beta beti in Hindi Short Stories by Dr Vatsala J Pande books and stories PDF | बेटी बेटा

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बेटी बेटा

अमेरिका के फ्लोरिडा में पढ़ रही आठ साल की फ्लोरेंस को अपने कक्षा में सब से अच्छी गरिमा लगती है। रोज़ दो चोटी कर के आती है तो फ्लोरिडा को अपने कटे बालो पर गुस्सा आता , हाउ डू यू टेक केयर ऑफ़ योर लॉन्ग हेयर ,आई सिम्पली लव देम 'ये वाक्य रोज़ बोलते बोलते ही दोनों की मित्रता आगे बढ़ गयी / अब तो फ्लोरेंस को गरिमा के घर के तौर तरीके और त्यौहार ,पकवान सब का कुछ कुछ पता चल गया। ऐसे ही गरिमा को भी कुछ कुछ अमेरिकी परिवारों के रहन सहन की झलक मिल गयी। फादर्स डे ,मदर्स डे ,वैलेंटाइन थैंक्स गिविंग,हेलोवीन इन सब पर उनकी रौनक और अपने घर में दीवाली होली, राखी सावन आदि दोनों सहेलिया सब का आनंद उठाती। बचपन पंख लगा कर उड़ा और अब दोनों कालेज जानी वाली हो गयी

गरिमा को घर पर मम्मी पापा ने एक निर्देशिका दी , हम भारतीय है, कालेज में अपनी परम्पराओ का ध्यान रखना ,लड़को के साथ बहुत घुलना मिलना नहीं, देर रात बाहर मत रहना आदि। उधर फ्लोरेंस एक उन्मुक्त पक्षी की तरह थी, कम ऑन गरिमा लेटस गो फॉर लेट नाइट पार्टी टुडे, इट्स रिचर्ड्स बर्थडे एंड ही हैस इन्विटेड द क्लास फॉर अ पार्टी। नहीं मैं नहीं आ पाऊँगी , घर पर सब नाराज़ हो जाएंगे। फ्लोरेंस नाराज़ हो गयी , एक पूरा लेक्चर दे डाला गरिमा को , जिसका सारांश था की जाओ और अपने मम्मी पापा से पूछो की क्या उनको तुम पर विश्वास नहीं , क्या उनको नहीं लगता की तुम इतनी बड़ी हो गयी हो की तुम अपना बुरा भला सोच सको आदि आदि. बिचारी गरिमा उदास होकर घर चली गयी , उसकी पारिवारिक संस्कारो ने उसे पार्टी में जानी नहीं दिया.

घर पहुंची तो उदास अपनी कमरे में चली गयी। माँ ने देखा आज गरिमा अन्य दिनों की तरह बात नहीं कर रही, रसोई में भी नहीं आयी। रात को खाना खाने बैठे तो देखा उसका भाई रोहन घर पर नहीं है। आज रोहन कहा है माँ गरिमा ने पूछा। माँ बोली आ जाएगा अभी, होगा अपने दोस्तों के साथ। गरिमा को अच्छा नहीं लगा. अगर रोहन अपनी दोस्तों की साथ देर तक रह सकता है तो मुझे क्यों नहीं जानी देते आप लोग ,उसने गुस्से से कहा और खाने की मेज़ से उठ गयी। अपने कमरे में बैठी कुछ पढ़ रही थी की माँ खाने की थाली ले आयी , कुछ खा लो बेटा और समझो तुम हमारे घर का गहना हो, इतनी नाज़ो से पली हो. हम चाहते है तुम यहाँ अमेरिका में अच्छे से पढाई करो , अच्छे जॉब में आओ और फिर हम तुम्हारा कहीं अच्छा सा रिश्ता करे. हर लड़की के लिए माँ बाप के सपने होते है और एक सीमा में रह कर ही वो पूरे हो पाते है. गरिमा को गुस्सा तो आ रहा था , बोली तो क्या आप चाहती हो की आप के सपने मेरे लिए मेरे अपनी सपनो की आड़े आ जाए, मुझ पर विश्वास बिना करे आप अपने सपने पूरे करना चाहती हो। माँ हतप्रभ गरिमा का गुस्सा सुनती रही और सोचती रही की कही तो गरिमा ठीक ही कह रही है. उस को शिक्षित कर अगर हम उस पर विश्वास ही नहीं कर पाए की वह अपने लिए और परिवार के लिए अच्छा निर्णय लेगी तो फिर इसका मतलब शिक्षा में कही कमी रह गयी या संस्कारो में. ये सब वह सोच रही थी चुप खड़ी और गरिमा बरबड़ाये जा रही थी, फ्लोरेंस के पेरेंट्स को देखो कितना विश्वास करतेहै उस पर, वह कहती है उसकी मम्मी कहती है,आई नो यू आर ग्रोन अप गर्ल नाउ एंड आई बिलीव आई हैव ब्रॉट यू अप इन द बेस्ट वे एंड यू कैन डसाइड व्हाट इस बेस्ट फॉर यू , वी ट्रस्ट यू माई चाइल्ड , गो एंड लिव लाइफ एस पऱ योर ड्रीम्स एंड डिजायर।

माँ चुपचाप अपने कमरे में चली गयी। दिन गुजरते रहे और फ्लोरेंस और गरिमा दोनों कॉलेज पूरा कर जॉब करने लगी। फ्लोरिडा ने अपनी पसंद से निकोल से शादी कर ली, उसकी एक बेटी थी प्यारी सी, और वह गरिमा से कहती रहती थी आई वांट माय डॉल टो हैव लॉन्ग हेयर लाइक यू। अब आपस में कभी कभी ही मिल पाते , गरिमा न्यूयोर्क चली गयी , वो भी २४ साल की हो गयी थी , और घर पर उसके लिए रिश्तो का सिलसिला जारी था। फिर एक दिन मम्मी पापा ने उसे विहान से मिलवाया , वह एक कॉर्पोरेट स्वेक्टर में बड़े पद पर था , जन्म वगैरह सब मिल गयी , तो अब शादी के तारीख तय होनी थी। अपनी सहेली फ्लोरिडा को वो ये बताने के लिए बेताब थी ,क्योकि फ्लोरिडा हमेशा कहती थी आई विल वियर इंडियन ड्रेस फॉर योर मैरिज। उसने विहान की फोटो के नीचे ये लिख कर गेट रेडी विद लहंगा चोली फ्लोरिडा को व्हाट्सप्प किया, सोचा उसको कंफ्यूज करू ,थोड़ा मज़ा आएगा ,जैसा दोस्तों में अक्सर होता है।

फ्लोरेन्स का कोई जवाब ही नहीं आया। खैर ये भी व्यस्त थी ,सोचा वीकेंड पर बार करूंगी. शनिवार का दिन था ,गरिमा सो रही थी, मम्मी पापा सभी अपने अपने काम से बाहर गए थी , मम्मी ने कुछ खरीदारी वगैरह शुरू कर दी थी, उस ही में व्यस्त थी ,पापा भारत से आने वाले रिश्तेदारों की सूची बनाने में लगे थी और गरिमा भी गोरी लम्बे विहान की तस्वीर देख मन्त्र मुग्ध हो जाती , उसके भेजे रोमांटिक संदेश और अंग्रेज़ी गाने उसको अच्छे लगते, वह सोचती उसे तो ऑफिस में बिलकुल भी फिरसात नहीं मिलती, विहान कैसे इतना समय निकालता है। वो खयालो में खोई थी की बाहर से घंटी बाजी और साथ में एक छोटे बच्चे के रोने की आवाज़ भी आयी। दरवाजा खोला तो खुशी से चिल्ला उठी गरिमा, ओह फ्लोरेन्स व्हाटअ सरप्राइज। दोनों गले मिली और एक साल की फ्लोरेन्स की प्यारी बिटिया बड़े प्यार से दोनों को देख रही थी , गरिमा ने उस को झट से गोदी उठाया और झूम गयी ,कितनी प्यारी है हमारी छोटी सी परी , उसका नाम फ्लोरेन्स ने एंजेल रखा था , शोर सुन कर मम्मी पापा और रोहन भी अपने कमरों से बाहर आये, सब ने मिल कर फ्लोरेंस का बहुत स्वागत किया और उसकी बिटिया तो गरिमा की मम्मी की गोद में आराम से खेलने लगी, उनकी माथे की बिंदी उसका खिलौना हो गयी , उसको निकलना और लगाना कभी गाल पर ,कभी नाक पर यही खेल चल पड़ा. .

खाना खाने के बाद फ्लोरेंस ने कहा की वो सबके साथ बैठ कर एक बात करना चाहती है. सब लोग बैठ गए तो उसने बोलना शुरू किया , वह बोल रही थी और गरिमा ,मम्मी पापा और रोहन आश्चर्य से सुन रही थे. .सब के चहेरो के भाव आशचर्य और पीड़ा के थे। फिर फोटो देख कर उन्हें विश्वास हुआ। फ्लोरेंस ने बताया की कैसे कॉलेज के बाद जब वो जॉब पर गयी तो विहान से उसकी मुलाक़ात हुई एक क्लब में , विहान ने उसको पहली नजर में पसंद कर लिया और रोज़ नए नए सन्देश भेज, साथ जीने मरने की कसम दे दे कर उस से सम्बन्ध बना लिए और बोला शादी में समय लगेगा , उसने बताया की प्यारी एंजेल विहान की बेटी है जिस को विहान ने स्वीकारा नहीं और कहा हमारे परिवारों में शादी से पहले बच्चा नहीं होता. .फ्लोरेंस ने बताया की उसने उस से बहुत बार कहा की ये गलत है, अगर शादी से पहले सम्बन्ध हो सकते है तो बच्चा क्यों नहीं, विहान का जवाब हमारे यहां लड़कियों की शादी से पहली सम्बन्ध हो तो उसी अच्छा नहीं देखता समाज

और इसलिए हमारी शादी नहीं होगी, तुम चाहो तो में पैसे से तुम्हारी मदद कर सकता हूँ। इतना बोल कर फ्लोरेंस रोने लगी ,उसने कहा मेरे मम्मी पापा ने मेरा साथ दिया और कहा मानव जीवन ईश्वर की सौगात है, अब तुम्हारी बिटिया का जीवन अच्छा हो इसके लिए हम मिल कर प्रयास करेंगे और जो तुम और विहान के साथ हुआ ऐसा इसके साथ ना हो इसका ख्याल तुम्हे रखना होगा. फ्लोरेंस ने कहा गरिमा मेरी सबसे अच्छी दोस्त है और भारतीय परिवार को मै इसके माध्यम से नजदीक से देखा था इसलिए में विहान के साथ आगे बड़ी .उसने गरिमा की मम्मी सी पूछा क्या आप के परिवार में लड़के के लिये अलग और लड़की के लिए अलग मापदंड है ,क्या दोनों पर एक सी बंदिशे नहीं है.. उसकी बात सुन कर गरिमा के मम्मी पापा खामोश थे, उनको मन ही मैं लग रहा था फ्लोरेंस ठीक कह रही है।

सब लोग गुम सुम बैठे थे , गरिमा के पापा ने विहान का नंबर लगाया, फ़ोन उठाते ही बोला ''कहाँ हो विहान , आज शनिवार है, थोड़ी देर घर आओ , शादी की सिलसिले में बात करनी है। विहान बहुत खुश था , बोला आता हूँ कुछ देर में , गरिमा के लिए गिफ्ट लेता हुआ..

शाम को विहान आया ,, गरिमा ने एंजेल को गोद में ले कर दरवाज़ा खोला , हैलो स्वीटहार्ट , ये प्यारी छोटी गुड़िया कौन है 'विहान ने एंजेल को अपनी गोद में ले कर बोला। ओह विहान प्यारी है ना , क्यों प्यारी नहीं होगी , तुम्हारी प्यार की निशानी जो है। क्या बोल रही हो गरिमा ,दिमाग तो सही है, विहान बोला। अभी बताती हूँ क्या कह रही हूँ उसने कहा और अंदर जा कर फ्लोरेंस को साथ लाई, अब बाताओ विहान , तुम ने ऐसा क्यों किया, क्यों अपनी भारतीय संस्कृति का मज़ाक उड़वाते हो, किसी का जीवन बिगाड़ते हो , किसी को पिता के प्यार से वंचित रखते हो, तुम ऐसा कैसे कर सकते हो, फ्लोरेंस मेरी बचपन की सहेली है, जानती हूँ उसे की वो कितनी सच्ची और अच्छी है, तुम को उसकी साथ ऐसा नहीं करना चाहीये था।

विहान को तो मानो काटो तो खून नहीं. वह चकरा सा गया.

पर फिर कुछ देर सोचने की बाद ,और एंजेल की शकल में अपनी झलक देखने पर उसके संस्कार जाग गए , उसने गरिमा के पापा से कहा.'अंकल ,मेरे पापा को फ़ोन कर के बुलाइये , आज आप सब के साथ मंदिर जा कर फ्लोरेंस की मांग भर उसको घर ले कर जाऊंगा। सब के चहेरे खिल उठे ,पापा मम्मी ने गरिमा को गले लगाया और कहा हमें नाज़ है तुम पर, और अपने पालन पोषण पर, हमारी बिटिया कितनी समझदार और अच्छे निर्णय लेने वाली है और गरिमा जल्दी से अंदर जा कर फ्लोरेंस के पहनने के लिए अपना लहंगा ले आयी। सब अपने अपने कामो और खयालो में गुम थे , एक अजीब सी खुशी सब को थी , इसी बीच सब ने देखा विहान एंजेल को गोदी ले बालकनी में टहल रहा था और गुनगुना रहा था ...मेरे घर आयी एक नन्ही पारी।