Murderer - 2 in Hindi Crime Stories by Monty Khandelwal books and stories PDF | कातिल - 2

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कातिल - 2

इतने में जोर से आवाज़ करते हुए पुलिस और एंबुलेंस आ गई पुलिस ने भी आते ही अपना काम शुरू कर दिया था चारों तरफ घेराबंदी कर दी गई हमें पीछे धकेला गया मगर मैं सुनन खड़ा था मांनो मे वाहा जम सा गया हो
उसके आजू-बाजू चारों तरफ कुछ सबूत ढूंढ रहे थे ताकि वह मुजरिम का पता कर सके कि वह किसने किया है
पुलिस ने कई लोगों से पूछताछ भी की की आप मै से कोई जानता है काफी देर छानबीन करने के बाद में जब कुछ पता ना लगा तो उन्होंने

अस्पताल के कर्मचारियों को ले जाने का आदेश दिया वे उसके सरीर को उठाकर एंबुलेंस में डालकर अस्पताल ले गए ले गए ...

मीडिया वाले भी आये हुए थे तो वह भी उसकी तस्वीरें ले रहे थे और अपनी रिपोर्टिंग कर रहे थे

हाँ सर आप बताइए
क्या हुआ
कब हुआ
किसी ने इस लड़की का बेरहमी से रेप किया और हत्या कर दी गई
मुझे हाथ लगाते हुए
पूछा कि क्या आप ईश केे बारे में कुछ बोल सकते है

जैसे ही रिपोर्टर ने मुझे हाथ लगाया तो मेरे आँखों के सामने बन रही पुरी तस्वीर बिखर गई

मैं भी कुछ ना बोलते हुए वहां से रवाना हो गया कुछ ही देर में मैं अपने ऑफिस पहुंच गया
पर मैं आज ऑफिस जाने में लेट हो गया था इसी कारण मेरे sir ने भी मुझे डांट लगाई और बोले कि यह कोई ऑफिस आने का टाइम है जरा देखो घड़ी की और कितने बजे है घड़ी की और नजर डाली तो मैं पूरे ढाई घंटे लेट था

क्या हुआ इतने समय कहां रुके थे मैंने भी इस घटना के बारे में बताया sir ने भी कहां चलो ओके ठीक है देखो vishnu ऐसे केस तो तुम्हे बहोत मिलेंगे हर बार ऐसे करोगे तो कैसे चलेगा
ok sir ठीक है
चलो अपना काम करो ...

साम को ऑफिस से छुट्टी होने के बाद जब घर गया तो मेरी पत्नी ने मेरा उतरा हुआ मुँह देखा तो उसने भी मुझसे पुछा
क्या हुआ आज आप इतने उदास क्यों हो |

आज ऑफिस में सर ने कुछ कहा क्या
नही
तो आप इतने उदास क्यों हो
पूछने पर मेने वो पुरी घटना घटना के बारे में बताया ....

उनके मुँह से एक ही बात निकली
हाय राम कोई कैसे ऐसी हैवानियत कर सकता है | वो कौन होसकता है जिसने ऐसा सर्महीन काम किया
हे ! भगवान उसकी आत्मा को शांति दे

और क्या ये बात उस लड़के को मालूम है जो उसका bf था
मुझे नहीं पता ...

उस घटना को काफी दिन बीत चुके थे ... में भी लगभग उस घटना को भूल चुका था |

लेकिन एक रोज जब में सुबह - सुबह अपने बगीचे में अखबार को पढ़ने बैठा l
तो पाया की बहुत ही मोटे मोटे शब्दों में लिखा था

प्रेमी ने ही की थी प्रेमिका की हत्या का खुला राज

मैंने तुरंत ही अपनी पत्नी को आवाज लगाई और उसे भी इस खबर को दिखाया तो वह भी भोचक्की रह गई
ये क्या ...

ritu की हत्या उसके बॉयफ्रेंड arjun ने ही की

हां

मेरी पत्नी ने पूछा कि उसने ऐसा क्यों किया ...
मेने कहा रुको तो खबर पढ़ने तो दो

हाँ जल्दी
हाँ पढता हूँ

मेने पहली बार उसे कॉलेज के रस्ते से जाते हुए देखा था
तब में वहा रास्ते में पेड के नीचे बने चाय की दुकान के ओठे पर बेठा हुआ था
तब से ही मेरा आकर्षण उसकी तरफ हो गया था और मन में यही एक ख्याल आने लगा के जिस लड़की की मुझे तलाश थी वह लड़की आज मुझे मिल गई

उसने सिंपल आधे कपड़े पहने हुए थे | बाल खुले हुए मुखड़ा ऐसा की चाँद भी शर्म आ जाए हाथ में कुछ नोटबुक एव अपने दोस्तों के साथ चलती हुई हसि मजाक कर रही थी
उसके ग्रुप में लडके और लडकिया थी |
उसे हर रोज़ दूर से ही देखा करता कभी बात नहीं कर पाता था