LAXMII REVIEW in Hindi Film Reviews by Ankit Chaudhary શિવ books and stories PDF | लक्ष्मी उर्फ लक्ष्मी बॉम्ब – फिल्म रिव्यू

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लक्ष्मी उर्फ लक्ष्मी बॉम्ब – फिल्म रिव्यू



लक्ष्मी उर्फ लक्ष्मी बॉम्ब – फिल्म रिव्यू – ९.९/१०

कुछ लोगोने बड़ी आसानी से फिल्म को १.२ से लेकर ७ पॉइंट्स तक रेट कर दिया है, क्युकी वह लोग समझ ही नहीं पाए पूरी तरह से फिल्म को। चलो यह तो आपको फिल्म देखने के बाद ही पता चल पाएगा कि आखिर यह फिल्म है कैसी ! अब करते है फिल्म की बात।

लक्ष्मी फिल्म एक हॉरर कॉमेडी फिल्म है जिसे राघव लॉरेंस ने डायरेक्ट किया है और फॉक्स स्टार स्टूडियो ने प्रोड्यूस किया है। तमिल भाषा की एक फिल्म जिसका नाम है कंचना उसकी थीम को कॉपी करके उसकी रीमेक के रूप में लक्ष्मी उर्फ लक्ष्मी बॉम्ब फिल्म को निर्माण किया गया है। लक्ष्मी बॉम्ब तमिल भाषा की फिल्म के मुकाबले उतना ज्यादा डर लोगो के मन में भर नहीं पाई क्युकी फिल्म को हॉरर से ज्यादा किन्नर और बदले कि आग में दिखाया गया है।

निर्माता :-

तुषार कपूर, शबीना और अक्षय कुमार

ओटीटी प्लेटफार्म :- डिजनी हॉटस्टार

कलाकार :-

अक्षय कुमार, कियारा अडवाणी, राजेश कुमार, मनु ऋषि, अश्विनी कलसेकर, आएशा रज़ा, शरद केलकर

निर्देशक: राघव लॉरेंस


फिल्म की कहानी :-

फिल्म की कहानी भूत प्रेत भागने वाले एक पाखंडी से शुरू होती है, जो एक औरत को चुडैल साबित करने में लगा होता है। फिर होती है आसिफ (अक्षय कुमार) की एंट्री! जिसे भूत-प्रेत पर यकीन नहीं होता। आसिफ सबके सामने बोलता है कि “ भूत प्रेत कुछ नहीं होता जिस दिन भूत सामने आ गया चूड़ियां पहन लूंगा।“ आसिफ अपनी पत्नी रश्मि (कियारा) जो एक हिन्दू है उसके साथ भागकर शादी की हुई है और वह उसके के साथ बेहद खुश है, लेकिन इस शादी से रश्मि के परिवार वाले खुश नहीं हैं। वह हिन्दू मुस्लिम वाले मसले पर ही कायम हैं। कहानी में ट्विस्ट तब आता है, जब आसिफ को रश्मि के मम्मी पापा को मनाना पड़ता है, तभी वह उसके घर जाता है, लेकिन वहां उसके शरीर में ट्रांसजेंडर लक्ष्मी की आत्मा का प्रवेश होता है। इसके बाद एक के बाद एक हत्याएं होती रहती हैं, ऐसा लक्ष्मी के साथ क्या हुआ था, जिसकी वजह से आसिफ के शरीर में वह प्रवेश करती हैं।
लक्ष्मी एक बहुत ही सुलझी हुई किन्नर थी जिसके साथ उसके माबाप ने बचपन में बहुत ज्यादा गलत किया था, उसे घर से निकाल दिया। फिर वह बड़ी हुई और उसने मेहनत करके जमीन खरीद ली पर कुछ लोगो ने उसकी जमीन पर कब्जा कर लिया। लक्ष्मी ने उसकी जमीन पर जाकर उन लोगो के साथ मार पीठ की। फिर लक्ष्मी को जमीन वापस देने के बहाने नीचे जुकाकर उसका खून कर दिया। इतना ही नहीं लक्ष्मी के परिवार को भी खत्म कर दिया। फिर लक्ष्मी और उसके परिवार को उसी जमीन मे दफना देते है जो जमीन लक्ष्मी की थी। फिर शुरू होती लक्ष्मी के बदले की दास्तान । एक बार इस फिल्म को जरूर देखो और बताओ कि कैसी लगी ?


फिल्म की अच्छी बात :-

• सब लोगो की अदाकारी।
• अक्षय से लक्ष्मी बनने का सफर
• अक्षय की अदाकारी और उसकी लक्ष्मी चाल का कोई जवाब नहीं।
• ढोंगी बाबा का पर्दा फाश , औरत की इज्जत और थोड़ी इस विषय पर चर्चा।
• खासतौर से शरद केलकर के &बम भोले&य गाने में भी ग्रैंड पिक्चराइजेशन है।


फिल्म की भुरी बात :-

• स्टोरी में हिन्दू लड़की रश्मि ने भागकर मुस्लिम लड़के आसिफ के साथ शादी कर ली, यह बात लवजिहाद को समर्थन करती हो ऐसा लगा।
• हिन्दू मुस्लिम मसले को लेकर बेवजह की ज्ञानबाजी है।
• हिन्दू बाबा बता रहे हैं कि घर में भूत है, लेकिन भगाने वाले मुस्लिम बाबा ही आएंगे। ऐसे कई घिसे पिटे दृश्यों से फिल्म पटी हुई है।
• प्यार के लिए प्रेमिका के परिवार को मनाना पता नहीं कब बॉलीवुड इससे बाहर निकलेंगे?


अदाकारी :-

अक्षय कुमार ने एक महिला के किरदार में अच्छी जान डाली है, लेकिन कई जगह वह अक्षय ही लगे हैं, इस लिहाज से उनके अभिनय में थोड़ी कमी लगती हैं। कियारा के लिए फिल्म में बहुत कुछ करने के लिए नहीं था। मनु ऋषि और राजेश शर्मा ने भी खास कमाल नहीं दिखाया है। अश्विनी और आयशा रजा का अभिनय भी अत्यधिक बनावटी है, फिर भी किसी की तारीफ़ होनी चाहिए तो शरद केलकर की। छोटी सी भूमिका में दम है।

अब आप फिल्म देखकर बताना आपको क्या अच्छा लगा और क्या गलत?

में अंकित चौधरी “शिव” आपका शुक्रिया अदा करता हूं । आप मुझे इंस्टाग्राम पर फ़ॉलो कीजिए @Author_ankit_Chaudhary । Thank you 😍