चल री सखी काना संग खेले रास l
चल री राधा काना संग खेले रास ll
छोड़ एकतारा छोड़ भजन आज तू l
चल री मीरा काना संग खेले रास ll
वृन्दावन में रास खेले काना मस्त मगन l
चल री गोपी काना संग खेले रास ll
ऑनलाइन गरबा खेले चल री राधा l
काना गोपी संग खेले चल री राधा ll
घर बाहर निकलना मना है l
काना दूर मथुरा मे बसा है l
आज तो रास तो खेलेंगे ही l
ऑनलाइन रास खेले चल री राधा ll
सोसियल डिस्टेंस रखना है l
किसीको छुना भी मना है l
आज तो झूम पे खेलना है l
ऑनलाइन गरबा घूम चल री राधा ll
जय जय अम्बे जय जगदम्बे माँ l
तू ही विधात्री तू ही जग जननी माँ ll
दुख हरता सुख करता l
तेरी कृपा बरसती रहे l
तेरी नज़रे हमपे रहे l
तू ही दाता तू ही माता जननी माँ ll
तेरा हम सब पे है तर्पण l
तेरे चरणों में है अर्पण l
एक तेरी ही आश है l
तू ही अम्बा तू ही जगदंबा माँ ll
वृन्दावन में रास खेले काना l
संग गोपियों से खेले काना ll
राधा गोरी नाचे रुमझुम l
संग ढोल बाजे धमधम l
अपनी धुन मे खेले काना ll
ना लोकलाज की परवा l
ना घरवालो की चिता l
संग राधिका खेले काना ll
है है आई नवली नवरात्र, आया माताजी का त्योहार l
साथ अपने नवरंग उमंग, लाया माताजी का त्योहार ll
घूमने सखी साहियर संग चली मे l
माताजी के रंग मे अंग-अंग रंगी मे l
सुर ताल बाजे ढोलक, छाया माताजी का त्योहार ll
खेलूंगी गरबा साथ अपने काना l
माँ तू ही प्रीत की जोड़ी बनाना l
चलो खेले ज़मज़म के , आया माताजी का त्योहार l
काना संग डांडिया खेलूंगी आज l
राधा संग डांडिया खेलूंगी आज ll
ढोलक संग बाजे पहवाज l
नाचे मस्ती मे नर नारी l
माँ के संग डांडिया खेलूंगी आज ll
रास रचयो गलीयो मे l
आज कैसे घर बैठेगी मे l
खिलैया के संग डांडिया खेलूंगी आज ll
प्यारा प्यारा लागे वृन्दावन l
आव ने काना आव खेले रास l
जमना के नीर आँसू बहाए l
बाँसुरी के नीर आँसू बहाए l
भीगा भीगा लागे वृन्दावन l
आव ने राधा आव खेले रास ll
वृंदावन की गालियां पुकारें l
आसो की रात अजवाले l
न्यारा न्यारा लागे वृन्दावन l
आव ने गोपी आव खेले रास ll
आरती
या देवी सर्व भूतेषु मातृ रूपेण संस्थिता l
या देवी सर्व भूतेषु लक्ष्मी रूपेण संस्थिता l
या देवी सर्व भूतेषु बुद्धि रूपेण संस्थिता l
या देवी सर्व भूतेषु शक्ति रूपेण संस्थिता l
या देवी सर्व भूतेषु उमा रूपेण संस्थिता l
या देवी सर्व भूतेषु सधी माँ रूपेण संस्थिता l
या देवी सर्व भूतेषु दशा माँ रूपेण संस्थिता l
या देवी सर्व भूतेषु अम्बा माँ रूपेण संस्थिता l
या देवी सर्व भूतेषु चामुंडा माँ रूपेण संस्थिता l
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः ll
जय जय जगदंबा माँ l
आई भक्तों का बेड़ा पार करने माँ ll
सबका जीवन सवारती l
दुष्टों को संहारती जग जननी l
लाई खुशियां भक्तों के लिए माँ ll
नवरात्रि के त्यौहार मे l
आशीर्वाद मिले नौ दिनों मे l
पाई शरण तेरे चरणों में माँ ll
काना की मुरली पुकारें आजा गौरी खेलेंगे रास l
वृन्दावन में रास खेले गोपी संग काना ll
एक एक गोपी संग एक एक काना l
अजब ग़ज़ब की लीला करे काना l
होके मगन रास खेले गोपी संग काना ll
रंगबेरंगी कपडों मे सोहे काना l
नटखट नखरों से मोहे काना l
ढोली के संग रास खेले गोपी संग काना ll