आलेख - बिंदी और लिपस्टिक सिर्फ श्रृंगार नहीं !
बिंदी
भारत में ज्यादातर महिलायें अपने ललाट पर बिंदी लगाती हैं . इसे सुहाग की निशानी के साथ श्रृंगार का साधन भी माना जाता है . बिंदी का मतलब सिर्फ श्रृंगार या सुहाग नहीं है , इसका कुछ अलग महत्त्व भी है . बिंदी कुछ अविवाहित लड़कियां भी लगाती हैं .
बिंदी का विकास - परंपरागत गोल बिंदी चेहरे को रौशन तो करता है साथ में भारतीय भेष भूषा में महिला के व्यक्तित्व को सम्पूर्णता का आभास देता है . इसके अतिरिक्त यह महिला के चेहरे को पुनःपरिभाषित करता है . आधुनिकता और विकास के साथ बिंदी में भी बदलाव आये हैं . प्राचीन काल में विवाहित महिलायें सिंदूर या कुमकुम से ललाट के मध्य में स्वयं अपने हाथों से गोल टीका लगाती थीं . अब इसका स्वरूप बदल गया है और आसानी से ललाट पर चिपका देने वाली बिंदी अलग अलग रंगों और आकर्षक डिजाइनों में उपलब्ध हैं .
बिंदी का शेप - बिंदी संस्कृत के बिंदु शब्द से लिया गया है जो आकार में गोल होता है इसीलिए पहले आमतौर पर बिंदी गोल शेप में देखा जाता था . पर आजकल यह अलग अलग शेप और साइज में मिलता है . वेद के अनुसार बिंदु सृष्टि का आरम्भ माना गया है . जिस तरह बिंदु का आरम्भ या अंत नहीं है उसी तरह यह सृष्टि की अनंतता दर्शाता है .
बिंदी सिर्फ भारत तक सीमित नहीं है - हालांकि बिंदी का चलन अधिकतर भारत में खास कर हिन्दू औरतों में देखा गया है पर यह भारतीय उपमहाद्वीप के अतिरिक्त दक्षिणपूर्व एशिया के अन्य देशों में भी प्रयोग में है , जैसे नेपाल , भूटान , इंडोनेशिया , म्यनमार ( बर्मा ) आदि . इतना ही नहीं सुदूर पश्चिम तक भी यह पहुँच गयी है और कुछ विश्वविख्यात ख्यातिप्राप्त महिलायें भी इसका प्रयोग करते देखी गयी हैं , जैसे -ग्वेन स्टेफनी , जूलिया रॉबर्ट्स , मैडोना , सेलिना गोमेज आदि .
बिंदी कहाँ लगाएं - बिंदी कहाँ लगाएं , यह एक ख़ास मतलब रखता है . आमतौर पर आजकल महिलायें इसे ललाट पर दोनों भौहों के मध्य में थोड़ा ऊपर की तरफ लगाती हैं . पर कुछ दशक पहले महिलायें इसे ललाट के मध्य में ज्यादा ऊंचाई पर लगाती थीं और यही उस समय का फैशन था . ऐसा करने से चेहरा कुछ लम्बा प्रतीत होता है .
बिंदी के रंग - विवाहित महिलाएं ज्यादातर लाल या मैरून रंग की बिंदी लगाती हैं . लाल रंग कुमकुम के रंग से मिलता है और प्रेम का प्रतीक है इसलिए महिलाओं को यह रंग पसंद है . कुछ महिलायें शादी नहीं करना चाहतीं या विधवा महिलायें चंदन की सफ़ेद बिंदी प्रयोग करती हैं . अक्सर अविवाहित लड़कियां लाल बिंदी न लगा कर छोटे आकार की काली या अन्य रंग की बिंदी लगाती हैं .
तीसरी आँख- बिंदी को तीसरा नेत्र भी कहा जाता है . यह गूढ़ दृष्टि ( विजन ) और अलौकिक शक्ति का प्रतीक है . यह जिस जगह पर लगाया जाता है वहां अजन ( ajna ) चक्र या छठा चक्र स्थित है . यह अचेतन अवस्था में सहज बोध का द्योतक है . मेडिटेशन में ध्यान केंद्रित करने में यह सहायता करता है . यह चक्र अंतर्दृष्टि , स्वबोध , प्रेरणा देता है और बाह्य और अंदर की दुनिया को देखने और समझने में मदद करता है .
जब आप बिंदी का स्पर्श करतीहैं तो आपको कदाचित ज्ञान न हो कि जाने अनजाने में आप किसका स्पर्श कर रही हैं . जब यह चक्र उत्तेजित ( stimulated ) होता है तो मस्तिष्क के दोनों गोलार्ध एक साथ क्रियाशील होते हैं और उत्कृष्टता और उच्च विचार का आभास होता है .
लिपस्टिक
लिपस्टिक सिर्फ एक मेकअप का साधन मात्र नहीं है . आपके होठों को खूबसूरत दिखाने के अतिरिक्त भी इसके और अन्य फायदे हैं .
1 . आत्मविश्वास बढ़ाती है - लिपस्टिक आपके होठों के साथ आपके चेहरे और सर्वांगीण लुक को निखारती है , जिससे आप में आत्मविश्वास का बोध होता है .
2 . मुद्रा ( posture ) - देखा गया है कि जो महिलायें लिपस्टिक का नियमित प्रयोग करती हैं , उनका पोश्चर अन्य की अपेक्षा बेहतर होता है . इसे लगाते समय शरीर में एक अनुशासित खिंचाव ( स्ट्रेच ) होता है जिसके लिए संतुलन और तालमेल की जरूरत होती है . यह आपके पोश्चर को बेहतर बनाती है .
3 . धूप से बचाये - लिपस्टिक सनबर्न से आपके होंठों की रक्षा करती है . होठों की त्वचा में मेलानिन रसायन नहीं होता है जो आमतौर पर सनबर्न से बचाता है . अच्छी लिपस्टिक में SPF 15 पावर या उससे ज्यादा ( सनस्क्रीन प्रोटेक्शन फ्रॉम ) का होता है जो एक सीमा तक अल्ट्रा वायलेट किरणों से रक्षा करता है .
4 . हाइड्रेशन - आजकल नए ब्रांड के लिपस्टिक में विटामिन E और अलु वेरा होते हैं जो होंठों की त्वचा को डिहाइड्रेशन से बचाते हैं .
5 . रक्षा कवच - लिपस्टिक होठों के लिए एक प्रकार का रक्षा कवच है जो ठंढक और हवा से बचाती है . अच्छी लिपस्टिक में प्राकृतिक तैलीय पदार्थ होता है जो चमड़ी को मुलायम बनाये रखता है .
6 . मांसल होठ - लिपस्टिक आपके होठों को मांसल ( plumpy ) लुक दिखाने में सहायक है .
7 . आपकी हँसी को निखारती है - उचित रंग की लिपस्टिक आपकी मुस्कराहट को ज्यादा आकर्षक बनाती है . यह आपके दांतों के पीलेपन को एक हद तक छुपा सकती है , ख़ास कर हल्का नीला या पर्पल रंग का .
8 . पुरुषों को आकर्षित करती है - सही रंग की लिपस्टिक आपको स्मार्ट दिखने में मदद करती है और पुरुषों को आपकी ओर आकर्षित करती है .
9 . आँखों पर कम मेकअप की जरूरत - लिपस्टिक के सही रंग और तरीके से लगाने पर आप की आँखों में भी निखार आता है और उन्हें ज्यादा मेकअप की जरूरत नहीं होगी .
10 . मनोवैज्ञानिक लाभ - कुल मिला कर आपके चेहरे को लिपस्टिक आकर्षक बनाती है जिससे आप कॉंफिडेंट महसूस करती हैं और मनोवैज्ञानिक लाभ की स्थिति में रहती हैं .