कहानी - फिर सुबह होगी
रीता अपने मैके आई थी . बनारस के पुराने कॉलोनी सिद्धगिरी में उसके माता पिता रहते थे . रीता ने बी एच यू से स्नातक की पढ़ाई की थी . उसके बाद उसकी शादी लखनऊ निवासी सुकेत से हुई थी . सुकेत चेन्नई में एक बहुराष्ट्रीय कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर था . शादी के बाद रीता भी चेन्नई चली गयी . रीता को शादी के लगभग पाँच साल बाद एक बेटी हुई , गंगा नाम था उसका . गंगा भी माँ के साथ ही ननिहाल आई थी .
रीता की एक सहेली थी मीना . दोनों स्कूल में बारहवीं कक्षा तक साथ ही पढ़ी थीं . दोनों में अच्छी दोस्ती थी . मीना की शादी हो जाने से वह आगे नहीं पढ़ सकी .वह मिर्जापुर के पास अपने ससुराल में रहती थी . मिर्ज़ापुर बनारस से ज्यादा दूर नहीं है . उसका पति मोहन कानपुर के किसी फैक्ट्री में काम करता था . वह अक्सर शनिवार की रात को मिर्ज़ापुर आता और सोमवार सुबह आगरा लौट जाता था . मोहन कानपुर में एक कमरे के मकान में अपने एक सहकर्मी के साथ रहता था . जब कभी उसका रूममेट लम्बी छुट्टी में होता वह मीना को कानपुर बुला लेता .
मीना को शादी के लगभग छः साल बाद भी कोई संतान न थी . वह अपनी सहेली से मिलने बनारस आयी हुई थी . उसे पता था कि रीता को भी शादी के काफी दिनों बाद ही बच्ची हुई थी .
मीना ने रीता से कहा “ आजकल मेरे सास ससुर मोहन की दूसरी शादी की बात कर रहे हैं क्योंकि मैं बाँझ हूँ न ? क्या कानून भी ऐसे में दूसरी शादी की इजाजत देता है ? “
“ कानून की बात अभी छोड़ , तूने कैसे जाना कि तू ही बाँझ है ? क्या तुमने किसी डॉक्टर से अपने टेस्ट्स कराये हैं ? “
“ नहीं . “
“ तब कोई कैसे कह सकता है कि तू बाँझ है ? कमी तेरे पति मोहन में भी हो सकती है . जब तक दोनों के टेस्ट्स नहीं हो जाते निश्चित तौर पर बांझपन का कारण नहीं कहा जा सकता है . एक बार तुम दोनों टेस्ट्स तो कराओ पहले . “
“ मेरी सास तो कहती है - कमी मर्द में नहीं होती है , मेरी बड़ी बहू ने पांच साल में तीन तीन बेटे जने हैं और एक तू बाँझ बैठी है . औरत ही बाँझ होती है . “
“ नहीं , यह बिलकुल बकवास है . तुमको तो पता ही है कि मुझे भी शादी के पांच साल बाद बेटी हुई थी . “
“ हाँ , इसीलिए तो तुमसे मिलने आयी हूँ . हमेशा सौतन का डर सताता है . मुझे तो अपनी जिंदगी एक काली रात लगती है जिसका कभी सवेरा नहीं होगा .
“ घबराओ नहीं , हर रात के बाद फिर सुबह होती है . “
“ कुछ उपाय है तो तुम बताओ न.”
“ कोई भी उपाय डॉक्टर ही बता सकता है , वह भी पति पत्नी दोनों के टेस्ट्स लेने के बाद ही . “
“ मुझे नहीं लगता है कि मेरी सास मोहन के टेस्ट के लिए तैयार होंगी . “
“ अच्छा तू पहले अपना टेस्ट तो करा ले . तू कितने दिन के लिए आयी है ? “
“ एक सप्ताह के लिए आयी हूँ पर जरूरत पड़ी तो और भी रुक सकती हूँ . “
“ फिर तो ठीक है . मैं पहचान वाली डॉक्टर से बात कर लेती हूँ , तुम कल सुबह आ जाना . “
दूसरे दिन रीता अपनी सहेली मीना को लेकर शहर के फर्टिलिटी क्लिनिक गयी . मीना से डॉक्टर ने उसके पीरियड सम्बंधित सवाल पूछे फिर एक चार्ट देख कर कहा “ ठीक है , कल तुम्हारा कुछ टेस्ट कर लेती हूँ. उसके बाद ही आगे इलाज के बारे में कहा जा सकता है . “
मीना के कुछ टेस्ट्स हुए . दो दिन बाद ही डॉक्टर कहा " ओवुलेशन टेस्ट के मुताबिक तुम में कोई कमी नहीं है, तुम माँ बनने में पूर्णतः सक्षम है . दूसरी रिपोर्ट भी एक सप्ताह में मिल जाएगी . फिर भी तब तक कुछ दवाईयां लिख देती हूँ . तुम्हारे पति का भी टेस्ट्स करना होगा . “
क्लिनिक से लौटने वक़्त मीना ने रीता से पूछा “ क्या तुम दोनों को भी टेस्ट्स कराने पड़े थे ? “
“ हाँ , मेरी भी स्थिति तुम्हारे जैसी थी . मेरी सास भी मुझे ही ताने मारते रही थीं . पर मेरे पति ने मेरा साथ दिया और डॉक्टर के कहने से हम दोनों ने टेस्ट्स कराये . चेन्नई में सभी सुविधाएं उपलब्ध थीं . मेरे पति सुकेत में ही कुछ कमी निकली . मामूली उपचार के बाद मेरे माँ बनने का सपना पूरा हो गया . “
“ तब , अब मुझे क्या करना होगा ? “
“ तेरे पति ने कभी तुझको बांझपन के लिए ताने मारे हैं या दोषी ठहराया है ? “
“ नहीं , उन्होंने ऐसा कभी नहीं कहा है , पर वो अपने माता पिता से बहुत डरते हैं . मुझे पता नहीं है कि वे अपना टेस्ट कराने के लिए तैयार होंगे या नहीं . मेरी सास को लगता है कि बांझपन सिर्फ औरतों में होता है . “
“ वह तो तुम्हें ही प्रयास करना होगा . मोहन को प्रेम से समझाओ . अगर कमी उनमें निकली भी तो उसके भी आजकल उपाय हैं . तुम अपनी रिपोर्ट मेरे पास छोड़ती जाओ . “
“ और क्या उपाय है ? “
“ अभी से ऐसा सोचने की जरूरत नहीं है . इधर कुछ दिनों के अंदर मोहन बनारस आने वाला है क्या ?”
“ हाँ , वे शनिवार को आ रहे हैं . “
“ तुम किसी तरह उन्हें मुझसे मिलवाओ तो सही . “
शनिवार को मोहन बनारस आया . मीना रविवार को उसके साथ रीता से मिलने आयी . कुछ औपचारिक बातों के बाद रीता ने मोहन से कहा “ जीजाजी ,मेरी सखी माँ बन सकती है . “ और उसने डॉक्टर की रिपोर्ट उसे पढ़ने को दी .
मोहन रिपोर्ट देखने के बाद रीता का मुँह देखने लगा था . तब रीता ने आगे कहा “ जीजाजी , इसमें कोई चिंता , लज्जा या भय की बात नहीं है . मेरी भी बिलकुल ऐसी ही हालत थी . मेरे पति और मैंने डॉक्टर की सलाह पर अपना टेस्ट कराया और इलाज कराया . और फिर मैं माँ बनी . “
“ मुझे क्या करना होगा ? “
“ अगर आप मीना को दिल से प्यार करते हैं तो एक बार दिल्ली या कानपुर कहीं भी अपना भी टेस्ट करा लें . दिल्ली कानपुर से ज्यादा दूर नहीं है , वहां सभी आधुनिक तकनीक उपलब्ध हैं . कोई न कोई समाधान निकल ही आएगा . “
“ मैं मीना से भरपूर प्यार करता हूँ . मेरे माता पिता तो पिछले दो तीन साल से दूसरी शादी की बात कर रहे हैं . मैं किसी कीमत पर इसके लिए नहीं तैयार हूँ . “
“ बहुत अच्छी बात है , पर प्लीज एक बार अपना टेस्ट जरूर करा लें . “
“ ठीक है , मैं माता पिता से बात करता हूँ . “
“ जहाँ तक मैं समझती हूँ उन्हें बताना आवश्यक तो नहीं है . हाँ टेस्ट के बाद जो भी परिणाम हो वो आप बेशक बता दें . आप एक बार टेस्ट करा लें . “
मीना की दूसरी रिपोर्ट भी नार्मल थी . इसके बाद मीना अपने ससुराल मिर्ज़ापुर लौट गयी . एक दिन मोहन भी दिल्ली में अपने टेस्ट के लिए इनफर्टिलिटी क्लिनिक गया . उसे टेस्ट संबंधी बातें समझा कर 3 - 4 दिन बाद आने क कहा . अगली बार जब वह क्लिनिक गया डॉक्टर ने एक स्टर्लाइज़्ड कप दे कर उसे वाश रूम में जाने को कहा . डॉक्टर ने उसे अपना वीर्य ले कर लैब में टेस्ट के लिए देने को कहा .वह बहुत शरमा रहा था , पर डॉक्टर के समझाने पर उसने डॉक्टर का कहा मान लिया .
इसके आधे घंटे के बाद उसे क्लिनिक से छुट्टी मिली . डॉक्टर ने दो दिन बाद उसे फिर बुलाया और कहा “ इस टेस्ट के रिजल्ट पर आगे की कार्रवाई निर्भर है . हो सकता है आगे कुछ करने की जरूरत न पड़े . अगर जरुरी हुआ तो कुछ और टेस्ट्स करने होंगे . पर आप चिंता न करें आजकल मेडिकल साइंस ने बहुत प्रगति कर ली है . “
दो दिन के बाद मोहन पत्नी के साथ डॉक्टर से मिलने गया . डॉक्टर बोला “ गुड न्यूज़ फॉर बोथ ऑफ़ यू . मोहन में बहुत ही मामूली से कमी है जो थोड़े दिनों के उपचार से ठीक हो जायेगा और उसके बाद आप पिता बन सकते हैं . पर बेहतर होगा दो तीन महीने के बाद एक बार और टेस्ट करा लें . “
पति पत्नी दोनों के चेहरे पर ख़ुशी की लहर दौड़ गयी . मोहन ने पूछा “ पर कमी क्या है मुझमें ? “
“ आप आम खाएं , गुठली से क्या काम ? “
“ फिर भी मैं जानना चाहूंगा . “
“ बेशक , यह आपका हक़ है . आपके वीर्य में स्पर्म काउंट यानि शुक्राणु की संख्या और कोई खास हॉर्मोन में कुछ कमी है . मैं कुछ दवाईयां दे रहा हूँ और साथ में कुछ विटामिंस और मिनरल्स भी हैं . आप इनका सही ढ़ंग से सेवन करें , मुझे पूरी उम्मीद है जल्द ही शुभ संकेत मिलेंगे . . “
तीन महीने बाद मोहन का टेस्ट दूसरी बार किया गया . परिणाम काफी संतोषजनक निकला . डॉक्टर ने कहा “ अब सब कुछ ठीक है .मुझे भरोसा है कि अब आप जल्द ही मुझे शुभ समाचार देंगे . “
इसके चंद महीने के बाद ही मीना को कुछ शुभ संकेत मिले . उसका प्रेग्नेंसी टेस्ट्स पॉजिटिव निकला . मीना ने यह शुभ समाचार अपनी सहेली रीता को फोन पर बताया . मीना बोली “ पर अभी तुम किसी को नहीं बताना प्लीज . यह सब तुम्हारे सुझाव के कारण ही हुआ है इसीलिए मैंने तुम्हें बताया है . फिर भी डर रही हूं कि आगे क्या होगा पता नहीं . अब जिंदगी में उजाले की एक किरण दिखने लगी है . “
“ आगे भी सब ठीक होगा . पॉज़िटिव सोचो और अपना और गर्भ में पल रहे शिशु का ध्यान रखना और खुश रहना . नो वरी , समझी . मैंने कहा था न कि रात कितनी भी काली क्यों न हो सवेरा तो होना ही है . “
देखते देखते मीना की गोद भराई की रस्म का दिन आ गया . इत्तफाक से रीता बनारस आयी हुई थी . मीना ने फोन कर उसे आमंत्रित किया . मीना की सास ने भी कहा था “ बेटी , हमलोग तुम्हारे आभारी हैं . हम तो ग़लतफ़हमी में जी रहे थे , बहू को ही दोषी मान बैठे थे . पर बेटी तुम्हारे सुझाव और पहल से ही यह शुभ दिन देखने को मिला है . तुम जरूर आना . “
मीना की गोद भराई में रीता अपनी बेटी के साथ मिर्ज़ापुर गयी थी . उसने साथ में ढ़ेर सारे कपड़े , खिलौने , पालना आदि मीना को दिए . मीना बोली “ तुम तो पूरा बाज़ार उठा लायी हो . “
“ अरे मौसी बनने जा रही हूँ उसकी , कैसे नहीं दूंगी उसे यह सब . “
“ जीजाजी बनारस नहीं आये तेरे साथ ? “
“ नहीं वे अमेरिका चले गए हैं लम्बे समय के लिए . वहां घर वगैरह ठीक कर लें तब एक महीने में मैं भी चली जाऊँगी . “
“ तब तुम मेरे बच्चे के जन्मोत्सव और छठ्ठी पर नहीं रहोगी ? “
रीता ने अपने बैग से एक गिफ्ट पैकेट निकाल कर उसे दिया . मीना का पति मोहन भी वहीँ था . मीना ने पूछा
“ अब यह क्या है ? “
उसने मीना को पैकेट खोलने के लिए कहा . मीना ने पैकेट खोल कर पूछा “ यह फोन किस लिए दिया है ? “
मोहन और मीना दोनों को समझाते हुए बोली “ इसे स्मार्ट फोन कहते हैं . समझो यह छोटा मोटा कंप्यूटर है . मोहन को इसमें एक 4 G सिम लेने को बोलो फिर यह कंप्यूटर जैसा काम करेगा . हमलोग बात के अलावा अपनी तस्वीरें भी देख सकते हैं . मैं अभी इसका कमाल दिखलाती हूँ . “
रीता ने अपने घर पर फोन लगा कर व्हाट्सएप्प पर मम्मी और पापा से बात करके उनके लाइव फोटो भी दिखलाये . इसके तुरंत बाद उसने अमेरिका में अपने पति से भी विडिओ चैट कर के दिखाया और कहा “ तेरे फोन में भी व्हाट्सएप्प और स्काइप दोनों है , किसी से भी बात कर सकती हो . “
मोहन बोला “ मैं भी 4 G फोन लेने की सोच रहा तह . मैंने भी इस बारे में सुना है पर अभी तक देखा नहीं था . “
रीता बोली “ ठीक है , यह मैं मीना को दे रही हूं ताकि अमेरिका में बैठी तुम्हारे बच्चे को देख सकूं और यहाँ का सब फंक्शन भी . “
रीता एक महीने बाद अमेरिका चली गयी . इधर मीना ने एक बच्ची को जन्म दिया . उसने फोन कर रीता को इसकी सूचना दे दी थी . बाद में स्काइप पर चैट करते कहा “ तुम इसकी मौसी हुई . कल इसकी छठ्ठी है . तुम तो आ नहीं सकोगी , पर कल फिर छठ्ठी का उत्सव तुम्हारे दिए फोन पर दिखाऊंगी . “
“ जरूर दिखाना .पर यह फोन तुम्हारा है , आगे कभी इस फोन के साथ मेरा नाम नहीं जोड़ना , नहीं तो मुझे बहुत बुरा लगेगा . खैर , बेबी का नाम क्या रखा है ?
“ मैंने सोचा है कि गंगा की बहन है तो यमुना रहेगा इसका नाम . कैसा रहेगा ? “
“ बहुत अच्छा है . “ फिर रीता ने अपनी बेटी गंगा को भी यमुना को दिखाया
उधर रीता ने अमेरिका से ही अमेज़न पर ऑनलाइन बेबी के लिए कपडे , खिलौने आर्डर कर दिए थे . उसके गिफ्ट मीना को समय पर मिल गए थे . छठ्ठी के समय मीना ने फोन कर रीता को व्हाट्सएप्प पर तस्वीरें दिखायीं और कहा “ यमुना बेटी मौसी के भेजे कपड़े पहने हुए है . इसे आशीर्वाद दो रीता . “
“ बहुत क्यूट लग रही है तेरी बेटी . भगवान् उसे दीर्घायु दे , स्वस्थ रखे और दुनिया की सारी खुशियां दे . “
मीना के पति और सास ससुर ने रीता को बहुत धन्यवाद दिया और गंगा को ढ़ेर सारे आशीर्वाद .
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