suno aisha - 6 in Hindi Fiction Stories by Junaid Chaudhary books and stories PDF | सुनो आएशा - 6

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सुनो आएशा - 6

हिरा ने कहा में समझाती हु।।एक शिकारी जंगल गया। वहाँ उसका सामना एक शेर से हो गया।। शेर शिकारी की तरफ बढा।।शिकारी भी शेर की तरफ बढा।जब शेर ने शिकारी के ऊपर छलांग लगाई।

तो शिकारी ने पीठ से छतरी निकाली और शेर को गोली मार दी।।और शेर के गोली लगी और शेर मर गया।।

मेने कहा ऐसे कैसे हो सकता है।।गोली किसी ओर ने चलाई होगी।।

हिरा ने कहा एक्ज़क्टली छोटे।। गोली किसी ओर ने चलाई है।।तू फिक्र मत कर।।उदास मत हो ।तेरी बहन अभी ज़िंदा है।।में कल आ रही हु मुरादाबाद।। वही आकर सोचते है इस बारे में कुछ।।

हिरा की बात से सुकून मिला के कोई तो साथ है।और अफसोस भी हुआ कि आयशा धोका दे रही है।सारी रात आंखों में गुज़री। सुबह 10 बजे हिरा घर आ गयी। उसने अम्मी को सलाम कर सीधा मेरे रूम में आ गयी।। मेरा उतरा चेहरा देख कर उसने कहा अब परेशान मत होना।।

उसने डिटेल में सारी बाते मुझसे पूछी।।फिर मुझे अपना प्लान समझाया ओर कहने लगी के कही भी चूकना मत।। ये पहला और आखरी मौका होगा तेरे पास।।मेने कहा ठीक है।

शाम को हिरा न जाने आयशा की माँ को क्या समझा के उसे उसके घर से निकाल कर टेम्पटेशन ले आयी।। यहां में पहले से ही बैठा था।। मेने आयशा को देखा तो वो पहले जैसी ही नॉर्मल लग रही थी।हालांकि 4 दिन में मेरी आँखों मे गड्ढे गहरे हो गए थे।।

आयशा से मैने पूछा ये कैसे हुआ ? हम तो कभी उस तरह मिले भी नही।। आयशा ने कहा मुझे नही पता पर ये बेबी तुम्हारा ही है।।

इधर मेरे मोबाइल पर दोस्त की काल आ रही थी।।मेने रिसीव किया तो दूसरी तरफ से कोई आवाज़ नही आई।।

मेने आयशा का मोबाइल लेकर कॉल की।नेटवर्क की वजह से अंदर आवाज़ खराब आ रही थी तो में मोबाइल लेकर बाहर चला गया।।बात करने के बाद मेने उसे मोबाइल वापस कर दिया।।और कहा अच्छा चलो ठीक है।।मेरा बेबी है तो में ही ज़िम्मेदारी उठाऊंगा।।इसी मंथ बिना शोर शराबे के हम लोग शादी कर लेंगे।। इतनी बात कह कर में उठ के बाहर खड़ी हिरा के पास आ गया।।ओर कहा काम हो गया है। इसे इसके घर छोड़ आ।


3 दिन बाद मेने ओर हिरा ने अपने ओर आयशा के घर वालो को इखट्टा कर लिया। और आयशा से कहा हां तो आयशा ये बच्चा किसका है ? आयशा ने कहा तुम्हारा ओर मेरा है। मेने कहा नही गलत।।ये बच्चा सैफ का है।।

पापा कहने लगे ये क्या तमाशा है जुनैद? मेने कहा तमाशा तो इसने मेरा बना कर रख दिया है।।किसी ओर के बच्चे को मेरा बता के मेरे ही घर में ज़लील कर दिया है मुझे।।आयशा की अम्मी ने कहा ये क्या बेबुनियाद बात कर रहे हो तुम।।

मेने कहा बुन्याद अभी दे देता हूं आपको।।आपको याद है तीन दिन पहले हिरा आयशा को ले गयी थी। उन्होंने कहा हाँ याद है।

फिर हिरा ने कहा हा तो जब आपकी प्रिये सुपुत्री हमारे छुटके के साथ बैठी हुई थी तो मैने उसे कॉल की।लेकिन कुछ बोली नही।।दो बार जब आवाज़ नही आई तो हमारा छुटके ने आपकी सुपुत्री का मोबाइल लिया और काल करते हुए बाहर आ गया।।इधर में अपने लैपटॉप में व्हाट्स एप खोले बैठी थी . आयशा के मोबाइल से मैने Q R कोड स्कैन किया और आपकी बेटी के सारे फर्रे मेरे लैपटॉप में आ गए।।।



पापा ने पूछा ये सैफ है कोन।

मेने कहा सैफ मुरादाबाद के मश्हूर सुनार का लड़का है ।जिस से एक साल से आयशा का चक्कर चल रहा था।सैफ को इन्होंने खर्चे पूरे करने के लिए पाल रखा था। ओर मुझे स्टेटस के लिए के C.A की वाइफ है दोस्तो में अच्छा इम्प्रैशन रहेगा।।

में परसो सैफ से मिला।और उसे बताया कि मेरी ओर आयशा की शादी होने वाली है तो वो चोंक गया।।कहने लगा ऐसे कैसे हो सकता है।।आयशा तो एक साल से मेरे साथ रिलेशन में है।मेने कहा आपके साथ तो एक साल से है।।मेरे साथ तो डेढ़ साल से है। ओर में तो पढ़ाई में लगा रहता हूं।लेकिन रोज़ 8/10 मेरी बात होती थी उस से आपको अंदाजा नही लगा कि रोज़ एक ही टाइम बिजी कैसे है ?

इस पर सैफ ने कहा कि आयशा सारा दिन में किसी भी टाइम बात कर लेती थी।।लेकिन 8/10 उसने यह कह कर मना कर दिया था की पापा ड्यूटी से आते है और हम सब उन्ही के पास रहते है।। मेने तभी सैफ से ये भी पूछा कि ये तुम्हारे साथ इतनी आसानी से फिजिकल कैसे हो गयी।।तो उसने बताया कि सोने को चैन चांदी की अंघुटी ब्रांडेड कपड़े एक साल से पूरा खर्च में उठा रहा हु भाई।।और कोई पहली बार फिजिकल थोड़े हुये हम लोग।।

मेने कहा अच्छी बात है।मुबारक हो।आप बाप बन ने वाले हो।।अब ज़िन्दगी भर फिजिकल होना आराम से।।


अपना मोबाइल आयशा के पापा को दिखाते हुए कहा मेने सैफ की ओर अपनी पूरी बात की मोबाइल में रिकॉर्डिंग कर रखी है।। अगर हिरा न होती तो में तो सुसाइड कर चुका होता।।शुक्र है खुदा ने मुझे बहन जैसी नेमत से नवाज़ा।।आयशा के माँ बाप सिर झुका के अपनी बेटी को ले गए।।और मेरे अम्मी पापा ने मुझे प्यार से गले लगा लिया।