कभी सोचा नहीं था उनसे यूँ मुलाकात हो जाएगी।
छोटी सी बात पर यूूँही मीठी सी तकरार हो जाएगी।।
बात एक रात की है। करीब 12 बजे के आसपास का समय होने जा रहा था। एक संदेश आया।
इस जमाने का दस्तूर गजब है, सच कड़वा और झूठ मजहब है।
सन्देश अच्छा था। जवाब भी दिया। कुछ और बात हुई कुछ पल। फिर शुभ रात्रि के साथ विदा हुए। हम दोनों एक दूसरे को नहीं जानते थे। दिमाग में कोई हलचल नहीं थी। मैं सो गई। सुबह हुई, वही दिन भर की दिनचर्या रही। दिन गुजर गया। कहीं कोई ख्याल नहीं उस अजनबी का। रात हुई । फिर उसी अजनबी का संदेश आया। वही 2..4 बातें हुईं शायरियों में मुलाकातें हुई।
आशिकी में सही गलत की समझ ही कहाँ होती है।
वो तो इनकार को भी अकसर इजहार समझते हैं।
न जाने क्यों उसकी बातें अब थोड़ी अच्छी लगने लगी। कुछ मेरा भी शौक था लिखना कुछ उसे भी पसन्द मेरे जज़्बात थे। बातों का सिलसिला शुरू हो गया। कभी सुबह कभी दोपहर कभी रात भर। बातों बातों में कब दिल बदल गए एहसास ही नहीं हुआ। अब तो अक्सर बातें होने लगी। मोहब्बत बढ़ने लगी। हालांकि दोनों के बीच लम्बा फ़ासला था। एकदूसरे से काफी दूर रहते थे। फिर भी एक दूजे के बहुत करीब आ गए थे। दिन बीतने लगे। मौसम बदल गए। हमारी मोहब्बत परवान चढ़ने लगी। किसी का डर नहीं था हमको।
अब मुझक़ो नही तमन्ना किसी के साथ की,
तुम मौत भी मेरी मांगो तो हम आमीन कहेंगे
तेरी गलियों में अपनी मोहब्बत को अंजाम देंगे
यूँ सरेआम अपने प्यार को हम एक नाम देंगे
वो हसीन मंजर आ जाये अगर
जिंदगी भर तेरे हम गुलाम रहेंगे
तुम यूँही अगर गुनगुनाती रहो तेरे सजदे में मैं गीत गाता रहूँ।
यह जिंदगी तो वो हसीं रात हो जिसके बीतने की कोई ख्वाहिश नहीं।
भरोसा अगर न हो तो कत्ल कर देना।
लेकिन वेवफाई का इल्जाम मत देना।
कुछ इस तरह हमारा प्यार बढ़ता चला गया। अब दिनभर हम दूर रहते हुए भी साथ रहते हैं। दिल की अपनी हर बात कहते हैं।
सोचती हूँ क्या हर किसी को यूँ प्यार नसीब होता है?
क्या हर किसी का ऐसा नसीब होता है?
हम नहीं जानते कल क्या होगा, हम मिलेंगे या नहीं, शायद इसकी परवाह भी नहीं है हमें। जो खुशी हम एक दूजे को दे रहे हैं दूर रहकर भी वो शायद जमाने में नहीं है।
गुजारिश है आप सब से जो ये कहानी पढ़ेंगे। दुआ करना इन आशिकों के हक में जरा। हम सबके के साथ ऐसा ही कुछ अक्सर हो जाता है। किसी का प्यार जब मिल जाता है तो रोशन ये जहाँ हो जाता है।
ताउम्र तुजसे ये सिलसिला मुझको चाहिए
एहसास मेरे अल्फ़ाज़ तेरे हर किस्सा पूरा चाहिए
फिर से नएआगाज की वजह मिल गयी
और जिंदगी मेरी खूबसूरत साज हो गयी।
कभी आपको गर ऐसा कोई प्यार मिल जाये तो गुज़ारिश है उस प्यार का सम्मान करना। किसी के दिल से कभी खेलना मत। क्यों कि जब दिल टूटता है और दर्द की आह निकलती है तो अर्श तक वो दुआ जाती है और बद्दुआ बन जाती है।
आप सभी को भी आपकी जिंदगी में ये प्यार मिले। यही दुआ के साथ । नमस्ते।