Incomplete Dialogues Part-2 (Narratives) in Hindi Short Stories by Alok Mishra books and stories PDF | अधूरे संवाद भाग -2 (कथनिकाऐं )

Featured Books
  • પિતા

    માઁ આપણને જન્મ આપે છે,આપણુ જતન કરે છે,પરિવાર નું ધ્યાન રાખે...

  • રહસ્ય,રહસ્ય અને રહસ્ય

    આપણને હંમેશા રહસ્ય ગમતું હોય છે કારણકે તેમાં એવું તત્વ હોય છ...

  • હાસ્યના લાભ

    હાસ્યના લાભ- રાકેશ ઠક્કર હાસ્યના લાભ જ લાભ છે. તેનાથી ક્યારે...

  • સંઘર્ષ જિંદગીનો

                સંઘર્ષ જિંદગીનો        પાત્ર અજય, અમિત, અર્ચના,...

  • સોલમેટસ - 3

    આરવ રુશીના હાથમાં અદિતિની ડાયરી જુએ છે અને એને એની અદિતિ સાથ...

Categories
Share

अधूरे संवाद भाग -2 (कथनिकाऐं )


1
प्रश्‍नों के चक्रव्‍युह



वो कौन थी ?



वो कैसे मरी ?



उसके साथ क्‍या हुआ ?



क्‍या ऐसा रोज होता है ?



ऐसा कब तक होता रहेगा ?



ये लोग कौन है ?



क्‍या उस लड़की के रिश्‍तेदार है ?



ये क्‍यों नाराज है ?



क्‍यों इनके हॉथ हवा में लहराते है ?



ये क्‍यो नारे लगाने को मजबूर है ?



क्‍या ये जनता है ?



क्‍या इसका गुस्‍सा नाजायज है ?



क्‍या ये नासमझी है ?



क्‍या इन्‍हें किसी ने भडकाया है ?



क्‍या इसमें विदेशी ताकतों का हॉथ है ?



क्‍या ये माओवादी है ?



क्‍या ये आतंकवादी है ?



क्‍या ये देशद्रोही है ?



फिर इनसे उन्‍हे डर क्‍यों लगता है ?



वे जनता पर लाठी क्‍यों चलवाते है ?



क्‍यो आवाज दबाते है ?



फिर वे मांफी क्‍यों मांगते है ?



क्‍या वे जनता से डरते है ?



क्‍या वे जनता से बात करने से डरते है ?



क्‍या वे जनता के बीच आने से डरते है ?



फिर वे जनता के कैसे प्रतिनिधी है ?



क्‍या जनता उन्‍हें अपना प्रतिनिधी मानती है ?



वे क्‍यों डरते है ?



वे मौन क्‍यों है ?



वे कुछ करते क्‍यों नहीं ?



क्‍या वे कुछ करना नहीं चाहते ?



क्‍या वे कुछ कर ही नहीं सकते ?



क्‍या उनकी इच्‍छाशक्‍ति ही न कहीं है ?



वे किसे बचा रहे है ?



क्‍या वे अपने आप को बचा रहे है ?



वे अपने आप को क्‍यों बचा रहे है ?



उन पर कितनी हत्‍याओं के केस है ?



क्‍या वे हत्‍यारे है ?



क्‍या वे हत्‍यारों के दलाल है ?



उन पर कितनी महिलओं ने आरोप लगाए है ?



उन का कितनी बार डीएनए टेस्‍ट हुआ ?



क्‍या वे बलात्‍कारी है ?



क्‍या वे बलात्‍कारीयों के दलाल है ?



क्‍या वे खदानों के दलाल है ?



क्‍या वे संसद के लड़ाके लाल है ?



क्‍या वे संसद में नोट लहराते है ?



क्‍या वे सरेआम घूस खाते है ?



क्‍या वे फर्जी कम्‍पनीयॉं बनाते है ?



क्‍या वे देश का पैसा विदेश पहुँचाते है?



क्‍या दंगे करवाते है ?



क्‍या वे बंदे मरवाते है ?



क्‍या वे देशद्रोही है ?



क्‍या वे देशप्रेमी है ?



क्‍या वे पकड़े जाऐंगे ?



वे कब तक बच पाएंगे ?



क्या तब समस्‍या का हल होगा ?



क्‍या फिर अमन होगा ?



प्रश्‍न ?



प्रश्‍न ?



प्रश्‍न ?

मूल प्रश्‍न क्‍या है ?



क्‍या घटना प्रश्‍न है ?



क्‍या लड़की प्रश्‍न है ?



क्‍या जनता प्रश्‍न है ?



क्‍या व्‍यवस्‍था प्रश्‍न है ?



क्‍या राजनीति प्रश्‍न है ?



क्‍या देश प्रश्‍न है ?



क्‍या संसद प्रश्‍न है ?



क्‍या राष्‍ट्रप्रेम प्रश्‍न है ?



क्‍या राष्‍ट्रद्रोह प्रश्‍न है ?



प्रश्‍नों के उत्‍तर कहॉं है ?



उत्‍तर क्‍या हैं ?



तो क्‍या उत्‍तर खोजना है ?



तो क्‍या प्रश्‍नों को फिर से पढ़ना होगा ?



आलोक मिश्रा


9425138926
9425139693



2

बातों बातों में
----000----
- आप कौन है ?
- नहीं पहचाना ?
- नहीं तो !
- अपना नाम तो बताइए ?
- दिमाग पर जोर डालिए।
- आप कौन ......................... कौन ......................?
- आप भूल गये।
- हम कहाॅं मिले थे ?
- यहीं , आपके घर में ।
- मुझे याद क्यों नहीं आ रहा ?
- और सोचो शायद याद आ जाये।
- आपकी वेशभूषा पहचानी सी है।
- चलिए ......................... कुछ तो याद आया।
- कुर्ता ...................... पैजा़मा .........टोपी .............. नमस्कार की मुद्रा..............!
- वाह आपको तो याद आ रहा है।
- तो क्या चुनाव फिर आ गये ?
- देखा............. आपको याद आ गया ।
- पाॅंच साल बीत गये .................... पप्पू भी पाॅंच साल का हो गया।
- पप्पू कौन ...................?
- मेरा बेटा .....................।
- कहाॅं है ?
- गाॅंव में।
- उसका चुनाव से क्या वास्ता ?
- पिछले चुनाव में रैली के कारण सड़क पर हुआ था।
- ओह नो ...........।
- ओह यस .........।
- इस बार वोट दो ऐसा नहीं होगा।
- आपने पिछली बार भी कुछ ऐसा ही कहा था।
- इस बार पूरा करेंगें।
- पिछली बार क्यों नहीं किया ?
- विरोधियों ने करने कहाॅं दिया।
- लेकिन इतने दिन से आप थे कहाॅं ?
- यहीं थे आपकी सेवा में।
- आप तो दिखे भी नहीं।
- तो क्या हुआ ? हमने सेवा तो की न।

- कौन सी सेवा ?
- कौन सी नहीं की आप ही पूछ लें ।
- बिजली .........?
- हमारे हाथ में क्या है ?
- सड़के ..............?
- विरोधियों ने कमीशन खा लिया।
- पानी ...........?
- ऊपरवाला भरपूर देता है।
- महॅंगाई .........?
- पुरे विश्व में है।
- भ्रष्टाचार ................?
- खत्म ................ भ्रष्टाचारियों की सजा है हमारा कमीशन।
- गरीबों के लिए क्या किया ?
- मेरी कामवाली के नाम दस एकड़ का खेत है।
- और .......?
- मेरे नौकरों के नाम दो - दो ट्रक हैं।
- और .............?
- मेरे ड्राइवर के नाम पाॅंच गाडीयाॅं है।
- और .................?
- और क्या बतलायें हमारे आस पास कोई गरीब नहीं है।
- दूसरे गरीबों का क्या ?
- जो बना हमने कर दिया।
- और क्या करना चाहते है ?
- अभी तो चुनाव जीतना हैं।
- फिर ....................?
- सरकार बनानी है।
- आपकी पार्टी न आई तो ?
- तो भी सरकार बनानी है।
- वो कैसे ?
- यदि हम कुछ कम हुए तो कुछ को खरीद लेंगें।
- नहीं तो ................?
- नहीं तो क्या कोई हमें खरीद लेगा।
- तो फिर ................?
- दोनो सूरत में सरकार हमारी होगी।
- फिर .........................?
- मंत्री बनना है।
- फिर ...............?

- फिर क्या देश का भ्रष्टाचार खत्म करना है।
- वो कैसे ?
- भ्रष्ट अधिकारिंयों को सजा देकर।
- सजा तो ज़ज देते है।
- अधिकारी भी बाल -बच्चेदार है , जज की सजा से तो मर ही जायेगें।
- आपकी सजा.................... ?
- हम उनकी जमा पूंजी को कम करेंगें।
- और कोई योजना ?
- हाॅं मै भी बाल-बच्चेदार गरीब हूॅं।
- गरीब .....................!
- हाॅं गरीब। मुझे अभी अपनी पत्नी और बच्चों को भी मंत्री बनवाना है।
- खैर आप आज कैसे पधारे ?
- पाॅंच साल बाद आयें है। आप नहीं समझे ?
- समझते तो हम सब है लेकिन आप कहे।
- आप अपना कीमती वोट हमें ही दें।
- क्या करें ................ ? वोट तो देना ही है।
- फिर हमें ही दें।
- क्यों ..............?
- हम गुंडे रामलाल से अच्छे है।
- गुड.....................।
- हम जमाखोर हरगोविंद से अच्छे है।
- गुड ...................।
- हम जेबकतरे राधेलाल से अच्छे है।
- गुड ........। लेकिन आप पर हत्याओं के केस है।
- आपको लगता है हम हत्यारें है ?
- नहीं .....................नहीं ..............नहीं।
- तो वोट हमें ही देे।
- क्या करें किसी को तो देना ही है चलो आपको ही दे देगें।
- नमस्कार।
- नमस्कार।

आलोक मिश्रा



3

यस...सर



- मुझे आपकी जाॅंच हेतु भेजा गया है।
- सर ... सर...बैठिए ना आप क्या लेंगे ... ठंडा... या गरम..?
- केवल आप के बयान और कुछ भी नहीं ।
- सर... ऐसा कैसे हो सकता है? विभागीय कार्यवाही तो होती रहेगी।
- हाॅं... वो तो होनी ही है । आप तो अपना जवाब बनाईए कि आप ने रामलाल से रिश्वत में दो........ क्यों लिए थे ?
- सच कहॅुं तो...तो उसने मुझे एक ही दिया था ; आरोप दो का लगाया है ।
-तो आप लिख दें कि एक ही लिया था ।
- ये कैसे लिख सकता हुँ? उसका सत्तर परसेंट तो बाॅंट चुका हुॅं।
-तो क्या....? आप उनके भी नाम लिख दें ।
-सर..... ऐसा कैसे हो सकता है ? सब तो अपने ही है ।
-तो...मै लिख दूॅं ?
-सर आप अपने बाॅस का नाम कैसे लिख पाऐंगे। इसलिए आप भी न लिखें ।
-फिर
-फिर क्या ? आप भी पंद्रह परसेंट ले लें ।
-बीस
-ज्यादा है
-बीस से कम नहीं ।
-ठीक है ।
-तो फिर ... लिख दो आप को फंसाया जा रहा है ।
-..................
-और जिन्हें हिस्सा दिया था उनसे लिखवा लें कि आप एक ईमानदार आदमी है ।
-आप जैसा कहें।
-और...... बाॅस से मिल लेना ।
-यस.....सर..
- शाम को आप हाॅटल मे आ जाए बाकी कार्यवाही वहीं हो जाएगी।
-यस.... सर..
आलोक मिश्रा

mishraalokok@gmail.com