इधर बजरंगी पंडित वीर से जा मिलता है, और घटित होने वाली घटना के बारे में बताता है, वीर पागलों की तरह अपनी बहन की लाश को ढूंढता है, कई दिनो तक भटकने के बाद उसे अपनी बहन की लाश मिल जाती है, वीर अपनी बहन की लाश लेकर थाने आता है, लेकिन इंस्पेक्टर ललित द्वारा उसे वहाँ से भगा दिया जाता है, ससुराल वाले भी लक्ष्मी के ऊपर बदचलन होने का आरोप लगाते हैं, वीर अपनी बहन की लाश को लेकर अपने घर आ जाता है, और अपनी बहन की चिता में ही जलकर मर जाना चाहता है, लेकिन तभी वहां महिमा हाथ में रिवाल्वर लिए हुए आती है, और वीर से कहती है:-
महिमा:- आत्महत्या करना कोई उपाय नहीं है, अगर मरने से ही सारी समस्या हल हो जाती, तो दुनिया में कोई जीता ना होता, यह गन लो, और ले लो सारी बहनों का बदला|
वीर:- तुमने सही कहा माही, अब मैं तब तक नहीं मारूंगा, जब तक कि सारे गुनहगारों को उनकी करई की सजा नहीं दे देता, अब मैं बताऊंगा कि जुर्म करने की सजा, कमजोरो के ऊपर अत्याचार करने की और मासूम, बेकसूर और लाचार बहनों को मौत के घाट उतारने की क्या सजा क्या होती है.......
महिमा:- मुझे विश्वास है, मैं तुम्हारा इंतजार करूंगी|
वीर:- तुम चाहो तो किसी और से शादी करके अपनी नई जिंदगी शुरू कर सकती हो, मेरा पता नहीं वापस आऊं या मारा……
महिमा:- (वीर के मुंह पर हाथ रख देती है) मुझे विश्वास है, तुम काम पूरा करके वापस जरूर आओगे|
वीर:- मैं जिंदा वापस आऊंगा इस बात की क्या गारंटी है? क्या तुम्हें विश्वास है?
महिमा:- विश्वास पर ही तो दुनिया टिकी हुई है, अगर विश्वास ना होगा, तो हम जिएंगे किसके सहारे, मुझे पूरा विश्वास है, अपने प्यार पर, जो मुझे कभी निराश नहीं करेगा|
वीर महिमा को गले लगा लेता है
वीर अपने दो दोस्त अर्जुन और लक्ष्मण को साथ लेकर निकल जाता है, चम्बल के बीहड़ों में पहुंच जाता है, और वहाँ उसकी मुलाकात होती है रुद्र से, जो कि चम्बल के जंगल के चप्पे-चप्पे से वाकिफ होता है, उन लोगों की आपस में दोस्ती हो जाती है, रुद्र का काम होता है अमीर लोगों का और उन लोगों का जो गरीबों और कमजोर लोगो को परेशान करके पैसे इखट्टे करने वाले लोगों का पता लगाना, और चारों लोग रात में उन लोगों को लूट्कर गरीबों और असहाय लोगों को बांट देते हैं।
इस तरह से उन लोगों का नाम आसपास के सारे इलाकों में छाया हुआ है, गरीब और असहाय लोग कभी भी पुलिस को उनकी असलियत नहीं बताते, अब जुल्म की दुनिया में सिर्फ एक ही खोफ था, चम्बल का किंग, जब भी कोई जुर्म करने वाला इस नाम को सुनता, तो उसके हाथ-पांव कांपने लग जाते, पुलिस ने चम्बल किंग के ऊपर एक लाख का इनाम रखा, जिंदा या मुर्दा पकड़ वाने वाले के लिए, बहुत सारे लोग और पुलिस वाले इनाम के लालच में उनका पीछा करते हुए चम्बल की घाटी में उतरे, लेकिन कभी वापस नहीं आए, अब लोग चम्बल की घाटी में जाने से, दिन के उजाले में भी खोफ खाते हैं|
क्रमश:.............