वो:- कुछ बता सकते हो आहिरा के बारे में..?
मैं:- कुछ जान सकता हूँ.. मैं तुम्हारे बारे में..?
वो:- पूछो..! क्या जानना चाहते हो मेरे बारे में..?
मैं:- तुमने मुझे पसंद क्यों किया..? मैं इतना good looking भी नही हूँ कि एक बार में ही लड़की पसंद कर ले, और ना ही इतना फेमस हूँ कि लड़कियां मुझ पर मरे..!
वो:- मुझे good looking और फेमस लोग पसंद नहीं है..!
मैं:- अगर कल को मैं फेमस हो गया तो छोड़ दोगी मुझे..!
वो:- अगर मेरे सामने अपना fame दिखाया तो..!
मैं:- और तुम अपनी सहेलियों को दिखाओगी वो..!
वो:- वो मेरा right होगा..!
मैं:- ये सब छोड़ो.. बताओ ना क्यों पसंद किया तुमने मुझे..!
वो:- आपकी डायरी पढ़ कर..!
मैं:- उसमे ऐसा कुछ नही लिखा था मैंने कि मुझे कोई लड़की पसंद करें..!
वो:- अपने उसमे जो लिखा था वो पूरा सच लिखा था..!
मैं:- तुम कैसे इतने विश्वास के साथ कह सकती हो कि वो सब सच था..!
वो:- आदमी झूठ में दूसरों की गलतियां लिखता है.. लेकिन सच मे वो अपनी गलतियां भी लिखता है, वो भी पूरी ईमानदारी से..!
मैं:- अभी भी तुम अच्छे से सोच लो, ये 2 मिनट का अट्रेक्शन हो सकता है, जिसे तुम प्यार समझ रही हो।
वो:- लेकिन मैं 5 रातों से अच्छे से नही सोई, इसमे कितने मिनट हुए होंगे..!
मैं:- लेकिन तुमने मेरी डायरी में सिर्फ मेरी side पढ़ी है, क्या पता दूसरे कुछ और सोचते हो, मेरे लिए।
वो:- प्यार मुझे आपसे करना है, दुसरो से नही..!
मैं:- तुझे odd नही लगेगा जब तेरी फ्रेंड्स बोलेंगी ये ही मिला क्या तुझे लड़का..! उन्हें इतना लेक्चर थोड़ी देगी..!
वो:- आपको odd लगेगा क्या जब आपको पूछा जाएगा कि ये लड़की ही मिली तुझे रिलेशनशिप के लिए..?
मैं:- नही..!
वो:- तो फिर मुझे क्यों लगेगा कुछ odd, तुम सच में बहुत अच्छे इंसान हो, और मेरे लिए सबसे handsome भी..!
मैं:- ऐसा मेरी mom कहती है..!
वो:- और पापा क्या कहते है..?
मैं:- एक ब्रांडेड मशीन का डिफेक्टिव पीस..!"
पता नही क्यों, मुझे यकीन ही नही हो रहा था कि आरुषि मेरी लाइफ का एक हिस्सा बन चुकी..! कभी आहिरा से बाहर निकल कर किसी को सोचा ही नही था..! सोचता भी कैसे time ही कितना मिलता था, जब वो थी तो उसके साथ बात करने से फुरसत नही थी, और जब गयी तो उसकी यादों से फुरसत नही थी..! उसकी यादें और पुराने गानों में ही दिन कट रहे थे, और बड़ी बात तो ये कि उन गानों की लिरिक्स भी समझने लगा था मैं..! ऐसा लगता था जैसे हर गाना मेरे लिए ही बना है बस, सब में कुछ ना कुछ मेरी story जरूर छुपी थी।
" वो:- कहाँ खो गए..?
मैं:- कही नहीं..!
वो:- आहिरा मेरी सौतन थी या मैं उसकी सौतन होउंगी..?
मैं:- future का क्या प्लान है..?
वो:- Mrs. Aarav बनना..!
मैं:- profession में..!
वो:- Mrs. Aarav ही..!
मैं:- 5 दिन में इतना प्यार..?
वो:- शक है क्या आपको मेरे प्यार पर..?
मैं:- हाँ..!
वो:- कैसे prove करूँ.. आप ही बता दो..??
मैं:- जिंदगी में कभी किसी को अपना प्यार prove मत करना..!
वो:- पर मैं सच में प्यार करती हूं आपसे..!
मैं:- और करती भी रहना..!
वो:- हमेशा..!
मैं:- मेरी डायरी तो दे दे अब..!
वो:- मैं रख लूं.. प्लीज..!
मैं:- पर मेरी कहानी अधूरी रह जायेगी..!
वो:- पूरी कब हुई थी..?
मैं:- रख लो..!
वो:- एक बात पूंछू आप बताओगे..!
मैं:- पहले तुम मुझे "आप" बोलना छोड़ो..!
वो:- फिर क्या बोलूं..?
मैं:- शर्म, दहशत, झिझक, परेशानी,
नाज से काम क्यों नही लेती
आप, वो, जी, मगर, ये सब क्या है,
तुम मेरा नाम क्यों नही लेती..(जॉन एलिया)
वो:- आप बड़े है मुझसे..!
मैं:- पर मुझे "आप" पसंद नही है.. तुम अब से नाम से ही बोलोगी..!
वो:- कोशिश करूँगी..!
वो:- तो आरव मैं पूछ रही थी कि आहिरा के बारे में कुछ बताओ ना..!
मैं:- आज के बाद अपन बात कैसे करेंगे..?
वो:- सीधे भी मांग सकते हो मोबाइल नंबर, मैं मना नही करूँगी..!
मैं:- प्लीज.. type कर दो..!
वो:- आरव, तुम हर बार आहिरा की बात आने पर topic क्यों बदल लेते हो, क्या मुझे जानने का हक़ नही..?
मैं:- बिल्कुल है..!
वो:- तो फिर बताते क्यों नही..?
मैं:- क्या करोगी उसे जानकर, जो थोड़ा बहुत जानना था वो डायरी से जान ही गयी तुम..!
वो:- नही सब कुछ जानना है मुझे उनके बारे मे, फिर उनके जैसे भी बनना है जिससे आपको उनकी कमी महसूस न हो..!
मैं:- तुम आरुषि ही ठीक हो, कभी भी जिंदगी में न ही आहिरा बनना और ना ही कोई और..!
वो:- फिर भी जानना है मुझे आहिरा के बारे मे..!
मैं:- time आने पर हर एक एक बात बता दूंगा मैं तुम्हें, अभी मुझे उससे बाहर आने की जरूरत है, प्लीज मेरी help करो उसमे, उसमे मुझे वापिस मत फंसाओ..!
वो:- sorry aarav..!
मैं:- क्यों..?
वो:- मैं जिद्दी हो गयी थी, अपनी जिद्द में आपकी feelings के बारे मे भी नही सोचा..!
मैं:- अरे..! ऐसा कुछ नहीं है, होता है ऐसा..!
वो:- आपने मेरे नंबर ले लिए.. अपने नही दिए..!
मैं:- रुको करता हूं व्हाट्सएप..!
May i have your attention please..train no 12979 Mumbai Bandra Terminal to Jaipur, Mumbai Bandra Terminal - Jaipur Superfast Express via Vapi, Surat, Nagda, Kota has arrived on Platform no. 1.. Welcome to the Western Central Railway..!!
मैं:- पता ही नही चला बातों ही बातों में रात कैसे बीती..!
वो:- हाँ..!
मैं:- नाराज हो गयी क्या..? मैने आहिरा के बारे में नही बताया तो..!
वो:- नही..!
मैं:- अब Mrs. Aarav हमसे झूठ भी बोलेगी..!
वो:- नहीं ऐसा नही है..!
मैं:- चल आ नीचे चलते है.. ट्रैन 15min. रुकेगी अभी..!
वो:- okk..!
मैं:- चाय पियोगी..??
वो:- बताया था ना छोड़ दी..!
मैं:- मैं सोचा मजाक कर रही थी..!
वो:- नही सच में छोड़ दी..!
मैं:- चल गर्म पकौड़े है वो खाते है..!
वो:- जैसी आपकी मर्जी..!
मैं:- फिर आप.. (नकली गुस्सा दिखा कर पकौड़े लेने लगा)
वो:- sorry जैसी aarav की मर्जी ( हसंते हुए )
वो:- कितनी मिर्ची है यार इसमें, पानी दो जल्दी..!
मैं:- मैं लाया रुको ( जल्दी से एक पानी की बोतल ला कर दी )
वो:- ( थोड़ी देर बाद ) नई बोतल क्यों लाये, अंदर रखी थी..!
मैं:- जल्दी जल्दी में कुछ समझ ही नही आया.. ( मैं अभी भी पकौड़े खाने में busy )
वो:- मिर्ची नही लग रही आपको..?
मैं:- आदत डाल रहा हूं..!
वो:- कहना क्या चाहते हो, ( गुस्से वाला face )
मैं:- कुछ नही, चल गाड़ी में हॉर्न हो गया..!
वो:- एक शर्त पर जाउंगी..!
मैं:- क्या..?
वो:- मेरे कंधे पर अपना हाथ रख कर ले जाओ..!
मैं:- ले चल..!
वो:- ऐसे नही..!
मैं:- फिर कैसे..?
वो:- अपना left hand दो..!
उसने मेरे left hand को अपनी left arm पर रखा और सीने से लग कर कहा चलो..!
मैं:- ( मैं हाथ हटा कर )कोई देख लेगा यार.. और दूसरा हॉर्न भी हो गया चल, ट्रैन चलने वाली है..!
वो:- कोई नही है अपनी सीट के पास, प्लीज ना ले चलो..! वरना मुझे नही जाना..!
मैं:- okk, आ जा पागल..!
फिर वापिस दोनों अपनी सीट पर, पर अभी भी हाथ उसकी बाजू पर और उसका सिर मेरे कंधे पर है, बस फर्क इतना है अब हमारे ऊपर एक शॉल extra है..!
उसका मेरे बारे में ज्यादा कुछ जाने बिना इतना विश्वास करना, मुझे बड़ा अजीब लग रहा था..! लेकिन लड़की बहुत सच्ची थी वो, शायद वो उन सब सपनो को मेरे साथ पूरा करना चाहती थी जो उसने अपने होने वाले पार्टनर के लिए देखे थे..!
मैंने कंधे से हाथ हटा कर उसके सिर पर रख लिया, और उसके face पर आते हुए बालों हटा कर उसके कान के पीछे लाकर उसके कान में बोला.. " कोई देख लेगा.."
वो:- जयपुर आने वाला है..!
मैं:- तो..!
वो:- सच में आपको कुछ फर्क नही पड़ रहा..( आंख में आंसू छलक आये थे)
ऐसा नही था कि मुझे कुछ फर्क नही पड़ रहा था.. 5 दिन में मुझे उसकी बातों की उसकी जिद्दी की, उसकी नासमझी की लत लग चुकी थी.. पर क्या होता में भी वहाँ दिखाता की मुझे भी फ़र्क पड़ रहा है.. कि कुछ ही देर में अब हम दोनों अलग-अलग हो जाएंगे..!
मैं:- ऐसा नही है यार, तू चिंता क्यों करती है, बहुत जल्द ही तुझसे मिलने आऊंगा ना ( गालों से आंसू पोछते हुए..)
वो:- पक्का ना..!
मैं:- मेरी कसम..!
वो:- मेरी खाओ..!
मैं:- तुम एक ही हो मेरे पास..!
वो:- आप भी एक ही हो मेरे पास..!
मैं:- तुम्हे मेरी कसम पर विश्वास नही है मतलब..!
वो:- तो आप मेरी कसम क्यों नही खा लेते..!
मैं:- क्योंकि मुझे अपनी कसम पर विश्वास नही है..!
वो:- मतलब आप नही आओगे मिलने अब कभी भी..!
मैं:- आऊंगा.. पक्का..!
वो:- कैसे मानूं मै..?
मैं:- promise करता हूं..!
वो:- ये लो ये हमेशा आप अपने पास रखना, इससे आप मुझे कभी नही भूलोगे.. ( secret है वो चीज )
मैं:- मुझे रख कर भूलने की आदत है..!
वो:- मुझे मत भूल जाना रख कर..!
मैं:- तू डांट कर याद दिला देना मुझे, अगर कभी ऐसा हुआ तो..!
वो:- नही अगर ऐसा हुआ तो मैं बहुत टूट जाउंगी..!
मैं:- नही टूटने दूंगा तुझे..!
May i have your attention please..train no 12979 Mumbai Bandra Terminal to Jaipur Mumbai Bandra Terminal - Jaipur Superfast Express via Vapi, Surat, Nagda, Kota has arrived on Platform no. 1.. Welcome to the Jaipur Railway Station..!!
To Be Continued....!!