Samay yatra in Hindi Comedy stories by suraj sharma books and stories PDF | समय यात्रा

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समय यात्रा

मै भविष्य से आया हूँ और आपको आने वाले १० सालो तक की सारी घटनाये बता सकता हूँ, २०३० तक दुनिया में क्या क्या होने वाला है वो सब मै आपको अभी बता सकता हूँ ......

अगर मै कहूँगा तो क्या आप मुझ पर यकीन कर पाओगे? नहीं, हँसोगे या फिर हो सकता है आप मुझे पागल या मानसिक रोगी भी बोल सकते हो पर ये सच है. हर कोई चाहता है की वो अपना भविष्य देख सके, उसके भविष्य में क्या होने वाला है ये पता लगा सके पर क्या ये संभव है "हाँ"

ये "हाँ " मै नहीं बड़े बड़े वैज्ञानिको कहते है. दरअसल वैज्ञानिको के मुताबिक इस दुनिया में जो भी घटना हो रही है या होने वाली है वो सब पहले ही कही घट चुकी है.आजतक ऐसी अनगिनत घटनाएं सुनने को मिलती है जो समय के आगे या पीछे चले जाने का सबूत देती है पर हम उन सब घटनाओं मै से सिर्फ २ घटना का जिक्र करेंगे ...चलिए पहले कहानी सुनते है फिर समजते है क्या है समय यात्रा ..मुझे विश्वास है ये कहानी सुनने के बाद आपको भी समय यात्रा पर यकीन हो जायेगा...

बोरिस्क, रूस में जन्म हुआ एक लड़का, बचपन से ही सबसे अलग था, उसने २ साल की उम्र में ही न्यूजपेपर पड़ना शुरू कर दिया था, वो हमेशा कहता कि वो मंगल ग्रह का निवासी है और धरती पर उसका पुनर्जन्म है, महज २ वर्ष की आयु में वो ब्रह्माण्ड का चित्र बनता था, जब ये बात लोगो को और वै्ञानिको को पता चली तो वो उसका इंटरव्यू लेने आए और उसने ऐसी बाते बताई जिससे सब हैरान हो गए, उसके कहीं हुई सारी बाते आगे जाकर सच साबित हुई ..उसने ये भी कहा था कि मंगल ग्रह में आज भी लोग रहते है, बस वो दिखते नहीं क्युकी दूसरे ग्रहों ने वहां पर परमाणु हमला किया था जिसके वजह से बहोत लोग मारे गए और जो बच गए वो छुपकर रहने लगे. उसने ये भी बताया था कि वो इसके पहले भी वह पृथ्वी पर आकर गया था और वो २०३० तक पृथ्वी का नज़ारा देख चुका है...

अब बढ़ते है दूसरी कहानी की ओर..

नैनीताल में कपड़े का व्यापार करने वाला वासु, १३ अक्टूबर १९६५ को हर साल की तरह इस साल भी नैनीताल से अपने गांव सत्राली के लिए निकला जहा उसका एक पुराना घर था और वहां वासु के चाचा रहते थे, जब वो निकला उसे सब सामान्य ही लग रहा था, गांव नजदीक और पहाड़ी रास्ते होने के कारण वासु अकेले ही आना जाना करता था, जैसे ही वासु अपने गांव के नजदीक आया उसे गहरा धुंध का गुबार दिखा, पहाड़ी इलाके में ये दिखना एक आम बात है. उस से बाहर निकलते ही वासु को अपना पुश्तैनी गांव दिखाई दिया जो कि अब अलग लग रहा था, वासु ने अपने घर की घंटी बजाई और जो आदमी बाहर आया उसे देख कर वासु घबरा गया क्युकी उसने उसे पहले कभी नहीं देखा था, उसने वासु को बताया वो २० साल से वहीं रह रहा है, वासु जैसे पागल सा हो गया था उसने गांव वालो पूछा सबने कहा वो आदमी सही बोल रहा है, वासु भागते हुए नैनीताल आया और अपने पापा, पुलिस को सारी बात बताई सब दूसरे दिन उसके साथ फिर उस गांव में गए पर इस बार दरवाज़ा उसके चाचा ने ही खोला था, इस घटना के बाद सब लोग वासु को पागल समजने लगे पर हकीकत कुछ और ही थी,..वासु ने कहा था मै इस अविशनिय घटना को मरते दम तक नहीं भूल सकता..

कुछ वैज्ञानिकों ने कहा था ऐसा हो सकता है, कभी कभी हम समय के दूसरे पार चले जाते है.. ये तो सिर्फ २ घटना थी, पर आजकल हम ऐसी घटनाएं अक्सर टीवी और न्यूज में देख सकत है, जिसको वैज्ञानिकों ने भी सच माना है, कहते है जिस दिन हम लाइट की गति से तेज ट्रैवल करने की मशीन बना लेंगे उस दिन हम टाइम ट्रैवल कर सकेंगे।

आजकल की टेक्नोलॉजी को देखते हुए तो लगता है हम भविष्य में ये कर सकेंगे

क्या लगता है आपको क्या भविष्य में हम टाइम ट्रैवल कर सकेंगे या फिर ये सपना महज एक कल्पना बनकर ही रह जाएगा?