Baat ek raat ki - 31 in Hindi Detective stories by Aashu Patel books and stories PDF | बात एक रात की - 31

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बात एक रात की - 31

बात एक रात की

Aashu Patel

अनुवाद: डॉ. पारुल आर. खांट

प्रकरण - 31

सिनियर इंस्पेक्टर इनामदार पर आया कॉल अमन कपूर का था।

‘आपको एक बात बतानी रह गई। दिलनवाझ के लापता होने के बाद इंस्पेक्टर पाटणकर ने सभी को गैलरी से दूर रहने की हिदायत दी थी। तब उसे दिलनवाझ का मोबाइल फोन मिला था....’

अमन कह रहा था।

‘पाटणकर ने वह मोबाइल फोन मुझे दे दिया था। मोबाइल का डेटा रिकवर करवाने के लिए फोरेंसिक लेब भेज दिया गया है।‘ इनामदार ने बीच ही कहा। उसे समझ नहीं आया कि अमन कपूर यह बात क्यों कह रहा है?

‘लेकिन मेरी बात तो सुनिए ! मैंने यह बताने के लिए कॉल किया है कि पाटणकर को जब वह मोबाइल मिला था तब उसे समुद्र में फेंकने की कोशिश की थी !’ अमन ने आगे कहा।

‘क्या?’ इनामदार का मुँह खुला ही रह गया।

‘हाँ, वह दिलनवाझ का मोबाइल फोन समुद्र में फेंकने जा रहा था लेकिन तभी मैं वहाँ पहुंच गया इसलिए वह झल्ला गया और मोबाइल को अपनी जेब में रख लिया था। मैं यह बात आपको बताना भूल गया था।‘

इनामदार के दिमाग में सवाल घूम रहा था: पाटणकर दिलनवाझ का मोबाइल फोन समुद्र में क्यों फेंकेगा?

‘आपको शायद कोई गलतफहमी हुई होगी कि पाटणकर मोबाइल समुद्र में फेंकने वाला था।‘ उन्होंने आश्वस्त होने के लिए पुन: सवाल किया।

‘नहीं, उसने मोबाइल फेंकने के लिए हाथ उपर किया तभी उसने मुझे देखा तो तुरंत ही हाथ नीचा कर लिया था।‘ अमन ने जोर देते हुए कहा।

‘स्ट्रेंज !’ इनामदार बोला।

‘उन दोनों के बीच....’ अमन बोलते- बोलते रुक गया।

‘उन दोनों के बीच क्या?’ इनामदार ने जल्दी से पूछा। अमन कुछ असमंजस में पड़ गया।

‘जो भी हो किसी तरह के डर के बिना कहिए। आपको किसी तरह की तकलीफ नहीं होने दूंगा।विश्वास रखो।‘ इनामदार ने उसकी असमंजस को दूर करते हुए कहा।

‘उन दोनों के बीच पैसे का मुद्दा चल रहा था।‘ अमन ने कहा।

‘क्या इश्यु था?’

‘पाटणकर ने दिलनवाझ और अन्य पार्टनर्स के साथ पुणे में फाइवस्टार हॉटल बनाना शुरु किया था। दिलनवाझ ने उसमें 250 करोड़ रुपये का इन्वेस्टमेंट किया था, लेकिन प्रोजेक्ट की कोस्ट अंदाज से बढ़ रही है ऐसा कहकर पाटणकर ज्यादा पैसे माँग रहा था। दिलनवाझ ने कहा था कि मुझे इस प्रोजेक्ट से हट जाना है। दिलनवाझ ये पैसे हमारे फिल्म स्टुडियो के प्रोजेक्ट में लगाना चाहता था। स्टुडियो की जगह के लिए चीफ मिनिस्टर के साथ बात चल रही थी। हमारी कम्पनी देश का सबसे बड़ा फिल्म स्टुडियो बनाने की तैयारी कर रही थी....’

इनामदार आँख झपके बिना ही ये बात सुन रहे थे।

..................

‘इनामदार आपको पाटणकर के साथ अनबन है यह बात इस मामले में मिक्स नहीं होनी चाहिए।‘

इनामदार ने जब एनकाउंटर स्पेशियालिस्ट पाटणकर के बारे में जो माहिती अमन कपूर ने दी थी वह माहिती जॉइंट कमिशनर अमोल कपूर को दी तब वे इनामदार को कह रहे थे।

‘सर, इसीलिए आगे कुछ करने से पहले मैंने आपको सूचित किया है।‘ इनामदार ने कहा।

वे भली भांति जानते थे कि अमोल कुमार पाटणकर के गॉड फाधर थे। इनामदार भी अमोल कुमार की गुड बुक में था लेकिन प्रशांत पाटणकर के प्रति कुछ ज्यादा ही झुकाव था।

पाटणकर इस हद तक जा सकता है?

ये सवाल अमोल कुमार के मन में कौंधा था। वे कुछ पल चूप रहे।

‘एक और महत्व की बात सामने आई है, सर।‘ इनामदार ने कहा।

‘क्या?’

‘दिलनवाझ को रात के साढ़े तीन बजे रेप केस की धमकी देने वाली एक्ट्रेस चांदनी शर्मा के कॉल रिकॉर्ड्स से पता चलता है कि उसकी पाटणकर से लम्बी - लम्बी बातें हुई थी इसके सबूत है! जिस रात दिलनवाझ पर चांदनी ने कॉल किया था उसके अगले दिन की शाम को चांदनी प्रशांत पाटणकर से तीन बार बातचीत की थी और इसमें भी अंतिम कॉल 45 मिनट तक चली थी।‘

अमोल कुमार के चेहरे पर आश्चर्य के भाव उभर रहे थे।

‘आपकी पर्सनल राइवलरी साइड पर रखकर जांच जारी रखिए।’ उन्होंने ताकीद करते हुए कहा और फिर जोड़ा,’ मुझे कोंसटंट अपडेट देते रहना।‘

............................

‘दिलनवाझ मर्डर केस की गुत्थी उलझती जा रही है। अब प्रशांत पाटणकर भी सस्पेक्ट बन गया है !’

जॉइंट पुलिस कमिशनर अमोल कुमार कमिशनर पटनायक को कह रहे थे।

अमोल कुमार और पटनायक बात कर रहे थे तभी डेप्युटी कमिशनर नरेश सिन्हा इजाजत लेकर अंदर आए। उन्होंने कहा, ‘पुलिस कंट्रोल रुम में अभी हाल ही में एक अनाम व्यक्ति का कॉल आया था। किसी लडकी का कॉल था। उसने कहा कि दिलनवाझ का मर्डर आप ने कल्पना भी नहीं की होगी ऐसे व्यक्ति का कृत्य हो सकता है। उस व्यक्ति ने पहले भी दिलनवाझ पर हमला कर के उसका मर्डर करने की धमकी दी थी। इस घटना के कई गवाह भी है...’

नरेश सिन्हा ने बात पूरी की तब पटनायक और अमोल कुमार के चेहरे पर आश्चर्य और अविश्वास के भाव उभर आए थे !

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