Presure
ये एक काल्पनिक कथा है, इसमें प्रेशर से आदमी कितने हद तक गिर सकता है ये दर्शाने की कोशिश की है ये पूरे 4 भाग में लिखी गई है जो इस तरह है
1: preface
2: टीचर का रॉकी पर दबाव
3:रोकी का रिचा ओर उसके बॉयफ्रेंड पर दबाव
4:सिस्टम का न्यायतंत्र पर दबाव
1 : PREFACE
रात के अंधेरे मे रोकी कोलकाता की सड़कों पे दौड़े जा रहा था, उसके पीछे कोलकाता की पुलिस ही नही पर US की FBI ओर INTERPOLE भी पड़ी थी उसने छोटा मोटा नही पर बहुत बड़ा साइबरक्राइम किया था...
बात यूं थी कि रॉकी ने व्हाट्सएप्प की सिस्टम में अपने तरीको से बदलाव करने की कोशिश की थी...
ये तो अंत है चलो कहानी हम शुरू से शुरू करते है...
ये बात कोरोना काल की है...रॉकी के पीछे पुलिस पड़ी उसके ठीक 7 दिन पहले रॉकी की ज़ीशान कॉलेज ने टर्म शुरू होने के कारण सब स्टूडेंट से फी भरने की बात कर दी.. तब रॉकी के बैच के कुछ खुराफाती लड़को ने उस बैच के सारे लड़को को कॉलेज के खिलाफ भड़काने के वास्ते एक व्हाट्सएप्प ग्रुप बनाया और सारे स्टूडेंट को उस व्हाट्सएप्प ग्रुप में ऐड होने को बोला..सारे स्टूडेंट इस कॉलेज विरोधी मुहिम से अनजान उस ग्रुप में जॉइन हो जाते है.
थोड़ी ही देर में एक बैच के सारे स्टूडेंट उस ग्रुप में जॉइन हो जाते है, कुछ स्टूडेंट्स जो टीचर्स के चहिते होते है वो टीचर्स को इस मुहिम के बारे में बता देते है, ओर वो टीचर्स में से एक चित्रा टीचर इस मुहिम के बारे में जान कर आग बबूला हो उठती है , ओर वो अपने चहिते स्टूडेंट्स के जरिये उस बैच के एक क्लास के वॉट्सएप्प ग्रुप में एक मैसेज भिजवाती है की जो कोई भी इस व्हाट्सएप्प ग्रुप से लेफ्ट होने वाला स्क्रीनशॉट नही भेजता उस के खिलाफ शख्त से शख्त करवाई की जाएगी, इस मैसेज से उस खुराफाती ग्रुप से बच्चे लेफ्ट होना शुरू हो जाते है,सब ने चित्रा टीचर को उस व्हाटसअप ग्रुप को छोड़ने वाले स्क्रीनशॉट भेज दिए।
टेक्नोलॉजी से अनजान चित्रा टीचर ने रोकी को बोला तुमने जो व्हाट्सएप्प स्क्रीनशॉट भेजा है उसमे सारे जो लेफ्ट हुए उनके नाम आते है पर तुम्हारा तो नाम ही नही है, रॉकी उस मैडम को सिस्टम समझाने जाता है पर मैडम उस पर उल्टा भड़क जाती है और कहती है की मुझे तुम मत सिखाओ की व्हाटसअप ग्रुप हैंडल कैसे होता है, अगर रात तक तुम इस ग्रुप से तुम्हारे नाम के साथ के लेफ्ट का स्क्रीनशॉट नही भेजते तो तुम्हारे ऊपर कॉलेज करवाई करेंगी, ओर उसके बाद में तुम्हारी कोई मदद नही कर पाऊंगी बाद में मुझे दोषी मत समझना ।
और इस प्रेशर की वजह से वो अपनी दोस्त के बॉयफ्रेंड की मदद से सिस्टम हैक करके व्हाटसअप ग्रुप से छेड़छानी करने की कोशिश करते है पर वो लोग ट्रेश हो जाते है, और उन पर मुकदमा चलता है ।
और सिस्टम कैसे दबाव बनाती है और किसको कोर्ट में दोषी करार करवाती है ये आखरी चैप्टर में पता चलेगा...
अगला चैप्टर :टीचर ने अकेले रोकी पर दबाव क्यों बनाया?