The Superhero One in Hindi Fiction Stories by Prashant Vyawhare books and stories PDF | दी सुपरहीरो - बीगीनिंग ऑफ़ वन

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दी सुपरहीरो - बीगीनिंग ऑफ़ वन

मुंबई शहर, यहाँ हर दिन हजारो लोग आते जाते है, हजारों का कारोबार होता है और हज़ारो अपराध घटते है, यहाँ गरीब भी रहते है जो भूखे पेट सोते है और और एक दुनिया के सबसे आमिर भी जो दुनिये के हर ऐशो आराम खरीद सकता है, ये मुंबई शहर सबका पेट भरता है और अरमान भी.

ये कहानी ऐसे ही एक साधारण युवक राहुल की है, जो एक कंपनी में सेल्स एग्जीक्यूटिव की नौकरी करता है. वो हमेशा काम तो पूरी ईमानदारी के साथ करता है मगर औरो के तरह उसका क्रेडिट उसका बॉस खा जाता है, उसे भी ऑफिस देर से आने के लिए सुनना पड़ता है देर तक रुकना के लिया मजबूर किया जाता है, उसको भी वही तकलीफ है, और उसके भी वही अरमान है जो हर किसी जो की हर नौकरी करने वाला इंसान के मुंबई में होते है एक अच्छी जिंदगी जीने की तमन्ना और जिंदगी में सफल होने के खुशी.

मगर राहुल को नहीं पता था के आगी चलकर उसके जिंदगी ऐसा तूफ़ान आने वाला है जो उसकी और इस मुंबई शहर में रहने वालो के जिंदगी बदल देने वाला बना देगा.

सवेरे का समय और राहुल अपने फ्लैट पैर सो रहा है इतने में वेक अप अलार्म बजता है! राहुल उसे बंद कर देता है और कुछ देर और सोने के बाद अचानक राहुल का मोबाइल बज उठता है, वो उसे रिसीव करता है

राहुल: हेलो,

त्यागी सर: अबे गधे, कहा है ऑफिस में तेरा वेट कर रहा हूँ कर रहा हूँ, कल ही मैंने तुझे ऑफिस जल्दी आने के लिए कहा था और वो क्लाइंट मीटिंग का प्रेजेंटेशन कहा है.

राहुल: सर ऍम वैरी सॉरी, कल देर रात तक ऑफिस में उसीपर काम कर रहा था वो आपके डेस्क पैर पेन ड्राइव में सेव करकर रखा है.

त्यागी सर: देखो राहुल बस एक प्रेजेंटेशन बना देने से में खुश नहीं हो जाऊंगा, और तुम्हे कहे मुताबिक जल्दी भी आना था, अब क्लाइंट को प्रेजेंटेशन कौन देगा, अगर तुम आधे घंटे के अंदर क्लाइंट प्लेस पर नहीं पहुंचे ना, तो बेटा समझ लेना के नौकरी से तुमने हाथ धो दिया.

राहुल: सर ऍम वैरी सॉरी, सर आगे से नहीं होगा, आय विल डू माय बेस्ट!

और वो आनन् फानन में तैयार हो कर, क्लाइंट प्लेस पहुँच जाता फिर भी उसे १० मिनट के देर होती है.

(क्लाइंट के ऑफिस की लॉबी, वह रिसेप्शनिस्ट के सामने त्यागी राहुल को गुस्से से देखता है और)

त्यागी सर: देखो गधे अब तो तुम आ गये हो, मगर लेट, बस इतना प्रेजेंटेशन अच्छे से ख़तम करो अगर क्लाइंट खुश नहीं हुआ तो तुम सदा लिए के यही से घर चले जाना, ठीक है.

रिसेप्शनिस्ट राहुल की तरफ दया की नजरो से देखती है.

राहुल: सॉरी सर आगे से नहीं होगा, आय विल गिव माय बेस्ट.

थोड़ी हे देर में में प्रेजेंटेशन ख़तम हो जाता है किसे तरह राहुल क्लाइंट के साथ डील आगे बढ़ाने में सफल हो जाता है.

दोनों क्लाइंट मीटिंग के बाद बहार पार्किंग के तरफ आते है,

त्यागी सर: देखो राहुल में आज बहुत नाराज हूँ, डोंट ब्रिंग सच बिहेवियर अगेन इन्फ्रोन्ट ऑफ़ मी.

राहुल: सर बट क्लाइंट इज हैप्पी, एंड वी क्रैक दी डील.

त्यागी सर: डोंट बी सुपरहीरो व्हेन यू आर नॉट.

और त्यागी उसे रास्ते में बहुत लम्बा चौड़ा भाषण देता है और राहुल उसे चुप चाप सुनता जाता है, ऑफिस पहुँचते ही त्यागी डायरेक्टर केबिन में जाता है और उस डील का हमेशा की तरह क्रेडिट खुद ले लेता है. और राहुल हमेशा की तरह हाथ मलता और खुद को दोष देता रह जाता है, आखिर वो करे भी तो क्या. बॉस आखिर बॉस है और नौकरी भी तो करनी है उसे.

राहुल ऑफिस का काम ख़तम कर आज भी सबसे आखिर में घर के लिए निकलता है, ऑफिस बॉय छोटू को वो ऑफिस बंद करने के लिए कहता है. और खुद बस स्टॉप की तरफ बढ़ता है.

उसकी २१ नंबर वाली बस आती है मगर आज उसे बस में बैठते ही अजीब सी फीलिंग होती है जैसे आज कुछ घटने वाला हो

राहुल ऑफिस का काम ख़तम कर आज भी सबसे आखिर में घर के लिए निकलता है, ऑफिस बॉय छोटू को वो ऑफिस बंद करने के लिए कहता है. और खुद बस स्टॉप की तरफ बढ़ता है.

उसकी २१ नंबर वाली बस आती है मगर आज उसे बस में बैठते ही अजीब सी फीलिंग होती है जैसे आज कुछ घटने वाला हो, वो कंडक्टर को उसका पास दीखाता है, और बस आगे बढ़ जाती है. बस थोड़ी दूर जाने के बाद ड्राइवर अचानक ब्रेक लगाता है.

ड्राइवर: आज तो सब लोग मारे गये.

सभी लोग बाहर की और देखते है तो, एक टूरिस्ट बस के सामने कुछ लोग हाथ में मशीन गन्स ले कर रुके है और ड्राइवर को दरवाजा खोलने के लिए कह रहे है. वो हवा में गोलिया चला रहे है, इतने कुछ पुलिस के गाड़ियां वहा आती है और पोजीशन ले कर हमलावरो को माइक पर सरेंडर होने के लिए कहते है. लेकिन उन हमलावरों का बॉस आगे आता है उसके हाथ में माइक जैसे है जिससे लेज़र लाइट्स निकलते है, और सभी पुलिस के व्हीकल्स एक एक कर धमाको के साथ उड़ने लगते है, इससे पुलिस और बाकी लोगो में भगदड़ मच जाती है

पुलिस के लोग और बदमाशों में फायरिंग शुरू हो जाती है, मगर बदमाश उस लेज़र हथियार की मदद से पुलिस पर भारी पड़ने लगते है! बदमाशों का बॉस टूरिस्ट बस पर हमला करता है और दरवाजे को उस हथियार के मदद से तोड़कर, ड्राइवर को मार देता है. तभी एक पुलिस ऑफिसर गोली चला कर उस बस का टायर पंक्चर कर देता है ताकि बदमाश उस बस को लेकर ना भाग सके! अब बॉस बौखला कर सभी टूरिस्ट्स को बस से बाहर निकालता है और उस बस को किडनैप करते है जिसमे राहुल बैठा है! ये सब इतने जल्दी होता है के किसी को सँभालने का मौका ही नहीं मिलता.

और थोड़ी ही देर में वो बस उन बदमाशों, विदेशी टूरिस्टो और राहुल के साथ बाकी यात्रियों को लेकर मुंबई की सड़को पर दौड़ी चली जाती है!

अब बस एक बदमाश चला रहा है! सभी लोग अब सहमे हुए है के आगे और क्या बुरा होने वाला है! रस्ते में जाते जाते पुलिस के बार्रिकडेस को तोड़ते हुए और सामने आने वाले पुलिस पर गोलीबारी करते हुए बस आगे बढती जाती है!

अब बस मुंबई के उपनगर से बाहर वसई के घने जंगलो में दाखील होती है, बस एक जगह रुकती है, बदमाशों का बॉस सबको बन्दूक की नोक पर घने जंगल की और ले जाता है कुछ देर चलने पर वो सभी बदमाशों के अड्डे उस गुफा में पहुँच जाते है, वह विदेशी बाकी बंधकों को अलग करते है और किसी लैब में भेज देता है और बाकी लोगो को काल कोठरी ले जाने के लिए कहता है!

अब राहुल और उसके साथी लोग कुछ बंद अंधेरे कमरों में रखा जाता है.

राहुल का दिमाग अब सोचने लगता है के किसे भी तरह उस जगह से बाहर निकल सके, और राहुल एक गार्ड बदमाश को

राहुल: अरे सर क्या मुझे बाथरूम जाने को मिलेगा, अब सहन नहीं होता.

बदमाश दूसरे बदमाश से कुछ बात करता है और

बदमाश: ठीक है चल मेरे साथ

और वो राहुल को ले कर एक तरफ जाता है जहा बाथरूम बना है, वहां मौका देख कर अचानक राहुल उसपर हमला करता है, और उसकी गन छीन कर उसे गोली मार देता है, वो बदमाश वही धराशायी हो जाता है!

गोला बारी की आवाज़ सुनकर बाकी बदमाश उस की तरफ दौड़ते है, राहुल उनपर भी गोली चलता है मगर दुर्भाग्यवश उसकी गोलियां ख़तम हो जाती है और उसे सर्रेंडर होने के सिवा कोई चारा नज़र नहीं आता.

अब बदमाश उसकी पिटाई करते है और उसे उनके बॉस के पास ले जाते है!

बदमाशों का बॉस: क्यों रे सुवर की औलाद कहा भाग रहा था, रुक तूने मेरे आदमी को मारा अब तुझे हज़ार मौत मरना पड़ेगा, ले जाओ इसे लैब में और डॉक्टर डोगरा से कहना टेस्ट सैंपल युस करे इसको उसकी अगले इन्वेंशन में.

और तभी एक बदमाश उसे एक सुई लगाता है और राहुल बेहोश हो जाता है!

जब उसकी आँख खुलती है तो वो अपने आप को किसे बेड पर बंधा पाता है! कुछ मशीने उसके शरीर से कनेक्ट की गयी है और उसके मुँह और नाक में नलिया लगाई गयी है!

उसके चारो और सफ़ेद कुरता और मुँह पर हरा नकाब पहने लोग खड़े है.,

तभी एक आदमी उसका नकाब हटा कर राहुल से बात करता है.

डॉक्टर डोगरा: हेल्लो प्रोजेक्ट ५१ मेरा नाम है डॉक्टर डोगरा, अब हम तुमपर एक बी.ऍम. डी ड्रग का प्रयोग करेंगे जिसे किसे भी इंसान पैर क्या किसे पर भी नहीं किया है, या तो तुम अब जिन्दा बचोगे और सबसे ताकतवर होशीयार इंसान कहलाओगे या तुम्हारी नसे फट जाएगी और तुम एक बेहद डरावनी मौत मरोगे, तो गुड लक!

और इसके पहले राहुल कुछ कह पता, एका एक मशीन चालू हुयी और राहुल के शरीर में कोई केमिकल छोड़ने लगी, राहुल के मुँह से दर्द की चीखे निकली, उसे लगा जैसे कोई उसकी खाल नोच रहा है, उसकी नसे खींच रही है, और कोई हज़ार सुइयां उसके शरीर में चुभा रहा है, मगर उसकी चीखे सुनने पर भी उन वहशी लोगो पर कोई असर नहीं हुआ और बेतहाशा दर्द के वजह से राहुल की आँखों के आगे अँधेरा छा गया, और वो कब बेहोश हुआ उसे भी पता नहीं चला!

स्थान एम्स का एक इमरजेंसी वार्ड, किसी पेशेंट को कोमा से होश आया और वो चील्लाने लगा, डॉक्टर ने जल्द आ कर उसे एक इंजेक्शन दिया और वो थोड़ा शांत हुआ.

एक डॉक्टर: हेल्लो, मेरा नाम डॉक्टर मीहान है, और प्रोजेक्ट ५१ इस थिस योर नेम? वो राहुल से पूछता है!

राहुल: सर आई ऍम राहुल. प्लीज मुझे बताइये में कहा हु, और मेरे साथ क्या हुआ है.

डॉक्टर मिहान: ओके तो राहुल लिसन, हमे तुम उस लैब से मिले जिसे, वो पागल साइंटिस्ट मैक चला रहा था, शायद उसने तुमपर कुछ ऐसा टेस्ट किया है, जिस की बदौलत तुम अब शायद पृथ्वी के सबसे ताक़तवर इंसान बन गए हो.

राहुल: सर लैब में बाद में क्या हुआ मुझे कुछ भी याद नहीं, मुझे यहाँ कितने दिन हुए है!

डॉक्टर मिहान: तुम्हे यहाँ लाये एक साल हुआ है, तुम्हे उस गुफा से बरामद किया जहा पर, मैक की लैब थी, जहा उसने दुनिये भर के कुछ नामी साइंटिस्ट्स को किडनैप कर उनसे, तरह तरह के साइंटिफिक इन्वेंशन और हथियार बनाने का काम चल रहा था, तुम्हे किडनैप करने के बाद, जो बस वो ले कर गया था उस में जीपीएस लगा हुआ था. मिलिट्री और नेस्ट ने उस जगह पर हमला किया और वह पर तुम उन्हें बेहोश हालात में मिले, तुम्हारे बाये हाथ पर एक टैग गुदवाया गया है प्रोजेक्ट ५१, तुम्हारी तरह उसने कई लोगो पर बी.ऍम.डी ड्रग का प्रयोग किया जिससे ब्रेन के पावर को बढ़ाया जाता है, मगर तुम्हारे शरीर के सेल्स की बनावट ऐसी है के वो एक आम इंसान से कई गुना ज़्यादा जल्दी रिकवर होते है, और इस यूनिकनेस की वजह से तुम एकलौते हो जो जिन्दा बच गए. अब तुम होश में आ गए हो, तो ये मान लो के ये तुम्हारा नया जन्म है और तुम्हे जो नयी ताक़त मिले है उसे पहचान कर तुम जनता की सुरक्षा और भलाई के लिए इस्तेमाल करोगे.

शायद तुम्ही अभी आराम करना चाहिये, ज्यादा सोचो मत, तुम्हे जल्द ही तुम्हारे सभी सवालों के जवाब मिलेंगे बस तुम को-ऑपरेट करते रहो.

राहुल: ठीक है डॉक्टर मीहान!

और वो राहुल से विदा ले कर बाहर आता है तभी,

एक डॉक्टर: मिहान सर ये तो काफी आरसे बाद कोमा से बहार आया है, क्या हम अब नस्ट (NESTF) को खबर दे सकते है.

डॉक्टर मिहान: हा, देनी तो पड़ेगी, आखिर देश की सुरक्षा का मामला है.

डॉक्टर मिहान किसी को कॉल करता है दोनों में कुछ सीरियस बातचीत होती है, और

डॉक्टर मिहान: ओके डॉक्टर, लेटस प्रीपेअर टू मूवी हिम क्विक, नेस्ट टीम इस आन वे टू पिक हिम,

और कुछ हे देर में वो राहुल का कमरा गार्ड्स से भर जाता है,

और दो लोग उसके सामने आते है एक डॉक्टर मिहान और दूसरा आर्मी के लिबास में.

डॉक्टर मिहान: ओके राहुल इनसे मीलो ये है डीरेक्टर अभय, नेस्ट और सेंट्रल इंटेलिजेंस के हेड

और अभय सर ही इस प्रोजेक्ट ५१ उर्फ़ राहुल.

अभय राहुल कि तरफ बढ़ कर उससे शेक हैंड करता है.

अभय: जेंटलमैन, यू अरे सो टफ, एंड इटस मिरेकल, यू आर अलाइव, तुमसे मिलकर बहुत खुशी हुइ और तुम्हे भी ये बहुत होंगी जब तुम तुम तुम्हारी पावर जान लोगे और हमारे देश की सेवा के लिया और आने वाले भयंकर खतरे से देश के सुरक्षा करने के लिए अपने आप को तैयार करोगे, तुम्हे उसके लिए हमारे साथ चलना होगा ताकी हम तुमपर कुछ प्रयोग कर सके और तुम्हे आने वाले भयंकर खतरों से देश को बचाने के लिए तैयार कर सके, तो क्या तुम तैयार हो?

राहुल: सर कल तक तो मुझे बस अपने लिए हे सोचने के आदत थी, और शायद यही मौका मेरे लिए है के में अपने देश के लिए कुछ कर सकू, आई ऍम रेडी टु कम विथ यू सर!

डॉक्टर मीहान और उसका स्टाफ राहुल को हॉस्पिटल से विदा देते है और राहुल थोड़े ही देर में नेस्ट के अंडर सी बेस पर पहुंचता है जो के मुंबई के समुन्दर में बसा हुआ एक सीक्रेट डिफेन्स बेस है.

वह पहुंच कर राहुल देखता है के वो डिफेन्स का एक अद्भुत बेस है जो के पानी के अंदर एक गुफा में बनाया गया है, वह तक बस आधुनिक सबमरीन से हे जाया जा सकता है, वह काफी आधुनिक हथियार और एक लैब है जहा उसे ले जाया जाता है!

वह एक आदमी से उसे मिलाया जाता है

अभय: सो राहुल थिस इस आवर लैब, एंड मीट डॉक्टर समय, हे इस आवर चीफ साइंटिस्ट, एंड समय मीट राहुल उर्फ़ प्रोजेक्ट ५१, वे डिसकसड बिफोर अबाउट हिम.

डॉक्टर समय: राहुल तुमसे मिलकर अच्छा लगा, तुम्ही भी बहुत मजा आएगा जब हम तुम्हरे साथ कुछ प्रयोग करेंगे ताकि तुम्हारी अंदर के शक्ति को पहचान सके, और उसे सही काम के लिया इस्तेमाल कर सके. सो आर यू रेडी. सो सी यू इन लैब टुमारो, टिल यू एन्जॉय.

राहुल: यस आई ऍम रेडी सर.

समय: गुड, सो सी यू इन लैब टुमारो, टिल यू एन्जॉय.

राहुल को अभय पुरा बेस, लैब और उनकी रहने के जगह से वाकिफ कराता है और उसे उसके कमरे में आराम करने के लिए और कल सुबह लैब में आने के लिए तैयार रहने के लिए कहता है.

दूसरे दिन राहुल को लेने के लिए गार्ड आते है वो उसे लैब के एक फायर टेस्टिंग रेंज में ले जाते है, और वह डॉक्टर समय आता है

डॉ समय: सो राहुल अरे यू रेडी एक्स्प्लोर योर स्ट्रेंथ

राहुल: यस सर लिटिल अफ्रेड बट रेडी.

डॉ समय: ओके, अब फायर रेंज के मिडिल में जा कर खड़े रहो

राहुल फायर रेंज के मिडिल में जाता है! और समय गार्ड्स को उस पर फायर करने के लिए कहता है!

राहुल पहले चौक जाता है मगर, ये सिचुएशन भांप कर उसका दिमाग उसके शरीर को उन गोलीयों से बचने का प्रयास करता है और उसमे सफल हो जाता है, अब सभी गार्ड्स उनके हथियार ले कर उसपर हमला करते है, मगर राहुल उन सभी को मार गिरता है!

ये देख कर राहुल के साथ सभी हैरान होती के उसका दिमाग इतना तेज और उसका शरीर इतना मजबूत कैसे हो गया,

इसके बाद, एक गार्ड लेज़र हथियार से राहुल पर हमला करता है, लेज़र के छूते ही राहुल को दर्द होता है मगर ताज्जुब से उसके जखम जल्द ही भरने लगते है. और उस हालत में भी राहुल उस गार्ड पर कण्ट्रोल करने में सफल होता है!

डॉ समय राहुल तो अब तुम्ही पता चल हे गया होगा के तुम्हारी पावर्स क्या है, ये वक्त ही तुम्हे बताएगा के तुम अपने आप को किस हद तक ले कर जा सकते हो,

और उस दिन के बाद कुछ हफ्ते राहुल की ट्रेनिंग डॉ समय और अभय ने कारवाई ताकि वो हर मुश्किल का सामना कर

सके, और हर हथियार और हर सिचुएशन हैंडल कर सके.

और एक दिन मॉर्निंग वर्म अप के बाद!

अभय राहुल से पूछता है, सो आर यू रेडी फॉर योर फर्स्ट मिशन.

राहुल: यस सर

अभय और और राहुल कुछ गार्ड्स के साथ एक एयर प्लेन में उनके मिशन पर निकलते है.

सर हमारा मिशन क्या है?

अभय: ये हमारा नहीं तुम्हारा मिशन है, तुम्हे डॉ मैक के फैसिलिटी से कुछ लोगो को छुड़ाना है, ये है तुम्हारी लेज़र गन, और ये तुम्हारा पैराशूट. यू हैवे ५ मिनट् फॉर जम्प.

राहुल अभय के इशारे पर पैराशूट ले कर एयर प्लेन से जम्प करता है, उसे क्या करना है और कैसे इसका प्लान उसके दिमाग में पहले से ही उसने बना लिया.

समुन्दर के बीच एक आईलैण्ड की जमीन पर लैंड होता है, राहुल उस जगह के नक़्शे को याद करता है और आगे बढ़ता है, रस्ते में उसे डॉ मैक के गार्ड घेरने के कोशिश करते है मगर वो उन्हें मारकर आगे बढ़ता जाता है, डॉ मैक का प्रिजन एक पुराने कैसल में है और उसके बीचो बीच उन बन्धको को रखा है,

राहुल एक एक कर गार्ड्स को मार कर अंदर दाखिल होता है! तभी मैक का वफादार गोरिल्ला गार्ड उसपर हमला करता है, राहुल उसे हरा कर बंधकों तक पहुँचता है!

तभी डॉ मैक और उसके गार्ड्स के साथ राहुल को घेर लेते है!

डॉ मेक: प्रोजेक्ट ५१, अब तुम अपने आप को सरेंडर करो वरना एक बुरी मौत मरोगे, हमारी तुमपर हमेशा नज़र है तुम यहाँ से बच कर नहीं जा सकते.

राहुल: बच कर तो तुम नही जा पाओगे आज मुझसे, और वो उसके लेज़र गन से हमला करता है, राहुल के हमले में मेक के बहुत से गार्ड या तो मर जाते है या फिर घायल होते है

जवाब में मेक उसपर हमला करता है मगर राहुल पर ज्यादा असर नहीं होता और वो बाकी बचे गार्ड्स को ख़तम करता है,

अब डॉ मेक बौखला जाता है, वो देखता है के उसके लेज़र गन्स और बुलेट्स राहुल पर कुछ भी ज्यादा असर नहीं कर रही है, वो कुछ सोचता है और राहुल.

डॉ मैक: देखो प्रोजेक्ट ५१ तुम भी ताक़तवर हो और मै भी तो तुम्हारी भलाई इसे में है के तुम मेरे साथ आ जाओ, हम इस दुनिया पर राज करेंगे!

राहुल: डॉ मैक तुम जैसे देश के दुश्मनो को ख़तम करना ही मेरा कर्त्तव्य है!

मगर डॉ मैक राहुल के तरफ एक केमिकल बम फेंकता है, जिससे राहुल फस जाता है और आगे बढ़कर डॉ मेक को पकड़ नहीं पता और मौका देख कर डॉ मैक वह से भाग जाता है!

अब राहुल आगे बढ़कर कैसल के बीच बंधे लोगो के तरफ बढ़ता है, वो सभी विदेशी नागरिक शायद डॉ मेक के साइंटिस्ट्स है, उन्हें एक टाइम बम से बांध कर रखा गया है, किसे तरह राहुल उन्हें बम से आजाद करता है और कैसल की बाहर निकालता है!

जैसे ही वो सभी बाहर निकलते है टाइम बम फट जाता है और वो कैसल धराशयी होता है!

और तभी आसमान से अभय का एयर प्लेन उतरता है, उसके गार्ड्स सभी छुड़ाए हुए लोगो को एयरप्लेन में ले जाते है.

अभय: ब्रावो राहुल आखिर तुम्हारा मिशन कामयाब रहा!

राहुल: मगर डॉ मैक भाग गया!

अभय: ठीक है उसे फिर कभी पकड़ लेगे! चूहा भाग कर जायेगा कहा बिल में ही ना.

और इतना कह दोनों हसने लगते है

तभी एक गार्ड आ कर उन्हें खबर देता है के मेक का एक साइंटिस्ट कोई जरूरी खबर देना चाहता है!

क्रमश………………………….

Note: all character and places in the story are fictatious and any similarities found will be coincidence

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