The real game - 2 in Hindi Fiction Stories by Needhi Patel books and stories PDF | The real game - 2

Featured Books
Categories
Share

The real game - 2

दूसरे दिन, कमीशनर का केबिन

पोस्टमोटॅम रिपोर्ट पढने के बाद कमिशनर का सिर चकरा जाता है उन्हें यकीन नहीं होता की ऐसा भी कुछ हो सकता है।थोड़ी देर सोचने के बाद वो रिपोर्ट कोन्ससटेबल के हाथों अविरल के पाास भीजवा देते है।

अविरल रिपोर्ट पढता है उसके मुताबिक उस इंसान की मौत गोली लगने से हुँई है,लेकिन वो गोली हमें लाश से बरामद नहीं हुई है सिर पे कीसी नुकीली चीज से ligal-1 तराशा गया है उसके अलावा शरीर पे कोई हाथापाई और चोट के निशान नहीं है और नाही कोई फिंगर प्रिन्टस और कीसी भी तरह का ड्रग लाश में मौजुद नहीं है ।

कमिशनर (कोल पे) -कल तुमने जो कहाँ था वो सब सच नीकला।

आदमी-पता नहीं कौन है जो एक एक कर हमारे सारे आदमी को मौत के घाट उतार रहा है अगर एसे ही चलता रहा तो हमारे सारे राझ खुलते देर नहीं लगेगी और हमारा सारा खेल चोपट हो जाएगा ।

कमिशनर -तुम चिंता मत करो में उस गद्दार को जल्द ही ढुंढ लुंगा।

आदमी- ठीक है। वैसे वो जो शिप आ रहा था ना माल लेके वो अब कुछ दीन बाद आयेगा तुम संभाल लेना।

कमिशनर -ठीक है, वैसे उस लड़की ने अपना मुँह खोला या नहीं।


आदमी-उस पे हर तरीका आजमाके देख लिया पर उसने हमें हमारे कीसी भी सवालो के जवाब नहीं दीए, और सामने से कोल कट हो गया।

अविरल- अपने फोन में कुछ देखते हुए तिवारी सर जब तक में नहीं चाहता आपको उस लड़के का पता मिलने से रहा और ये शीप भी जल्द ही मेरे कब्जे में होगा। फिर वो किसी से मिलने चला जाता है।

Golden cafe,delhi


एक लडका काली हुडी, काली जिंस, काले ग्लवस, काले जूते और चहेरा मास्क से कवर कीये कीसीका बेसबरी से इंतजार कर रहा था। टेबल पे तीन-चार खाली कोफि के मग थे और वो चारो तरफ अपनी पैनी निगाहों से नजरें गडाए हुए था।

थोड़ी देर बाद कैफे का डोर खुला और कोई चलकर उसके सामने बैठ गया उसने अपने चेहरे से मास्क हटाया वो अविरल ही था।

लड़के ने फोन में देखते हुए एक लिफाफा उसकी ओर खिसका दीया। अविरल ने लिफाफे को खोल के उसमें से कुछ फोटो नीकाल के गौर से देखने के बाद वापस रख दी।

अविरल- ईन फोटोस में जो भी दिखाई दे रहा है वो सब सच है ?मतलब ईतने सारे illegal weapons, drugs, human trafficking ये सारे काम वो उस जंगल में छीपे लुटेरो से करवाता है ,और तो और हमे अभी उस लड़कीको उसकी केद से छुडवा कर 5 साल पेहले क्या हुआ था वो भी जानना है।

लडका-हाँ मेंने खुद उसके कुछ अड्डे पे जाके तलाशी ली थी पर उस लड़की के बारे में वहाँ से कुछ पता नहीं चला, पर उसने उसके खिलाफ जाने वालो की बद्तर हालत की है ।कितने ही लोगों को बेरहमी से मार डाला पर उस लड़कीको केद करने की वजह क्या हो सकती है?

अविरल-वो वजह ही तो पता करनी हैं तभी तो इस खेल का पदाॅफाश होगा और ये सारे राझ हमें उस लड़की के जरीये पता चलेंगे। वैसे इस boss से उपर कौन हे उसके बारे में कुछ पता चला ?

लडका-नहीं उसका तो अभी तक कीसीने चहेरा भी नहीं देखा, खुद boss ने भी नहीं।

अविरल-ठीक है जैसे ही मुझे उस शिप के बारे में पता चलेगा तुम्हें में बता दुंगा। आगे क्या और केसे करना है वो तुम सोच लेना और एक बात तुम ईन सबके बारे में सुरेखा को नहीं बताओगे वरना वो तुम्हारे साथ चलने की जिद करेंगी।

लडका-में ईस बात का ख्याल रखुंगा।

दोनों cafe से नीकल के अलग अलग रास्ते पे एसे चले जाते है जैसे कोई अजनबी हो और कभी मिले ही ना हो।

CDRI, लखनौ

लेब में बहोत से scientist कीसी चिज पे रिसचॅ कर रहे थे। अपने experiment को सफल करने के लिए न जाने कीतने वक्त से ही सब लोग अलग अलग तरीके खोज के उन तरीको को वहाँ पे मौजुद अलग अलग तरह के sempal पे एप्लाय कर रहे थे।

सिनियर साइन्टिस्ट भी उन सबके साथ बहोत देर से जुटे हुए थे। तभी एक साइन्टिस्ट फोन पे फ्लेश नाम को देखके बाहर आके कोल उठाते है।

कोल उठाते ही सामने से कोई भारी आवाज आती है। सामने से कुछ कहाँ जाता है जिसे सुनने के बाद आपको वो चिज कल मिल ही जायेगी एसा बोलके वो फोन रख देता है।


Continue.....