Sabko pata tha vah maar dala jayega - 3 in Hindi Thriller by Suraj Prakash books and stories PDF | सबको पता था वह मार डाला जाएगा। - 3

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सबको पता था वह मार डाला जाएगा। - 3

सबको पता था वह मार डाला जाएगा।

सूरज प्रकाश

गैब्रियल गार्सिया मार्खेज़ के उपन्यास

का अनुवाद

chronicle of a death foretold

3.

वकील सम्‍मान की विधिसम्मत रक्षा में की गयी मानव हत्‍या की धारणा पर डटा रहा था। उसने अदालत में भी इसी धारणा का समर्थन किया था। जुड़वां भाइयों ने ट्रायल के आखिर में यह घोषणा की थी उन्‍होंने इसी वजह के लिए हज़ार बार भी यही किया होता। अपराध कर लेने के कुछ ही मिनटों के भीतर गिरजा घर में आत्‍म समर्पण करते ही उन्‍होंने बचाव की दिशा की तरफ इशारा कर दिया था। वे हांफते हुए चर्च के पैरिश में आ धमके थे और उनके पीछे उत्तेजित अरब लोगों का हुजूम था। दोनों ने फादर एमाडोर की मेज़ पर साफ़ सुथरे फल वाले अपने चाकू रखे। हत्‍या के जघन्य काम से वे बुरी तरह थक गये थे। उनके कपड़े और उनके बाजू रक्‍त से सने हुए थे। चेहरे पसीने से और ताजे खून से तर ब तर थे। लेकिन पादरी ने उनके आत्‍म समर्पण के कार्य को चरम गौरव के रूप में याद किया था।

“हमने सरे आम उसका कत्‍ल किया।” पैड्रो ने कहा था, “लेकिन हम निर्दोष हैं।”

“शायद ईश्‍वर के सामने,” फादर एमाडोर ने कहा था।

“ईश्‍वर के सामने और व्यक्तियों के सामने,” पाब्‍लो ने जवाब दिया था, “सवाल इज्‍ज़त का था।”

इसके अलावा, तथ्‍यों को फिर से जोड़ने में उन्‍होंने, जो कुछ सच में हुआ था, उसकी तुलना में भयंकर खून खराबे का इस हद तक स्‍वांग भरा कि प्‍लेसिडा लिनेरो के घर के सदर दरवाजे पर चाकू के गोदने के इतने निशान बन गये थे कि उसकी मरम्मत करने के लिए सार्वजनिक निधियों के इस्‍तेमाल की ज़रूरत पड़ गयी थी।

ज़मानत देने की हैसियत न होने की वजह से मुकदमे के इंतज़ार में उन्‍होंने रिओहाचा के गोल कैदखाने में तीन बरस गुज़ारे थे। पुराने कैदी उन्‍हें उनके अच्‍छे चरित्र और मेलजोल के लिए याद करते थे लेकिन उन कैदियों ने इन दोनों में कभी भी पश्चाताप के चिह्न नहीं देखे थे। इसके बावजूद, सच्चाई यही थी कि विकारियो बंधुओं ने बिना कोई अभियोग चलाये और सफाई का मौका दिये बिना ही सैंतिएगो नासार को मार कर कुछ ठीक नहीं किया था, लेकिन उन्‍होंने जो कुछ भी किया, उसका किसी को अंदाज ही नहीं हो पाया था कि वे उन्‍हें हत्‍या करने से रोकते, और अगर रोकते भी तो क्‍या वे दोनों मानने वाले थे!

जो कुछ उन्‍होंने मुझे बरसों बाद बतलाया था, उसके अनुसार, उन्‍होंने शुरुआत सैंतिएगो नासार को मारिया एलेक्‍जंद्रीना सर्वांतीस के डेरे पर ढूंढने से की थी, जहां वे दो बजे तक तो उसके साथ ही रहे थे। इस तथ्‍य को, अन्‍य कई बातों की तरह, रिकार्ड में दर्ज नहीं किया गया था। दरअसल, उस वक्‍त जब विकारियो बंधु उसे खोजते हुए वहां गये, जैसा कि उन्‍होंने बताया, सैंतिएगो नासार वहां था ही नहीं, क्‍योंकि हम लोग प्रेम गीतों का एक और दौर पूरा करने की नीयत से वहां से जा चुके थे। लेकिन जो भी हो, यह तय नहीं था कि वे वहां ही थे।

“वे यहां से गये ही नहीं होते,” मारिया एलेक्‍जेंद्रीना सर्वांतीस ने मुझे बताया था। उसे बहुत अच्‍छी तरह से जानने की वजह से मैंने कभी उस पर शक नहीं किया। दूसरी तरफ, वे सैंतिएगो नासार का इंतज़ार करने के लिए क्‍लोतिल्‍दे आर्मेंता के डेरे पर गये, जहां के बारे में उन्‍हें पता था कि वहां सैंतिएगो नासार के अलावा हर कोई रुकता था।

“सिर्फ वही जगह खुली हुई थी।” उन्‍होंने जांचकर्ता के सामने कबूल किया था। “देर सबेर उसे बाहर आना ही था।” निरपराधी ठहराये जाने के बाद उन्‍होंने मुझे बताया था। इसके बावजूद, सब जानते थे प्‍लेसिडा लिनेरो के घर के सदर दरवाजे पर भीतर की तरफ हमेशा, यहां तक कि दिन के वक्‍त भी कुंडी चढ़ी रहती थी, और कि सैंतिएगो नासार अपने पास हमेशा पिछले दरवाजे की चाबियां रखता था। यहीं से वह, घर पहुंचने पर, भीतर गया था। दरअसल विकारियो बंधु परली तरफ, घंटे भर से उसकी राह देख रहे थे, और अगर वह बाद में बिशप की अगवानी करने के लिए चौक की तरफ वाले दरवाजे से निकला तो इस अनहोनी का कारण वह जांचकर्ता अधिकारी भी नहीं लगा पाया था जिसने इस मामले का सार तैयार किया था।

आज तक यहां कोई भी ऐसी मौत नहीं हुई थी, जिसके बारे में पहले से इतना कुछ बता दिया गया हो। जब विकारियो बंधुओं की बहन उन्‍हें “उसका” नाम बता चुकी तो वे दोनों अपने सूअर बाड़े की संदूकची के पास गये जिसमें काटने पीटने के औजार वगैरह रखते थे। उन्‍होंने दो सबसे उम्‍दा चाकू चुने। एक चाकू दस इंच लम्‍बे और ढाई इंच चौड़े फल वाला - उसे चार टुकड़ों में चीरने के लिए, उसकी बोटियां काटने के लिए। दूसरा चाकू था सात इंच लम्‍बे और डेढ़ इंच चौड़े फल वाला। उन्‍होंने ये दोनों चाकू एक पुराने कपड़े में लपेटे और उन पर धार लगवाने के लिए मीट बाज़ार की तरफ चल दिये। वहां अभी कुछेक खोखे ही खुलने शुरू हुए थे। इतनी सुबह वहां बहुत अधिक ग्राहक नहीं थे, लेकिन बाइस आदमियों ने हलफिया बयान दिया था कि उन्‍होंने उस वक्‍त कहा गया एक एक शब्‍द सुना था। उन सबका एक ही ख्याल था कि ये बातें सबको सुनाने के लिए कही गयी थीं। फॉस्‍तिनो सांतोस, उनके एक कसाई दोस्‍त ने उन्‍हें सुबह तीन बीस पर आते हुए देखा था। उस वक्‍त उसने अपना ठीया लगाया ही था। वह समझ नहीं पाया कि वे सोमवार के दिन अल सुबह, इतनी जल्‍दी शादी में पहने गहरे रंग के सूटों में ही चले आ रहे थे। वह उन्हें शुक्रवारों के दिन, लेकिन थोड़ा और दिन निकल आने के वक्‍त देखने का आदी था। तब वे कसाईगिरी वाले अपने चमड़े के लबादे पहने हुए होते थे, “मुझे लगा कि वे इतना ज्‍यादा पिये हुए थे” फॉस्‍तिनो सांतोस ने मुझे बताया था,“कि वे न केवल यह भूले हुए थे कि उस समय वक्‍त क्‍या हुआ था बल्‍कि वे दिन भी भूले हुए थे।” फॉस्‍तिनो सांतोस ने उन्‍हें याद दिलाया था कि यह सोमवार है।

“सबको पता है बे गंजेड़ी,” पाब्‍लो विकारियो ने चुहलबाजी करते हुए उसे जवाब दिया था, “हम तो अपने चाकुओं पर धार लगाने आये हैं।”

उन्‍होंने हमेशा की तरह सान पर अपने चाकुओं पर धार लगायी, पैड्रो ने चाकू थामे हुए थे और उन्‍हें सान पर आगे पीछे कर रहा था। पाब्‍लो सान का चक्का चला रहा था। साथ ही साथ वे दूसरे कसाइयों को शादी की शानो शौकत के किस्‍से सुना रहे थे। कुछेक कसाइयों ने शिकवा भी किया कि उन्‍हें विकारियो बंधुओं का काम काजी संगी साथी होने के बावजूद केक में से हिस्‍सा नहीं मिला है। विकारियो बंधुओं ने वादा किया कि उनके लिए वे केक भिजवा देंगे। आखिरकार, उन्‍होंने अपने चाकू एकदम धारदार बना लिये। पाब्‍लो ने अपना चाकू लैम्‍प की बगल में रख लिया। चाकू का स्‍टील जगमग कर रहा था।

“हम सैंतिएगो नासार को मारने जा रहे हैं।” पाब्‍लो ने कहा।

अच्‍छे आदमियों के रूप में उनकी शोहरत इतनी गहरी और अच्‍छी थी कि किसी ने भी उनकी तरफ तवज्‍जो नहीं दी।

“हम यही सोचते रहे कि यह शराबियों की बकवास है।” कई कसाइयों ने यह बात कही थी। यही बात विक्‍टोरिया गुज़मां ने और बाद में उन दोनों को देखने वाले कई लोगों ने कही थी। कुछ अरसे बाद मैं कसाइयों से ये बात पूछने वाला था कि क्‍या जानवरों को हलाल करते कसाई लोग इतने पत्‍थर दिल नहीं हो जाते हैं कि इन्‍सान को मारते समय उनके हाथ तक नहीं कांपें।

उन्‍होंने इनकार किया: जब आप बछड़े या जवान बैल को मारते हैं तो उसकी आंखों में देखने की आपकी हिम्‍मत नहीं होती है। उनमें से एक आदमी ने मुझे बताया था कि जिस जानवर को उसने काटा था, वह उसका मांस तक नहीं खा पाया था। एक अन्‍य आदमी ने मुझे बताया था कि जिस गाय को आपने पाल पोस कर बड़ा किया हो, उसे ही मारने में आपकी आत्‍मा तड़प उठती है, फिर जिस गाय का आपने दूध पीया हो, उसकी तरफ तो इस नीयत से आँख ही नहीं उठती। मैंने उन्‍हें याद दिलाया था कि विकारियो बंधु उन्‍हीं खस्‍सी सुअरों को काटते थे जिन्हें वे खुद पालते पोसते थे बल्‍कि वे उनसे इतने अधिक वाकिफ होते थे कि उन्‍हें नामों से पुकारते थे।

“यह सच है,” उनमें से एक ने कहा था,“लेकिन याद रहे कि उन्‍होंने सूअरों को फूलों के नाम दे रखे थे न कि आदमियों के।”

फॉस्‍तिनो सांतोस ही उनमें से ऐसा अकेला आदमी था जिसे पाब्‍लो की धमकी में सच की झलक नज़र आयी थी और उसने पाब्‍लो से चुहलबाजी में ही पूछ लिया था कि वे सैंतिएगो नासार को ही क्‍यों मारना चाहते हैं जबकि वहां कई ऐसे अमीर आदमियों की भरमार है जिन्‍हें पहले मरना चाहिये था।

“सैंतिएगो नासार जानता है कि उसे क्‍यों मार रहे हैं।” पाब्‍लो ने जवाब दिया था।

फॉस्‍तिनो सांतोस ने मुझे बताया था कि उसे अभी भी शुब्‍हा हो रहा था और उसने इस लफड़े के बारे में उस पुलिस वाले को बताया था जो थोड़ी ही देर बाद मेयर के नाश्‍ते के लिए पाव भर कलेजी लेने आया था। मुकदमे के सार संक्षेप में उस पुलिस वाले का नाम लिएंडरो पोर्नोय बताया गया था और वह अगले ही बरस राष्ट्रीय छुट्टियों में एक दुर्घटना में चल बसा था। एक सांड ने उसके गले की नली में सींग घुसेड़ दिया था। इस वजह से मैं कभी उससे बात नहीं कर पाया था लेकिन क्‍लोतिल्‍दे आर्मेंता ने मेरे लिए इस बात की पुष्‍टि की थी कि उस वक्‍त जब स्‍टोर में विकारियो बंधु पहले से बैठे हुए थे और इंतज़ार कर रहे थे, वहां आने वाला पहला शख्‍स वही पुलिस वाला था।

क्‍लोतिल्‍दे आर्मेंता उसी वक्‍त काउंटर के पीछे अपने पति की जगह बैठने आयी थी। यह उनका रोज़ का नियम था। दुकान में अल सुबह दूध बेचा जाता था। दिन के वक्‍त वह सौदा सुलुफ की दुकान हो जाती और शाम छ: बजे के बाद वही दुकान बार में तब्‍दील हो जाती। क्‍लोतिल्‍दे आर्मेंता सुबह साढे़ तीन बजे दुकान खोलती। उसका पति, भला आदमी, डॉन रोगेलियो दे ला फ्लोर बार संभालता और बंद होने तक वहीं जमा रहता। लेकिन उस रात, शादी की वजह से कई भूले भटके ग्राहक वहां चले आये थे और इस कारण वह रात तीन बजे दुकान बंद किये बगैर ही सोने चला गया था। क्‍लोतिल्‍दे आर्मेंता भी वक्‍त से पहले तैयार हो कर आ पहुंची थी। वह बिशप के आने से पहले सब कुछ निपटा देना चाहती थी।

विकारियो बंधु चार बज कर दस मिनट पर आये थे। उस वक्‍त तक खाने की सारी चीज़ें बिक चुकी थीं। फिर भी, क्‍लोतिल्‍दे आर्मेंता ने उन्‍हें गन्‍ने की शराब बेची। सिर्फ इसलिए नहीं कि वह उनकी बहुत ज्‍यादा इज्‍ज़त करती थी बल्‍कि इसलिए भी कि उन्‍होंने मेहरबानी करके उसके लिए शादी के केक में से एक हिस्‍सा उसके लिए भिजवाया था और इस बात के लिए वह उनकी शुक्रगुज़ार थी। उन्‍होंने दो लम्‍बे घूँट में ही पूरी बोतल हलक से नीचे उतार ली थी। इसके बावजूद, वे भाव शून्‍य बने रहे। “वे हक्‍के बक्‍के लग रहे थे।” क्‍लोतिल्‍दे आर्मेंता ने मुझे बताया था। उनका रक्तचाप लैम्‍प जलाने के तेल से भी ऊपर नहीं उठाया जा सकता था। तब उन्‍होंने कपड़े की अपनी जैकेटें उतारीं और उन्‍हें सहेज कर कुर्सी की टेक पर लटका दिया। उन्‍होंने फिर क्‍लोतिल्‍दे आर्मेंता से एक बोतल और लाने के लिए कहा। सूख गये पसीने से उनकी कमीज़ें गंदी नज़र आ रही थीं। एक दिन की बढ़ी हुई दाढ़ी से उनके चेहरे जंगलीपन का अहसास करा रहे थे। उन्‍होंने दूसरी बोतल धीरे-धीरे खत्‍म की और बीच बीच में वे गली के पार प्‍लेसिडा लिनेरो के घर की तरफ देख लेते। वहां खिड़कियों में अभी भी अँधेरा था। बाल्‍कनी में सबसे बड़ी खिड़की सैंतिएगो नासार के कमरे की थी। पैड्रो विकारियो ने क्‍लोतिल्‍दे आर्मेंता से पूछा था कि क्‍या उसने खिड़की में कोई रौशनी देखी थी। क्‍लोतिल्‍दे आर्मेंता ने इनकार में सिर हिला दिया था। लेकिन यह उसे अजीब तरह की दिलचस्पी लेने जैसा लगा था।

“क्‍या उसे कुछ हो हवा गया है?” क्‍लोतिल्‍दे आर्मेंता ने पूछा था।

“नहीं,” पैड्रो विकारियो ने जवाब दिया था, “हम तो सिर्फ उसे मारने के लिए उसकी तलाश कर रहे हैं।”

यह जवाब इतनी सहजता से दिया गया था कि क्‍लोतिल्‍दे आर्मेंता यकीन ही नहीं कर पायी कि उसने ठीक ठाक सुना है। लेकिन क्‍लोतिल्‍दे आर्मेंता ने देखा कि विकारियो बंधुओं के पास कसाइयों वाले दो चाकू थे जिन्‍हें उन लोगों ने रसोई के चीथड़ों में लपेट रखा था।

“और क्‍या कोई शख्‍स जान सकता है कि आप लोग इतनी अल सुबह उसे क्‍यों मारना चाहते हैं?” क्‍लोतिल्‍दे आर्मेंता ने पूछा था।

“वही इस बात को जानता है कि हम उसे क्‍यों मार रहे है।” पैड्रो विकारियो ने जवाब दिया था।

क्‍लोतिल्‍दे आर्मेंता ने गंभीर हो कर उन पर अपनी आंखें गड़ायीं, वह उन्‍हें इतनी अच्‍छी तरह से जानती थी कि वह उन्‍हें अलग-अलग पहचान सकती थी। खास कर पैड्रो विकारियो के आर्मी से लौट आने के बाद से।

“वे छोटे बच्‍चों की तरह लगते थे।” उसने मुझे बताया था, और इस ख्याल ने ही उसे सिहरा दिया था क्‍योंकि वह हमेशा यही महसूस करती थी कि केवल बच्‍चे ही सब कुछ करने में समर्थ होते हैं। इसलिए उसने दूध का जग तैयार करने का काम निपटाया और अपने पति को यह बताने के लिए जगाने भीतर गयी कि दुकान में क्‍या कुछ हो रहा है। डॉन रोगेलियो दे ला फ्लोर ने अधजगे में अपनी बीवी की बात सुनी।

“मूर्खा मत बनो,” पति ने उससे कहा, “ये दोनों किसी को मारने वारने वाले नहीं हैं। किसी अमीर आदमी को तो बिल्‍कुल नहीं।”

जब क्‍लोतिल्‍दे आर्मेंता वापिस लौटी तो जुड़वां भाई ऑफिसर लिएंडरो पोर्नोय से गप्‍पें लड़ा रहे थे। लिएंडरो पोर्नोय मेयर के लिए दूध लेने आया था। क्‍लोतिल्‍दे आर्मेंता सुन नहीं पायी कि वे आपस में क्‍या बात कर रहे थे। फिर भी, जिस तरीके से वह जाते-जाते चाकुओं की तरफ देख रहा था, उससे क्‍लोतिल्‍दे आर्मेंता को लगा, वे दोनों उसे अपनी योजना के बारे में बता रहे होंगे।

कर्नल लाजारो अपोंते, उसी वक्‍त, चार बजने से कुछ ही पहले जागा था। जब ऑफिसर लिएंडरो पोर्नोय ने उसे विकारियो बंधुओं की मंशा के बारे में बताया तो उसने उसी वक्‍त अपनी दाढ़ी बनायी थी। उसने एक ही रात पहले दोस्‍तों के बीच कई झगड़े टंटे निपटाये थे इसलिए वह फिलहाल एक और झगड़ा निपटाने के लिए किसी हड़बड़ी में नहीं था। उसने आराम से कपड़े पहने, कई बार टाई बांधता खोलता रहा, जब तक वह बिल्‍कुल ठीक नहीं बंध गयी। फिर उसने बिशप की अगवानी के लिए गले में धार्मिक रीति वाला मफलर डाल लिया। जब वह लच्छेदार प्‍याज का छौंक लगा कर बनायी गयी फ्राइड कलेजी का नाश्‍ता कर रहा था तो उसकी बीवी ने बहुत उत्तेजना के साथ उसे बताया कि बयार्दो सां रोमां ने एंजेला विकारियो को वापिस उसके घर पहुंचा दिया है। उसने इस खबर को भी ड्रामाई ढंग से ही लिया।

“हे भगवान,” उसने मज़ाक उड़ाया,“बिशप भी क्‍या सोचेगा।”

जो भी हो, नाश्‍ता खत्‍म करते न करते उसे अभी अभी कही गयी अरदली की बात याद आयी। उसने दोनों खबरों को एक साथ जोड़ कर देखा। वह तत्काल इस नतीजे पर पहुंचा कि दोनों खबरें एक दूसरे में पूरी तरह फिट बैठती हैं। तब वह नये घाट की तरफ जाने वाली गली में से होता हुआ चौक पर जा पहुंचा। बिशप की अगवानी के लिए घरों में लोग जागने लगे थे।

“मैं पक्‍के तौर पर कह सकता हूं कि उस वक्‍त लगभग पाँच बज चुके थे और बरसात शुरू होने को थी।”। कर्नल लाजारो अपोंते ने मुझे बताया था। रास्‍ते में उसे तीन लोगों ने गुपचुप तरीके से बताया कि विकारियो बंधु सैंतिएगो नासार को मारने के लिए उसकी बाट जोह रहे हैं। लेकिन उनमें से एक ही आदमी उसे वह जगह बता पाया था जहां वे इंतज़ार कर रहे थे।

वे उसे क्‍लोतिल्‍दे आर्मेंता के स्‍टोर में मिल गये।

“जब मैंने उन्‍हें देखा तो वे मुझे सिर्फ दो शातिर गप्पी लगे।” कर्नल लाजारो अपोंते ने मुझे निजी तर्क से बताया था।

“वजह यह थी कि मुझे जितनी उम्‍मीद थी, वे उतनी ही पिये हुए थे।” उसने उन दोनों की मंशा के बारे में पूछताछ तक नहीं की। उसने सिर्फ उनके चाकू ले लिये और उन्‍हें सोने के लिए घर भेज दिया। ऐसा करते समय उसने उतने ही धैर्य से काम लिया जितने धैर्य से उसने अपनी बीवी की चेतावनी की तरफ ध्यान दिया था।

“ज़रा सोचो तो,” कर्नल ने उन्‍हें बताया था, “बिशप तुम लोगों को इस हाल में देखेगा तो क्‍या सोचेगा?”

वे चले गये थे। क्‍लोतिल्‍दे आर्मेंता को मेयर के चलताऊ अंदाज से एक और झटका लगा। वह यही मान कर चल रही थी कि जब तक सच्चाई सामने नहीं आ जाती, कर्नल अपोंते को चाहिये था कि दोनों को गिरफ्तार कर लेता। कर्नल अपोंते ने क्‍लोतिल्‍दे आर्मेंता को आखिरी तर्क के रूप में चाकू दिखलाये।

“अब उनके पास कुछ नहीं है जिससे किसी का कत्‍ल कर सकें।” कर्नल अपोंते ने कहा था।

“यह बात नहीं है,” क्‍लोतिल्‍दे आर्मेंता ने कहा था, “होना ये चाहिये था कि उन बेचारे छोकरों को एक खतरनाक जिम्मेवारी से बचाया जाता जो उन पर आन पड़ी थी।”

वजह यह थी कि उसे आभास हो चला था। उसे पक्‍का यकीन था कि विकारियो बंधु उस सज़ा को पूरा करने, फर्ज निभाने के लिए इतने बेचैन नहीं थे जितने किसी भी ऐसे शख्‍स की तलाश में बेचैन थे कि कोई आये, और उन्‍हें इससे रोक कर उन पर अहसान करे। लेकिन कर्नल अपोंते अपनी तरफ से पूरी तरह से निश्चिंत था।

“किसी को सिर्फ शुबहा के आधार पर गिरफ्तार नहीं किया जा सकता,” कर्नल अपोंते ने कहा था,“अब बात सिर्फ सैंतिएगो नासार को सावधान करने की है।”

क्‍लोतिल्‍दे आर्मेंता को हमेशा याद रहता कि कर्नल अपोंते की थुलथुल आकृति हमेशा उसके मन में दया माया की भावना भरती थी, लेकिन दूसरी तरफ मैंने उसे हमेशा एक खुशमिजाज आदमी के रूप में पाया था। हां, वह थोड़ा बहुत सनकी लगता था। इसकी वजह डाक के जरिये सीखा गया उसका नि:संग रहस्‍यवाद था।

उस सोमवार उसका व्‍यवहार उसके मूरखपने का आखिरी सबूत था। सच तो यह था कि उसने उस वक्‍त तक दोबारा सैंतिएगो नासार के बारे में सोचा तक नहीं था जब तक वह सैंतिएगो नासार से घाट पर नहीं मिला। वहां उसने सही फैसला करने के लिए उसे बधाई तक दे डाली थी।

विकारियो बंधुओं ने दूध लेने के लिए गये बीसियों लोगों को अपनी योजना के बारे में बता दिया था और छ: बजते न बजते यह बात सब लोगों ने चारों तरफ फैला दी थी।

क्‍लोतिल्‍दे आर्मेंता को यह बात नामुमकिन सी लग रही थी कि सड़क पार घर में ही इस बात की खबर नहीं थी। उसे नहीं लगता था कि सैंतिएगो नासार वहां पर मौजूद था क्‍योंकि उसने बेडरूम की बत्ती जलते हुए नहीं देखी थी। वह जिस किसी से भी कह सकती थी, उसने कहा ही था कि अगर वे कहीं सैंतिएगो नासार को देखें तो उसे आगाह कर दें। यहां तक कि उसने ड्यूटी पर आये उस छोकरे के ज़रिये भी फादर एमाडोर के पास संदेशा भिजवाया था जो ननों के लिए दूध खरीदने के लिए आया था। चार बजने के बाद जब उसने प्‍लेसिडा लिनेरो के घर की रसोई की बत्ती जलती देखी तो उसने भिखारिन के ज़रिये विक्‍टोरिया गुज़मां के पास आखिरी और ज़रूरी संदेश भिजवाया था। यह भिखारिन बुढ़िया रोज़ सुबह ईश्‍वर के नाम पर हमेशा पाव भर दूध मांगने आ धमकती थी। जिस समय बिशप की नाव घाट पर लगी, कमोबेश सभी उसकी अगवानी करने के लिए वहां पर मौजूद थे। उनमें से शायद ही कोई ऐसा बंदा रहा होगा जिसे यह न पता हो कि विकारियो बंधु सैंतिएगो नासार का कत्‍ल करने के इरादे से उसकी राह देख रहे हैं। बात सिर्फ इतनी ही नहीं थी। हर आदमी को कत्‍ल किये जाने की वजह की बारीक से बारीक बातें भी मालूम थीं।

क्‍लोतिल्‍दे आर्मेंता ने अभी तक दूध बेचने का धंधा समेटा ही नहीं था कि विकारियो बंधु अखबारों में लिपटे दो चाकू ले कर फिर आ धमके थे। इनमें से एक चाकू बारह इंच लम्‍बे और तीन इंच चौड़े जंग लगे फल वाला था जो चीरने के काम आता। इसे पैड्रो विकारियो ने मीनाकारी वाली आरी की धातु से तब जोड़ तोड़ कर बनाया था जब युद्ध की वजह से जर्मन चाकू मिलने बंद हो गये थे। दूसरा चाकू छोटा,लेकिन चौड़े फल वाला था और आगे की तरफ से मुड़ा हुआ था। जांचकर्ता ने इन दोनों चाकुओं के रेखाचित्र शायद यह सोच कर बनवाये थे कि वह उनका हुलिया बयान करने में मुश्‍किल महसूस कर रहा था। वह इतना ही बता पाया था कि एक चाकू नन्ही, टेढ़े पाल वाली तलवार की तरह लगता था। इन्हीं चाकुओं की मदद से अपराध किया गया था। दोनों ही चाकू रद्दी और जंग खाये हुए थे। इन्‍हें बहुत ज्‍यादा इस्‍तेमाल में लाया जा चुका था।

फॉस्‍तिनो सांतोस इस बात को समझ नहीं पाया था कि आखिर हुआ क्‍या था कि “वे दूसरी बार अपने चाकुओं पर धार लगवाने आये थे।” उसने मुझे बताया था,“और एक बार फिर उन्‍होंने चिल्‍ला चिल्‍ला कर सबको सुनाते हुए कहा था कि वे सैंतिएगो नासार की अंतड़ियां बाहर निकालने जा रहे हैं। इसलिए मैं यही समझा कि वे यूं ही लोगों को बुद्धू बना रहे हैं। खासकर इसलिए भी कि मैंने उनके चाकुओं पर ज्‍यादा तवज्‍जो नहीं दी थी कि मैं उन्‍हें वही पुराने चाकू मान कर चल रहा था।”

अलबत्ता, इस बार जब क्‍लोतिल्‍दे आर्मेंता ने उन्‍हें दोबारा आते देखा तो उसे महसूस हुआ, इस बार उनमें पहले जैसा पक्‍का इरादा नज़र नहीं आ रहा था।

दरअसल, उनमें आपस में पहली बार असहमति हो गयी थी। यह तो था ही कि बाहर से उन दोनों में जितना फर्क नज़र आता था, भीतर से वह फर्क कहीं ज्‍यादा था। एक बात और भी थी कि मुश्‍किल मौकों पर उनका चरित्र एक दूसरे के विपरीत हो जाता था। हम जो कि उनके यार दोस्‍त थे, ग्रामर स्‍कूल के दिनों से यही देखते आ रहे थे। पाब्‍लो विकारिेयो अपने भाई से छ: मिनट बड़ा था, वह किशोरावस्‍था के आने तक भाई की तुलना में अधिक कल्पनाशील और निश्‍चयी रहा। पैड्रो मुझे हमेशा संवेदनशील लगता रहा और इसी नज़रिये से अधिक रौबदाब वाला भी। दोनों ही बीस बरस की उम्र में मिलीटरी सेवा के लिए हाजिर हुए थे। पाब्‍लो को इस आधार पर क्षमादान मिल गया था कि वह घर पर रह कर परिवार की देखभाल करे। पैड्रो ग्‍यारह महीने तक पुलिस पैट्रोल में रहा। आर्मी की दिनचर्या ने जो कि मौत के डर से और अधिक कठोर हो गयी थी, उसे कमांड देने और अपने भाई के लिए फैसले करने की आदत को पुख्‍ता ही किया था। वह अपने साथ सार्जेंट का सुजाक रोग भी लाया था जो डॉक्‍टर दिओनिसियो इगुआरां के संखिया भरे इंजेक्‍शनों और लाल दवाई की पुल्‍टिसों जैसी सैन्‍य दवाइयों के जानलेवा प्रयोगों से भी दूर नहीं हुआ था। केवल जेल में ही उसका इलाज हो सका।

हम सब, जो भी उसके यार दोस्‍त थे, यह बात मानते थे कि अचानक ही पाब्‍लो विकारियो अपने भाई के लौटने के बाद उसी पर निर्भर रहने लगा था। और उसका भाई बैरक रूम की कठोर आत्‍मा को ले कर लौटा था। जिस किसी पर उसे रौब डालना होता था, उसके सामने अपनी कमीज उठा कर अपनी बायीं कांख पर गोली से हुए घाव का निशान दिखा देता था। अब वह बड़े बड़े लोगों के सुजाक रोग के पक्ष में बोलने लगा था। इस रोग को उसका भाई शौर्य पदक की तरह दिखलाता फिरता था।

पैड्रो विकारियो ने जो घोषणा की थी, उसके अनुसार उसी ने सैंतिएगो नासार को मारने का फैसला किया था और पहले पहल तो उसका भाई वैसा ही करता रहा जैसा उसने कहा। लेकिन जब मेयर ने उनसे उनके चाकू ले लिये तब भी वही यह सोचने के लिए आगे रहा कि ड्यूटी तो पूरी करनी ही है, इसके बाद से पाब्‍लो ने कमान संभाल ली थी। दोनों में से किसी ने भी दोनों के बीच की आपसी असहमति के बारे में जांचकर्ता को अलग अलग दिये गये बयानों में नहीं बतलाया। लेकिन पाब्‍लो विकारियो ने कई बार मेरे सामने इस बात की पुष्‍टि की थी कि पैड्रो को इस संकल्प को पूरा करने के लिए मनाना कोई आसान काम नहीं था। बेशक मामले की तह में कुछ भी न हो, सिर्फ आतंक की तरंग मात्र हो, लेकिन सच्चाई यह थी कि पाब्‍लो विकारियो दूसरी बार चाकू लेने सूअर बाड़े में अकेला ही गया था और उसका भाई भारी यंत्रणा में था। वह इमली के दरख्‍़तों के तले खड़ा देर तक पेशाब करने में लगा रहा।

“मेरा भाई कभी नहीं जान पाया, सब कुछ से गुज़रना कैसा था,” पैड्रो ने मुझे इकलौते इंटरव्‍यू में बताया था,“यह तो कुल्‍हड़ में मूतने जैसा था।” पाब्‍लो विकारियो जब चाकू ले कर लौटा तो उसने देखा – पैड्रो पेड़ से लिपटा खड़ा था। “तकलीफ की वजह से उसे ठंडा पसीना छूटने लगा था।” पाब्‍लो ने बताया था,“और उसने मुझसे कहा था कि जाओ, तुम अकेले ही सब कुछ निपटा कर आओ। मैं किसी को मारने वारने की हालत में नहीं हूं। वह शादी की दावत के लिए पेड़ों के नीचे बनायी गयी एक बेंच पर जा बैठा। यहां तक कि उसने अपना शिश्‍न पैंट के अंदर करने में आधा घंटा लगा दिया था।” पाब्‍लो विकारियो ने मुझे बताया था। दरअसल, इसमें पैड्रो विकारियो को दस मिनट भी नहीं लगे थे, लेकिन पाब्‍लो विकारियो के लिए यह सब कुछ इतना मुश्‍किल और इतना चक्‍कर में डाल देने वाला था कि उसे लगा, पैड्रो विकारियो किसी तरह समय बरबाद करने की नयी नयी जुगतें भिड़ा रहा है ताकि सुबह हो जाये। इसलिए उसने चाकू अपने हाथ में रखा और एक तरह से अपने भाई को घसीटता हुआ ले चला – अपनी बहन की अस्‍मत लूटने वाले की तलाश में।

“इससे बाहर निकलने का कोई रास्‍ता नहीं है।” पाब्‍लो ने पैड्रो को बताया था,“समझो सब कुछ निपट चुका है।”

वे सूअर बाड़े के गेट से बाहर निकले। हाथों में नंगे चाकू। पीछे, आँगन में कुत्‍तों के भौंकने की आवाजें। भोर होनी शुरू हो गयी थी। “बरसात नहीं हो रही थी,” पाब्‍लो ने याद करते हुए कहा था,“इसके विपरीत समुद्री हवा चल रही थी और आकाश में अभी भी उंगलियों पर गिने जा सकने वाले तारे थे।” उन्‍होंने खबर इतनी अच्‍छी तरह से चारों तरफ फैला दी थी कि जब वे होर्तेन्‍सिया बाउते के घर के आगे गुजरे तो उसने हौले से अपना दरवाजा खोला। सैंतिएगो नासार के लिए रोने वाली वह पहली महिला थी, “मुझे लगा, वे पहले ही उसका काम तमाम कर चुके हैं।” होर्तेन्‍सिया बाउते ने मुझे बताया था,“क्‍योंकि मैंने गली में रौशनी में उनके हाथों में चाकू देखे और मुझे ऐसा लगा, मानो उनमें से लहू टपक रहा हो।” उस भूली भटकी गली में थोड़े से घरों में से एक और घर खुला था। यह घर था पाब्‍लो विकारियो की मंगेतर – प्रूडेंसिया कोटेस का। वे जब भी उस वक्‍त वहां से गुज़रते थे, खास कर बाज़ार जाने के दिन - शुक्रवार को, तो वे कॉफी का पहला प्‍याला वहीं पीते थे। उन्‍होंने दालान की तरफ खुलने वाले दरवाजे को धकेल कर खोला। वहां ढेर सारे कुत्‍ते थे। कुत्‍तों ने उन्‍हें भोर के धुंधलके में पहचान लिया। वे दोनों रसोई में पहुंचे और प्रूडेंसिया कोटेस की मां से दुआ सलाम की। कॉफी अभी तैयार नहीं हुई थी।

“इस समय हम ज़रा जल्‍दी में हैं,” पाब्‍लो विकारियो ने कहा था,“बाद में पी लेंगे कॉफी।”

“मैं महसूस कर सकती हूं मेरे बच्‍चो,” मां ने कहा था,“सम्‍मान इंतज़ार नहीं करता।”

इसके बावजूद वे इंतज़ार करते रहे। तब पैड्रो विकारियो का लगा, उसका भाई यहां जानबूझ कर वक्‍त बर्बाद कर रहा है। जिस वक्‍त वे कॉफी पी रहे थे, प्रूडेंसिया कोटेस अपनी भरपूर जवानी की झलक दिखलाती रसोई में आयी। उसके हाथ में कुछ पुराने अखबारों की रद्दी थी जिनसे उसने अँगीठी की आग तेज की।

“मुझे पता था, वे क्‍या करने जा रहे थे,” उसने मुझे बताया था,“और मैं केवल उनसे सहमत थी, बल्‍कि मैं तो ऐसे शख्‍स से शादी ही न करती जो आदमी के करने लायक काम न करता।” रसोई से निकलने से पहले पाब्‍लो विकारियो ने प्रूडेंसिया कोटेस से कागज की कतरनें लीं और उनमें से एक पैड्रो विकारियो को चाकू लपेटने के लिए दे दी। प्रूडेंसिया कोटेस उन्‍हें आँगन के दरवाजे तक जाता देखती रही। बिना एक पल के लिए भी हतोत्‍साहित हुए अगले तीन बरस तक पाब्‍लो विकारियो की राह देखती रही। तब तक, जब वह जेल से बाहर आया और हमेशा हमेशा के लिए उसका पति बना।

“तुम दोनों अपना अच्‍छी तरह से ख्याल रखना” उसने दोनों से कहा था।

इसीलिए क्‍लोतिल्‍दे आर्मेंता के पास यह मानने के बेहतर कारण थे जब उसे लगा कि विकारियो बंधुओं का संकल्‍प पहले की तुलना में डगमगाया हुआ था। उसने उन दोनों को रॉटगट रम की बोतल यह सोच की दी कि वे इसे पीकर बुरी तरह नशे में धुत्‍त हो जायेंगे।

“उस रोज़” क्‍लोतिल्‍दे आर्मेंता ने मुझे बताया था,“मुझे लगा, इस दुनिया में हम औरतें कितनी अकेली हैं।” पैड्रो विकारियो ने क्‍लोतिल्‍दे आर्मेंता से उसके पति का शेविंग किट उधार मांगा। वह उसके लिए ब्रश, साबुन, लटकाने वाला शीशा और नया ब्‍लेड डाल कर सेफ्टी रेज़र ले आयी, लेकिन उसने अपने कसाइयों वाले चाकू से ही दाढ़ी बनायी। क्‍लोतिल्‍दे आर्मेंता को लगा, यह तो बेवजह मर्दानगी की हद थी। “वह फिल्‍मों के कातिल की तरह लग रहा था।” क्‍लोतिल्‍दे आर्मेंता ने मुझे बताया था। लेकिन जैसा कि पैड्रो विकारियो ने मुझे बाद में बताया था और जो सच भी था कि सेना में उसने उस्‍तरे से शेव करना सीखा था और तब से वह किसी और सेफ्टी रेज़र से शेव कर ही नहीं सकता था। जहां तक उसके भाई का सवाल था, उसने डॉन रोगेलियो दे ला फ्लोर के मांगे हुए सेफ्टी रेज़र से ढंग से दाढ़ी बनायी।

आखिरकार, उन्‍होंने चुपचाप, बहुत धीमे धीमे पूरी बोतल खत्‍म की। इस बीच वे सड़क पार के घर की अंधेरी खिड़कियों की तरफ गावदियों वाली निगाह से देखते रहे और दूध की खरीद करने आये नकली ग्राहक ऐसी चीज़ों के बारे में पूछने के लिए अंदर बाहर होते रहे जो दुकान में मौजूद नहीं थीं। वे तो सिर्फ यही देखना चाहते थे कि क्‍या सचमुच विकारियो बंधु सैंतिएगो नासार को मारने की नीयत से उसका इंतज़ार कर रहे थे।

विकारियो बंधु खिड़की में बत्ती का जलना नहीं देख पाये। सैंतिएगो नासार चार बज कर बीस मिनट पर घर के भीतर घुसा लेकिन उसे अपने कमरे तक पहुंचने के लिए बत्ती जलाने की ज़रूरत ही नहीं पड़ी थी। सीढ़ियों पर लगा बल्‍ब रात भर जलता रहता था और उसकी रौशनी बेडरूम तक आती थी। सैंतिएगो नासार कपड़े पहने हुए ही अंधेरे में ही बिस्‍तर पर पसर गया। उसके पास नींद लेने के लिए सिर्फ एक ही घंटा था। जब विक्‍टोरिया गुज़मां उसे जगाने के लिए आयी ताकि वह बिशप की अगवानी के लिए जा सके तो उसने सैंतिएगो नासार को इसी हालत में सोये हुए देखा था।

हम मारिया एलेक्‍जंद्रीना सर्वांतीस के यहां तीन बजे के बाद तक तो एक साथ ही थे। मारिया ने खुद ही संगीतकारों को रवाना कर दिया था और नाच घर की बत्तियां बुझा दी थीं ताकि आनंददायिनी मुलैट्टो लड़कियां बिस्‍तरों पर जा कर घड़ी भर आराम कर सकें। वे बिना रुके पिछले तीन दिन से काम कर रही थीं। पहले गुप्‍त रूप से, खास मेहमानों के लिए आनंद के पल जुटा रही थीं, फिर अपने दरवाजे हम जैसे लंडूरों के लिए भी खोल दिये। हमारी तसल्‍ली शादी की धूमधाम से नहीं हो पायी थी। मारिया एलेक्‍जंद्रीना सर्वांतीस जिसके बारे में हम कहा करते थे कि वह एक ही बार तभी सोने जायेगी जब मरेगी, बेहद सुरुचि सम्‍पन्‍न महिला थी। मैंने आज तक उससे अधिक कोमलांगी और काम कला में माहिर दूसरी औरत नहीं देखी थी। लेकिन वह बहुत कठोर भी थी। वह यहीं जनमी और पली बढ़ी हुई थी। वह यहां एक ऐसे घर में रहती थी जिसमें किराये के लिए कई कमरों के दरवाजे खुले रहते थे। नाच घर के लम्‍बे चौड़े आँगन में परमारिबो कस्‍बे से लायी गयी चीनी बाजार की तुंबी वाली लालटैनों की रौशनी में लोग नाचते थे। यह वही औरत थी जिसे मेरे सारे हमजोलियों के कौमार्य भंग का श्रेय जाता है। उसने हमें इतना कुछ सिखाया था जो हम कभी न सीख पाते। लेकिन इन सबसे बढ़ कर उसने हमें एक बात सिखायी थी कि ज़िंदगी में खाली बिस्‍तर से ज्‍यादा उदास कर देने वाली और कोई जगह नहीं होती।

सैंतिएगो नासार ने जब उसे पहली बार देखा था तो अपने होश खो बैठा था। मैंने तब उसे चेताया था,“कहीं लेने के देने न पड़ जायें।”

लेकिन उसने मारिया एलेक्‍जंद्रीना सर्वांतीस की मादक अदाओं की चकाचौंध में आकर मेरी तरफ ध्यान ही नहीं दिया था। वह उसे पागलपन की हद तक प्यार करने लगा था। पन्द्रह बरस की उम्र में ही वह मारिया एलेक्‍जंद्रीना सर्वांतीस के लिए आंसू बहाने लगा था। तभी इब्राहिम नासार ने उसे मारिया एलेक्‍जंद्रीना सर्वांतीस के बिस्‍तर से कोड़े मार कर बाहर निकाला और उसे एक बरस से भी ज्‍यादा के लिए रैंच पर बंद करके रखा था। तब से दोनों में गम्भीर अनुराग का रिश्‍ता चला आ रहा था। इसमें प्रेम की कोई विकृति नहीं थी। मारिया एलेक्‍जंद्रीना सर्वांतीस के मन में सैंतिएगो नासार के प्रति इतना आदर था कि वह सैंतिएगो नासार के मौजूद रहने पर कभी और किसी के साथ हमबिस्‍तर नहीं हुई। उन पिछली छुट्टियों में हमें वह यह कह कर जल्‍दी रवाना कर देती थी कि वह थकी हुई है लेकिन वह दरवाजा कड़ी लगाये बिना खुला छोड़ देती थी और हॉल की बत्ती जलती रहने देती थी ताकि में मैं चुपके से उसके पास आ सकूं।

सैंतिएगो भेस बदलने की जादुई कला में महारत रखता था। यह उसका सबसे प्रिय खेल था - मुलैट्टो लड़कियों की पहचान गड्डमड्ड कर देना। वह कुछ लड़कियों की कपड़ों की अलमारी में रखे सारे कपड़ों की लॉटरी जैसी निकालता। नतीजा यह होता कि वे खुद को अपने से अलग महसूस करतीं। वे दूसरी लड़कियों के कपड़े पहन कर दूसरी ही लड़कियां बन जातीं। एक खास मौके पर एक लड़की ने खुद को हू ब हू दूसरी लड़की के भेस में पाया। दोनों में इतनी अधिक समानता थी कि वह आश्चर्य से चीखने लगी थी,“मुझे लगा, मैं शीशे से बाहर आ गयी हूं।” वह बोली थी। लेकिन उस रात मारिया एलेक्‍जंद्रीना सर्वांतीस ने आखिरी बार सैंतिएगो नासार को भेस बदलने वाली चालबाजियों में शरीक नहीं होने दिया था। मारिया ने ये सब इतने हलके बहाने से किया था कि उसकी याद के कसैलेपन ने सैंतिएगो नासार की ज़िंदगी ही बदल डाली।

इसलिए हम संगीतकारों को प्रेम गीतों के एक और दौर के लिए अपने साथ लिवा ले गये। हम अपनी पार्टी को खुद ही जारी रखे हुए थे और उसी वक्‍त विकारियो बंधु सैंतिएगो नासार का कत्‍ल करने के लिए उसकी राह देख रहे थे। यह सैंतिएगो नासार का ही आइडिया था कि उस वक्‍त, चार बजे के आसपास, विधुर जीयस की पहाड़ी पर चला जाये और नव दम्‍पत्‍ति के सम्‍मान में गीत गाये जायें।

हम न केवल खिड़कियों के तले गीत गाते रहे, बल्‍कि हमने बगीचे में रॉकेट भी छोड़े, और आतिशबाजी भी की। इसके बावजूद, हम फार्म हाउस के भीतर जीवन के किसी भी लक्षण का अंदाजा नहीं लगा पाये। हमें यह लगा ही नहीं, कि भीतर कोई नहीं है, खासकर, इसलिए भी कि नयी कार अभी भी दरवाजे पर खड़ी थी। उसकी छत अभी भी खुली हुई थी। उस पर साटन के रिबन और मोम का सारा सजावटी सामान ज्‍यों का त्‍यों लगा हुआ था। मेरे छोटे भाई लुई एनरिक जो उस समय प्रोफेशनल की तरह से गिटार बजाता था, ने नव दम्‍पत्‍ति के सम्‍मान में एक द्विअर्थी वैवाहिक गीत बना डाला था। उस वक्‍त तक बरसात भी नहीं हुई थी। इसके विपरीत, ऊपर आसमान में चाँद चमक रहा था, हवा बिल्‍कुल साफ़ थी और प्रपात की तली में आप कब्रिस्‍तान से सेंट एल्‍मो की ज्‍योत की रौशनी की झिलमिल देख सकते थे। दूसरी तरफ, चाँदनी रात में केले के दरख्‍़तों के झुंड देखे जा सकते थे। नीचे दलदल नज़र आ रहा था और क्षितिज में कैरिबियाई इलाके की चमकीली लकीर नज़र आती थी। सैंतिएगो नासार ने समुद्र में जलती बुझती रौशनी की तरफ इशारा करके बताया था कि यह एक गुलाम जहाज की यातना पा रही आत्‍मा थी। यह जहाज कार्टाजेना डे इंडियाज पर मुख्‍य बंदरगाह पर सेनेगल के गुलामों को ले कर जा रहा था। यह सोचना असंभव नहीं था कि उसकी आत्‍मा उसे सता रही थी। हालांकि उस वक्‍त तक वह नहीं जानता था कि एंजेला विकारियो का वैवाहिक जीवन दो घंटे पहले ही समाप्त हो चुका था। बयार्दो सां रोमां उसे उसके मां बाप के घर तक पैदल चला कर ले गया था ताकि मोटर का शोरगुल उसकी बदकिस्मती का ढोल पहले ही न पीट दे। वह वहां से अकेला लौटा था। उसने विधुर जीयस के शानदार फार्म हाउस की बत्तियां भी नहीं जलायी थीं।

जब हम पहाड़ी से नीचे उतरे तो मेरे भाई ने बाजार में एक ढाबे पर तली हुई मछली खाने का न्‍यौता दिया लेकिन सैंतिएगो नासार इसके लिए राज़ी नहीं हुआ। दरअसल वह बिशप के आने से पहले घंटे भर की नींद लेना चाहता था। वह नदी के किनारे किनारे क्रिस्‍तो बेदोया के साथ चला गया। रास्‍ते में सड़क के किनारे किनारे गरीब गुरबों वाले ढाबे खुलने शुरू हो गये थे। मोड़ पर मुड़ने से पहले उसने हमसे अलविदा कहते हुए हाथ हिलाया। यह आखिरी बार था जब हमने उसे देखा था।

क्रिस्‍तो बेदोया ने सैंतिएगो नासार से उसके घर के पिछवाड़े की तरफ विदाई ली। दोनों ने तय किया था कि वे बाद में घाट पर मिलेंगे। कुत्‍तों ने जब सैंतिएगो नासार को आते देखा तो वे हमेशा की तरह उस पर भौंके। लेकिन उसने उन्‍हें धुंधलके में चाबियों का छल्ला बजाने की आवाज़ से शांत कर दिया। जब वह रसोई में से अपने कमरे की तरफ गया तो उस वक्‍त विक्‍टोरिया गुज़मां चूल्‍हे पर रखे कॉफी के बर्तन पर निगाह रखे हुए थी।

“साब जी,” विक्‍टोरिया गुज़मां ने उसे पुकारा था,“कॉफी थोड़ी देर में तैयार हो जायेगी।”

सैंतिएगो नासार ने उसे बताया था कि वह कॉफी बाद में लेगा। उसने यह भी कहा कि वह साढ़े पाँच बजे से उसे जगाने के लिए दिविना फ्लोर को भेज दे। उसके हाथ वह वैसे ही कपड़े भेजे जैसे उसने उस वक्‍त पहने रखे थे। सैंतिएगो नासार के बिस्‍तर पर जाने के पल भर के भीतर ही विक्‍टोरिया गुज़मां को दूध मांगने वाली भिखारिन के जरिये क्‍लोतिल्‍दे आर्मेंता का भेजा संदेश मिला। साढ़े पाँच बजे सैंतिएगो नासार को जगाने की हिदायत का उसने पालन किया लेकिन उसने दिविना फ्लोर को न भेज कर खुद ही साफ़ कपड़ों का जोड़ा लिया और सैंतिएगो नासार को जगाने लगी। वह इस विलासी के पंजों से अपनी छोकरी को बचाये रखने का कोई भी मौका हाथ से नहीं जाने देती थी।

मारिया एलेक्‍जंद्रीना सर्वांतीस ने अपने घर के दरवाजे की कुंडी नहीं लगायी थी। मैं अपने भाई से अलग हुआ और वरांडे को पार करके भीतर आ गया। वहां ट्युलिप के फूलों के बीच उन मुलैट्टो लड़कियों की बिल्लियां मुड़ी तुड़ी होकर सो रही थीं। मैं दरवाजा खटखटाये बिना ही बेडरूम के भीतर चला आया। बत्तियां बुझी हुई थीं लेकिन मैं जैसे ही भीतर पहुंचा मेरे नथुनों में एक गर्म औरत के शरीर की गंध भर गयी। मैंने उस अंधेरे में अनिद्रा रोग की मारी मादा तेंदुए की चमकती हुई आंखें देखीं। उसके बाद मुझे अपने तन बदन का होश नहीं रहा। सुबह जब घंटियां बजनी शुरू हुईं तो मैं होश में आया था।

अपने घर की तरफ जाते समय मेरा भाई सिगरेटें खरीदने के इरादे से क्‍लोतिल्‍दे आर्मेंता के स्‍टोर में गया। वह उस समय इतना पीये हुए था कि उस मुठभेड़ की स्‍मृतियां उसके लिए हमेशा गड्डमड्ड रहीं, लेकिन वह पैड्रो विकारियो द्वारा ऑफर किये गये घातक ड्रिंक को कभी भूल नहीं पाया,“वह तरल आग की तरह था।” भाई ने मुझे बताया था। पाब्‍लो विकारियो, जो सो चुका था, मेरे भाई के आने की आहट से जाग गया था। पैड्रो विकारियो ने मेरे भाई को चाकू दिखाया,“हम सैंतिएगो नासार को मारने जा रहे हैं।” उसने मेरे भाई को बताया था।

मेरे भाई को याद नहीं रहा,“लेकिन अगर मुझे याद भी रहता तो मुझे उस पर यकीन नहीं आता।” उसने मुझे कई बार बताया था, “कोई चूतिया ही होगा जो कभी यह सोचे कि वे किसी को मारेंगे, वो भी सूअर काटने वाले चाकू से।” उन्‍होंने मेरे भाई से सैंतिएगो नासार का अता पता पूछा था क्‍योंकि उन दोनों ने इन दोनों को एक साथ देखा था। मेरे भाई को याद ही नहीं आ रहा था कि उसने क्‍या जवाब दिया था। लेकिन जब क्‍लोतिल्‍दे आर्मेंता और विकारियो बंधुओं ने उसका जवाब सुना तो वे भौंचके रह गये थे।

उनके अनुसार मेरे भाई ने कहा था, “सैंतिएगो नासार मर चुका है।” इसके बाद उसने धार्मिक रीति से दुआएं दीं, चौखट पर लड़खड़ाया और ठोकरें खाता बाहर निकल गया। चौक के बीचों बीच उसका सामना फादर एमाडोर से हुआ। वह पूजा के परिधान पहने हुए घाट की तरफ जा रहे थे। उनके पीछे पीछे घंटी टुनटुनाता हुआ वेदी सेवक और बिशप की सार्वजनिक प्रार्थना के लिए यज्ञ वेदी उठाये कई सेवक चले जा रहे थे। जब विकारियो बंधुओं ने उन सबको जाते देखा तो वे उनसे आगे निकल गये।

क्‍लोतिल्‍दे आर्मेंता ने जब पादरी को अपनी दुकान के आगे से गुज़र कर जाते देखा तो वह आखिरी उम्‍मीदें भी छोड़ चुकी थी। उसने मुझे बताया था, “मुझे लगा उन्‍हें मेरा संदेश मिला ही नहीं, इसके बावजूद बरसों बाद फादर एमाडोर ने मेरे सामने स्‍वीकार किया था कि जिस वक्‍त वे घाट पर जाने के लिए तैयार हो रहे थे तो उस वक्‍त उन्‍हें क्‍लोतिल्‍दे आर्मेंता का और दूसरे जरूरी संदेश मिल गये थे।”

तब फादर उदास, अंधेरे कैलेफॉल रेस्‍ट होम में दुनिया के तामझाम से दूर, विश्राम कर रहे थे,“सच तो यह है कि मुझे समझ में ही नहीं आया कि मैं क्‍या करूं।” फादर ने मुझे बताया था,“मेरा पहला विचार तो यही था कि इस सबसे मेरा कोई लेना देना नहीं है। यह तो सिविल अधिकारियों का झमेला है, लेकिन फिर मैंने तय किया कि मैं सरसरी तौर पर प्‍लेसिडा लिनेरो से कुछ कहूं।” लेकिन इसके बावजूद जब वे चौक से गुज़रे तो इस बाबत पूरी तरह से भूल चुके थे, “तुम्‍हें इस बात को समझना चाहिये,” उन्‍होंने मुझसे कहा था,“कि उसी अभागे दिन बिशप का आगमन हो रहा था।” अपराध के वक्‍त वे इतने हताश हो गये थे और उन्‍हें खुद पर से इतनी विरक्ति हो गयी थी कि उन्‍हें कुछ और सूझा ही नहीं तो उन्‍होंने आग लगने के संकेत का अलार्म बजा दिया।

मेरा भाई लुई एनरिक रसोई के दरवाजे से घर के अंदर गया था। मेरी मां ने वह दरवाजा इसलिए बिन ताला लगाये छोड़ रखा था ताकि हमारे पिता को हमारे आने की आहट न लगे। बिस्‍तर पर जाने से पहले वह गुसलखाने में गया, लेकिन टायलेट सीट पर बैठे बैठे ही उसे नींद आ गयी। जब मेरा भाई जाइमे स्‍कूल जाने के लिए उठा तो उसने एनरिक को फर्श पर ही औंधे मुंह लेटा पाया। वह नींद में ही गुनगुना रहा था। मेरी नन बहन, जो बिशप की अगवानी करने के लिए नहीं जा रही थी क्‍योंकि उसमें अभी भी रात की खुमारी बाकी थी, एनरिक को उठा नहीं पायी थी, “जब मैं गुसलखाने में गयी तो उस वक्‍त ठीक पाँच बजे थे।” उसने मुझे बताया था। बाद में मेरी दूसरी बहन मार्गोट घाट पर जाने से पहले नहाने के लिए गुसलखाने में गयी तो वह बड़ी मुश्‍किल से एनरिक को घसीट कर उसके बेडरूम तक ले जा पायी थी। नींद ही नींद में एनरिक ने बिशप की नाव के भोंपू की आवाज़ सुनी थी। वह उठा तक नहीं था। वह पीने पिलाने से बुरी तरह से थका हुआ फिर से गहरी नींद में सो गया था। तभी मेरी नन बहन लपकती हुई, जैसी कि उसकी आदत थी, उसके बेडरूम तक गयी थी और पागलों की तरह रोते चिल्लाते हुए उसे जगाने लगी थी - उन्‍होंने सैंतिएगो नासार को मार डाला है।