Begunaah gunehgaar - 18 in Hindi Short Stories by Monika Verma books and stories PDF | बेगुनाह गुनेहगार 18

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बेगुनाह गुनेहगार 18

सुहानी शोगता बनकर ब्रिजेश के घर पहुच गई। सुहानी के हाथ कुछ ऐसा लगा जो कई राज पर से पर्दा उठाने वाला है। सारी फ़ाइल देख कर ये बाात सामने आई केि  ब्रिजेश बेगुनाह है। ब्रिजेश को अपने प्यार में फसा कर शोगता सारी चाल खेल रही थी। इससे पुलिस की सारी हरकतों की खबर टेररिस्ट को देती। और नाम आया ब्रिजेश का। 

ब्रिजेश ईमानदार आदमी है। वो कुछ गलत कर ही नही सकता। इतने महीने में सुहानी ब्रिजेश को इतना तो जान ही चुकी थी। लेकिन फिर शोगता गई कहाँ। अगर भागती तो ये सारे राज को खत्म करके जाती। शोगता इतनी बेवकूफ नही हो सकती। 

अब सुहानी का काम था शोगता के बारे में पता करना। उसने इंस्पेक्टर को यह बताया कि ब्रिजेश बेगुनाह है। लेकिन शोगता के बारे में नही बताया। क्योकि ब्रिजेश शोगता से बहोत प्यार करता है। सुहानी भी तो अयान से प्यार करती है। वो कभी नही चाहेगी की अयान के बारे में कुछ भी गलत दुनिया बोले। फिर ब्रिजेश तो शोगता के साथ जिया है। उसे अपनी जिंदगी का हमसफर माना। फिर ब्रिजेश ऐसा कैसे होने देता। 

सुहानी शोगता के बारे में पता करने लगी। एक दिन सुहानी शोगता के बारे में पता लगाने का काम कर रही थी। अचानक ब्रिजेश कमरे में आ गया। 

ब्रिजेश: क्या कर रही हो ,   सुहानी?

सुहानी: कुछ नही। बस देख रही हु।

 अचानक सुहानी को कुछ अजीब लगा। फिर जैसे सब याद आया हो वैसे बोलने लगी।

सुहानी? कौन सुहानी?

ब्रिजेश: वही जो रीसर्च की जॉब छोड़ कर शोगता बन कर यहाँ राह रही है। जो आफिस में न जाते हुए भी हर महीने उसकी तनखा उसके account में जमा होती है। 

सुहानी: ये तुम क्या कह रहे हो?

ब्रिजेश: अच्छा? तो आओ मेरे साथ।

सुहानी: कहाँ?

ब्रिजेश: चलो कुछ प्यार भरे पल बिताते हैं। जो हम साथ बिताया करते थे।

सुहानी: नही.. वो मेरी तबियत ठीक नही है। फिर कभी। 

ब्रिजेश: कब तक ये बहाने बनाओगी। तुम्हे तो ये भी नही पता अयान वापस आएगा या नही। शायद तुम्हे ये भी नही पता अयान अभी कहाँ है।

सुहानी ये सुनकर shocked हो गई। 

सुहानी: आपको ये सब कैसे पता चला। 

ब्रिजेश: शायद तुम भूल रही हो, की में एक टॉप साइबर क्राइम इन्वेस्टिगेटर हु। और तुम अपनी डायरी ऑनलाइन अपडेट रखती हो। 

सुहानी: आपने पास वर्ड खोल लिया?

ब्रिजेश: पासवर्ड हैकिंग मेरे लिए आम बात है। तुम्हे क्या लगा, तुम शोगता बनकर आओगी और मुझे पता तक नही चलेगा?

सुहानी: तो आप सबको बता क्यो नही देते की आप बेगुनाह हो। शोगता ने आपके साथ धोखा किया है।

ब्रिजेश: अयान ने भी तो तुम्हे धोखा दिया है। तुम्हारे बारे में सब जान कर छोड़ दिया तुम्हे। 

सुहानी जैसे इसे स्वीकार नही करना छाती और बोली अयान ने मुझे धोखा नही दिया। उसने खुद कहा है वो मुझसे बात नही करना चाहता। मुजे कह कर वो गया है।

ब्रिजेश:(एक दम शांति से बोला) तुमने जाने दिया? खुश हो उसके बिना? क्या उसे याद नही करती?

सुहानी: यहाँ बात शोगता की हो रही है। वो सारे राज आतंकी ओ को दे रही थी। 

ब्रिजेश: जानता हूं। इसलिए मैंने उसे मार दिया।

सुहानी: क्या आप ने?

ब्रिजेश: हाँ। मैं शोगता को बदनाम होते हुए नही देख सकता।

सुहानी: तो जब में आई , तब आपने मुझे घर मे क्यों आने दिया?

ब्रिजेश इन सवालों का जवाब देगा? उसने शोगता को कैसे मारा? शोगता का सच ब्रिजेश को कैसे पता चला? देखते है अगले अंक में।