hatho me hath in Hindi Short Stories by Udita Mishra books and stories PDF | हाथों में हाथ

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हाथों में हाथ

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आज सलोनी के लिए बहुत बड़ा दिन था क्योंकि आज उसकी शादी थी आज वह कमल के साथ एक बहुत खूबसूरत बंधन में बंधने वाली थी । सलोनी दुल्हन के पहनावे में बहुत अच्छी लग रही थी ।

5 साल से सलोनी और कमल एक कॉलेज में पढ़ाते थे कॉलेज में कॉलेज में ही दोनों की दोस्ती हुई और 6 महीने पहले ही दोनों ने शादी करने का फैसला किया पर शादी से पहले सलोनी ने कमल से कह दिया था।

शादी के बाद भी वे कॉलेज में पढ़ाना जारी रखेगी इस पर कमल ने कहा था हां क्यों नहीं जब शादी के बाद मेरा रूटीन नहीं बदलेगा तो तुम्हारा क्यों बदलना चाहिए सलोनी और कमल के परिवार वाले भी इस शादी से बहुत खुश थे उनमें से किसी को भी सलोनी के कॉलेज में पढ़ाने से बिल्कुल आपत्ति नहीं थी आज रात 2:00 बजे सलोनी और कमल के फेरे होने थे रात 12:00 बजे बारात सलोनी के घर आ चुकी थी ।

शादी से पहले होने वाली पूजा चल रही थी अचानक माहौल तनाव पूर्ण हो गया कारण था अचानक कमल के पिताजी ने दहेज स्वरूप 15 लाख की कारऔर एक फ्लैट मांग लिया जिसके बारे में किसी को जिसके बारे में किसी ने सोचा भी नहीं था कमल के पिताजी ने कहा 15 लाख की कार और एक फ्लैट दीजिए और शादी होगी वरना बारात वापस लौट जाएगी कमल के पिता जी की इस मांग के बारे में खुद कमल को भी नहीं पता था उसने तो सोचा था दहेज जैसी कोई बात उसकी शादी में कभी नहीं होगी सलोनी ने कमल से कहा अब यह शादी नहीं हो सकती हम दोनों जीवन भर अच्छे दोस्त रहेंगे पर शादी नहीं करेंगे इस पर कमल ने कहा नहीं सलोनी अपना प्यार और दोस्ती इतनी कच्ची नहीं कि ऐसी मांगों से खत्म हो जाएं और शादी आज ही और अभी होगी कमल ने अपने पिताजी को बहुत समझाने की कोशिश की पर वे नहीं माने और कुछ बारातियों के साथ वापस लौट गए ।पर कमल ने पंडित जी से कहा कि वे विवाह की रस्मे जारी रखें कुछ ही देर में शादी संपन्न हुई और सलोनी के माता पिता ने सलोनी का हाथ कमल के हाथों में देते हुए कहा सदा खुश रहो बेटा ।

सलोनी भी बहुत खुश थी , कि इतना सब हो जाने के बाद भी सलोनी का हाथ कमल के हाथों में था ।

सलोनी को अपने प्यार पर फक्र था ।

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