Alien Panic in Hindi Horror Stories by Roshan Jha books and stories PDF | एलियन का आतंक

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एलियन का आतंक


रोहन अपने लैब में काम कर रहा है वह कुछ सैंपल टेस्ट कर रहा है उस सैंपल टेस्ट कर ही रहा था कि तभी उसे सामने से चीफ आते दिखाई पड़ते हैं चीफ उसके सामने आके बोलते हैं

रोहन काम कितना आगे बढ़ा है क्या कुछ परिणाम निकला

रोहन बोलता है

सर मैं अपनी तरफ से पूरी कोशिश कर रहा हूं लेकिन अभी तक कोई अच्छा परिणाम मुझे नजर नहीं आ रहा है

चीफ कहते हैं जो भी हो जल्दी करो और बताओ उसके बारे में उसकी प्रक्रिया क्या है

रोहन बताता है

सर वह काफी तेजी से बढ़ रहा है और काफी खतरनाक हो रहा है अगर समय रहते हम लोगों ने उस पर काबू नहीं किया तो वह बेकाबू हो जाएगा और वह किसी को भी नुकसान पहुंचा सकता है

चीफ कहते हैं

रोहन जिस जगह पर हम खड़े हैं तुम खड़े हो यह जगह पूरी तरह से डिजिटल सिस्टम है और हर समय यहां पर सुरक्षा गार्ड तैनात रहते हैं यहां से कोई कहीं पर नहीं जा सकता और वह किसी को नुकसान नहीं पहुंचा सकता यहां पर सुरक्षा के पूरे बंदोबस्त हैं लेकिन तुम कैसे भी करके उस सैंपल को तैयार करो जिससे हम उसी पर प्रयोग करके उसके बारे में पूरा जान सके और उस ग्रह के बारे में जान सके जहां से हम उस जीव को लाए हैं जिसके लिए यह रिसर्च सेंटर और मैं तुम्हारा सदैव आभारी हूं

मेरी तरफ से पूरी कोशिश है सर

रोहन ने जवाब दिया

चीफ ने कहा

ठीक है अगर तुम्हें किसी मदद की जरूरत हो तो मुझे बोलना क्योंकि तुम मेरे सबसे भरोसेमंद आदमी हो और मैं सिर्फ तुम्हें भरोसा करता हूं

यह कहकर वहां से निकलकर चला गया और रोहन अपने कामों में लग गया अगले दिन जैसे ही रोइन रिसर्च सेंटर पहुंचा वैसे ही के एक कर्मचारी ने बताया

रोहन आज हमारी मीटिंग रख रहे हैं चीफ हम सभी वहां पर मौजूद रहेंगे

रोहन बोला ठीक है

और कुछ देर के बाद सभी मीटिंग रूम में थे

चीफ ने कहां

हम जो यहां पर मीटिंग रख रहे हैं उसका मकसद हम जो अपने रिसर्च सेंटर में एक खास प्रोग्राम पर काम कर रहे हैं उसी के बारे में आज चर्चा करेंगे तो बताओ रोहन क्या प्रक्रिया चल रही है

रोहन में बताना शुरू किया

चीफ अभी हमारा काम आधी से ज्यादा हो चुका है लेकिन मुझे ऐसा लग रहा है कि जब तक यह प्रोग्राम समाप्त होगा जब तक मैं सैंपल तैयार करूंगा तब तक बहुत देर हो चुकी होगी जैसा कि मैं उसे देख रहा हूं वह काफी विस्तार से बढ़ रहा है और अगर ऐसा ही चलता रहा तो काफी खतरनाक हो जाएगा और उसे हम काबू में नहीं रख पाएंगे

चीफ ने कहा

रोहन मैं तुम्हारी बात समझता हूं लेकिन तुम्हें मैं यह ध्यान दिला दूं कि जिस जगह पर उसको रखा गया है वह पूरी तरह सेफ है और वहां से वह कभी भी कही नही जा सकता है और यहां पर वह सारे बंदोबस्त किए गए हैं जिससे कि हमें कोई खतरा महसूस नहीं होगा

रोहन ने कहा

मैं आपकी बात समझता हूं लेकिन आप सभी लोग सतर्क रहिएगा और मैं अपने सैंपल तैयार करने में लगा हूं मुझे कुछ दिनों की और जरूरत है तब तक मैं सैंपल तैयार कर लूंगा

चीफ ने कहा

ठीक है और तुम्हें पूरा समय दिया जाएगा और यह मीटिंग यहीं पर खत्म किया जाता है

यह कहकर चीफ चला गया

रोहन अपने कामों में लग गया रोहन को चिंता हो रही थी पता नहीं क्या हो सकता है और सैंपल तैयार करने में रोहन लग गया कुछ दिनों की बात अपने अपने कामों में लगा हुआ था तभी उससे सभी तरफ अलर्ट सायरन बजते हुए नजर आए और हर तरफ भागडर मच गई रोहन कुछ सोचता उससे पहले ही वहां पर

एक कर्मचारी आया और बोला

आप जल्दी से यहां से निकल जाइए यहां पर बहुत खतरा है

रोहन ने पूछा कि

क्या बात है

उस कर्मचारी ने डरते हुए कहा वह आजाद हो चुका है

और ये बात सुनते ही रोहन डर गया रोहन ने अपना पूरा सैंपल वहां से लिया और वहां से बाहर निकलने लगा और इसी घबराहट में उसने अपना एक सैंपल वहीं पर छोड़ दिया और बाहर निकल गया बाहर उसने देखा चारों तरफ भगदड़ मची थी सुरक्षाकर्मी उस केबिन की ओर दौड़ रहे थे जहां पर वह जानवर था रोहन अपनी केबीन से निकल चुका था और बाहर की तरफ जा रहा था जल्दबाजी में तभी न जाने किस कारणों से बाहर का मेन गेट कुछ तकनीकी कारण बंद हो गया जिस कारण रोहन और वह सभी कर्मचारी उस जगह पर रिसर्च सेंटर में फंस चुके थे

तभी रोहन ने एक कर्मचारी से कहा

तुम बाहर फोन करो चीफ को और उन्हें इस पूरी घटना का जिक्र करो और बताओ यहां पर हालात कैसे हैं और उनसे मदद मांगों ठीक है

और वह गया और वहां से टेलीफोन से उन्होंने चीफ को फोन लगाओ सारी घटना की जानकारी दी

चीफ ने कहा

ठीक है तुम लोग रुको मैं अपनी टीम लेकर आ रहा हूं

कर्मचारी ने आकर बताया

चीफ आ रहे है

मैं ने कहा जब तक वह आते हैं तब तक हमें किसी सुरछित जगह पे रुकना होगा

मैं सारे कर्मचारी को लेकर एक केबिन की और बढ़ गये जिसे हम हमेशा ऐसे ही परिस्थितियों के लिए बनाकर रखते थे और मैं उस केबिन में सामने खड़ा हुआ वहां पर मैं अपने हाथ को वहां पर लगाया और इसके बाद वो दरवाजा खुल गया रोहन और सारे कर्मचारी उस दरवाजे के अंदर प्रवेश कर गये और रोहन ने वह दरवाजा बंद कर दिया और सभी वहां पर काफी चिंतित थे और यही दुआ कर रहे थे कि कैसे भी करके हम निकल जाए बाहर अभी भी बंदूकों की आवाज आ रही थी और सभी तरफ गोलियों की बौछार हो रही थी और धीरे-धीरे यह सब शांत हो गया मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था कुछ देर बाद जब कुछ शांत हो गया तो मैंने दरवाजे पर लगी शीशे से बाहर झांकने की कोशिश की बाहर सब इधर-उधर मरे हुए थे और चारों तरफ अंधेरा था और मुझे कुछ खास दिखाई नहीं पड़ रहा था तभी मुझे हल्की रोशनी में कुछ नजर आया जब उन्होंने गौर से देखा उसे वह जानवर दिखायी पड़ा जो काफी खतरनाक हो चुका था और पहले से काफी बड़ा वह धीरे-धीरे आगे बढ़ रहा था रोहन पीछे मुड़ सब को चुप रहने के लिए बोला किसी को कुछ भी नहीं करने के लिए बोला और चुपचाप उसी से से बाहर देख रहा था और वह जानवर उस कमरे से जैसे ही गुजर रहा था पता नहीं उसे कैसे पता चल गया उसने रोहन को देखा रोहन भी उसे देखा वह घबरा के पीछे हट गया और उस जानवर ने उस दरवाजे पर वार करना शुरू कर दिया और लगातार मार कर रहा था जिससे अंदर के सारे कर्मचारी चीखने चिल्लाने लगे

रोहन ने सबकों को चुप रहने के लिए बोला और सब चुप हो गए कुछ देर बाद फिर वह आगे बढ़ गया औ

मैंने सभी को कहा

तुम लोग यहीं पर रहो मैं आ रहा हूं

यह कहकर रोहन ने उस दरवाजे को खोला और फिर उसे बंद कर दिया और अपने रिसर्च सेंटर की तरफ चल दिया और यह सोच रहा था कि अभी भी कई लोग बचे हैं अगर समय रहते मैंने इसको का फोन नहीं किया कि पता नहीं और कितने लोगों की जान लेगा ये सोचते हुए रोहन सेंटर गया और उस सैंपल को ढूंढने लगा उस जानवर के कारण पूरा तबाह हो चुका था और रोहन को ढ़ूंढ़ने में काफी तकलीफ हो रही थी फिर भी उसने काफी प्रयास किया आखिर उसे वो सेम्पल मिल ही गया तभी वह जानवर सामने आ गया वह काफी खतरनाक तरीके से देख रहा था

अब खैर नहीं अब तो मैं मर ही जाऊंगा

मैं ने सोचा और वह जानवर मेरी तरफ बढ़ा मैं बचने के लिए दूसरी तरफ भागा और वह मेरे काफी नजदीक आ गया और मुझे पर मरने के लिये आया तभी मुझे याद आया मेरे हाथ में जो सेम्पल है जो उसने उस जानवर को बेहोश करने के लिए बनाया था ताकि उस पर कुछ प्रयोग कर सकें उसमें वह सैंपल एक एक्जेकशन में रखा था मैं ने वह एक्जेक्शन उसके अंदर घुसा दिया जिससे वह जानवर कुछ ही देर बाद बेहोश हो गया तब रोहन ने राहत की सांस ली और वहां से उठकर बाहर की तरफ आया तभी चीफ और सारे कर्मचारी दौड़ते हुए आए और बोले

क्या हुआ रोहन

मैं ने उन्हें सारी बात बताई

चीफ ने कहा

रोहन तुम अगर नहीं रहते तो पता नहीं क्या होता आज तुमने उस जानवर से हम लोगों को बचाया है

मैंने बताया

मुझे भी पूरा भरोसा नहीं था कि हम यहां से निकल पाएंगे पर अब सब सुरछित है

दोस्तों आप सब को यह कहानी कैसा लगा हमें जरूर बताएं और इस कहानी को लाइक करें शेयर करें और कमेंट में कुछ कहना तो जरूर कहेगा तो चलिए दोस्तों आप सब से विदा लेते हैं मिलते हैं एक नई कहानी के साथ तब तक के लिए नमस्कार