Kya he jindagi - 2 in Hindi Poems by Rohit Shabd books and stories PDF | क्या है जिंदगी - 2

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क्या है जिंदगी - 2

क्या है जिंदगी?

(2)

55

जिंदगी क्या है ?

जिंदगी बस यु ही खत्म ना हो जाये हमेसा एक डर लगता उस डर से आगे निकल कुछ कर जाए उसमे भी दम लगता है इसका नाम भी है जिंदगी

56

खूब गलती करना और

गलतियों से सीख जाना उन पर पर्दा ना डालना

और उनकी जिम्मेदारिया लेना भी है जिंदगी

57

खुदसे प्यार करने का नाम है जिंदगी

मैं से मैं में मिल जाना है जिंदगी

"तुम" और "मैं" को खत्म कर देना है जिंदगी

58

कुछ अधूरे शब्दो के साथ जीना भी है ओर

जिंदगी उन्ह सभी अधूरे शब्दो को पूरा करती है

जो आपके जीवन में बाकी रह जाते है।

उन सभी शब्दो को मतलब भी देना है जिंदगी

59

जीवन का नियम परिवर्तन है

उसमे जिंदगी के अनेक परिवर्तन है

उन परिवर्तनों के साथ जीना भी है जिंदगी

60

जिंदगी एक भागम भाग दौड़ है जिसमे लाखो इच्छाएं है जिन्हें पूरा करने की एक नाकाम कोशिश है उन सभी इच्छाओं को पूरा कर फिर यही छोड़ जाना है ना कोई मुकाम पाना है ना कुछ कर दिखाना है फिर भी बस इस जिंदगी के साथ भागते ही जाना है

61

लाखो असफलताओ का परिणाम है जिंदगी उन सारी असफलताओ को सफलता का रूप देना भी है जिंदगी

62

जिंदगी जब आती है तो शोर मचाती है एहसास दिलाती है , रोती है, चिल्लाती है अपने होने का एहसास दिलाती है और जब जाती है तब मौन वह हो जाती है हर और सन्नाटा कर जाती है जिंदगी

63

कुछ करना भी है जिंदगी

कुछ ना करना भी है जिंदगी

कुछ करना और ना करना के मध्य की मसक्कत भी है

यह जिंदगी

64

बार बार असफल होने के बावजूद भी जितने और कुछ कर दिखाने की इच्छा का नाम ही है जिंदगी

कुछ करके दिखाना भी है जिंदगी

क्या करना और क्यों करना , किसके लिए करना

.यह भी ना समझ पाना है जिंदगी और समझ पाना भी है जिंदगी

65

जिंदगी क्या है ?

कुछ समझना-समझाना और

कुछ ना समझना और सबकुछ समझ लेना है और सब

कुछ समझ कर भी अनजान बने रहना भी है जिंदगी

66

बहुत सारे सपनो को साकार करने का नाम भी है

जिंदगी उन सपनों से हार कर बैठ जाना भी है जिंदगी

जो सपने देखे थे उनके लिए फिर से उठ जाना है

जिंदगी और उनके साथ फिर नए सपनो को देखना और

उठ कर भाग लेना भी है यह जिंदगी

67

क्या है जिंदगी ?

हर रोज अपने सपने की और दौड़ना

हर रोज बहुत सारे सपने देखना और उन

68

बहुत सारे सपनो को आंखों में सजाकर लेकर आई है ये जिंदगी , और फिर खाली हाथ होकर जा भी रही है यह जिंदगी

69

कुछ खोना कुछ पाना

कुछ पाना कुछ खोना

होना जाना कुछ नही

ग्लास तोड़ा बारह आना

बस इसका नाम भी है जिंदगी

70

हर दिन एक नई शुरुआत के साथ जीना भी है जिंदगी

71

कुछ खोना कुछ पाना है जिंदगी

कुछ ना होना भी है जिंदगी

तो सबकुछ पा लेना भी है जिंदगी

सबकुछ पाकर सबकुछ खो देना भी है जिंदगी

72

जिंदगी से जिंदगी की शुरुआत भी है यह जिंदगी उस शुरुआत का मध्य और अंत भी है यह जिंदगी

73

कुछ आगे तो कुछ कुछ पीछे होना है जिंदगी

शायद यही होड़ और दौड़ होने का नाम है जिंदगी

74

लाखो सवालो से घिरी है जिंदगी

और उन लाखों सवालो के जवाब भी है जिंदगी

लेकिन हर एक सवाल के जवाब पाने के लिए

बर्बाद भी ना करो ये जिंदगी

75

जिंदगी एक खूबसूरत सफर है और इस सफर को

और खूबसूरत भी बनाना है जिंदगी

76

जिंदगी एक सफर है और उस सफर की

सीमित और असीमित सम्भावनाओ

का सफर भी है ये जिंदगी

77

उम्मीद है आशा है जिंदगी तो

एक और निराशा, और हताशा भी है जिंदगी

78

एक घर की बेड़ियो में बंधी बेतहासा लाचार सी भी है जिंदगी, तो दूसरी ओर खुले आसमानों में उड़ती हुई भी है जिंदगी।

79

कुछ पन्ने खाली है तो कुछ भरे है

बनते बिगडते के हिसाब का नाम भी है जिंदगी

80

मन के हारे हार है तो

मन के जीते जीत भी है जिंदगी

81

जीवन और मृत्यु एक चक्र है तो

इस चक्र से पार पा जाना भी है जिंदगी

82

जीवन जाग्रत है नींद कभी ना थी

जिंदगी अंधेरो से उजालों की

और ले जाने की यात्रा है

83

जिंदगी आज कल आज का हिसाब है उस हर एक पल

का हिसाब है जो आप जी रहे है और नही जी पा रहे है

84

जिंदगी उन बेहतरीन किताबो में से एक ऐसी किताब है

जिसे आप बार बार पढ़ना , देखना, सुन्ना चाहते है।

85

हमारे मन में बहुत सारे सवाल उठते है

उन सब उठते हुए सवालो को दबा देने का नाम है जिंदगी

86

लाखो करोड़ो सालों से चलती आ रही है जिंदगी ना इसकी शुरुआत का पता है ना ही अंत है कहाँ?

बस विराजमान स्थिति है यह जिंदगी

87

एक घटना है तो दूसरी घटना की शुरुआत है जिंदगी

बस एक घटना से दूसरी घटना का क्रम है जिंदगी

88

खुलकर जीने का नाम है जिंदगी

बेहिसाब खर्च भी जिंदगी तो

उस बेहिसाब खर्च का हिसाब भी है जिंदगी

89

समय के साथ जीना भी है और

समय से पार पा जाना भी है

जिंदगी और समय के साथ

चलते जाना भी है जिंदगी

90

उम्र के पड़ाव से पार जाना भी है जिंदगी

बचपन, जवानी, बुढापा है जिंदगी

और इन तीनो में से कुछ नही बस स्वयम में जी जाना है जिंदगी

91

आंकड़ो की सीमाओ से परे है जिंदगी ,

बस इसको किसी बंधन में ना बांधो

इसीका नाम है जिंदगी!

92

जहाँ भय समाप्त होता है वही से जिंदगी शुरू होती है

डर से आगे जीत है जिंदगी

डर से आगे निकल जाने का नाम भी तो है जिंदगी।

93

जिंदगी एक भागम भाग दौड़ है

किसी की दौड़ में शामिल ना हो खुद की दौड़ में शामिल हो जाओ उसी का नाम है जिंदगी

94

किसी को बेहतर बनाने की कोशिश मत करो,

खुद को बेहतर बनाओ,

खुद को बेहतर बनाने का नाम है जिंदगी।

95

जिंदगी कोई बहाना नही है

यह एक सुनहरा अवसर है

कुछ कर दिखाने का ,

कुछ बन जाने का ,

कुछ हो जाने का

96

जीवन पर गुस्सा मत करो यह जीवन नही जो आपको निराशा देता है यह आप है जो जीवन की नही सुनते

जीवन को अनसुना ना करने का नाम है जिंदगी

97

एक सपने के टूटकर चकनाचूर हो जाने की बाद दूसरा सपना देखने के हौसले को जिंदगी कहते है।

98

जीत और हार का सिलसिला है जिंदगी

कभी जीत है तो कभी हार भी है जिंदगी

99

जो हर पल नदी की तरह बहती रहे ऐसी जिंदगी

जो पल पल चलती रहे ऐसी ही है जिंदगी

100

सबको बताना जरूरी नही है कि क्या है जिंदगी

बस खुद जान लेना बेहद जरूरी है जिंदगी

101

कोई हर परिस्थिति को रो रोकर गुजारता है जिंदगी तो किसी के गम में भी मुसकुराने का हौसला है जिंदगी

102

जिंदगी से जितने मर्जी कठिन

सवाल पुछलो उनका भी जवाब है जिंदगी

103

जिंदगी कितनी भी उलझी हो

एक दिन खुद ब खुद सुलझ ही जाती है

104

पहले तो ilogical लगती है

जिंदगी फिर धीरे धीरे खुद ही

लॉजिकल बन है जाती है

Illogical से लॉजिकल तक हो जाना भी है जिंदगी

105

जतदातार लोग जिंदगी में स्कूल की तरह 33 प्रतिशत की तरह पास होना चाहते है 100% लाने में डरते है और उन्हें लगता 100%कभी हो ही नही सकते हम तो तो हम ऐसे ही अच्छे है वो कोशिश ही नही करते कि परफेक्ट हो वो परफेक्ट होना ही नही चाहते

106

जिंदगी आसान ही है चाहे 33% होकर जीत जाओ चाहो या 100% परसेंट एक बार जो स्टैण्डर्ड सेट हो गया वही अच्छी लगने लगती है जिंदगी फिर बदलना अच्छा नही लगता

107

जिंदगी एक गणित के सवाल की तरह घूम जाती है कभी जवाब मिल जाता है तो कभी नही।

108

जिंदगी भी गणित के उस 0 और इंफिनिटी की तरह लगती है जो शुरुआत तो 0 से करती है और खत्म इंफिनिटी मतलब कभी ना खत्म होने वाली जिंदगी

109

जिंदगी साँप सीढ़ी के खेल की तरह है जिसमे हर नंबर को पार करना ही होता कुछ भी छोड़ नही सकते बस आपको कभी जल्दी पहुचने के लिए लिफ्ट मिल जाती या सीढ़ी जिससे आप जा सकते हो लेकिन स्किप नही कर सकते।

109 A

जिंदगी सांप सीडी की तरह है जिसमे जिंदगी में हमें कोई सांप की तरफ डंस लेता है तो कभी मदद के लिए सहारा मिल जाता है।

110

जिंदगी कभी स्किप करके नही चलाई जा सकती इसको पूरा ही करना होता है हर पड़ाव कठिन हो आसान पर पार करना ही होता है

111

कभी स्पीड ब्रेकर तो कभी प्लैन सपाट सड़क सी लगे यह जिंदगी , जब यह दोनो ना दिखे उछलती कूदती में गड्ढों में अटकती हुई सी भी चले यह जिंदगी।

111A

कभी कभी सपीड ब्रेकर आते है तो कभी Plain रोड आती है हर तरह के रॉड का मजा लेना ही होता है कभी स्पीड ब्रेकर पर झटके लगते है उन्हें सहना भी होता है।

112

कभी उचाई है तो कभी निचाई है कभी नीचे से ऊपर जाना होता है तो कभी ऊपर से नीचे आना होता है रास्ते कितने ही मुश्किल क्यों ना हो उन्हें आसान समझ कर पार करना ही होता है

113

जिन्दगी एक कोरा कागज है

जैसा मन करे वैसे रंग भरने का नाम है जिंदगी

कभी रंगीन तो कभी सादा कागज सी है यह जिंदगी

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114

एक दौर भी है

एक उम्र का तजुर्बा भी है जिंदगी

115

कल की किसे खबर बस आज

में जी जाने का नाम है जिंदगी

116

मौत भी आएगी एक दिन इसलिए

फिक्र को छोड़ उस फिक्र को

भूलकर आज में जी यही है जिंदगी।

117

रोज सिखाती , रोज भुलाती है जिंदगी

कभी याद कराती तो कभी

याद किये हुए को भुलाती है जिंदगी

118

सीमित ही होना तो असीमितता

से बाहर होना भी है जिंदगी

119

कही धूप तो

कही छाव है जिंदगी

हर मौसम की शुरआत से लेकर

अंत तक सफर है जिंदगी

120

जिंदगी हर पल का हिसाब है तो कभी बेहिसाब है यह जिंदगी कभी सीमा के भीतर तो कभी सीमाओं के पार भी है जिंदगी।

121

एक नया गीत

उसमे सुर ताल ओर संगीत

मौन उद्गम तो

शोर का संगम

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