Existence - 1 in English Moral Stories by Heena_Pathan books and stories PDF | वजूद - 1

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वजूद - 1

वजूद इस दुनिया में खुदा ने हर चीज का वजूद बनाया है अस्तित्व वह अस्तित्व जिसके बिना सब कुछ अधुरा है ऐसे ही वजूद से जुड़ी एक दास्तान है जो हम सब उस वजूद को नहीं जानते इस दुनिया में कई जींव कई मनुष्य है कई समुदाय है ऐसे ही समुदाय की दास्तान है " वजूद".
यह दास्तान है विनी की जो बहुत ही शर्मीले स्वभाव की है और बचपन से दोस्त कम और बचपन से जिंदगी में कुछ कर पाने की चाह और 12 साल की उम्र में ही घर वालों ने छोड दिया हमेशा घृणा ही मिली बहुत होशियार और हुस्न ऐसा जो देखे मदहोश हो जाए ! विनी को कुछ बनने का जूनून है विनी के माता पिता उसे बचपन में लड़के की चाह मे विनी का जन्म होता है और उसके पिता उसे 12 साल की उम्र में छोड दिया उसकी माता ने बहुत रोका फिर भी उसे मार पीट से घर के बहार कर दिया विनी रोते हुए एक सड़क के पास बस स्टॉप पर बैठ जाती है और एक औरत छाता लिए लाल साडी में माथे पर बिंदी हाथों में चुड्डीया और मुँह में पान चबाते हुए विनी के पास आती है आय हाय! ये चाँद यहाँ कैसे बैठा है ? नाम क्या है तेरा?

विनी करहाते हुए जी विनी! क्यों रे तुझे भी मेरी तरहा कोई बाप पैदा कर के भूल गया क्या? माँ बाप कहाँ है? वो मुझे पसंद नही करते पता नही क्यूँ वो मुझे भला बुरा कहते रहते है मुझे निकाल दिया घर से! मैं कहाँ जाऊँ अब ? चल तु मेरे साथ कहाँ मेरी बस्ती में . पर आप तो मुझे जानते नही फिर भी क्यों मेरी मदद करना चाहते हो क्यों कि तेरी तरह मेरा बाप भी मुझे कचरे में फेंक दिया ! चल मेरे साथ मेरी कहानी तुझे सुनाते हुए ले जाती है! वो उस बस्ती में प्रवेश करते ही चारो तरफ रंग बिरंगी रोशनी से चमक रहा था आंटी आज यहाँ कुछ त्योहार है नही? यहाँ हर दिन त्योहार है लोंग यहाँ खुशी के लिए आते है अच्छा मैं दुखी थी इसलिए ताकि मैं भी खुश हो जाऊं आंटी आपका नाम क्या है ? जरीना.
जरीना उसे ले कर जाती है ओं जरीना बाजी आप किसे ले आए एक औरत आ कर पूछती है ? शकीना ये मेरे साथ रहेंगी और ये विनी है . ये भी बैठे गी क्या यहाँ नही शकीना जरीना उसे लेकर आती है" रेड़ लाईट " एरिए में जा इसे
कुुुछ खाना दें जी बाजी! शकीना ये बाजी को क्या हुआ है?
विनी आंटी आप बहुत अच्छे हो. "रेड लाईट" एरिया हमारे देश का वो हिस्सा जो कभी बंद नही हो सकता .किसी व्यस्क व्यक्ति द्वारा अपनी इच्छा से पैसों के भुगतान के बदले दी जाने वाली यौन सेवाओं को सेक्स वर्क (यौन कर्म या आम बोलचाल की भाषा में धंधा करना) कहते हैं।भारत मे तीन करोड़ से ज्यादा वेश्याएं है। पूरी तीन करोड़ हैं। सिखाने वाले लोगों को कोठों पर भी जाना चाहिए ताकि अपने हाथों से तैयार की गई वेश्या संस्कृति का बदसूरत चेहरा देख सकें।

भारत में वेश्यावृत्ति या देहव्यापार अभी भी अनैतिक देहव्यापार कानून के तहत आते हैं। समय - समय पर इसके कानूनी मान्यता को लेकर चर्चायें गर्म होती रहती हैं। सेक्सवर्करों तथा कुछ स्वयंसेवी संगठनों के द्वारा इस तरह की मांग उठती रहती है। कुछ वर्ष पहले महिला यौनकर्मियों का कोलकाता में एक अधिवेशन हुआ जिसमें यौनकर्मियों के संगठन `नेशनल नेटवर्क ऑफ सेक्सवर्कर्स` ने अपने अधिकारों की लड़ाई लड़ने का फैसला किया।

लेकिन बगैर कानूनी मान्यता के भी पूरे देश में यह कारोबार धरल्ले से चल रहा है। देश में आज कुल ग्यारह सौ सत्तर रेड लाईट एरिया है। इसमें व्यापारिक दृष्टिकोण से सबसे ज्यादा धंधा वाला एरिया है कोलकात्ता और मुम्बई। एक आकड़े के अनुसार करोड़ों रूपयो का साप्ताहिक बाज़ार है अकेले मुम्बई का रेडलाईट एरिया। राजस्थान, उत्तर प्रदेश और उड़ीसा एक ऐसा क्षेत्र है जहां देह व्यापार की प्रथा का एक लम्बा इतिहास है। इतिहास के पन्नों को पलट कर देखें तो पहले जो ` मुजरा ´ तथा नाच - गानों के केन्द्र के रूप में जाने जाते थे वही बाद में वेश्यावृत्ति के अड्डों के रूप में मशहूर हो गए।

एक अध्ययन रिपोर्ट में कहा गया है कि देश में यौनकर्मियों की संख्या में तेजी से वृद्धि हो रही हैं। 1997 में यौनकर्मियों की संख्या 20 लाख थी जो 2003-04 तक बढ़कर 30 लाख हो गई। 2006 में महिला और बाल विकास विभाग द्वारा तैयार रिपोर्ट में यह भी पाया गया था कि देश में 90 फीसदी यौनकर्मियों की उम्र 15 से 35 साल के बीच है।
वजूद क्या आखिर ? विनी जान पाएगी अपना वजूद और परिवार का प्यार .
आगे देखिए........ भाग-२