The Author Deepika Mona Follow Current Read छोटू By Deepika Mona Hindi Short Stories Share Facebook Twitter Whatsapp Featured Books तेरी मेरी यारी - 12 (अंतिम भाग) (12)मकान पर पहुँच कर संजय ने दरवाज़ा खटखटाया। रॉकी ने... मोमल : डायरी की गहराई - 38 पिछले भाग में हम ने देखा कि फीलिक्स ने खुद पर काबू तो कर लिय... Secret Billionair जंगलों के बीचों बीच बना एक सुनसान घर जिसके अंदर लाशों का ढेर... बैरी पिया.... - 58 अब तक : शिविका बोली " क्या आप खिला सकती हैं दादी... ?? " ।शि... रहस्यमय बलात्कारि एवं हत्यारा रहस्यमय बलात्कारी और हत्यारा Dear Readers,Being a Non-Hindi... 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बहुत दिन हो गए थे। हम उस ऑटो में भी नहीं जाते थे। हम दूसरे ऑटो में जाते थे और हमारा इंस्टिट्यूट भी अब खत्म होने वाला था सिर्फ 2 महीने रह गए थे इंस्टिट्यूट खत्म होने में। एक दिन मैं और छाया जब क्लास से निकलकर बस स्टैंड तक जा रहे थे,तो हमने देखा एक छोटा सा बच्चा भीख मांग रहा है वह आने जाने वालों को रोक रहा है और उनसे पैसे मांग रहा है उसका मुंह दूसरी तरफ था हम उसके पीछे खड़े थे मुझे वो लड़का बिल्कुल छोटू जैसा लगा। मैं और छाया जब उसके पास जाकर खड़े हो गए उसे पता नहीं चला मैंने छोटू का हाथ पकड़ा और उसे बोला, छोटू। छोटू एकदम से पलटा और मुझे देखता है उसके हाथ में कुछ पैसे थे जो उसने भीख मांग कर लिए थे। मैंने तो सोचा भी नहीं था कि मैं छोटू को इस हालत में देखूंगी। छोटू भी मुझे देख कर घबरा गया। वह हड़बड़ा गया जब मैंने उससे गुस्से में पूछा यह तू क्या कर रहा है छोटू, भीख मांग रहा है। वह कुछ नहीं बोला, मैंने उसे बोला तू कहां था इतने दिन, तब भी कुछ नहीं बोला मैंने उससे कहा तुझे पैसों की जरूरत है क्या छोटू। मैं जैसे ही अपने बैग से पैसे निकालने लगी, छोटू ने मुझे सिर्फ इतना बोला दीदी मुझे पैसे नहीं चाहिए और मेरा हाथ छुड़ा कर भाग गया। पता नहीं मैं कितनी देर तक उसे आवाज मारती रही छोटू...छोटू... वह नहीं रूका। मैं उसके पीछे भागी... मैंने उसे आवाज दी छोटू...। लेकिन वह फिर भी नहीं रुका ।पता नहीं कहां गुम हो गया मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था। मैंने निराश भरी नजरों से छाया की तरफ देखा है, वह भी मेरी तरह ही परेशान थी। छोटू पता नहीं कहां गुम हो गया उसके बाद मेरी नजरें उसे हर जगह तलाशती थी। लेकिन वह आखिरी दिन था जब मैंने उसे देखा था। वह मासूम चेहरा आज भी मेरी आंखों में वैसे ही है। उसकी आवाज मुझे आज भी याद है जब मैंने उससे पूछा था। तेरा नाम क्या है और उसने कहा था... छोटू। Download Our App