अनफॉरट्यूनेटली इन लव (कन्फेशन-१)8 in Hindi Love Stories by Veena books and stories PDF | अनफॉरट्यूनेटली इन लव (कन्फेशन-१)8

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अनफॉरट्यूनेटली इन लव (कन्फेशन-१)8


"में यहां से गुजर रही थी। तो मैंने यहां भीड़ देखी। मुझे काफी उत्सुकता हुई। तो में देखने आ गई के क्या हो रहा था ?" नियान ने कहा।

"ओह। तुम अपने शहर से प्लेन में बैठकर यहां तक आई। एयरपोर्ट से टैक्सी कर यहां पोहोचि ओर फिर तुम्हे लगा कि यहां का मौहाल रोमांचक है। तो तुम अंदर चली आई। फिर तुमने किसी को गेट पर केहते सुना कि कोई बीमार है। तुम्हे उस पर दया आई और तुम उसे देखने के अंड के के परसनल लॉज में पोहोंच गई। क्या में ये बताना भूल गया कि उस बीमार इंसान को जिस पर तुम्हे दया आई तुम पहचानती तक नहीं। क्या तुम्हारी इस बात पर तुम खुद यकीन करोगी????" गन

टोंग नियान उसे देख ना में सर हिला कर जवाब देती हैं।

गन " तुम यहां मेरे अलावा और किसी को जानती हो ?"

नियान फिर ना में सर हिलाती हैै।

गन " क्या तुम यहां मेरे लिए आई थी ?"

उस के इस सवाल से नियान की आंखे बड़ी हो जाती है। पकड़े जाने का डर और वो इस बारे में क्या सोचेगा इस की शर्म एक साथ उसके चेहरे पर आती है। इतने में फिर से गन का फोन बजता है। नियान चैन की सांस लेती है। सब कुछ भूल वो फिर उसे घूरने लगती है। " खूबसूरत, हर अंदाज में , हर हालत में कितना खूबसूरत है वो" वो सोचती है, तभी गन उसकी तरफ मुड़ता है ओर फोन कट कर देता है।

"तो क्या बात कर रहे थे हम ?" गन

नियान का लाल हुआ चेहरा देख उसे लगता है की उसने उस छोटी लड़की को फिर से डरा दिया है। उसे अच्छा और सुरक्षित मेहसूस करवाने के लिए वो कहता है " क्या तुम मुझसे कुछ पूछना चाहती हो ? "

वो गुस्से में नहीं है ये देख नियान को चैन आता है और वो आगे बातचीत की शुरूवात करती है।

" क्या तुम भी एक पेशेवर खिलाड़ी हो ? " नियान।

" में । तुम्हे में खिलाड़ी लगता हू क्या ?" गन

" नहीं पर वो लोग तुम्हे बॉस क्यों बुला रहे थे ? " नियान

"में अपने क्लब की अंदरूनी बाते किसी बाहरवाले को नहीं बताता लेकिन यहां तुम हो इसलिए बता रहा हू। में उनके रहने ओर खाने का इंतेजाम करता हूं " गन

" ओह मतलब तुम उनके मैनेजर हो, जो उन्हे संभालता है " नियान

" ऐसा समझ सकती हो " गन

" तो तुम हमेशा उनके साथ घूमते रहते हो ?" नियान

" हा मुझे उनके साथ रहना पड़ता है" गन

" वाउ एक पेशेवर मैनेजर। कितना अच्छा है।" वो दिल ही दिल में सोचती है।

उनकी काफी देर से चल रही इस बातचीत को क्लब के लड़के दरवाजे के बाहर खड़े होकर सुन रहे थे।

डेमो " बॉस को भाभी के लिए सारा प्यार यही दिखाना है क्या ? ९७ मुझे बोहोत भुक लग रही है। जाओ उन्हे बूलाओ"

९७ " हा मै भी नहीं समझ पा रहा हू। हमेशा गुस्से मै रहने वाला दानव आज इतना शांत होकर क्यों बात कर रहा है? यहां से तो ठीक से कुछ सुनाई भी नहीं दे रहा। वन तुम जाओ ओर बॉस को बुलाओ।" कहकर दोनो मिलकर वन को दरवाजे से अंदर धक्का देते है।

" तुम्हारी फैमिली....." नियान आगे कुछ कहे उस से पहले ही वन दरवाजे से अंदर गिरता है। उस के पीछे पीछे डेमो ९७ ओर के अंड के के मेंबर अंदर गिरते है।

उन सब को देख दोनो चौक जाते है। गन गुस्से से उन्हे घूरता है।

वन हसते हुए " बॉस मैंने कुछ नहीं सुना वो ९७ कुछ कहना चाहता था"

गन ९७ को बस एक नजर देखता है " बॉस हमेशा मेरे साथ ऐसा क्यों करते हो? वो हम सब ने सुबह से कुछ नहीं खाया अब शाम हो चुकी है। इसलिए सब पूछने आए थे आपकी बाते पूरी हो चुकी हो तो क्या हम होटल चले ?"

"तुम लोग बस में जाकर बैठो में आता हू " इतना कह कर गन नियान को देखे बिना वहा से जाने लगता है। लौज के बाहर ९७ को बुलाकर नियान को उनके साथ होटल लेकर आने का फरमान सुनाता है।

टेरेस पर उस बेंच पर बैठे होए वो अपने आप पर दुख जताती है। " पता नहीं वो क्या सोच रहा होगा। में भी ना मुझे पूछना चाहिए था उसका नाम। ये सब हू दाई की गलती है। मुझे उससे मदत लेनी ही नहीं चाहिए थी। अब में क्या करू ? होटल चलते हैं । आ कुछ कम लग रहा है। क्या लेकिन ? Hmmm मेरा सामान । वो लड़का लेकर गया था। मुझे उस धुड़ना होगा" तभी सामने से उसका सिल्वर सूटकेस खींचते हुए ९७ आता है।
" भाभी हम चले " ९७
" चलना है। पर कहा???" नियान
" बॉस ने कहा है, आप भी हमारी जीत की पार्टी में शामिल होंगी। आप आएंगी ना ?" ९७
"क्या बॉस ने कहा ?" नियान के इस सवाल पर ९७ खुशी से हा में सर हिला कर जवाब देता है। " वो चाहता है तो में जरूर आवुंगि" कह वो उस के साथ चली जाती है।

यहां गन कुछ सोचते हुए खडा था तभी सु चैन उसके पास आती हैं ।
" तुम मुझे ढूंढ रहे थे?" सु चैन
" हा मुझे बताओ क्या ग्रंट की कोई गर्लफ्रेंड है?" गन
" कहा नहीं जा सकता कभी कभी होती हैं ओर कभी नहीं क्यों ?" सु चैन
"मुझे लगता है, उस लड़की के साथ धोका हुआ है। वो यहां इसके लिए आई थी। पर इसने उस को मना कर दिया होगा। अब उसे बचाने के लिए ये मुझसे झूट बोल रही है। लेकिन उसे मेरी गर्लफ्रेंड बताना, गलत है। यहां तक ९७ ने तो उसे मेरी बीवी तक बना दिया। ये लड़के भी ना नजाने कितनी बार मैंने समझाया पब्लिकली डेटिंग नहीं होनी चाहिए फिर भी मानेंगे नहीं।" गन
"ठीक है। तो में ग्रंट को सीधा हॉस्पिटल से तुम्हारे कमरे में भेज देती हू बॉस" सु चैन।
" ये सही होगा। लेकिन अब तुम कहा जा रही हो ? १० मिनिट में मीटिंग हैै " गन
" में भी तो देखू सीधे स्वर्ग से उतरी हमारी अप्सरा जैसी भाभी को ?" सु चैन
सु चैन गन के पुराने दोस्त की बीवी और के अंड के की मैनेजर है। जो क्लब में लड़को को संभालती है।
बस में,
९७ नियान को पहली सीट पर बिठाता है। बस में आने वाले सभी लड़के चढ़ते ही "हैलो भाभी" के साथ नियान को ग्रीट करते है। सिवाय एक लंबे लड़के के जिसने टोपी पहनी थी। वो नियान को देख सिर्फ मुस्कुराया और सबसे पीछे वाली सीट पर चला गया।
डेमो "कैप्टन, आपके भाई को डेटिंग करने का वक़्त कब मिला??? वो भी तो हमारे साथ २४ घंटे क्लब में रहते है।"

डी टी "तुम ये बात उसी से क्यों नहीं पूछते ? और हर्ज ही क्या है गर्लफ्रेंड होने मै। अब उसकी उम्र भी तो हो चुकी है"


"अच्छा। तो ये उसका भाई हैै। हा पर उम्र से क्या मतलब अभी भी इन छोटे राक्षसों से तो कई ज्यादा अच्छा दिखता है वो" ये बाते सोच नियान शर्मा जाती है।

डी टी उर्फ वू बई गन का कजिन भाई है। जो एशिया का नंबर १ का खिलाड़ी ओर डेमो के टीम का कैप्टन भी हैै।

उन सब की बाते चल ही रही होती है। तब सु चैन आकर नियान को मिलती है।
सु चैन "बॉस ने तुम सब को आगे जाकर पार्टी शुरू करने कहा है। हम कुछ देर में आते है। और हा तुम सब अपनी भाभी का अच्छे से ध्यान रखना" कह कर चली जाती है। बस अब होटल के लिए निकल जाती है। पर गन की अनुपस्थिति से नियान का दिल फिर थोड़ी देर के लिए उदास हो जाता है।

उधर वेन्यू पे गन, सु चैन मीटिंग में जाते है। ये मीटिंग गेमिंग लीग के डायरेक्टर ने बुलाई है। इस मीटिंग में टीम एस पी ओर टीम के अंड के शामिल है। एस पी की तरफ से सोलो ओर ऐपल डॉग मीटिंग में शामिल हुए थे।
डायरेक्टर : शांगयान आओ तुम्हारा ही इंतेज़ार हो रहा था।
गन : कहो डायरेक्टर अचानक मीटिंग किस लिए बुलाई ?
डायरेक्टर : में चाहता हूं हम सब पुराने दोस्त आज एक साथ डिनर करे। इसलिए मैंने मीटिंग बुलाई।
गन वहा से जाने लगता है।
सोलो : गन अब चलो भी । इतने साल बीत चुके है। हमारे साथ चलो।
गन : अगली बार अगर मुझे बिना किसी मतलब बुलाया तो तुम मेरा गुस्सा जानते हो डायरेक्टर।
गन और सु चैन वहा से चले जाते हैं।
सोलो : अभी भी वैसा ही है। बिल्कुल नहीं बदला।