Ghumakkadi Banzara Mann ki - 8 in Hindi Travel stories by Ranju Bhatia books and stories PDF | घुमक्कड़ी बंजारा मन की - 8

Featured Books
Categories
Share

घुमक्कड़ी बंजारा मन की - 8

घुमक्कड़ी बंजारा मन की

(८)

केरला

( देवताओं की अपनी धरती )

देवताओं की अपनी धरती" केरला वाकई यह सच है | कश्मीर देखा था तब लगा था यहाँ स्वर्ग है पर जब केरल की धरती पर पांव रखा तो लगा यहाँ कदम कदम पर खुद" ईश्वर वास् "करता है, हरी भरी धरती, गहरा नीला सागर और विस्तृत फैला हुआ नीला अम्बर, दूर दूर जहाँ तक जहाँ नजर डालो वहां रंग ही रंग, कुदरत के रंग, घरों के रंग और हर घर के अहाते में फैले हरियाली के रंग, जहाँ इतनी हरियाली है वहां पक्षी भी उन्मुक्त स्वर में गाते है और जहाँ इतने रंग बिरंगे घर है वहां ईश्वर के रहने के स्थान भी मीठे स्वर से गुंजयमान है |

केरल जाने का प्रोग्राम पहले बना और फिर रह गया, पर इस बार जैसे ईश्वर ने खुद ही तय किया यह प्रोग्राम तो वहां पहुंचने पर ही विश्वास हुआ कि हम यहाँ पहुंच गए हैं | इसके साथ ही एक अच्छा काम किया गया वो रहने का स्थान, आमतौर पर जब भी केरला घूमने का प्लान बनाओ या पैकेज लो तो मुनार, टेकडी, कुमारकम आदि के वहीँ परम्परिक नाम आते हैं और पैकेज टूर देने वाले भी वही जगह जाने पर ज़ोर देते हैं | पर हमने AIRBNB के द्वारा केरला की राजधानी तिरुवनन्तपुरम के Puthenthope beach house में रुके | यह अब तक के यात्रा किये गए सब स्थानों में सबसे बढ़िया रहा |

सामने लहराता गहरा नीला समुन्द्र, आस पास नारियल और केले के बगीचे, रंग बिरंगे साफ़ सुथरे घर | सही में ऐसा लगा यहाँ कौन नहीं रहना चाहेगा | इस तरह के" बीच हाउस" यदि आप पांच से साथ लोगों के साथ है तो काफी रिजेनबल रहते हैं और साथ मिले किचन में आप अपने हिसाब से खाना बना सकते हैं, या बनवा सकते हैं | सुबह का नाश्ता यहाँ पर रहने वाला कुक बना देता है जो आपके रहने के प्राइज़ में ही होता है. लंच डिनर का इंतजाम आपको खुद करना होता है या आप पैसे दे कर वहीँ कुक से करवा सकते हैं |

इस तरह की होलिडेज मुझे इसलिए ही पसंद है कि आप सही में रिलेक्स मूड में है, किसी पैकेज टूर से बंधे हुए ढर्रे पर जल्दबाजी में नहीं घूम रहे | और यह जगह सही केरला के एक बेस्ट गांव की पिक्चर थी, जहाँ टूरिस्ट की भीड़ भाड़ नहीं, और सामने फैला समुन्द्र का बीच आपका है दिन रात सूरज का निकलना, सूरज का डूबना जितनी देर आप शान्ति से वहां बैठ कर देख सकते हैं | यह बीच हाउस इस तरह से बना है की आप कमरे और बालकनी से समुन्द्र के हर रंग को दिन भर निहार सकते हैं | समुन्द्र से आती हवा एक सकूं का एहसास करवाती है |

यहाँ के आस पास के दर्शनीय स्थान :

बीच हाउस के पास ही कई मार्किट है जहाँ से आप जरूरत का सामान ले सकतें हैं | टैक्सी बुक करवाने पर वहां से आप वहां के आस पास के कई स्थानों पर घूम सकते हैं, जो मुन्नार और टेकडी जैसी ही सुन्दरता रखते हैं | तिरुवनंतपुरम से 16 किलोमीटर दूर स्थित कोवलम बीच केरल का एक प्रमुख पर्यटक केंद्र है। रेतीले तटों पर नारियल के पेड़ों और खूबसूरत लैगून से सजे ये बीच पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। कोवलम बीच के पास तीन और तट भी हैं जिनमें से दक्षिणतम छोर पर स्थित लाइट हाउस बीच सबसे अधिक प्रसिद्ध है। यह विश्व के सबसे अच्छे तटों में से एक है। कोवलम के तटों पर अनेक रेस्टोरेंट हैं जिनमें आपको सी फूड मिल जाएगें।

श्री पद्मनाभस्वामी मंदिर जो बहुत ही मशहूर है वह आप जा कर उस मंदिर के अदभुत सौन्दर्य और सोने के भरे भंडार के रहस्य से परिचित हो सकते हैं |यह मंदिर भारत के सबसे प्रमुख वैष्णव मंदिरों में से एक है तथा तिरुवनंतपुरम का ऐतिहासिक स्थल है। पूर्वी किले के अंदर स्थित इस मंदिर का परिसर बहुत विशाल है जिसका अहसास इसका सात मंजिला गोपुरम देखकर हो जाता है। 260 साल पुराने इस मंदिर में केवल हिंदु ही प्रवेश कर सकते हैं। पुरुष केवल सफेद धोती पहन कर यहां आ सकते हैं। यह मंदिर दर्शनीय है |

केरला गए और बैकवाटर नहीं देखा तो यात्रा अधूरी लगेगी | यहाँ बीच हाउस से ही टैक्सी ले कर आप पूवर बैकवाटर जासकते हैं ये जगह कुछ कम जानी पहचानी जाती है । यहां पर इतनी हलचल नही है जितनी कि आमतौर पर और जगह है । पर यह जगह धीरे धीरे अपनी पहचान बना रही है पर्यटन के नक्शे पर| गहरे पानी से गुजरते हुए जंगलों का नजारा और समुन्द्र का नजारा वाकई बहुत अमेजिंग लगता है | यह ज़िन्दगी भर याद रहने वाला नजारा है | तमिलनाडु बॉर्डर तक बोट से जाना और वहीँ बने बोट हाउस में लंच करना न भूले |

Ponmudi पोनमुडी हिल स्टेशन :

समुन्द्र के नज़ारे देख कर कुछ थक गए हैं तो आप यहाँ के इस हिल स्टेशन पर जा सकते हैं |पश्चिमी घाट पर बना यह हिल स्टेशन इतना अधिक हरा भरा है की इसके अन्दर प्रवेश करते ही ताजगी का एहसास होता है |यहाँ साल भर मौसम बहुत ही सुह्वाना रहता है | ये पहाड़ियां कई प्रकार के वन्यजीवों का घर हैं। पहाड़ियों और आस पास बहती नदियों तक पहुंचने के रास्ते गोल्डन वैली से होकर गुजरते हैं। बहुत भीड़ वाला जगह न होने से भी यह बहुत ही मनमोहक लगता है और ध्यान की अवस्था का सा एहसास करवा देता है |

तिरुवंतपुरम से आप कन्याकुमारी, और रामेश्वरम भी बस द्वारा या टैक्सी द्वारा जा सकते हैं | कन्याकुमारी तो सुबह जा कर शाम को आप वापस बीच हाउस वापस आ सकते हैं | पर रामेश्वरम के लिए आपको दो दिन देने होंगे तभी आप आगे पूरा घूम कर आ सकते हैं | हमने सिर्फ रिलेक्स होने का ही कार्यकर्म बनाया था तो हम सिर्फ कन्याकुमारी और आस पास के स्थान घूमने गए | बीच हाउस के पास ही एक और गेस्ट हाउस था जहाँ हमने केरला मसाज का अनुभव भी लिया | यानी कि केरला को इस तरह से भी देखा जा सकता है | यह केरला की प्रसिद्ध जगह को चाहे कवर न करता हो पर आपको असली केरला के दर्शन और सही में होलिडेज रिलेक्स का अनुभव जरुर देता है | Puthenthope beach house के पास कई बहुत ही सुन्दर चर्च बने हुए हैं | सुबह शाम इनसे आती आवाजें और समुन्द्र की लहरों का संगीत सिर्फ वहां रह कर महसूस ही किया जा सकता है |तो इस बार जब भी केरला घुमने का मन बनाएं तो इस नजर से केरला देखे, यकीन करने यह वाकई यादगार होलिडेज बन जायेंगी |

***