आलेख - 102 नॉट आउट
हमारे यहाँ कुछ दिनों पहले एक फिल्म आयी थी 102 नॉट आउट . इस फिल्म में बॉलीवुड के दो महान कलाकरों अमिताभ बच्चन और ऋषि कपूर ने अपने अपने रोल बखूबी से निभाए थे . उम्मीद की जा रही थी कि शायद रील लाइफ के अलावे रियल लाइफ में भी वे 102 नॉट आउट रहें . नियति को मंजूर नहीं था और आज ऋषि कपूर हमारे बीच नहीं रहे . बच्चनजी के बारे में ऐसी कामना की जा सकती है .
बॉलीवुड में तो अभी तक 102 नॉट आउट रियल लाइफ कलाकार नहीं देखने को मिल सके हैं पर हॉलीवुड को यह सौभाग्य मिला है . इत्तफाक से दोनों का जन्म 2016 में हुआ था . आईये मिलते हैं उनसे -
1 . बेवर्ली क्लेयरी - बेवर्ली का जन्म 12 अप्रैल 1916 में अमेरिका के ऑरेगोन प्रांत में हुआ था . उन्हें हॉलीवुड में कोई ख़ास प्रसिद्धि नहीं मिली है .
प्रारंभिक जीवन
उन्होंने प्रारंभिक शिक्षा पोर्टलैंड ( ऑरेगोन प्रांत ) में ली . आरंभ में एक पिछड्डी छात्रा थीं और उन्हें सबसे कमजोर बच्चों के ग्रुप “ ब्लैकबर्ड “ में रखा गया था हालांकि बाद में उन्होंने काफी प्रगति की . आरंभ में उनका जीवन संघर्षपूर्ण रहा है , उन्हें चैमबरमेंड ( नौकरानी ) का काम करना पड़ा था .
बाद में कैलिफ़ोर्निया के मशहूर बर्कली यूनिवर्सिटी से बी ए और वाशिंगटन यूनिवर्सिटी से लाइब्रेरी साइंस में मास्टर्स किया . उनकी रूचि लेखन में थी , खास कर बच्चों के लिए और वे लाइब्रेरियन बनना चाहती थीं .
कुछ वर्षों तक वे लाइब्रेरियन रहीं फिर 1942 से पूर्णरूप से लेखिका बन गयीं खास कर बच्चों की किताबें लिखीं और अन्य लोकप्रिय उपन्यास लिखने का भी श्रेय उन्हें मिला है . उन्होंने लगभग 48 पुस्तकें लिखी हैं - बीज़स एंड रमोना उनकी पहली पुस्तक थी और रमोनाज वर्ल्ड अंतिम . इनके अतिरिक्त उनकी कुछ अन्य पुस्तकें हैं - हेनरी एंड बीज़स, द माउस एंड द मोटरसाइकिल , रिब्सी , हेनरी एंड रिब्सी , हेनरी हग्गिंग्स , रमोना एंड हर मदर , रमोना द पेस्ट , रमोना द ब्रेव आदि . विगत कुछ वर्षों से उन्होंने लिखना छोड़ दिया है .
सम्मान - उन्हें दर्जनों पुरस्कार से सम्मानित किया गया है . उनकी किताबें 20 से ज्यादा देशों और 14 भाषाओँ में प्रकाशित हुई हैं .
हॉलीवुड और बेवर्ली - वैसे तो वे हॉलीवुड से उनका कोई खास रिश्ता नहीं रहा है न ही वे मशहूर एक्ट्रेस थीं . पर 2010 में उनके उपन्यास “ रमोना एंड बीज़स “ पर फिल्म बनी थी .इसके अतिरिक्त इनकी रचनाओं पर आधारित कुछ टीवी सीरियल्स भी बने हैं .
2 . ओलिविया डी हैवीलैंड - ओलिविया का जन्म 1 जुलाई 1916 को टोक्यो , जापान में हुआ था .
प्रारंभिक जीवन
उनके माता पिता ब्रिटिश थे . छोटी उम्र में ही वे माता पिता के साथ जापान से इंग्लैंड और फिर वहां से अमेरिका आ गयीं . उनके पिता उनकी माँ छोटी बहन जोन फोन्टेन और उन्हें अमेरिका में छोड़ कर वापस जापान चले गए थे . जोन भी आगे चल कर हॉलीवुड एक्ट्रेस बनीं .
ओलिविया को आरम्भ से ही कला , बेले डांस और स्टेज में रूचि थी .उनकी स्कूली शिक्षा कैलिफ़ोर्निया के स्कूल में हुई . इसके बाद कैलिफ़ोर्निया के मिल्स कॉलेज में दाखिला मिला .
हॉलीवुड - मिल्स कॉलेज में हुए एक नाटक “ मिडसमर ड्रीम “ में उनकी अहम भूमिका थी .इसी दौरान मशहूर स्टेज डायरेक्टर मैक्स रेनहार्ट की नजर उन पर पड़ी . मैक्स का संबंध न्यू यॉर्क के ख्यातिप्राप्त थियेटर “ब्रॉडवे “ से भी रहा है . उन्होंने ओलिविया को अपने नाटक के लिए चुना . उनकी भूमिका से वे बहुत प्रभावित हुए और 1935 में इसकी फ़िल्मी रूपांतरण के लिए विश्वविख्यात वार्नर ब्रदर्स की सुपरहिट फिल्म “ मिडसमर ड्रीम “ के लिए उन्हें चुना गया . यहीं से ओलिविया का फ़िल्मी सफर शुरू हुआ . वार्नर ने इन्हें सात वर्ष के अनुबन्द्ध के लिए साइन किया और 1935 में ही ओलिविया को तीन और फ़िल्में मिलीं . फिर 1939 में वैश्विक ब्लॉकबस्टर फिल्म “ गोन विथ द विंड “ के लिए बेस्ट सह कलाकर के लिए ऑस्कर के लिए नामंकित किया गया हालांकि वे इसे हासिल करने में चूक गयीं . पर इसके बाद उन्हें पीछे मुड़ कर देखने की नौबत नहीं आई और एक के बाद एक हिट फ़िल्में देती गयीं .
प्रमुख फ़िल्में
ओलिविया ने करीब 61 फिल्मों में काम किया है . उनकी कुछ प्रमुख फ़िल्में हैं - होल्डबैक द डान , टू ईच हिज ओन , द स्नेक पिट , हियरेस , माय कजन रैचेल , मिस्ट्री ऑफ़ एना आदि। इसके अतिरिक्त कुछ टीवी सीरियल्स में भी वे नजर आयी हैं .
सम्मान
उन्हें दो ऑस्कर और दो गोल्डन ग्लोब पुरस्कार के अतिरिक्त दर्जनों अन्य पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है .
फ़िलहाल ओलिविया फिल्मों से संन्यास लेकर पेरिस में सेट्ल कर गयी हैं.