Chintu - 5 in Hindi Fiction Stories by V Dhruva books and stories PDF | चिंटू - 5

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चिंटू - 5

जब चिंटू घर आता है तो दरवाजा थोड़ा खुला हुआ देखता है। चिंटू सोचता है इसने दरवाजा खुला छोड़ा है तो आज तो इसे डराता हुं। वह जैसे ही सुमति को डराने के लिए दरवाजा खोलता है तो सामने सुमति को बाथरूम में देखता है। बाथरूम के दरवाजे की पोजिशन ड्रॉइंगरूम और मेईन डोर की तरफ थी। सुमति यह सोचकर नहाने गई थी कि दरवाजा बंद है तो कोई आनेवाला नहीं है अंदर। उसके शरीर पर दो कपड़े थे और उसकी पीठ दरवाजे की तरफ थी। चिंटू यह देखकर दरवाजे पर ही जड़वत खड़ा रह गया। फिर जब उसे अहसास हुए की सुमति की नजर अभी उस पर पड़ी नहीं है तो वह वापस नीचे चला जाता है। वह दरवाजा बंद करके जल्दी जल्दी सीढ़ियां उतरकर पास बने गार्डन में चला जाता है।
इधर सुमति नहाकर बाथरूम से बाहर आती है तो उसकी नजर दरवाजे पर पड़ती है। वह देखती है कि दरवाजा तो खुला हुए है तो घबराकर वहा जाती है। बाहर नजर करने पर उसे कोई नहीं दिखा तो मन को शांति मिली। अगर कोई देख लेता तो नहाते?! मै किसीको मुंह दिखाने के काबिल नहीं रहती। क्या सोचता कोई, बीन मां बाप की बेटी है तो पर निकल आए!!! पर उसे क्या पता था देख तो किसीने लिया है, जिसका अब चैन छीन गया है।

बचपन में कई बार साथ साथ खेलते खेलते सुमति के कपड़े इधर उधर हो जाते थे। उस वक्त तो चिंटू को कोई आपत्ती नहीं होती थी। पर जबसे सुमति और पिया बड़े हुए तबसे चिंटू उन्हे सही ढंग के पहनने को कहता था। पर आज जवानी में पैर रखने के बाद चिंटू को पहली बार एहसास हुआ कि सुमति कितनी खूबसूरत दिखती है। उसके शरीर के उभार को पहली बार आज देखा था। चिंटू अपना सर पकड़कर बैठ जाता है। वह जैसे आंख बंद करता है तो उसे नहाती हुई सुमति दिखाई पड़ती है। उसके मुंह से चीख निकल पड़ती है। वो तो अच्छा था कि शाम का खाने का वक्त था तो सब घर को निकल गए थे। तो कोई उसकी चीख नहीं सुन पाया।
चिंटू- आह! ये मै क्या सोच रहा हुं?? सुमति मेरी फ्रेंड है, उसके बारे में मै गलत नहीं सोच सकता। मुझे अब घर जाना चाहिए, सुमति घर पर अकेली होगी।

जब चिंटू घर पहुंचा तो सुमति किचन में खाना बनाने जा रही थी। वो चिंटू को देखकर बोलती है- कहा थे अब तक? मै कबसे तेरा इंतज़ार कर रही हु। मैंने आटा गूंथ लिया है, अब बताओ सब्जी कौनसी बनाऊं?
चिंटू उससे नज़रे नहीं मिला पाता। वह दूसरी ओर देखकर बोलता है- तुझे जो पसंद हो वह बना दे।
सुमति कहती है- घर में आलू पड़े है। एसा करती हुं आलू के परांठे बना देती हु, तेरे फेवरेट।
चिंटू- जो तुझे ठीक लगे वह बना दे।
सुमति चिंटू से बाते करती जाती है और आलू पकने को रखकर चिंटू के पास आकर बैठती है। वह चिंटू का चेहरा उतरा हुआ देखती है तो उससे पूछ लेती है- तेरा चेहरा क्यो उतरा हुआ है? क्या बात है बता मुझे।
चिंटू कुछ बोलता नहीं तो वह उसका चेहरा अपने हाथों में लेकर अपनी तरफ घुमाकर फिर से पूछती है क्या हुआ?
चिंटू उसकी ओर देखता है पर कुछ बोलने के बजाय सुमति को गले लगा लेता है। सुमति उसके इस व्यवहार से असहज़ हो जाती है। धीरे से चिंटू अपना चेहरा सुमति के चेहरे के पास लाता है और उसे चूमने लगता है। सुमति पहले उसका प्रतिकार करती है पर यह सोच लेती है चिंटू भी उसे प्यार करता है और किसीके घर पर ना होने से अपना प्यार जता रहा है। और वह भी उसे साथ देने लगी। दोनों एकदुसरे को इस तरह चूम रहे थे मानो बरसो बाद अपना प्यार पा रहे है। दोनों का ध्यान तब भंग हुआ जब कुकर की सीटी बजी। सुमति जट से खड़ी होकर किचन में चली जाती है। चिंटू भी उसके पीछे चला गया। वहा पर एक तरफ कुकर की सिटिया बजे जा रही है और चिंटू और सुमति फिर से एक दूसरे को चूमने में लगे हुए है। जब आलू के जलने की बू अाई तब सुमति चिंटू को हटाकर जल्दी से गैस बंद करती है और कुकर को सिंक में पानी के नीचे रख देती है। वह बनावटी गुस्से से चिंटू को डांटती है- तुम्हारी वजह से सब आलू जल गए। अब क्या खाएंगे?
चिंटू- तु रोटियां बना ले में बाहर से सब्जी ले आता हुं।
चिंटू जब जाने लगता है तब पीछे से सुमति उसे पकड़ लेती है और उसे अपने प्यार का इज़हार करते हुए I love you कह देती है। चिंटू को उस वक्त जटका लगता है। उस वक्त तो वह कुछ नहीं कहता और बाहर चला जाता है।

चलते चलते वह सोचने लगता है क्या मै सुमति से प्यार करता हुं? नहीं नहीं मुझे ऐसी कोई फिलिंग नहीं अाई अब तक। अभी जो हुआ वो सिर्फ एक अट्रैक्शन था जो एक लड़के और लड़की के बीच होता है। मै वापस घर जाकर सब क्लियर करता हूं सुमति से।
इधर सुमति खुश होते हुए रोटियां बनाने लगती है। वह सोचती है मुझे पता नहीं था चिंटू भी मुझसे प्यार करता है और प्यार के इजहार करने का मौका ढूंढ रहा है। मुझे तो कुछ कहना ही नहीं पड़ा उसे। पिया तू जल्दी घर आजा, यह खुशी तुझसे बांटनी है। ?

चिंटू जब घर वापस आया तब तक शारदा और पिया अा चुके थे। वह सुमति से फिर बात नहीं कर पाया। सुमति को खुश देखकर पिया समज गई थी कि दोनों की बात बन गई है। वह सुमति को इशारे से पूछती है क्या हुआ? सुमति शरमा जाती है और हा में जवाब देती है। पिया यह देख उसे गले लगा लेती है और कान में कहती हैं- अब तो भाभी बुला सकती हुं न? सुमति शरमा के किचन में चली जाती है अपने और चिंटू के लिए खाना परोसने।
खाना खाते वक्त चिंटू कुछ नहीं बोलता तो शारदा उसे कहती है- आज क्यो तेरा मुंह फुला हुआ है? कॉलेज में कुछ हुआ क्या?
चिंटू- नहीं, वो आज थोड़ा थक गया हुं तो बस खाना खाकर सो जाना चाहता हुं।
सुमति- अरे तुम थके हुए हो? पहले बताना चाहिए था ना। मै तेरा सर दबा देती तो आधी थकान यू हीं ख़तम हो जाती। अच्छा खाना खा लो फिर तेरे बालों में थोड़ा मालिश कर देती हुं।
पिया- हा तु एक्सपर्ट जो है मालिश करने में। ? भाई अच्छे से मालिश करवाना एक दो घंटे तक।
चिंटू- मुझे मालिश नहीं करवानी। मै सोने जा रहा हुं टेरेस पर।
सुमति सोच में पड़ जाती है। क्या चिंटू को पछतावा हो रहा है? मुझे उससे बात करनी पड़ेगी।

* * * *
सुबह चिंटू और सुमति साथ ही घर से निकलते है। तभी सुमति चिंटू से पूछ लेती है- चिंटू तुम कुछ बोल क्यों नहीं रहे? क्या हुआ?
चिंटू- सुमति मै तुमसे बात करना चाहता हुं। वो कल जो हुआ...
सुमति- कल जो हुआ वह तुम्हारे प्यार जताने का तरीका था यही ना?
चिंटू- नहीं, सुमति मै तुमसे प्यार नहीं करता। मेरे मन मै तुम्हारे लिए ऐसी फिलिंग्स अाई ही नहीं कभी।
सुमति- ये तुम क्या कह रहे हो चिंटू? मै तो तुझे बचपन से प्यार करती अा रही हुं। और जो कल हुआ वह क्या था?
चिंटू- मै वहीं बताने जा रहा हुं। देख मैंने कभी तुमसे कोई बात नहीं छुपाई है। कल मै जब घर आया तब घर का दरवाजा खुला हुए था। तुम नहा रही थी तभी मैंने दरवाजा खोला था।
सुमति- क्या...??
चिंटू- मैंने तुम्हे देख लिया था नहाते। हमारे बीच जो कुछ भी हुआ वो सिर्फ एक अट्रैक्शन था तुम्हे देखने का। और कुछ नहीं।
सुमति रोने लगती है और कहती है- क्या तुम मेरे बदले किसी और को देखते तो उसके साथ भी...।?
चिंटू- ये क्या बोल रही हो? किसी और को क्यो देखूंगा में?
सुमति- तो मुझे क्यो देखा??
चिंटू कुछ न बोल पाया और अपनी कॉलेज की और चल पड़ा।
सुमति भी अपने क्लास की तरफ बढ़ गई।

कॉलेज पहुंचते ही आज फिर रिया चिंटू को शाम उसके घर रखी एक पार्टी में इन्वाइट करती है। इस बार वह कोई बहाना नहीं बना सका और आने के लिए हामी भर दी।
रिया ने बताया नहीं था कि पार्टी में सिर्फ उसके फ्रेंड्स ही आने वाले थे। चिंटू समज रहा था कोई सोशियल पार्टी रखी होगी उसके पापा ने। रिया ने चिंटू से उसका मोबाइल नंबर पूछा एड्रेस वॉट्स ऐप करने के लिए। ना चाहते हुए भी उसे नम्बर देना पड़ा। रिया अपना एड्रेस चिंटू को सेंड करके चली जाती है।
चिंटू का उखड़ा हुआ मुड़ देखकर मन्नू उससे पूछता है- क्या हुआ भाई, मुड़ क्यो खराब है?
चिंटू ने सुमति को किस किया वह बात बताई उसके आगे कुछ नहीं बताया। वह सुमति का कैरेक्टर खराब नहीं दिखाना चाहता था।
मन्नू- मैंने कहा था ना तुझे प्यार हो गया है उससे?
चिंटू- एसा नहीं है यार। वो सिच्युएशन ही कुछ ऐसी हो गई की ये हो गया।
मन्नू- ये क्या कह रहा है तु? वह बेचारी तुजसे प्यार करती है, सब जानते है तेरे सिवा। किस करके छोड़ देगा? क्या बीतेगी उस बेचारी पर?
चिंटू- ये सब मै नहीं जानता, पर मै उससे प्यार नहीं करता मन्नू यार समझ।
मन्नू- समझना तुझे है मुझे नहीं।
मन्नू गुस्सा करके वहा से चला जाता है। चिंटू भी क्लास अटेंड करने चला जाता है। जब कॉलेज से छूटने का टाइम हुआ तब रिया ने वापस चिंटू को उसके घर आने के लिए मैसेज कर दिया।

* * * *
चिंटू घर पहुंचकर शारदा को अपने दोस्त के घर जाने का कह तैयार होकर रिया के घर चला जाता है। उसके बताए एड्रेस पर पहुंचकर देखता है रिया का घर बहुत बड़ा है। वह बाहर ही रुक जाता है, सोचता है अंदर जाए या नहीं। मै इन सबके बीच मै कैसे...। तभी रिया बाहर खड़ा उसे देख लेती है और उसके पास आकर उसे घर के अंदर ले जाती है। घर में सिर्फ अपनी ही उम्र के लोगों को देख उसे राहत मिलती है। वरना बड़े लोग और उसके चोंचले। उसे सोच में पड़ा देख रिया उसे पूछती है- क्या हुआ? यहां सब मेरे फ्रेंड्स ही है। घबराओ मत मम्मी पापा दो दिन के लिए बाहर गए है। और यहां अपनी कॉलेज के भी कुछ फ्रेंड्स है जिसे तुम जानते हो तो चिल करो।
रिया चिंटू के लिए व्हिस्की का पैग बनकर ले आती है। चिंटू उसे मना कर देता है और कहता है- मै शराब नहीं पीता।
रिया- क्या? तुम बहुत सीधे हो चिंटू। देखो यहां सबके हाथ में जाम है। तुम बिना ग्लास पकड़े अच्छे नहीं लगोगे।
चिंटू- मुझे कोल्ड्रिंक्स का ग्लास ही दे दो। उससे मेरा हाथ खाली नहीं लगेगा।
रिया जाकर चिंटू के लिए कॉक ले आती है। फिर वह चिंटू का इंट्रो अपने बाकी फ्रेंड्स से करवाती है। पार्टी में म्यूज़िक और डांस का दौर शुरू हुआ। सब कपल बनकर डांस कर रहे थे। रिया भी चिंटू को डांस करने के लिए कह रही थी। पर चिंटू उसे कहता है उसे डांस करना नहीं आता। रिया फिर भी उसे डांस करने ले जाती हैं। घर में लाइट्स डिम कि जाती है और पूरा डांस का माहौल बन जाता है। डांस करते करते रिया धीरे से अपना चेहरा चिंटू के कंधे पर रखकर डांस करने लगती है। चिंटू यह सब छोड़कर जाना चाहता था पर रिया उसे किसी तरह रोके हुए है। धीरे धीरे वह भी इस माहौल में ढल जाता है। वह सब कुछ भूलकर रिया के साथ डांस करने लगता है। जब डीजे वाले ने सोंग खत्म किया तब रिया चिंटू से अलग होते हुए उसके गालों को चूम लेती है। और शरमा के अपना चेहरा नीचे कर देती है। वैसे रिया थी बहुत ही खूबसूरत, सुमति से भी ज्यादा तो उसकी खूबसूरती का शिकार आखिर चिंटू हो ही गया।

* * * *
उस दिन के बाद रिया और चिंटू साथ साथ दिखने लगे कॉलेज में। मन्नू ने कई बार उसे समझने की कोशिश कि पर चिंटू ने उसे यह कह दिया कि वह उससे जलता है। यह सब रिया के साथ रहने का असर था। वह अपने फ्रेंड्स के साथ साथ सुमति को भी इग्नोर करने लगा। सुमति ने चिंटू से बात करनी बंद कर दी थी। पिया को भी उसने बता दिया था कि उसके और चिंटू के बीच गलत फहमियां हो गई थी। पिया यह सुनकर निराश हुईं थी। चिंटू रिया के साथ उसकी दुनिया में चला गया। और इधर सुमति के क्लास में एक नया ट्यूटर आया जो सुमति की दुनिया में आना चाहता था।