Rishta- Tera Mera - 1 in Hindi Love Stories by PriBa books and stories PDF | रिश्ता तेरा और मेरा - 1

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रिश्ता तेरा और मेरा - 1

वह दुल्हन के लिहाज में मंडप में आ गई थी, पिया पहले से बेहद खूबसूरत थी और अभी इस दुल्हन के पेहराव मैं तोह वह बेइंतहा खूबसूरत लग रही थी, मानो जैसे स्वर्ग से कोई अप्सरा यहाँ भूल से उतरी हो, उसकी असीम सुंदरता को देखते हुए सबकी नजर पिया से विचलित नहीं हो रही थी।

ये बेहद खूबसूरत दुल्हन अब आने वाले कुछ पलों में मेरी होने वाली हैं ये सोचकर मंडप में बैठा हुआ दूल्हा "सोहम "अपने आप को बहुत ही भाग्यशाली महसूस कर रहा था ।

पिया अपने चेहरे पर हल्की सी मुस्कान के साथ मंडप पर चढ़ गई, उसने पूरे हॉल में देखा, हर कोई उसको ही देख रहा था, लेकिन उसकी आँखें तोह किसी और को तलाश कर रही थी, वह पूरे शादी के हॉल में वरुण को ढूंढ रही थी । 

रीना को जूस पिलाते हुए वरुण पिया को दिखाई दिए थे, वह देखकर पिया के चेहरे पर धीमी हसी के साथ हल्का सा दर्द दिखाई दिया, जो मोना, पिया की सबसे करीबी सहेली थी उसके अलावा किसी के ध्यान में नहीं आया था।

पिया को छोड़कर हर कोई खुश था। पंडित जी के विवाह मंत्रों के जाप के दौरान उसका दिल और तेजी से धड़कने लगा।

मोना पिया के पास आकर कान में फुसफुसाकर बोली।

" पिया आर यू ओके? चिल डाउन पिया सब सही हो रहा हैं अब, ये शादी तेरे लिए परफेक्ट हैं, भरोसा कर, तू बहुत खुश होगी, मुझे पूरा विश्वास है कि तू अभी सही कर रही हैं"

ये सुनकर पिया के दो आँसू मेहंदी से रंगे हुए उसके हाथों के ऊपर गिर गए, उसने फिर से वरुण के लिए सामने मंडप में देखा.

फिर से वरुण का पूरा ध्यान टिशू पेपर से रीना के हाथ साफ करने में था,
ऐसा लग रहा था कि वरुण को ऊपर मंडप में क्या चल रहा हैं इसकी जरा भी फिक्र नहीं थी।

और यहाँ पिया पुरे हॉल में से सिर्फ वरुण को देखे जा रही थी जो की एकदम पीछे के रो में से एक चेयर में अपनी ६ साल की बेटी रीना को गोदी में लेकर बैठे हुए थे ।

कोई फायदा नहीं हैं पिया, जैसा तू चाहती हैं तेरी शादी रोकने के लिए कोई नहीं आनेवाला हैं । वरुण को देखते हुए मोना फिरसे पिया के कान में फुसफुसाती हैं, किसीका इंतज़ार मत कर ।

पिया के दिल में तूफान मच रहा था, पंडित जैसे जैसे शादी के मंत्र बोले जा रहा था वैसे वैसे पिया अंदर से गहरी अंधेरे खाई में गिरती जा रही थी ।

वरुण के साथ उन खूबसूरत पलों के बारे में सोचते हुए, वह अब अपने दोनों हाथों के अंगूठे को रगड़ रही थी।

पिया ???? पिया ??? कहां खो गई हो ???

कब से पंडितजी तुम्हारा हाथ आगे करने के लिए पूछ रहे हैं?? सोहम ने पिया से पुछा । 

फिर भी पिया वैसे की वैसी ही बैठी हुई देखकर सोहम ने खुद से पिया का हाथ पकड़कर आगे किया ।

सब शादी की सेरेमनी को एन्जॉय कर रहे थे, वरुण को फुसफुस के अपने नाक को टिशू पेपर से साफ करते हुए देखकर उनके दोस्त डॉक्टर जय ने पूछा

क्या हुआ वरुण? रोना तोह दुल्हन को होता है न बिदाई मैं,पर तू क्यू अभी से रो रहा है??

व्हाट रब्बिश जय !!

मुझे कल से ज़ुकाम हुआ हैं और इस आइसक्रीम ने अभी थोड़ा और बढ़ाया । अपने हाथ में पूरा खाया हुआ आइसक्रीम का कप जय को दिखाकर वरुण बोले.

इसलिए मैं नहीं आना चाहता था आज यहाँ, दाईमा ने जिद बहुत किया

क्या बात कर रहा है यार तू, तेरे कलीग की शादी है जो तेरी एक अच्छी दोस्त भी हैं और तू उसके शादी में नहीं आना चाहता था ??

ये बोलकर डॉक्टर जय ने वरुण की और देखा

वरुण शांत थे, वह अभी शादी के मंडप की और देखने लगे, और तभी शादी के मंडप से बैठी हुई पिया ने भी अपने बेबस आँखों से वरुण की तरफ देखा। 
मानो तो वरुण को कह रही हैं कि, मैं बस्स आपकी होना चाहती हूँ, मुझे यहाँ से ले चलो ।

हे वरुण पिया यहाँ देख रही हैं, रीना बेटे, आपके बेस्ट फ्रेंड को हेलो करो,

यह बोलते हुए कि जय ने वरुण को देखा, पर वरुण ने फिर से पिया को ना देखें अपने मोबाइल को देखने लगा था,

पापा पापा देखो ना, कितनी ब्यूटीफुल दिख रही हैं मेरी बेस्ट फ्रेंड. मुझे भी ऐसा ड्रेस चाहिए। 

ह्म्म्म, वरुण ने एकदम धीमा जवाब दिया

रीना को जय के हवाले करके वरुण बोलै, इसका ध्यान रखो मैं बाहर जा रहा हूँ, वरुण बोले .

अरे कहा जा रहा है? १० मिनिट में शादी पूरी होने वाली हैं, बस थोड़ा रुक जा.

अभी मेरा सर दुखने लगा हैं जय, गाड़ी में शांति से थोड़ा सो रहा हूँ।

ये बोलकर वरुण हॉल से चला गया था.

अभी डॉक्टर जय को ये पक्का हो गया था की कुछ तोह गड़बड़ हैं, वरुण आज बहुत ही ऑफ मूड में था।

वरुण के जाने के बाद कुछ ही मिनट में ऊपर शादी के मंडप में कुछ हलचल मच रही थी।

वह रीना को लेकर शादी के मंडप के पास गए, डॉक्टर जय को कुछ समझ नहीं आ रहा था की एक्साक्ट्ली क्या हो रहा है।

सोहम पिया को बोल रहा था । 

मुझे नहीं लगता पिया हम ये सही कर रहे हैं, मैं गलत हूँ और ये शादी भी गलत हैं, मुझे माफ़ कर दो सब कुछ दिखाई देने पर भी मैं चुप रहा, प्रपोज करणे के बाद जब तूने मुझे हा बोला, मै तोह सातवे आसमान मे चला गया था पिया,

 मुझे वह मिल गया था जो मैंने सच्चे दिल से चाहा था, पर मै ये नही देख पाया कि, तू क्या चाहती है ? ये नही समझ पाया कि तेरे दिल की सच्ची चाहत मै नही हूँ।

पिया मैं खुदगर्ज़ बन गया था, मुज़से शादी करके, बडीमाँ के लिए और मेरे लिए अपने ख़ुशी को त्यागने की कोई जरूरत नहीं हैं। तेरी खुशी से बढ़कर मेरे लिए कुछ नहीं हैं ।


ये कहते हुए सोहम ने पिया के गले का फूलों का हार निकाला, मानो उसने उस अनचाही शादी से पिया को मुक्त किआ हो।

पिया अपने दोनों हाथ जोड़कर सोहम की तरफ देखकर फूटफूट कर रोने लगी थी. उसके पच्छताप के आंसू सोहम से माफी मांग रहे थे ।

बडीमाँ के पास जाकर अपने हाथ जोडकर सोहम बोला, बड़ीमाँ मुझे माफ करदो प्लीज, मै पिया से शादी नही कर सकता आय एम सॉरी ।

मै आपका गुन्हेगार हूं, मै अपने आप पर जबरदस्ती नहीं कर सकता, क्यूकी मै जानता हूं, मै आपके प्यारी पिया को खुश नहीं रख पाऊगा।

पिया की बडी माँ, सदमे में चली गई थी, सामने जो भी हो रहा हैं उसके ऊपर विश्वास करना उनके लिए बहुत मुश्किल हो रहा था । 

सोहम और उसका परिवार मंडप छोड़कर चले गये थे ।

डॉक्टर जय ये सब देखकर एकदम से शॉक में आ गए थे, और निचे खड़ी हुई रीना उनसे बार बार पूछ रही थी की

" जय अंकल, जय अंकल पीया रो क्यू रही हैं ?
और जय को जरा भी समझ नहीं आ रहा था कि वो छोटी रीना को क्या जवाब दे। 

क्रमश :