The Seven Doors - 7 in Hindi Horror Stories by Sarvesh Saxena books and stories PDF | The Seven Doors - 7

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The Seven Doors - 7


कहानी के पिछले भाग में आपने पढ़ा बच्चे पांचवें दरवाजे में आकर बहुत डर जाते हैं क्योंकि पांचवें दरवाजे की दुनिया मुर्दों की दुनिया थी, जहां उनको मुर्दों की रानी का सामना करना पड़ता है और वहीं उन्हें वास्को भी मिलता है l वास्को के साथ मिलकर बच्चे मुर्दों की रानी को मार देते हैं और वहां से छठे दरवाजे मे घुसते हैं कि तभी एंजेल को एक मुर्दा उठा ले जाता है और वो वहीं रह जाती है, रशेल और वास्को उसे बचाते इस से पहले दरवाजा गायब हो जाता है l

अब आगे....

छठे दरवाजे में आते ही वास्को तो आगे चलने लगा लेकिन रशेल बैठ गया और रोता रहा, वो बार-बार एंजेल को याद कर रहा था, वास्को ने उसे बहुत देर तक समझाया और आगे बढ़ने को कहा, रशेल रोते हुए उठा l दोनों ने अपना सर उठा कर इधर-उधर देखा तो उन्हें दूर दूर तक कोई इंसान, जानवर ना पक्षी कुछ भी नहीं नजर आया हर तरफ वीरानी छाई थी, बस जमीन पहाड़, नदी, घास यही सब था l उन लोगों ने जान लिया था कि यह वीरान दुनिया है यहां कोई नहीं था, दोनों को लगा कि यहां तो उतना खतरा नहीं है क्योंकि जब यहां कोई है ही नहीं तब खतरा किससे होगा l

दोनों उदास और दुखी मन से चल रहे थे, रशेल को बार बार लगता जैसे एंजेल उसे मदद के लिए पुकार रही है, मुर्दे उसका खून पी रहे हों, रशेल दुखी होकर फिर एक पत्थर पर बैठकर रोने लगा, वास्को ने भी उससे कुछ नहीं कहा और उसी के पास खड़ा हो गया तभी वो पत्थर फैलने लगा, उसमें से पत्थर की तरह हाथ निकलने लगे और रशेल को पकड़ने लगे, रशेल वहाँ से भागा और तब वास्को ने अपनी तलवार निकाली और उसके हाथ काट दिए, लेकिन ये क्या हाथ कटते ही पत्थर से खून बहने लगा और पत्थर के रोने की आवाज आने लगी, आवाज भी इतनी तेज़ को कानो के पर्दे फट जाएं l

वास्को बोला, " कहने को तो ये वीरान दुनिया है लेकिन यहां पर जो भी चीजें हैं बेहद खतरनाक है हमें बच बच के यहां चलना होगा", इसके बाद दोनों वहां से भाग निकले दोनों समझ गए थे कि इस वीरान दुनिया में भी बहुत खतरा है, जिन से उनको लड़ना है l उन्हें बहुत भूख और प्यास लग रही थी, चलते चलते दोनों एक जंगल में आ गए जहाँ बहुत ही मोटे और विशालकाय पेड़ थे, मानो सदियों पुराने हों, वहीं उन्होंने एक फलों से लदा हुआ पेड़ देखा तो भाग कर पेड़ के पास गए l

वास्को ने जल्दी-जल्दी कुछ फल तोड़े और रशेल के साथ खाने बैठ गया तभी उन्हें फिर एंजेल की याद आई पर आंसू पोछते हुए दोनों ने फल खाना शुरू करना चाहा पर जैसे ही उन्होंने फल को दांत लगाने चाहे फलों ने अपने मुंह फैला दिए और फैलाकर दोनों के होठों में काट लिया और मुंह के अंदर घुसने लगे वास्को ने बड़ी मुश्किल से उन फलों को मुंह से निकाला पर एक फल रशेल के अंदर चला गया और पेट मे जाकर धीरे धीरे काटने लगा l

रशेल दर्द से चिल्लाने लगा, इतने मे ही पीछे से आवाज आई, "ओ हो..... ये कौन है?? जिसने मेरी नींद खराब कर दी, ओ बच्चे इतना क्यूँ चिल्ला रहे हो?? ये सुनकर वो दोनों इधर उधर देखने लगे तो देखा वो विशालकाय पेड़ घूर घूर कर उन्हें देख रहा था, दोनों डर के मारे चुप हो गए l कुछ देर बाद रशेल फिर दर्द से चिल्ला पड़ा तब वास्को ने उसकी समस्या बताई , पेड़ सुनकर तेज़ तेज से हंसने लगा और बोला, " बस इतनी छोटी सी बात और तुमने मेरी नींद खराब कर दी, ये नामुराद फल न जाने कब तक लोगों को परेशान करेंगे"

यह कहते ही पेड़ ने जमीन के नीचे से अपनी एक लंबी सी जड़ निकाली और वो सीधा रशेल के मुंह में जाकर घुस गई l कुछ ही पलों में पेड़ ने रशेल के अंदर से फल निकाल दिया, जैसे ही पेड़ की जड़ से फल छुटा वो रोते हुए भाग गया l रशेल को अब जाकर कुछ राहत मिली l दोनों ने पेड़ को धन्यवाद कहा तो पेड़ बोला, " दोबारा मेरी नींद को खराब मत करना, अब जाओ" कहकर पेड़ सो गया l

दोनों ने सोचा नहीं था कि फल भी इतने भयानक हो सकते हैं, दोनों फिर जंगल मे आगे बढ़ते गए, रशेल बोला, " मैं अब और नहीं चल सकता, मुझे आराम करना है, मुझे भूख भी लगी है लेकिन मैं थोड़ा सोना चाहता हूं" तो वास्को ने कहा," चलो सामने उन पेड़ों की छांव में कुछ देर आराम कर लेते हैं ", और दोनों जाकर लेट गए उन्हें पता ही नहीं चला कि उन्हें कब नींद आ गई लेकिन जब आंख खुली तो देखा वो दोनों किसी चीज से बंधे हवा में लटके थे और वास्को की तलवार नीचे जमीन पे पड़ी थी l

वो दोनों अपने आप को छुड़ाने के लिए प्रयास करने लगे तभी उन्होंने मेहसूस किया कि वो जिस चीज से बंधे थे वो पेड़ों की शाखाएँ थीं, पेड़ उन्हें और कसकर पकड़ने लगे, रशेल ने अपनी छड़ी निकाली और पेड़ों की शाखाओं को स्थिर कर दिया, जिससे दोनों नीचे गिर पड़े और तलवार उठाई पर जैसे ही उन्होंने अपने पास देखा सारे पेड़ अपना भयानक मुहँ फैलाएं और विशाल शाखाएं फैलाए उनकी ओर आ रहे थे, उन दोनों ने जीवन मे इस से पहले चलने वाले पेड़ नहीं देखे थे l

वह दोनों वहां से भी भागने लगे लेकिन एक पेड़ ने रशेल को पकड़ लिया तब वास्को ने तेजी से तलवार चलाना शुरु किया जिससे सभी पेड़ों की शाखें कट गईं, पेड़ों की शाखें कटती जाती फिर भी पेड़ उनके पीछे पीछे आ रहे थे, वो भयानक और विशालकाय पेड़ रशेल को खाने ही जा रहा था कि तभी वास्को ने अपनी पैनी तलवार पेड़ की शाखा मे घुसा दी जिससे पेड़ बौखला गया और गुस्से मे दोनो को पकड़ कर बहुत दूर फेंक दिया l

अब तो उनकी भूख प्यास भी मर गई थी, वास्को ने कहा कि, "अब हमे पेड़ों से बहुत दूर रहना पड़ेगा, वरना....l वो दोनों दूर जाकर जमीन पे लेट कर आराम करने लगे तभी जमीन फटने लगी और तेजी से मुंह फाड़ कर हंसने लगी, जमीन से बचने के लिए वो भागने लगे, वो भागते जाते और उनके पीछे सारी जमीन ध्वस्त होती जाती, भागते भागते वो पानी के पास पहुंच गए, वो कुछ सोचते इस से पहले उनके नीचे की जमीन भी फटने लगी इसीलिए जमीन से बचने के लिए वह दौड़ते हुए पानी में कूद गए, इससे पानी मुस्कुराया और अपने होंठों पर जीभ फेरने लगा l

वास्को और रशेल पानी के अंदर पहुंचे तो पानी ने उन्हें मारना शुरू कर दिया, पानी उन्हें नदी की तलहटी मे कैद करने ले गया, लेकिन ये क्या नदी मे एक भी मछली या कोई अन्य जीव नहीं था, शायद इसीलिए इसे वीरान दुनिया कहते थे l वास्को ने अपनी तलवार से बहुत प्रहार किया लेकिन पानी को कुछ नहीं हुआ l दोनों बहुत देर तक लड़ते रहे और ऊपर आगये l

उन्हें नहीं समझ आ रहा था कि वह क्या करें तभी रशेल ने अपनी छड़ी घुमाई और पानी को बर्फ बना दिया, पानी धीरे-धीरे तेजी से ज़मने लगा और वो दोनों जल्दी से बाहर आ गए l अब उन्हें पता लग रहा था कि यह दुनिया कितनी खतरनाक दुनिया है, वो किधर जाएं, समझ नहीं आ रहा था, वक्त कटा जा रहा था, रशेल रोते हुए बोला, " इससे अच्छा तो मैं मुर्दों की दुनिया में ही एंजेल के साथ रह जाता और मर जाता", वो फूट-फूट कर रोने लगा और कहने लगा, "मुझे घर जाना है, मुझे अपनी एंजेल के पास जाना है, मुझे अपने घर जाना है, मैं अब और नहीं लड़ सकता, मैं थक गया हूं, मैं और नहीं भाग सकता" l

वास्को भी उदास हो गया और उसको गले लगाकर, प्यार से समझाया कि," बस अब हम इस दरवाजे से निकलकर आखिरी दरवाजे में पहुंच जाएं फिर हम अपने घर जाएंगे "l

कुछ देर बाद रशेल शांत हो गया, वो दोनों एक ऊंचे पहाड़ के पास खड़े हुए थे, इतने मे पहाड़ से कुछ पत्थर टूटने लगे और उन्हें दौड़ाने लगे तो दोनों वहां से भी भागते हुए आगे बढ़े लेकिन बहुत बड़े बड़े पहाड़ भी उनके पीछे दौड़ने लगे, दोनों अब बहुत डर गए थे लेकिन दोनों भागते गए और लड़ते गए, अब सारे पेड़ और पहाड़ उनके पीछे दौड़ते और चिल्लाते हुए आ रहे थे l

उन दोनों के कानो से खून बहने लगा था तभी भागते भागते अचानक खाई आगई और वो अपने आपको रोक नहीं पाए पहाड़ से नीचे जाकर गिर गए, जिससे रशेल की छड़ी भी खाई मे गिर गई, वो तेजी से नीचे गिर रहे थे कि तभी लाल रोशनी होने लगी, वास्को और रशेल अब समझ चुके थे कि दरवाजा प्रकट हो गया है पर वो इस दरवाजे मे नही घुस पाएंगे और नीचे गिरकर मर जायेंगे, कि तभी अचानक हवा ने उन्हें अपने हाथों में ले लिया और एक खुंखार हंसी के साथ दरवाजे की तरफ फेंक दिया और वो दोनों उसमें चले गए और ऐसे ही खतरनाक वीरान दुनिया भी खत्म हो गई और वो दोनों सातवें दरवाजे मे चले गए l

आगे की कहानी अगले भाग में……




कहानी पढ़ने के लिए आप सभी मित्रों का आभार l
कृपया अपनी राय जरूर दें, आप चाहें तो मुझे मेसेज बॉक्स मे मैसेज कर सकते हैं l

?धन्यवाद् ?

? सर्वेश कुमार सक्सेना