S.M. POLLUTION
राइटर - राम निवास वर्मा
विषय - सोशल मीडिया विचार, हिंदी आर्टिकल
वातावरण में अचानक परिवर्तन होने से मनुष्य और जीव – जंतुओं का जीवन बहुत प्रभावित होता है, यह परिवर्तन वातावरण में हो रहे प्रदूषण के कारण होते हैं, जिसका जिम्मेदार मनुष्य खुद है | इसकी वजह से जीव जंतुओं की आन्तरिक और बाहरी दोनों प्रकार की सरचनाओं में बदलाव आते हैं कभी – कभी प्रदूषण से जीवन में विकार उत्पन्य हो जाते हैं, आज के आधुनिक वातावरण में एक इसी प्रकार का प्रदूषण फ़ैल रहा है, जिसे अगर समय रहते नहीं रोका गया तो यह घातक बीमारी उत्पन्य कर सकता है; इसका नाम SM प्रदूषण यानि सोशल मीडिया प्रदूषण, जी हाँ हम उन्हीं सोशल मीडिया साइटों की बात कर रहे जिसकी वजह से लोग कुछ सीखते भी है, तो कुछ खोते जा रहे हैं | जिस प्रकार मनुष्य का जीवन अपने चारो तरफ फैले वातावरण से सम्बंधित है, ठीक उसी प्रकार आज का जीवन सोशल मीडिया से जुड़ता जा रहा है | इस कारण दुनिया भर के लोगों में मानसिक और शारीरिक विकार उत्पन्य हो रहे है उनका जीवन हिंसक और रोग ग्रसित होता जा रहा है | जिस प्रकार अन्य जैसे वायु, जल, ध्वनी प्रदूषण मानव जीवन को प्रभावित करते है उसी प्रकार सोशल मीडिया प्रदूषण भी मानव जीवन को तेजी से प्रभावित कर रहा है, मनुष्य के द्रारा उसका गलत इस्तेमाल किया जा रहा है, सोशल मीडिया पर अश्लीलता, गाली गलोज और हिंसक भाषण वाजी फैलाना कुछ लोगो का दैनिक जीवन बनता जा रहा इसके जरिये लोग चाहे जिसे गली दे रहे है; चाहे वह अपना हो या फिर देश का नेता, अभिनेता | अश्लील चलचित्र, कहनियाँ बच्चों को सोशल मीडिया पर आसानी से मिल जाती है जिससे वह समय से पहले परिपक्व या आपरिपक्व हो रहे है, उनकी मानसिकता विकृत हो रही है जिसका दुष्परिणाम सामाज से कुछ अच्छे लोगों को झेलना पड़ता है | हिंसक भाषण वाजी से कुछ लोगो को खुशी तो कुछ लोगों को आघात पहुचता है, लोग जिसे भी गाली देना चाहे या उसके बारे में बुरा भला लिखना चाहे वह आसानी से दुनिया के किसी भी कोने से छोटा सा #टैग लगाकर उन्हें टारगेट कर सकते हैं, ठीक उसी प्रकार जिस प्रकार दूषित वायु पूरी दुनिया में बिना किसी माध्यम से फ़ैल जाती है | आज के लोगों का जीवन सोशल मीडिया से इस प्रकार जुड़ चुका है की वह अपनी जीवन की विभिन्य क्रियाओं को सोशल साइटों के जरिये शेयर करते हैं फिर चाहे उनकी निजी जानकारी या तस्वीरें ही क्यों ना हो, जब किसी को बदला लेना होता है तब वह उनका गलत तरीके से इस्तेमाल करते हैं | लोग सोशल मीडिया पर प्रसिद्ध होने के लिए घरवालों और मोहलों वालो से दूरी बना रहे हैं, वह जादा से जादा समय सोशल साइटों पर बिता रहे हैं जिसकी वजह से उनका शारीरिक जीवन और सामाजिक जीवन दोनों प्रभावित हो रहे हैं | कुछ लोग दुनिया भर में फेमस होने के लिए सोशल साइटों वेस्ट मटेरियल अपलोड करते हैं, जो एक वायरस की तरह मनुष्य के मस्तिष्क पर अटैक करता हैं |
आज कल लोग प्रकृति से अलग होते जा रहे है, वे अगर कंही घूमने भी जाते हैं तो वंहा की सुन्दर प्रकृति को नहीं देखते हैं वंहा की सुन्दर सेल्फी लेते हैं जिससे वह सोशल साईट पर अपलोड कर सके, लोगों के द्रारा इस तरह अपनों को अनदेखा करना और सोशल साइटों से जुड़ जाना, प्रकृति की सुन्दरता को देखने की वजह उसे तस्वीरों में कैप्चर करना लोगों के सबसे बड़े शौक बनते जा रहे हैं; लोगों का इस तरह अप्राकृति वस्तुओं से जुड़ जाना चिंता का विषय है |