Man and his feelings in Hindi Human Science by Arjuna Bunty books and stories PDF | इंसान और उसकी भावनाएं

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इंसान और उसकी भावनाएं

इंसान और उसकी भावनाएं

इंसान और उसकी भावनाएं इंसान अपनी भावनाओं को लिखकर बोलकर और इशारों से दूसरों के सामने प्रकट करता है मगर कभी-कभी इंसान की कुछ भावनाएं ऐसी होती है जिसको इंसान किसी को बताना नहीं चाहता क्योंकि वह तो सीक्रेट होता है और सीक्रेट बात किसी को बताना नहीं चाहिए ।


लेकिन, हम लोग प्यार अपनापन पाकर अपना सीक्रेट किसी ना किसी के पास बोल देते हैं। जिसके बाद वह बात कभी सीक्रेट रहते ही नहीं, जो बात सीक्रेट है, वह बात सिर्फ आप जानते हैं तभी तो सीक्रेट है लेकिन, वही बात अगर आप किसी से शेयर कर देते हैं तब वह सीक्रेट रहता कहां है ।
खैर, इंसान हर वो बात और अपनी भावना किसी ना किसी को बताते वक्त यह जरूर कहता है, कि आप किसी से शेयर ना करें जबकि वह खुद ही इस बात को किसी ना किसी से शेयर कर चुका होता और यही विश्वास जो वह दूसरों पर करता है। वह खुद पर नहीं कर पाता तो प्लीज चाहे वह कोई भी सीक्रेट हो उस सीक्रेट को सीक्रेट ही रहने दें और अगर आप चाहते हैं कि वह परिजन के जानकारी में हो तो अपने मां बाप और जो आपके दिल के करीब है उन तक यह बात पहुंचा सकते हैं।

ये मेरा मानना है जो बात जिस को बताना और जितना बताना उचित हो उतना ही बताया जाए ।
जिंदगी में आप से संभाल कर रखा गया कोई ऐसा राज जो जिंदगी भर राज रहे उसे अपने जहन के तहखाने में हमेशा के लिए बंद कर भूल जाइए तभी आप खुद को सकारात्मक रखने में मददगार साबित होंगे ।
भावना को व्यक्त करने के कई तरीके है एक सबसे उपयोगी तरीका है डायरी लेखन हर रोज की घटना अपने पास लिख कर रखना ।
इसका फायदा आपको जीवन में कई मुकाम पर होगा इंसान खुद से ज्यादा भरोसा दूसरों पर करता है मेरे नज़र में ये गलत है आप से शक्तिशाली कोई नहीं है और न हो सकता है।
खुद की कीमत आप खुद तय करते है आप अपने आप को बेशकीमती समझते है या कौड़ी की कीमत का ये आप पर है।
खुद को अनमोल कैसे बनाना है ये आपको सोचना है और मुझे मालूम है आप के पास इतना वक़्त जरूर होगा कि आप खुद के बारे में सोच सकते है ।
हर सुबह एक नई सुबह लाती है और आप इससे सीख सकते है कि आप अपने भूत काल की बातों को भूल कर वर्तमान में खुद को नए सिरे से शानदार तरीके से पेश कर सकते है । ये इतना आसान भी कहां होता है पर नामुमकिन भी कहां होता है। कभी कोई बात परेशान करे तो कुछ खास नहीं करना चाहिए बस उसी डायरी का सहारा बनना आपके लिए फायदेमंद होगा।
बच्चों के लिए मै कहना चाहूंगा कि वो अपनी सारी बातें चाहे वो छोटी से छोटी हो या बड़ी से बड़ी हो वो अपने परिवार में अपनी मां, बहन, दादी, पापा, भाई जिसके नजदीक हो उससे शेयर जरूर करें तब तक जब तक वो अपना निर्णय खुद से लेने के काबिल नहीं हो जाते। जीवन बहुत अनमोल होता है इसका दुरुपयोग करना ईश्वर की नज़र में सब से बड़ा पाप है और इंसान को इसकी बहुत बड़ी क़ीमत चुकानी पड़ती है।
प्रोफेशनल लाइफ और पर्सनल लाइफ को कभी एक साथ मिला कर न रखें इससे आपकी परेशानी बढ़ती है।
अपनी भावनाओं को व्यक्त करना जितना ज़रूरी है उतना ही जरूरी अपना और अपने परिवार का आत्मसम्मान बचाना है।
आपके बेहतर भविष्य की कामना के साथ।
धन्यवाद।
Arjuna Bunty.