Unknown world - 8 in Hindi Adventure Stories by Vaibhav Surolia books and stories PDF | अन देखी दुनिया - 8

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अन देखी दुनिया - 8

अन देखी दुनिया - 8

अजय बगीचे में खड़ा सोच रहा था कि नजरबट्टू को कैसे हराए इतने में उसके सामने एक बूढ़े चाचा मैं उन बूढ़े चाचा ने अजय से कहा.....

तुम यही सोच रहे हो ना कि नजरबट्टू को कैसे हराए ।

अजय ने अपनी आंख बड़ी कर कर कहा अरे हां आपको कैसे पता चला ।

उन बूढ़े चाचा ने अजय से कहा हमें तो यह भी पता है कि तुम एक शहजादे हो और यहां पर किस मकसद से आए हो ।

अजय बहुत घबरा गया उसने सोचा कि इनको मेरे बारे में इतना सब कुछ कैसे पता है अजय ने हैरान होकर उनसे पूछा आपको यह सब कैसे पता और आपको मेरे मकसद के बारे में किसने बताया ।

बूढ़े चाचा चुप रहे और मन ही मन हंसते रहे और कुछ नहीं बोले कुछ देर बाद उन्होंने बोला कि मेरे को पता है कि नजरबट्टू को हराया कैसे जाए ।

अजय के मन में लालच आया और उन बूढ़े चाचा से अजय ने पूछा की तो हमें जल्दी से बताइए कैसे हम उस नजर बट्टू को हरा सकते हैं । उसके बाद बूढ़े चाचा ने कहा.....

तो सुनो... नजरबट्टू हजारों साल से कभी सोया नही है । अगर तुम उसकी पलकें झपकाए दो और तो और उसको सुला दो तो वह तुम्हारा कुछ नहीं करेगा और वह गहरी नींद में सो जाएगा ।

यह कहकर बूढ़े चाचा गायब हो गए अजय पहले तो सोचने लगा कि मैं बूढ़े चाचा कहां चले गए लेकिन अजय को इस बात की खुशी थी कि उसे नजर बट्टू को हराने का हल मिल चुका था ।

वह पांचो फिर से उस नजर बट्टू के पास पहुंचे इस बार अजय को उस को हराने का तरीका पता था पांचो उस नजर बट्टू के सामन आकर खड़े हो गए और नजरबट्टू भी उन पांचों को दूर कर देख रहा था मानव जैसे अभी हम सबको मार देगा ।

अजय इस सोच में था कि नजरबट्टू को बुलाऊं कैसे तभी उसके ध्यान में एक लोरी आई । उसने यह लोरी कभी सुनी भी नहीं थी लेकिन तब भी उसके मुंह से अपने आप वह लोरी निकल गई उस लोरी की वजह से नजर बट्टू की आंख धीरे-धीरे बंद होने लगी । यह देख सब अजय की तरफ देख रहे थे लेकिन उनको कुछ समझ नहीं आ रहा था कुछ देर बाद नजर बट्टू सो गया और धड़ाम से नीचे गिर गया ।

याशिका ने अजय से पूछा कि तुमने यह कैसे किया और तुम्हें इस को हराने का उपाय कहां से मिला ।

अजय ने कहा कि शहजादे बहुत बुद्धिमान भी होते हैं वह चुनौतियों का सामना करना कुछ जानते हैं तुम्हारी तरह नहीं होते समझी ।

सुप्रिया उसकी तरफ अभी भी देखे जा रही थी वह अचंभित थी कि इतनी प्यारी लोरी अजय ने कैसे गाए वह तो उसके अंदर को ही गई थी ।

और यह देख याशिका को पता नहीं क्यों जलन मच रही थी । अजय को जब भी सुप्रिया देखती तो याशिका कोई ना कोई बहाना बनाकर उस पर से उसका ध्यान हटाने की कोशिश करती ।

पांचों बहुत खुश थे कि उन्होंने पहली पहेली सुलझा दी थी पर यह पहली सिर्फ अजय की वजह से ही सूरज भाई सब अजय की तारीफ कर रहे थे । बस के केशव को छोड़कर मैं उसको गुस्से से देख रहा था ।

अब उनको आगे का सफर तय करना था वह सोच कर वह और भी घबरा रहे थे कि अब आगे कौन सी मुश्किल आने वाली है ।

अगर आपको भी जानना है कि आगे कौन सी मुश्किल आने वाली है और वह उसका सामना कैसे करने वाले हैं और अजय याशिका और जिन राजा का ताज ले पाएंगे कि नहीं । जानने के लिए पढ़ना ना भुले " अन देखी दुनिया - 9"

To be continued...........

By
Vaibhav surolia