प्रिय पाठकों मेरा प्यार भरा नमस्कार, यह कहानी आज के मौजूदा हालात को देखते हुए हैं। आज दुनिया का हर देश एक महामारी से पुरी तरह प्रभावित है। मौजूदा समय में सबसे ज्यादा अमेरिका, ब्राजील,इटली,भारत, सबसे ज्यादा इस कोरोना रूपी महामारी की चपेट में हैं। लाखों लोगों ने इस महामारी से अपने प्राण गंवाए हैं।वहीं अगर बात चिन की करें तो वह पुरी तरह इस महामारी पर कंट्रोल कर चुका है।और चीन की मृत्यु दर भी ना के बराबर है। ऐसे हालात में चिन का भारत के लाइन आप कंट्रोल पर तनाव पैदा करना चिन को संदेह में लाता है।मेरी लेख चाइना की विस्तार वादी निती और दुनिया में अपना दबदबा कायम करने की रणनीति को लेकर है। भारत के प्रती इसके रवैए को देखते हुए मुझे चाइना के ऊपर जो संदेह है।उसको आप लोगों से साझा कर रहा हूं।आपको पसंद आए तो मुझे आप प्रोत्साहित करने की कृपा करें।अब कहानी पर आते हैं।
वैसे तो समय समय पर हर पड़ोसी देशों के साथ हमारे भारत देश का नोक झोंक चलते रहता है। लेकिन साल 2020 में फरवरी से लेकर जून तक भारत के साथ जो सडयंत्र चिन कर रहा है। वर्तमान में यह बहुत चिंतित करने वाले बिषय है। चारों तरफ कोरोना वायरस अपने पैर फैला चुका है।लाखों लोग इस महामारी से मर रहे हैं। यह महामारी चाइना की सोची समझी रणनीति के द्वारा फैलाई गई है। जिससे यह पुरी दुनिया में अपना दबदबा कायम करने में सक्षम हो सकें यह चाइना के द्वारा एक जैविक विस्फोट है।जिसका मैं कुछ उदाहरण दे रहा हूं जिससे यह साफ होता है। चाइना अपनी गन्दी मानसिकता और मानवता को शर्मसार करने वाले कुकृतय करके दुनिया के ऊपर हावी होना चाहता है। सबसे पहले तो इस महामारी को फैलने के बाद पुरी दुनिया से इसको छिपाने, और विश्व स्वास्थ्य संगठन के साथ सांठगांठ करके दुनिया को जानकारी देने में लेट करना,अपने देश में पुरी तरह से इस महामारी पर कंट्रोल करना ,भारत के नियंत्रण रेखा पर तनाव पैदा करना, नेपाल के ऊपर दबाव बनाकर भारत के खिलाफ भडकाना, पाकिस्तान को आतंकवादी गतिविधियों में तेजी लाने के लिए उकसाना इत्यादि इसकी बहुत बड़ी चाल और दोगलेपन को उजागर करता है।अभी हाल में ही 53 सालों बाद भारत चिन नियंत्रण रेखा पर घात लगाकर भारत के जवानों के ऊपर हमला और 20 जवानों का शहिद होना चिन की गन्दी मानसिकता को पुरी तरह उजागर कर रहा है।अपने देश भारत में आंतरिक सुरक्षा को लेकर भी यहां की राजनीतिक पार्टियां एकजुट नहीं है।एक दुसरे के ऊपर आरोप लगाकर अपनी सता की रोटियां सेंकने में व्यस्त हैं।रोज आएं दिन हमारे देश भारत के जवान देश की हिफाजत में बलिदान होते जा रहे हैं। लेकिन इन चाटुकारों और देश के गद्दारों को इनसे कोई लेना देना नहीं है।यह एक होकर अपने दुश्मनों को मुंहतोड़ जवाब देने की बजाय अपनी सता के लिए उन्ही लोगों की तारीफ दारी करने से भी बाज नहीं आते हैं।इस देश का दुर्भाग्य ही है ऐसे कुकर्मों को करने के बाद भी लोगों का नेतृत्व ऐसे घटिया और दलाल लोग कर रहे हैं। मुझे बहुत दुःख होता है जब किसी बड़े नेता का बयान अपने भारत देश के खिलाफ आता है। मौजूदा समय में सरकार और बिपछ दोनों को मिलकर इन दुश्मनों को मुंहतोड़ जवाब देने की रणनीति बनानी चाहिए।और इनको भारत की एकता और अखंडता पर आघात करने के लिए सबक सिखाना चाहिए। पाकिस्तान को भी कड़ी चेतावनी देनी चाहिए इस तरह की घटनाओं को बन्द नहीं करने पर इनके ऊपर कडी कार्रवाई करनी चाहिए।आज दिन कोई न कोई जवान शहीद होते रहता है।ऐसा बिल्कुल नहीं होना चाहिए साफ शब्दों में सारे पड़ोसी देशों को अवगत कराने चाहिए हमारे एक भी सैनिक मारे जाते हैं।तो कड़ी कार्रवाई होगी तभी यह सब रूकेगा वरना ऐसे ही हमारे बिर जवान मरते रहेंगे और हम घर बैठकर संवेदना व्यक्त करते रहेगें।यह मेरी अपनी सोच है मुझे नहीं पता आप सब क्या सोच रहे हैं, लेकिन मुझे जरूर बताइएगा मेरी सोच कैसी लगी। धन्यवाद जय हिन्द जय भारत वंदेमातरम 🇮🇳🙏