Chori ya paheli - 3 in Hindi Drama by Satender_tiwari_brokenwordS books and stories PDF | चोरी या पहेली - रहस्यमयी कहानी - 3

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चोरी या पहेली - रहस्यमयी कहानी - 3

चोरी या पहेली ...(9)

पहले खत के खुलासे अभी पचे ही नहीं थे कि अगले खत के खुलासे ने तो निवाला निगलने की ताकत भी जैसे छीन ली थी।

इधर रिया का खत खत्म हुआ उधर पुलिस के पैरों से ज़मीन खिसक गई।
चौंकाने वाली बात ही थी कि अमन ज़िंदा है।पुलिस जिन कड़ियों को जोड़ रही थी उनमें से दो पलट गई थी। पुलिस के लिए इस गुत्थी को समझ पाना मुश्किल हो रहा था कि एक एक करके मरने वाले ज़िंदा हुए जा रहें थे।

एक हवलदार ने बड़ी मासूमियत से बोला, ऐसा लगता है कोई मरा ही नहीं। पुलिस अधीक्षक ने गुस्से में देखा लेकिन फिर कहा , तुम्हारी बात भी सही हो सकती है। औए साथ ही कहा कि हमे चैकन्ना रहना पड़ेगा । कहीं ये किसी और हादसे की तरफ़ इशारा तो नहीं है। पुलिस ने इस बार खत का ज़िक्र रोहन और नैना से नहीं किया।

रिया के खत का दूसरा भाग नए खुलासे के साथ आया था और चौंकाने वाला भी। रिया का इस साजिश में शामिल होना और अमन का ज़िंदा होना एक बड़ी खामोशी लेकर आया था। किस तरफ जाए किसको पकड़े , कुछ समझ नहीं आ रहा था।

पुलिस को अब रोहन की तरफ रुख करना पड़ रहा था। और अपनी पिछली तहक़ीक़ात पे फिर से गौर कर रही थी। पुलिस ने रोहन के बर्ताव को भी समझने की कोशिश की।

1.जब रिया की मौत हुई तब रोहन ने चार महीने बाद नैना से शादी करली। 2.रिया के पहले खत का ज़िक्र जब रोहन से किया , तो रोहन ने कोई खास प्रतिक्रिया नही दी।


इस बार रिया का खत किसी दूसरी जगह से भेजा गया था। पुलिस इतना तो समझ रही थी कि इस साजिश का अंत अभी हुआ नहीं हैं। एहतियातन पुलिस ने रोहन के घर पर और कंपनी में अपने कुछ लोग तैनात कर दिए । वो सभी आम आदमी की वेशभूषा में तैनात हुए ,जिससे किसी को शक न हो।

इस बार खत का इंतेज़ार लंबा हो चला था । शायद खत भेजने वाले ने जैसा सोचा था वैसा हो नहीं रहा था। पुलिस कुछ कर ही नहीं रही थी। लेकिन पुलिस तो सब कर रही थी लेकिन खामोशी से। इधर पुलिस खत का इंतेज़ार तो कर रही थी लेकिन इस बात पर यकीन हो रहा था कि खत भेजने वाली रिया या जो भी हो उसने पुलिस की हरकतों पर नज़र बनाये हुए है।

इसलिए पुलिस भी बिना कोई हल्ला किये चुपचाप काम कर रही थी। शायद यही वजह थी कि 10 दिन तक थाने में कोई पत्र नहीं आया था।

और ग्यारहवें दिन नैना भागते भागते पुलिस स्टेशन आती है और बताती है कि आज सुबह उसके आफिस के पास जो स्कूल है, वहाँ से एक बच्चे ने आज सुबह उसे ये खत दिया । सुबह काम की वजह से खत पे नज़र नहीं गयी । लेकिन जब उसने खत देखा , तो लिफ़ाफ़ा देखकर हैरान हो गयी ।

जिस पर लिखा था"" मैं रिया हूँ !!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!


.....

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भाग 10

बचपन में हम सभी ने एक कहानी पढ़ी है कि

"एक चींटी एक दीवार पे चढ़ने की कोशिश करती है और बार बार नीचे गिर जाती है। और अंत में वो दीवार पे चढ़ने में कामयाब हो जाती है। "

ठीक उसी तरह पुलिस स्टेशन में भी जैसे एक जश्न का माहौल बन रहा था।लगातार किसी हल पर आते आते पुलिस एक नई पहेली में उलझ जाती थी। और फिर वहीं आकर रुक जाती थी जहाँ से तहक़ीक़ात शुरू की थी। और शायद ये खत जो नैना को मिला , वो पुलिस की उस खामोश कार्यवाही का ही नतीजा था। यहाँ पुलिस की खामोशी जैसे किसी और को बेचैन कर गयी।

पुलिस अधीक्षक ने खत देखा और फिर नैना को ।फिर नैना से पूछा

"ये खत आपने खोला ही नहीं ??"" बड़ा सवाल था।

नैना," मैं खत देखकर घबरा गई थी और सीधे पुलिस स्टेशन आ गयी। "

पुलिस ," आधे घंटे का रास्ता और गाड़ी भी ड्राइवर चला रहा था, ""...खैर छोड़िए , जाने दीजिए"

एक हल्की सी हँसी के साथ , वहाँ खड़े हवलदार ने खत खोला और पाया कि कि ये तो वही खत था , जो रिया ने पुलिस स्टेशन में भेजा था। खत हाथ मे लेते ही पुलिस अधीक्षक ने धीरे से अपने सदस्यों को पहले ही कह दिया था कि अगर ये वही खत हुआ तो भी प्रतिक्रिया वैसी ही होनी चाहिए जैसे खत पहली बार पढ़ा जा रहा हैं । जिससे नैना को कोई शक न हो।

खत खत्म होते होते रोहन भी पुलिस स्टेशन पहुँच जाता है । नैना उसे खत की बात बताती है ।इस पर रोहन पुलिस पर भड़कता है और पूछता है कि आप लोग कर क्या रहें हैं??? लगभग साल भर हो चुका है और आज भी कुछ खास पता नहीं चला। और अब ये खत का क्या माजरा है??

पुलिस ने कुछ नहीं कहा । रोहन और नैना वहाँ से चले जाते हैं । लगातार खत से रहस्यों का बाहर आना और रोहन का पहली बार इस तरह से प्रतिक्रिया देना , पुलिस के लिए आज भी कई सवाल खड़े कर रहा था।

लेकिन का जिस तरह से आव भाव थे खत पढ़ने के समय वो बिल्कुल वैसे ही थे जैसे पोलिस के थे जब उन्होंने पहली बार खत को पढ़ा था। शायद यही कारण था कि पुलिस अभी भी नैना पर ज़्यादा शक नही कर पा रही थी।

इधर पुलिस गुत्थी सुलझाने में लगी थी और उधर एक और खबर ने सनसनी फैला दी। पुलिस को नहर के पास एक लाश मिलने की खबर मिलती है।

पुलिस घटनास्थल पर पहुँचती है और लाश को देखकर चौंक जाती है। और तुरंत नैना और रोहन को भी घटनास्थल पर आने के लिए कहा जाता है।
घटनास्थल पर पहुँचते ही रोहन और नैना जैसे ही लाश को देखते हैं। उनके होश उड़ जातें हैं।

-----------कहानी जारी है--------------
एक और सनसनी , एक और लाश????
या फिर चोरी से शुरू हुई वारदात में कोई नई पहेली????

मिलते हैं कहानी के अगले भाग में।।।

नमश्कार🙏🙏

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