मम्मी पापा जो दुनिया मे एसे लोग हैं जिनसे ज्यादा बच्चों को कोई और प्यार नहीं कर सकता. वो अपने बच्चों की छोटी से छोटी जिद भी पूरी करते हैं. वो भी बिना किसी लालच के. वो खुद तो भूखे रहते हैं पर अपने बच्चों को कभी भी भूखा नहीं रहने देते. वो अपने बच्चों की हर जायज और नाजायज जिद को पूरा करते हैं. दुनिया के हर मम्मी पापा यही चाहते हैं कि हमारा बच्चा अच्छी से अच्छी शिक्षा प्राप्त करे. उसे किसी भी चीज़ की कमी ना हो. वो अच्छा खाए, अच्छा पहने, अच्छी जिंदगी जिए. एक माँ बाप अपने 10, 10 बच्चों को पाल लेते हैं. मगर वो उफ तक नहीं करते और वो सभी को एक ही नजर से देखते हैं. वो अपने बच्चों के दर्द को अपना दर्द मानते हैं. मगर जब यही बच्चे बड़े हो जाते हैं और अपने पेरो पर खड़े हो जाते हैं. तब ये अपने माँ बाप को भूल जाते हैं उनके सारे के सारे एहसान भूल जाते हैं. माँ बाप से बदतमीजी करने लगते हैं उन्हें भला बुरा कहते हैं. और तो और उनकी बची कूची इज़्ज़त अपनी बीवी से उतरवा देते हैं. शादी से पहले लड़के अपने माँ बाप की बड़ी सेवा करते हैं. मगर जेसे ही शादी हो जाती है वो अपना रंग ही बदल देते हैं मानो जेसे गिरगिट बन जाते हैं. वो सिर्फ और सिर्फ अपनी बीवी की ही बात सुनते हैं. बीवी बोले तो दिन बीवी बोले तो रात. अपने माँ बाप को तो पूरी तरह से भूल जाते हैं. फिर तो उन्हें बीवी की ही सारी बातें सच लगती है. ये अपने माँ बाप के सारे के सारे एहसान भूल जाते हैं कि उन्होंने उन्हें केसे पाला,केसे उनके लिए रात भर जागते केसे उन की परवरिश की सब कुछ भूल जाते हैं. और वो इस बात की भी लड़ाई करने लगते हैं कि मम्मी पापा सब के साथ थोड़े थोड़े दिन रहेंगे. मम्मी किसी और के पास पापा किसी और के पास. क्युकि इनके पास इतने पेसे नहीं है कि ये अपने माँ बाप का खर्चा उठा सके क्युकि इनके पास दुनिया की सबसे खूबसूरत बीवी होती है. जिनके इन्हें खर्च उठाने पड़ते हैं. ये अपने बीवी बच्चे का खर्च उठा सकते हैं मगर माँ बाप का नहीं. अगर ये गलती से भी अपने माँ बाप को रख लेते हैं दुनिया को दिखाने के लिए तो ये तो उनका बुरा हाल ही कर देते हैं. इनकी बीबी खुद तो ताजातरीन खाना खाती है मगर अपने सास ससुर को खाना देने मे इनकी नानी मरती है. उनके लिए दो वक्त की रोटी नहीं बनती. इन्हें बीमारी होने लगती है तरह-तरह की. माँ बाप तो इनसे सम्भाले नहीं जाते अगर गलती से छोटी बहन हो तो ये उसका भी बुरा हाल कर देते हैं. उसे उसके घर मे ही चेन से नहीं रहने देते. उसे घर की नोकरानी बना देते हैं. जब इनके माँ बाप को उम्र ज्यादा हो जाती है तो उन्हें लगता है कि वो अपने पोते पोथियों के साथ खेले मगर ये उन्हें अपने बच्चों के साथ नहीं खेलने देते क्युकि इन्हें लगता है कि अगर हमारा बच्चा इनके साथ रहेगा तो बच्चे को भी कोई बीमारी हो जाएगी. ये अपने बच्चों को भी इनसे दूर रखते हैं. मगर जब यही माँ बाप मर जाते हैं तो ये इतना ज्यादा ड्रामा करते हैं कि जेसे ये इनसे कितना प्यार करते थे. लोगों को दिखाने के लिए तरह तरह के दिखावे करते हैं. ताकि लोग भी सोचे की कितना अछा इंसान है. मगर एसे दिखावे का भी क्या फायदा है कि ये अपने माँ बाप को तो कोई सुख नहीं दे पाए मगर उन्हें तकलीफ जरूर दी. उन्हें खून के आंसू जरूर रुलाया. इनकी बीवी भी एसी होती हैं कि अपने सास ससुर तो इन्हें बोझ लगते हैं मगर इन्हें अपने माँ बाप बड़े अच्छे लगते हैं. उन्हें ये सुखी देखना चाहती हैं. और उन्हें कोई तकलीफ नहीं होने देती. और लड़के भी इनकी ही हाँ मे हाँ मिलाते हैं. और अपने माँ बाप के साथ बहुत बुरा करते हैं और इन्हें उन पर तरस भी नहीं आता. मगर किसी को भी एसा नहीं करना चाहिए क्युकि दुनिया मे माँ पापा से ज्यादा प्यार करने वाला कोई भी नहीं होता. इस लिए जितना हो सके उन्हें खुश रखे और उनकी सारी ख्वाहिशें पूरी करे जेसे वो करते थे. क्युकि माँ पापा खुश तो सब खुश. इस लिए इनकी इज़्ज़त करे. और प्यार दे.