प्रेम ! शब्द सुनते ही लगता है दिल की धड़कन धीमी सी हो गयी और वो चेहरे याद आने लगते है जिनके पीछे आपने ना जाने कितने किलोमीटर तक बाइक चलाया था , ना जाने कितनी बार मास्टर जी से मार खायी थी , ना जाने कितनी बार मम्मी पापा के ताने सुने थे । घर की दिवारो से लेकर ,आधे मुड़े पन्नो तक या आसमान में उभरे उन नन्हे सितारो में मन होता है उसका चेहरा बना लें और बतिया ले दुनिया भर की दुरियां ,गिले शिकवे और प्रेम ।
प्रेम और शराब दोनो के लिए कहा गया है ' दोनो जितनी पुरानी हो उतनी ही खतरनाक , उतनी ही नशीली ! सही भी है कदाचित प्रेम पुराना हो सकता है पर खत्म कभी भी नहीं । प्रेम जिंदा रहता है उनमें जिन्होंने इसको जिया था , एहसास किया था , लड़े थे पुरी दुनिया से और घरवालो से हार गये थे , कसमो से हार गये थे , वादो से हार गये थे ! जो प्रेम बहुत अंदर तक महसूस हो जाये वो जाते जाते भी नही जा पाता , फिर हम सिखते है एक नया अध्याय ,एक नयी बात की जो जुदाई मै ना जिया तो क्या प्रेम किया । जरुरी ये कभी रहा ही नही तुम कितनी देर प्रेम में रहे , जरुरी तो ये है प्रेम तुममे कब तक रहा । कब तक उसके लिखे पत्र को पढ़ते वक्त तुमने उसके बालो की खुश्बू महसूस की और कब तक पत्र के बह चले शब्दो ने तुम्हे उसका दुख समझाया ।
प्रेम दुनिया का सबसे खुबसूरत एहसास है । ताजमहल प्रेम की निशानी भर हो सकती है प्रेम कदाचित नही हो सकता , मेरे लिए तो बिल्कुल भी नही । मै तो कहता हूँ चहारदिवारी से बाहर निकल उनका उड़ना प्रेम है , पाना खोना नही साथ होना प्रेम है , प्रेम है उनका माथे पर काली बिंदी लगाना की उनका मुझे देखकर मुस्कुराना प्रेम है , उनके शरीर को छुना नही जानता की उनके मन की छुअन में मुस्कुराना प्रेम है । प्रेम आत्मा पर चढ़ा कर्ज है देह सौंपकर आप इससे भाग नही सकते , देह तो आजकल सब छु रहे है पर देह के साथ उनके रुहो में उतर जाना प्रेम है ।
पाना खोना नही साथ होना प्रेम हैं । खुद को संभालते हुए खुद को बदलना और मेरे अंदर बदलाव लाना प्रेम है। मेरी कहानियो में यूं तो किरदार हजारो लेकिन हर कहानी में तुम्हे जिंदा रखना प्रेम है ।
ईस दौर का आशिक पत्र तो नही पढ़ पा रहा लेकिन उसके लिये आज जरा सी आहट पे फोन पकड़ कर बैठ जाना ,वो आते मैसेज की टनटनाती घंटियाँ प्रेम है , उनके भद्दी फोटो पर लव रियेक्ट करना और कमेंट में सबसे दुश्मनी लेना प्रेम है ,उसका नाम सुन कर धड़कनों का बढ़ जाना और उसका नाम सुना कर दोस्तों का चिढ़ाना प्रेम है , अरिजीत सिंह के गानो को घंटो सुनना और बिछड़ने की कल्पना करके रोना प्रेम है ,उसकी फोटो को मिनटों तक एकटक देखना और पलकों का दर्द से भींग जाना प्रेम है , उनके हर लड़के या लड़की दोस्त को शक की नजरो से देखना और दुरी बरकरार रखने के लिए लड़ना प्रेम है , रातो में उनसे वीडियो चैट पर देर रात तक बात करना और उनके अपारदर्शी कपड़ो को पारदर्शी समझने की जद्दोहद प्रेम है , प्यार में अधिकार देना न देना , अधिकार जता कर कपड़े उतारना प्रेम है ।
प्रेम कभी भी किया नही जा सकता ये बस हो जाता है , प्रेम करना हमारे बस में नही लेकिन प्रेम को जिंदा रखना , उसमे इज्जत बरकरार रखना जरुर हमारे बस में है तो दोस्तों प्रेम जरुर किजिए ! ये भगवान का बनाया सबसे खुबसूरत एहसास है एक बार जरुर किजिए पर जहां लगे की अब आप निभा नही सकते , प्रेम बोझ बन रहा है आप दोनों के लिए ! एक आख़िरी बार कस के गले लगाइये, मुस्कुराइये ,टुट जाइये और विदा लिजिये क्योकि उनकी बुरी याद बनने से बेहतर एक खबसूरत अंत होना प्रेम है । बोझ बनकर उन्हे जीने से बेहतर उनकी यादो के सहारे आगे बढ़ना प्रेम है ।
और हां मुस्कुराइये क्योंकि आप प्रेम में है …