आज की दुनिया एक नये युग का संचार कर रही है, आज का मानव प्रतिदिन एक नई खोज के साथ आगे बढ़ रहा है। और आगे के आने वाले दिनों में, ऐसा प्रतीत हो रहा है कि हर मनुष्य अपने आप में व्यस्त और मस्त ही रहना चाहेगा।
हमारा देश भारतवर्ष के नाम से पूरे विश्व में प्रसिद्ध होने के बावजूद भी अंकतालिका में अन्य देशों के मुकाबले अपना स्थान हमेशा नीचे ही रखता था। लेकिन पिछले कुछ वर्षों में प्रगति के मार्ग पर अग्रसर होकर अंकतालिका में अपने आप को नई पहचान के साथ नया स्थान प्राप्त कर देश का नाम और देश का गौरव बढ़ाया है। ऐसा इसलिए भी हुआ है कि देश के वर्तमान प्रधानमंत्री माननीय श्री नरेन्द मोदी जी ने ' सबका साथ सबका विकास ' का नारा लगाते हुए विश्व भ्रमण कर जगत को चेताया है कि भारतवर्ष अब वह भारतवर्ष हो गया है जो आतंकवाद का कड़ा मुकाबला कर उसे जड़ से खत्म करने का हौसला रखता है।
भारतवर्ष अब वह भारतवर्ष हो गया है जो किसी पड़ोसी देश के डराने या धमकाने से पीछे हटने वाला नहीं है। बल्कि उसका सामना कर मुहतोड़ जवाब देकर अपना अस्तित्व और ऊंचा बनाना चाहता है। हमारा देश नई - नई तकनीकों के साथ आकाश तक अपना नाम कायम करने में कामयाब हो रहा है। हमारे देश के विकास मार्ग में बाधक बन रही यहां की कुछ राजनीतिक पार्टियां और भ्रष्टाचार मुख्य कारण हैं।
वर्तमान में देश जिस तरह प्रगति की ओर बढ़ रहा है इसे देखते हुए ऐसा प्रतीत हो रहा है कि आने वाले साल 2024 तक साक्षरता में भी अपना अंक स्थान छोड़कर एक नए और ऊपर के क्रम में जगह हासिल कर पायेगा। देश के हर नागरिक के मन में यह विश्वास उत्पन्न हो चुका है कि हर बच्चे का अधिकार है कि वह पढ़े और स्कूल जाए। इसलिए सरकार ने हर गांव में एक प्राथमिक विद्यालय का निर्माण करा रखा है और उचित संसाधनों के साथ अध्यापक, अध्यापिकाओं की भी नियुक्ति की है। मेरा मानना है कि सरकार के साथ - साथ ग्रामीणों को भी ध्यान रखना चाहिए कि बाहर से आए हुए अध्यापक हमारे बच्चों के भविष्य को किस तरह संवार रहे हैं। यदि किसी तरह की कमियां पायी का रही हैं तो अपने तहसील या मुख्य विद्यालय जा कर जांच कराने का सफल प्रयास करना चाहिए।
सरकार की योजनाओं को समझें और अन्य किसी को भी इन सब सेवाओं के बारे में समझाये और खुद भी लाभ लेकर खुद को शिक्षित नागरिक बनाए। आज दुनिया में निर्यात के क्षेत्र में जहां चीन अपना दबदबा कायम रखना चाहता है वहीं भारत से जर्मनी और फ्रांस जैसे विकसित देश आयात की अपेक्षा रखते हैं और दुनिया के सबसे ताकतवर देशों में से एक संयुक्त राज्य अमेरिका भारत के साथ मित्रता कर नई - नई तकनीकों के माध्यम से और विकसित होने की इच्छा रखता है। ऐसे में हम क्यूं पीछे रहें हम भी देश के प्रति एक सच्चे नागरिक होने का प्रमाण देंगे वो भी किसी मानवता के दृष्टि से ना की झूठ और फरेब की सहायता से। और अपने ही देश की बुराई करना यह निंदनीय और अति दुखदाई बात है ऐसा कर के हमें अपने देश को नीचा नहीं दिखाना चाहिए बल्कि हमें अपने मौलिक अधिकारों की ध्यान में रखते हुए इंसानियत और धर्म के अनुसार लोगों की मदद भी करनी चाहिए इससे अपना मान सम्मान बढ़ेगा और देश का मान सम्मान भी बढ़ेगा। और फिर हम एक साथ होकर गर्व से कहेंगे मेरा भारत महान। जय हिन्द
।। ज्योति प्रकाश राय ।।