी उन्हों ने करे ही नहीं होते l. जिन की वजह से उन्ह के घर बर्बाद हों जाते है l

थोड़ा खुद सोचो ,🤔 घर या जब किसी होटल मे रुकते है, तो बाहर जाते समय दरवाजे को ताला लगाते होए , हम सफाई कर्मचारी सब गरीब लोगो को गलत सोच के साथ देखते है , की चोरी ना कर लये कुछ .. किसी छोटी सोच होगी है हम सब की .. थोड़ा सोचो 🙏🙏🙏

सब को आदर दयो.. 🙏🙏🙏🙏 ता जो और किसी नूर का घर बर्बाद ना हो 🙏🙏


To be continued....😊


Please give me your valuable rating and review 🙏🙏☺️


Thanku so much everyone 🙏🙏