Just Imagine-Lust Imagine in Hindi Moral Stories by S Choudhary books and stories PDF | जस्ट इमेजिन-लस्ट इमेजिन

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जस्ट इमेजिन-लस्ट इमेजिन


मन मे निश्चय किया की जल्दी सोया करेंगे,
इसलिए 10 बजे ही फोन रख दिया और सोने की कोशिश करने लगे।
बराबर वाले बेड पर थोड़ी देर बाद एक भाई फोन पर बात करता हुआ आया और लेट गया।

फुसफुसाहट से थोड़ी ज्यादा आवाज थी।

उसने कहा-मेरा अपने बाबू से मिलने का मन हो रहा है।

ईधर मेरे कान खड़े हो गये कि ये फिर मुझसे ट्रेन में कोटा लगवाने को बोलेगा।

वो फिर आगे बोला-अभी आ जाऊं बेबी?

अब मैं सोच रहा था कि ये कैसे जायेगा अभी?

वो फिर बोला-नही ना जान,मैं तो अभी आ रहा हूँ,मुझे नही पता।

अब मुझे टेंशन हो गई कि साला आज ही शपथ लिए की जल्दी सोया करेंगे और अब इसको बस स्टैंड छोड़कर आना पड़ेगा।

वो फिर बोला-ok, आ गया। अब बताओ क्या करें।

मैं इधर कन्फ्यूज की ये तो यहीं है,फिर आ कहाँ गया?

फिर थोड़ी देर में पुच पुच की आवाज आने लगी।

मैंने आंख खोलकर देखा तो भाई फोन के आवाज वाले माइक पर पुच पुच कर रहा।

अब यहाँ खोपड़ी खराब हो गई।
पवित्र शब्द bsdk के साथ टिकाकर पिछवाड़े पर एक लात दी।

वो अरे भाई कहता हुआ नीचे जा पड़ा,
फोन पर बोला -पिताजी आ गये बाद में करता हूँ।

मैंने कहा-bc ये टेक्नोलॉजी मुझे क्यों नही बताई जिसमे फोन से ही दूसरी जगह पहुंच जाते है ?

वो बोला- भाई ये तो बस जस्ट इमेजिन था।

"जस्ट इमेजिन"

आजकल बहुत से लोग जस्ट इमेजिन से लस्ट इमेजिन पर लगे पड़े है।

कोई क्या बात कर रहा है वो उसका निजी मामला है लेकिन इसके बढ़ते चलन के कारण समाज दूषित हो रहा है।

पहले सिर्फ फोन कॉल पर ही था आजकल वीडियो कॉलिंग में वस्त्रहीन होना आम जैसी बात हो गई।

ये फैशन हो गया अब।
प्रेमियों का तो पहला टारगेट ही यही है कि ऐसा मनोरंजन हो जाये।

मैं फिर कहता हूं ये सबका निजी मामला है लेकिन ये तरीका बिल्कुल भी सुरक्षित नही है।

वीडियो कॉल की रिकॉर्डिंग करना,स्क्रीनशॉट लेना,ऑडियो कॉल की रिकॉर्डिंग करके दुसरो को दिखाने सुनाने का काम जबरदस्त तरीके से हो रहा है।

इंटरनेट पर भरी पड़ी है ऐसी चीजें।

हो सकता है कि आपके या आपके परिवार के किसी सदस्य के साथ ऐसा ना हुआ हो लेकिन जिनकी ऐसी वीडियो आप नेट पर देखते हो वो भी किसी परिवार से होंगे ही।

क्या पता कब आपका नम्बर लग जाये।

लड़कियों को इसमे बहुत सावधान रहना चाहिए,
हजारो लड़कियां इसी कारण मरती है हर साल।
परिवार शर्मिंदा होता है वो अलग।
सारी दुनिया आपके वीडियो देखती है,कितनी बार आपकी देह का आंखों से बलात्कार होता है।

और लड़के भी सोचे जरा की क्यों करते हो भाई ऐसा ?

कोई तुमपर विश्वास करके अंतरंग होता है तुम्हारे साथ तो क्यों रिकॉर्डिंग, स्क्रीनशॉट बाजी करनी?

विलेन बनने से कहीं ज्यादा मस्त लाइफ है हीरो वाली।
हीरो की तरह रहो,ईमानदार रहो।

आजकल की युवा पीढ़ी घरवालों की बात ना मानने का प्रण तो ले ही चुकी है ,कम से कम खुद तो जागरूक रहो।

तुम्हारी सुरक्षा तुम्हारे हाथ मे ही है।

©Sumit Jasoi