Prem - maine dekha hai in Hindi Magazine by Shivani Mishra books and stories PDF | प्रेम - मैंने देखा है

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प्रेम - मैंने देखा है

पता है जब आप प्रेम में होते हो तो बहुत कुछ करते हो एक दूसरे के लिए पर कुछ वक्त बाद जब प्रेम थोड़ा सा पुराना हो जाये तो लोग लड़ाई एक दूसरे से गाली शुरू कर देते क्या सच मे उन्हें प्रेम होता है यह मैं ये मान ही लू की प्रेम बस शब्द है और कुछ नही  क्या शरुआती दिनों में भी ऐसा ही दिखवा होता है मुझे ये जनाना है फिल्मों और किताबो वाला प्रेम बस वही तक क्यू सीमित है ये असल जिंदगी में क्यू नही हो सकता वो परियो और राजाओ रानी की प्रेम भरी कहानी क्या एक छलावा है झूठ है सच कहूं मैने बहुत कम लोगो को प्रेम से यहाँ मेरा मतलब पति पत्नी प्रेमी व प्रेमिका से है  रहते है देखा लेकिन आधी से ज्यादा आबादी धोखा और शोषण का शिकार बन जाती है कई दफा तो लोग प्रेम को पाने के लिए सब कुछ यानी अपने माँ बाप सब छोड़ देते है पर उनका भी प्रेम सफल नही होता कुछ को।छोड़ दे तो ये प्रेम क्या किसी के शरीर को पा लेना है यह बस एक ऐसा मजाक जिसका नाम प्रेम हैं आज भी कुछ गाँव घर शहर ऐसे है जहाँ स्त्रिओ के लिए प्रेम ही नही सबसे बड़ा अचम्भा जब एक औरत यानी उसकी सास य नन्द ही उसके साथ शोषण करे मुझे प्रेम देखना है जो शायद आज नही रहा ये बस मेरा अपना नजरिया है अगर प्रेम दिखा भी तो अभद्रता के साथ कभी बिस्तर पर तो कभी घर की चार दीवारों के अंदर मैं जानती हूँ मेरा लेख मेरी बातें आपको अटपटी लग सकती है पर  ये लेख पहला है जो कि मुझे शुरू में ही बता देना चाहिए था प्रेम बस एक जगह ही दिखा मुझे जहाँ न कोई स्वार्थ था न कोई आशा वो माँ होती है यह यु कह ले कि बस माँ ही जो प्यार करती है बिना किसी शर्त बिना किसी शक के ?

मैं चाहती हूं जब आप किसी के साथ प्रेम में हो यहाँ प्रेमी प्रेमिका की बात कर रही हूँ तो ये मेरा अपना नजरिया है कि आप जिस्मानी और सोशल एक्टिव जैसी चीज़ों से बचो आपका प्रेम तब तक आपका जब तक आप चाहते हो आपके बीच 3 नही आता लेकिन जिस दिन ये प्रेम पलटा आप मुसीबत में आ जाते हो जिसके चलते सुसाइड जैसे कदम उठा लेते हो प्यार न बस तब तक आपका है जब तक वो चाहता है वरना दो ही बाते है बात मान लो य छोड़ दो  प्रेम कुछ समय के लिए आपको जरूर खुश रख सकता है पर बाद में  वो सिर्फ आपको बर्बाद करता है  मै  आज की यूथ से बोलूंगी की सच मे प्रेम है तुम्हारे अंदर है तो तुम घर वालो से करो अपने माँ पापा से करो दादी बाबा से करो अगर सच मे प्रेम है तो यकीन मानो जब इनसे प्रेम करना सीख लोगो न तो लोगो से करना जरूर सीख लोगे  पता है जिंदगी बहुत छोटी है बहुत ही थोड़ी सासे मिली है मेरा प्रेम बस इतना कहता है अगर सच मे प्रेम है तो परिवार को वक़्त दो