love story 2 in English Short Stories by Navdeep books and stories PDF | एक प्रेम कहानी 2

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एक प्रेम कहानी 2

जब नव और परम के बीच प्यार वाला रिश्ता बनाजता है तब कुश टीम बाद ही परम को कुश गलत फेमी हो जाती है। तब वह नव साथ लड़ने लगती है । गलत फेमी ये होती है कि नव किसी और लड़की से भी बात करता है । बल्कि ऐसा कुश नहीं था । तब नव उसे काफी मनाता है । तोह परम तब भी नहीं मानती । नव एक बेस्ट फ्रेंड होता है तोह वह परम को मनाता है । फिर परम मांजती है ।और नव को बोलती है। के मेरी गलत फेमी के लिए मुझे माफ़ करदो । नव ,परम से बेइंतहा मोहब्बत करता था । नव ,परम को माफ कर देता है । तोह फिर परम और नव एक दूसरे के साथ समय बिताने लगे ।इसी तरह से परम और नव का रिश्ता और मजबूत होता गया ।एक दिन फिर कोई ऐसे ही बात हो जाती है । जिसे परम को बहुत ठेस पहुंचती है । तब ये बात होती है नव ने परम के बारे में अपने दोस्त को बताया था । जिसमे उसके दोस्त ने परम के बारे में पता किया था । काफी लड़को से के वह कैसी लड़की है । बल्कि नव ने ऐसा कुश नहीं किया था । फिर वही नव को अपना रिश्ता बचाने के लिए भॊ बात अपने सिर पे लेलों के मैंने ही ऐसा करने कोन खा था । बल्कि नव ने ऐसा करने के लिए कहा है नी था । परम नव से काफी दिन तक नाराज़ थी । फिर नव के दोस्त ने परम से काफी मांगी के मैंने ही ये किया था नव ने नहीं । फिर वह नव और उसके दोस्त के साथ बहुत नाराज़ होगी । के तुम दोनों ही कुश उल्ट पुलत कर रहे हों। ऐसे ही नव और उसका दोस्त सोच रहे थे। के उसे कैसे मनाया जाए । फिर नव घर जाकर परम से बात कर रहा था तब परम को उसने काफी समझाए के ऐसा कुश नहीं था । परम को किसी तरह से नव मना ही लेता है । तोह परम नव से कहती सिर्फ एक ही मोका और था ।ये आखिर बाला मोका था । नव आगे बोलता के आगे सी ऐसा कुश नहीं होगा । तोह फिर से वह दोनों अपना कैंप एंजॉय करने लगे । कैंप खत्म होते ही वह घूमने चला जयेया करते। जब कांप का लास्ट दिन था तब नव और परम भोहात उदास थे । कांप खत्म होते अनुसार ही वह रोज ही फोन पे बात करने लगे । तब उनका डिस्टेंस बढ़ जाता है । तोह फिर बीच में कुश दिन उनकी आपस में बात नहीं होती परम भोहत् ही फिकर में थी के बात क्यों नहीं हो रही । नव को पैरालाइज का अटेक हुए होता है । नव हॉस्पिटल में दाखिल होता है । परम को नहीं मालूम होता है । नव का बेस्ट फ्रेंड परम को बताता है । के नव को पैरलाइज का अटैक होगया है परम को चैन नहीं आती । के नव को ऐसे अचानक कैसे होगया आत्तेक । वह बहुत दुखी होती है । दस , बारह दिन के बाद कॉलेज लगने शुरू होजते है । परम और बाकी नव के फ्रेंड उस मिलने के लिए जाते है हॉस्पिटल तब नव ठीक तोह होता है । लेकिन उसकी बॉडी पैरालाइज ही होती है तब भी परम तब भी बहुत ऑडास होती नव को लेकर के ऐसा बीमारी कैसे अग्यी नव को नव फिर बीस,पच्चीस दिन के बाद थोड़ा ब्बूता चलने लगता है । फिर भी उसे दो के दिन रखते है हॉस्पिटल फिर नव को शुती कर देते है । हॉस्पिटल से तब परम बहुत कुश होती है । नव को शुटी होगी हॉस्पिटल से तोह फिर नव के घर आने के कुश दिन बाद जब नव चलने लग जाता है अपने आप तोह नव और परम दोनों डेट पे जाते है उनका प्यार का रिश्ता और जेयाद मजबूत हो जाता है । नव अशी तरह से ठीक नहीं होता तब भी वह सिर्फ को परम को मिलने के लिए ही जाता है । के परम को महसूस ना हो कि वह अकेली है......।